ब्रेकिंग : ऋषिकेश ब्यासी के समीप अटाली के दरार प्रभावित क्षेत्र में आरवीएनएल ने‌ किया आमजन का प्र‌‌वेश निषेध – ऊंचाई क्षेत्र में स्थित पांच भवनों को ज्यादा नुकसान सुरक्षा की दृष्टि से तकनीकी जांच भी करवा ली गई है -भूपेंद्र सिंह


ऋषिकेश, 11 जनवरी ।ऋषिकेश-बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर व्यासी के समीप स्थित अटाली गांव में भूधंसाव की स्थिति अभी स्थिर है। गांव के खेतों में आई बड़ी दरारों को देखते हुए आरवीएनएल ने ‌यहां आमजन का प्रवेश निषेध कर दिया गया है।

जिसके लिए रेल विकास निगम की ओर से आवश्यक व्यवस्था की गई है। ऊंचाई वाले क्षेत्र में स्थित पांच भवनों में ज्यादा दरारें आई हैं। करीब 85 परिवार वाले इस गांव के लोगों को मदद का इंतजार है।अटाली गांव में दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह में अचानक भूधंसाव होने से खेतों में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई थी।

इतना ही नहीं यहां के कई घरों में भी दरारें आ गई थी। यहां तक आंगन में भी बड़ी दरारें देखी गई। इस गांव में करीब 85 परिवार हैं और इतने ही घर हैं। करीब 15 घरों में दरारें आई हैं, गांव के ऊपरी क्षेत्र में स्थित लक्ष्मी देवी, प्रेम सिंह, इंदर सिं,ह गोविंद सिंह चौहान, जय सिंह पुंडीर के घरों में ज्यादा दरार आई है। जय सिंह पुंडीर और गोविंद सिंह चौहान के आंगन में बड़ी दरारें भी देखी गई हैं।

रेलवे विकास निगम की टीम ने इन सभी दरारों को चिन्हित करके इनमें लाल निशान लगा दिए थे। 22 दिसंबर से 25 दिसंबर के बीच दरार आने का क्रम जारी रहा। ग्रामीणों का कहना है कि वर्तमान में दरारें स्थिर है। लेकिन ग्रामीणों को आगे भी खतरे का पूरा अंदेशा है।

एक जनवरी को विभाग की टीम पूरे क्षेत्र का निरीक्षण कर चुकी है। सभी जगह दरारों की चढ़ाई नापी गई थी। अब इनमें कितनी वृद्धि हुई है इसे देखने के लिए 15 जनवरी को फिर से टीम यहां आएगी।खेतों में जहां भी दरार आई है, वहां से होकर जाने वाले रास्ते को विभाग की ओर से आवागमन के लिए बंद कर दिया गया है।

सभी जगह चेतावनी के बोर्ड लगा दिए गए हैं। बकायदा पूरे क्षेत्र को चिन्हित कर कवर किया गया है। गांव में रहने वाले हरि सिंह, फोन सिंह, सुरेश सिंह, नरेंद्र सिंह, मोहन सिंह, मातवर सिंह आदि के खेतों और भवनों में कहीं ना कहीं दरारें आई हैं। रेल विकास निगम के ‌उप महाप्रबंधक, भूपेंद्र सिंह कहना है कि अटाली गांव में जहां भी दरारें आई हैं सभी जगह सुरक्षा के लिहाज से तकनीकी जांच कराई गई है। जिसकी अभी रिपोर्ट नहीं आई है। रेल परियोजना के कार्यस्थल पर कोई खतरा नहीं है।

टनल के काम से गांव को कोई खतरा नहीं है। विभाग की टीम सभी घरों की मानिटरिंग कर रही है। अब 15 जनवरी को फिर से गहनता के साथ मानिटरिंग होगी। यदि इसमें आगे कुछ और संभावना नजर आती है तो उचित निर्णय लिया जाएगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *