वर्ष प्रतिपदा पर आर.एस.एस.ने नगर में निकाला पथ संचलन, नगर वासियों ने पुष्प वर्षा से किया भव्य स्वागत भारत को वैभव पर ले जाने के लिए पर्यावरण की रक्षा के साथ जल संवर्धन किया जाना होगा -स्वातरंजन


ऋषिकेश, 22 मार्च । राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने नव वर्ष प्रतिपदा के अवसर पर नगर में विशाल पथ संचलन उद्घोष के साथ निकाला, जिसका नगर वासियों ने जगह-जगह पुष्प वर्षा कर भव्य स्वागत किया।

बुधवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा आयोजित नगर पथ संचलन के दौरान बड़ी संख्या में संघ के संघ के स्वयंसेवकों ने गणवेश में प्रतिभाग किया।

इस दौरान मुख्य वक्ता के रूप में उपस्थित राष्ट्रीय बौद्धिक प्रमुख स्वात्त रंजन ने उपस्थिति को संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 2 वर्ष के बाद वर्ष अपना शताब्दी वर्ष मनाने जा रहा है, जिसने कार्यों को लेकर अपने को पूरे विश्व में स्थापित किए जाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवक को अपने परिवार सहित अपने आस पड़ोस में अच्छे संस्कार आने वाली पीढ़ी को देने होंगे, इसी के साथ उन्होंने कहा कि आने वाले समय में देश में हो रही प्रत्येक प्रकार की घटनाओं पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है।

इसी के साथ उन्होंने भारत को वैभव पर ले जाने के लिए पर्यावरण की रक्षा के लिए जल संवर्धन के साथ पेड़ों को बचाने की मुहिम चलाए जाने का आह्वान भी किया उन्होंने कहा कि पर्यावरण सुरक्षित रहेगा तो हम भी सुरक्षित रहेंगे, उनका कहना था कि भारत को उत्कर्ष स्थान पर पहुंचाने के लिए हमें स्वदेशी वस्तुओं का प्रयोग किया जाना अत्यंत आवश्यक है। जिससे देश भी मजबूत होगा और हम भी मजबूत बनेंगे ।

उन्होंने पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए स्वच्छता अभियान चलाए जाने का आह्वान भी किया उन्होंने कहा कि हमें कानून का पालन करना चाहिए और उसके लिए आने वाली पीढ़ी को भी जागृत करन होगा। जिससे सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी।

उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों से अपेक्षा व्यक्त की कि वह समाज की प्रत्येक गतिविधि पर नज़र रखेंगे, बौद्धिक प्रमुख स्वात रंजन ने‌ क‌हा कि 5125 और विक्रम संवत 2080 की सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं,अभी हम संघ की परंपरा के अनुसार वर्ष भर में मनाए जाने वाले छ पर्व में नव वर्ष का उत्सव को वर्ष प्रतिपदा उत्सव को मना रहे हैं। सौभाग्य से आज के ही दिन वर्ष प्रतिपदा के ही दिन राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संस्थापक परम पूजनीय डॉ केशव राव बलिराम हेडगेवार जी का जन्म हुआ था इसीलिए प्रतिवर्ष ध्वज लगने के पहले हम परम पूजनीय को आद्य सरसंघचालक प्रणाम देते हैं उन्होंने संपूर्ण भारतवर्ष के लिए संपूर्ण हिंदू समाज के उत्थान के लिए जो कार्य प्रारंभ किया उसके लिए हम उनको कृतज्ञता पूर्वक स्मरण करते हैं।राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ 98 वर्ष शताब्दी वर्ष आज उसके कारण से समाज में लोग संघ को जानते हैं, समझते हैं लेकिन संघ का कार्य अनोखा कार्य एक अलग प्रकार का कार्य है उसको केवल पत्र-पत्रिकाओं के माध्यम से समाचार पत्रों के समाचारों के माध्यम से हम बहुत कम समझ सकते हैं। उन्होंने कहा कि यदि हमें संघ को अगर जानना और समझना है तो प्रत्यक्ष संघ के कार्यक्रमों में संघ की शाखा में जब हम आएंगे, तो हमको संघ समझ में आएगा, इसीलिए समय-समय पर ऐसे सभी कार्यक्रमों में डॉक्टर हेडगेवार एक प्रकार से मूर्त रूप संघ थे। इसलिए कई बार गीत में हम कहते हैं वह मानव रूप में तो थे लेकिन उनके जीवन का क्षण क्षण इस मातृभूमि के लिए इस देश के लिए संपूर्ण हिंदू समाज के लिए किस प्रकार समर्पित था। यह जीवन अध्ययन करेंगे तो हमें ध्यान में आएगा इसकी आवश्यकता है तभी देश उत्थान करता है तभी उन्नति के रास्ते पर आगे बढ़ता है। जब वहां का समाज का एक एक व्यक्ति अपने देश के प्रति ऐसा जीवन जीता है और इसलिए शाखा में आते आते धीरे-धीरे हम ऐसे एक अच्छे स्वयंसेवक बने, इसके लिए हम प्रयत्न करते हैं और हमारे सामने आदर्श के रूप में आपका जीवन है किस प्रकार से अपने जीवन को समाज के लिए देश के लिए जी करके दिखाना देश के लिए मरने से ज्यादा महत्वपूर्ण है। कि हम देश के लिए पूरा जीवन हम इस देश के लिए किस प्रकार से जी सकते हैं यह भाव लेकर के हम शाखा में 1-1 कर्म करने वाला एक परिवार को जोड़ने का कार्य करते हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी की संकल्प शक्ति ने‌ संकल्प को‌ वास्तविकता में बदलकर उनके द्वारा किए जा रहे कार्यों को सार्थक एवं संभव बनाया है संकल्प सार्वभौमिक सार्वभौमिक के उद्देश्य से ईमानदारी से असंभव को संभव करने की‌ शक्ति है इसलिए हम सबको संकल्प संकल्प लेना चाहिए इस दिशा में इस शुभ दिन पर मैं आप सभी को हमारी संस्कृति जीवन जीने के तरीके के बारे में और अधिक जाने , उन्होंने आह्वान किया कि हम सभी हमारे धर्म के बारे में प्रचारित सभी गलत विचार विचारों को धवस्त कर सकें।

इस दौरान कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्वामी कृतानंद, को उपस्थिति को संबोधित किया। इस अवसर पर विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय मार्गदर्शक मंडल के सदस्य महामंडलेश्वर डॉ रामेश्वर दास, उत्तराखंड पीठाधीश्वर स्वामी ईश्वरदास संघ के सह प्रांत प्रचारक चंद्रशेखर प्रांत संपर्क प्रमुख रमेश जी, दिनेश सेमवाल सहित संघ के तमाम पदाधिकारी एवं स्वयंसवक उपस्थित थे।

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