अंकिता भंडारी का अलकनंदा के तट पर हुआ अंतिम संस्कार, प्रशासन के द्वारा बड़े मान मनोबल के पश्चात परिजनों ओर अंकिता के पिता ने समझाया लोगों को दिन भर रास्ता जाम व प्रदर्शन करते रहे लोग
अंकिता भंडारी का अलकनंदा के तट पर हुआ अंतिम संस्कार, प्रशासन के द्वारा बड़े मान मनोबल के पश्चात परिजनों ओर अंकिता के पिता ने समझाया लोगों को दिन भर रास्ता जाम व प्रदर्शन करते रहे लोग
ऋषिकेश 25 सितंबर। अंकिता भण्डारी हत्याकांड के बाद के पोस्टमार्टम की अंतिम रिपोर्ट आने व परिवार जनों के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दिए जाने की मांग को लेकर आज सुबह से अलकनंदा के घाट पर अंकिता का होने वाले अंतिम संस्कार को रोक दिए जाने से प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ था। मौके पर उपस्थित प्रशासन लगातार परिजनों को मनाने का प्रयास कर रहा था।
जिसके परिणाम स्वरूप आखिरकार शाम 6:00 बजे करीब जिलाधिकारी और एसएसपी ओर शासन प्रशासन के जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों द्वारा परिजनों को मनाने में सफल हो गए और परिजनों वा अंकिता भंडारी के पिता के आव्हान पर जनता को भी शांत कराया गया और अंकिता भंडारी के शव का अंतिम संस्कार अलकनंदा के तट पर किया गया।
गौरतलब है कि शनिवार की शाम को ऋषिकेश एम्स अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद पौड़ी की बेटी अंकिता भंडारी का शव मेडिकल कॉलेज श्रीनगर पहुंचाया गया था। जिसका अंतिम संस्कार अलकनंदा नदी के तट पर पैतृक घाट पर होना था। लेकिन परिजनों ने आज सुबह अंतिम संस्कार रोक दिया था। परिजनों ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए प्राइमरी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में फेरबदल होने का शक जताया था।
अंकिता के भाई का कहना था कि कि दोबारा पोस्टमार्टम कराया जाए और जब फाइनल रिपोर्ट आएगी उसके बाद ही अंकिता का अंतिम संस्कार किया जाएगा। वहीं, अंकिता के पिता वीरेंद्र भंडारी का कहना था कि प्रशासन ने जल्दबाजी में रिजॉर्ट में अंकिता का कमरा तोड़ दिया। उसमें सबूत हो सकते थे। अब जब पोस्टमार्टम की फाइनल रिपोर्ट आएगी तब ही अंकिता की अंत्येष्टि की जाएगी।
वहीं, प्रशासन की टीम अंतिम संस्कार के लिए परिजनों को मनाने में जुटी थी। आज दिन भर श्रीनगर में विकास खंड पौड़ी के ग्राम पंचायत श्रीकोट के राजस्व गांव धूरों की बेटी अंकिता की हत्या के बाद लोगों में आक्रोश बना हुआ था। ऐसे में अंतिम संस्कार के दौरान किसी प्रकार की चूक न हो इसके लिए पुलिस व प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए हुए थे।