ऋषिकेश: 16 वर्ष से दहेज उत्पीड़न के मामले में न्यायालय से सजा पाने के बाद फरार चल रहे ,सास ससुर और पति को पुलिस ने किया गिरफ्तार


ऋषिकेश, 26 मार्च । 16 वर्ष पूर्व बहू के साथ मारपीट कर दहेज उत्पीड़न किए जाने के बाद न्यायालय द्वारा सुनाई गई 2 वर्ष के कारावास की सजा के बाद जेल जाने से बचने के लिए फरार चल रहे सास ससुर ,और पति को ऋषिकेश पुलिस ने नोएडा से गिरफ्तार कर लिया है।

कोतवाली प्रभारी निरीक्षक खुशीराम पांडे ने बताया कि वर्ष 2004 में रश्मि पत्नी अमन पंचाल पुत्री रामपाल निवासी 527 आवास विकास कालोनी ऋषिकेश देहरादून ने अपनी ससुराल पक्ष अमन पंचाल पुत्र राजपाल पंचाल पति , निर्मल पंचाल पत्नी राजपाल पचाल सास , राजपाल पंचाल पुत्र मांगे राम ससुर निवासीगण 4649/113 न्यू मार्डन शाहदरा दिल्ली आदि के विरुद्द 05 लाख रुपये देहज की मांग को लेकर मारपीट गाली गलौच, शारीरिक मानिसिक उत्पीड़न करने के आरोप लगाये गये थे ,जिसके आधार पर संबंधित धाराओं में दहेज प्रतिषेध अधिनियम के तहत अभियोग पंजिकृत कर रिपोर्ट न्यायालय प्रेषित की गयी। जहां न्यायालय द्वारा मुकदमे के दौरान 04.अगस्त2006 को आरोपियों को दो वर्ष के कारावास से दण्डित किया गया। आरोपियों ने उक्त सजा के विरुद्द उच्च न्यायालय में अपील की गयी व कारावास से बचने के लिए अपने को छुपाते हुए फरार हो गये।

फरार आरोपीयो के विरुद्द न्यायालय ने गिरफ्तारी वारन्ट जारी करते हुए सिद्ददोष फरार दोषियो को गिरफ्तार करने के आदेश जारी किये गये। जिनकी गिरफ्तारी के लिए वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रभारी निरीक्षक, कोतवाली ऋषिकेश के नेतृत्व में एस0ओ0जी0, ग्रामीण जनपद देहरादून व कोतवाली ऋषिकेश की संयुक्त टीम का गठन किया गया। गठित टीम ने फरार दोषियो की गिरफ्तारी के लिए न्यू मार्डन शहादरा नई दिल्ली के पते पर दबिश दी । परन्तु दोषियो ने अपनी गिरफ्तारी से बचने हेतु उक्त पते की सम्पत्ति को बेच दिया जाना प्रकाश में आया। गठित टीम द्वारा सम्बन्धित विभागो से समन्वय स्थापित कर सम्पत्ति बेचने में प्रयुक्त किये गये अभिलेखो को प्राप्त कर अभिलेखो का विस्तृत रुप से अध्ययन कर विभिन्न बैंको, कार्यालय में दिये गये मो0ना0 प्राप्त कर सर्विलांस की मदद ली गयी, परन्तु फरार दोषियो द्वारा अपने समस्त मो0न0 बंद करना प्रकाश में आया। सम्बन्धित बैंको से डिटेल प्राप्त की गयी परन्तु दोषी अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए चैको के माध्यम से लेनदेन करना प्रकाश में आया।दस्तावेजी साक्ष्यो के सार्थक परिणाम प्राप्त नहीं होने पर संयुक्त टीम द्वारा दोषियो को कार्यस्थल से जानकारी प्राप्त करना शुरु किया गया , तमाम प्रयासो, अथक मेहनत के बाद प्राप्त सूचना के आधार पर उपरोक्त दोषियो को 25. मार्च 2023 को नोएडा उ0प्र0 से गिरफ्तार किया गया है। जिन्हें न्यायालय में पेश किया गया।

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