उत्तराखंड परिवहन महासंघ के आह्वान पर सरकार की वाहन नीति के विरोध में 29 नवम्बर को देहरादून विधानसभा का घेराव किया जाएगा -29 नवंबर को संपूर्ण उत्तराखंड में विक्रम टेंपो महासंघ करेगा चक्का जाम प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री से मिलेगा


ऋषिकेश 26 नवम्बर ‌‌‌।उत्तराखंड परिवहन महासंघ केंद्र सरकार द्वारा 15 वर्ष की आयु पूरी कर चुके, वाहनों को सड़कों से हटाए जाने के विरुद्ध एकजुट होकर सरकार के निर्णय का विरोध किए जाने का निर्णय लिया है। जिसे लेकर 29 नवम्बर को विधानसभा घेराव किए जाने से पूर्व एक प्रतिनिधिमंडल प्रदेश के मुख्यमंत्री से मिलेगा । और 29 नवंबर को संपूर्ण उत्तराखंड में एक भी विक्रम टेंपो सड़क पर नहीं उतरेगा। जो कि देहरादून में घेराव करेंगे ।

यह निर्णय शनिवार को आईएसबीटी पर आयोजित परिवहन महासंघ के अध्यक्ष सुधीर राय की अध्यक्षता में बैठक के दौरान तमाम परिवहन महासघ से जुड़ें प्रतिनिधियों की बैठक में लिया गया ।बैठक में वक्ताओं ने कहा कि वाहनों को सड़कों से हटाए जाने के निर्णय से पहले तमाम वाहन स्वामीयों से बातचीत स करनी चाहिए, सरकार ने 31 दिसंबर तक वाहनों को सड़कों से हटाए जाने का फरमान जारी किया है ।जो की पूरी तरह से अव्यवहारिक है। क्योंकि सरकारों ने अभी तक उत्तराखंड में कोई भी सीएनजी स्टेशन की स्थापना नहीं की है, जब तक यह व्यवस्था नहीं की जाएगी। तब तक सरकार का निर्णय व्यवहारिक नहीं है।

बैठक में कहा गया कि सरकार के उक्त निर्णय की गाज सभी परिवहन व्यवसाय से जुड़े लोगों पर गिरेगी जिसके विरूद्ध सभी को एकजुट होने की आवश्यकता है। यदि हम लोग एकजुट नहीं होंगे तो परिवार व्यवसाय पूरी तरह से चौपट हो जाएगा ।जिसके कारण बेरोजगारी भी बढेगी। विक्रम टेंपो महासंघ के अध्यक्ष विनय सारस्वत ने कहा कि 29 नवंबर को पूरे उत्तराखंड में कोई भी विक्रम टेंपो सड़कों पर नहीं उतरेंगे ,और हरिद्वार , डोईवाला से तमाम टेंपो महासंघ से जुड़े लोग देहरादून जाएंगे।

बैठक में विनय सारस्वत ,मनोज ध्यानी, त्रिलोक सिंह भंडारी, पंकज शर्मा ,विनोद साहनी, विनोद भट्ट, दाताराम, विजेंद्र सिंह ,कंडारी, प्रवीण नौटियाल, अरुण कुमार, सतीश नेगी, सोहन सिंह हेमंत डंग, जगदीश चौहान, दिनेश बहुगुणा, आशीष चौहान, मनमोहन कालडा सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।

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