अंकिता हत्याकांड में एसआईटी मे शामिल एसटीएफ टीम द्वारा अमलीजामा पहनाना शुरू – सर्विलांस एक्सपर्ट के जरिए घटना स्थल सहित वनन्तरा रिसार्ट और आसपास क्षेत्र में घंटों चली जांच
अंकिता हत्याकांड में एसआईटी मे शामिल एसटीएफ टीम द्वारा अमलीजामा पहनाना शुरू – सर्विलांस एक्सपर्ट के जरिए घटना स्थल सहित वनन्तरा रिसार्ट और आसपास क्षेत्र में घंटों चली जांच
ऋषिकेश 1 अक्टूबर। वनन्तरा रिसार्ट की रिसेप्शनिस्ट अंकिता भंडारी हत्याकांड की जांच में एसआइटी ने एसटीएफ को भी शामिल किया है। विशेष रुप से घटनास्थल, वनन्तरा रिसार्ट और आसपास क्षेत्र में सर्विलांस एक्सपर्ट के जरिए यह जानकारी हासिल की जा रही है कि संबंधित क्षेत्र में वारदात से पहले, वारदात के रोज और उसके बाद आरोपितों सहित कितने लोग कि यहां पर मौजूदगी थी। अंकिता हत्याकांड की मजबूत पैरवी के लिए यह जांच महत्वपूर्ण मददगार साबित हो सकती है।
अंकिता हत्याकांड से जुड़ी विभिन्न कड़ियों को जोड़ने के लिए एसआइटी ने कई स्तर पर होमवर्क करने के बाद उसको अमलीजामा पहनाना शुरू कर दिया है। फारेंसिक एक्सपर्ट की टीम के जरिए यहां दो बार महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए जा चुके हैं। भाजपा के निष्कासित नेता विनोद आर्या के पुत्र पुलकित आर्या सहित मैनेजर सौरभ भास्कर और असिस्टेंट मैनेजर अंकित गुप्ता की रिमांड ली जा चुकी है। पुलकित के साथ सांठगांठ के आरोपी क्षेत्र के पटवारी वैभव प्रताप सिंह सहित तमाम लोग एसआइटी की जांच में शामिल है। कुछ वीआइपी मेहमान के बारे में भी एसआइटी जानकारी जुटा रही है।
मोबाइल सर्विलांस के जरिए भी महत्वपूर्ण साक्ष्य जुटाए जाने की दिशा में एसआइटी काम कर रही है। यही कारण है कि शुक्रवार को देहरादून से एसटीएफ की टीम सर्विलांस एक्सपर्ट के साथ यहां पहुंची। एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक स्वप्न किशोर के साथ विशेषज्ञों की टीम शुक्रवार शाम करीब चार बजे रिसार्ट पहुंची। शाम करीब सात बजे तक रिसार्ट के अतिरिक्त नहर में स्थित घटनास्थल, वारदात के रोज अंकिता भंडारी के साथ दुपहिया वाहनों में गए स्थानों पर भी टीम पहुंची।
जानकारी के अनुसार गिरफ्तारी के रोज पुलकित, सौरव और अंकित से जो पूछता की गई थी,उसमें इनकी ओर से अंकिता और पुलकित के मोबाइल के बारे में जो जानकारी दी गई थी इन सब को सर्विलांस टीम ने अपने रडार पर रखा है। इस बात की भी जांच की जा रही है कि नहर में मोबाइल फेंकने संबंधी उनकी जानकारी में कितना दम है। एसटीएफ की सर्विलांस टीम यह भी पता लगा रही है की वारदात से पहले, वारदात के रोज और उसके बाद रिसार्ट में कितने और किसके मोबाइल की मौजूदगी पाई गई है। इन सब कड़ियों को जोड़ने के बाद रिमांड पर लिए गए तीनों आरोपितों से एसआइटी पूछताछ करेगी।