सरकार की मेगा प्रोजेक्ट नैपाली फार्म-ढालवाला फ्लाईओवर योजना को लगे पंख – भूतल परिवहन मंत्रालय के चीफ इंजीनियर की टीम ने किया भौतिक निरीक्षण – मंत्रालय से मार्च माह तक एलाइनमेंट को मिल जाएगी मंजूरी



ऋषिकेश, 14 फरवरी । केंद्र सरकार की मेगा प्रोजेक्ट योजना के अंतर्गत चारधाम के लिए आलवेदर रोड की योजना धरातल पर आने के बाद अब आबादी से जुड़े राष्ट्रीय राजमार्ग की सेहत सुधारने के लिए नेशनल हाईवे डिविजन ने कवायद शुरू की है।

राष्ट्रीय राजमार्ग 58 के अंतर्गत नेपाली फार्म से ढालवाला तक 16 किलोमीटर लंबी एलिवेटेड रोड, ढालवाला से खारा स्रोत तक 750 मीटर लंबी सुरंग का एलाइनमेंट भूतल एवं सड़क परिवहन मंत्रालय को पूर्व में भेज दिया गया था। इसके मार्च तक मंजूर होने की उम्मीद है। इसके बाद विभाग की ओर से मंत्रालय को मंजूरी के लिए डीपीआर भेज दी जाएगी।

इसे देखते हुए मंत्रालय के चीफ इंजीनियर (आरओ) डीके शर्मा, नेशनल हाईवे डिवीजन के चीफ इंजीनियर दीपक यादव ने इस पूरे ट्रैक का भौतिक निरीक्षण किया। इसी के साथ बहुप्रतीक्षित इस योजना को पंख लग गए हैं।नेशनल हाईवे डोईवाला डिवीजन की ओर से नेपाली फार्म श्यामपुर ढाल वाला एलिवेटेड रोड योजना पर तीन वर्ष पूर्व होमवर्क शुरू कर दिया गया था। नेपाली फार्म रायवाला से श्यामपुर बाईपास नटराज चौक होते हुए ढाल वाला तक करीब 16 किलोमीटर लंबे इस फ्लाईओवर के लिए अक्टूबर 2020 को नेशनल हाईवे डिवीजन की ओर से भूतल एवं परिवहन मंत्रालय भारत सरकार को एलाइनमेंट रिपोर्ट बनाकर भेज दी गई थी। ऋषिकेश चार धाम यात्रा का प्रवेश द्वार होने के साथ-साथ भविष्य में ऋषिकेश- कर्णप्रयाग रेल परियोजना का भी प्रवेश द्वार होगा। इन सभी तथ्यों को ध्यान में रखकर ही नेशनल हाईवे डिवीजन की ओर से फ्लाईओवर योजना तैयार की गई थी।इस फ्लाईओवर योजना के तहत नेपाली फार्म को ढाल वाला तक जोड़ा जाना है। इसमें रेलवे क्रासिंग खदरी श्यामपुर और मनसा देवी में दो आरओबी (रेलवे ओवर ब्रिज) बनाया जाना भी प्रस्तावित है। ढालवाला पुराना आरटीओ आफिस से यह नेशनल हाईवे सुरंग के जरिए खारा स्रोत मुनिकीरेती तक जाएगा। 750 मीटर लंबी सुरंग का निकासी द्वार खाारा स्रोत में होगा यहां से इस फ्लाईओवर को तपोवन बाईपास से जोड़ा जाएगा।भूतल एवं परिवहन मंत्रालय की ओर से इसी योजना के एलाइनमेंट पर विचार शुरू कर दिया गया है। इस योजना धरातल पर उतारने के लिए मंत्रालय की ओर से टीम का गठन किया गया है।इसमें मंत्रालय के चीफ इंजीनियर (आरओ) डीके शर्मा को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

सोमवार को मंत्रालय के चीफ इंजीनियर ने नेशनल हाईवे उत्तराखंड के चीफ इंजीनियर दीपक यादव, नेशनल हाईवे डोईवाला डिवीजन के अधिशासी अभियंता प्रवीण कुमार के साथ 16 किलोमीटर लंबी इस प्रस्तावित योजना का स्थलीय निरीक्षण किया। इसके साथ ही उन्होंने ढालवाला पुराना आरटीओ आफिस के समीप बनने वाली टनल के प्रवेश और खारा स्रोत में टनल के निकासी क्षेत्र का भी निरीक्षण किया।

प्रवीण कुमार, अधिशासी अभियंता, नेशनल हाईवे डोईवाला डिवीजन काकहना है‌‌किनेपाली फार्म ढालवाला नेशनल हाईवे फ्लाईओवर योजना के एलाइनमेंट को मार्च माह तक स्वीकृति मिलने की उम्मीद है। डीपीआर तैयार है, जिसे मंत्रालय को मंजूरी के लिए भेज दिया जाएगा। डीपीआर स्वीकृत होते ही अगले चरण में टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे।खदरी और मनसा देवी में दो आरओबी विकल्पनेशनल हाईवे डोईवाला डिवीजन की मानें तो नेपाली फार्म से ढालवाला तक 16 किलोमीटर लंबे फ्लाईओवर योजना में रेलवे क्रासिंग खदरी श्यामपुर और मनसा देवी में दो रेल ओवर ब्रिज के विकल्प तैयार किए गए हैं। जिसके तहत योग नगरी रेलवे स्टेशन के पास से एलिवेटेड रोड शुरू होगी जो सीधे नटराज चौक के ऊपर से होते हुए ढालवाला पहुंचेगी। दूसरे के विकल्प के रूप में नेपाली फार्म से रेलवे लाइन से दूरी बनाते हुए इसके समानांतर फ्लाईओवर को सीधा गुमानी वाला बाईपास से जोड़ने की है। इसमें विभाग को यह भी देखना होगा की प्रस्तावित हाईवे पर कम लागत किस विकल्प में आ रही है।

उत्तराखंड में उठने लगी वायरोलॉजी लैब की मांग , पीएम मोदी ने देश में चार जोन में वायरोलॉजी लैब स्थापित करने की बात कही नॉर्थ जोन के लिए उत्तराखंड की दावेदारी के लिए राज्यसभा में उठा मुद्दा



ऋषिकेश 11 फरवरी। स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाए जाने एवं विश्वस्तरीय शोध हेतु भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान नेशनल इंस्टीट्ययूट ऑफ वायरोलॉजी एवं एकीकृत परिषद ( इंटीग्रेटेड काउंसिल) को उत्तराखंड में भी स्थापित करने की मांग जोर पकड़ने लगी है।जिसको लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी अपनी मन की बात में इसका जिक्र किया है। उत्तराखंड की राज्यसभा सांसद कल्पना सैनी ने राज्यसभा में भी इस मुद्दे को जोर शोर से उठाया।

ऋषिकेश एम्स के वरिष्ठ रेजिडेंट डॉक्टर जितेंद्र गैरोला ने आज पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि इस संबंध में उन्होंने प्रदेश के मुखिया पुष्कर सिंह धामी सहित राज्य सरकार के अन्य मंत्रियों से पत्राचार कर  इंटीग्रेटेड कांउसिल ओर संस्थान को स्थापित करने का अनुरोध किया है।

उन्होंने बताया कि प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर उन्हें अवगत कराया कि राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाए जाने और विश्वस्तरीय शोध हेतु उत्तराखण्ड में इंटीग्रेटेड कांउसिल स्थापित किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने बताया इस सम्बन्ध में भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान संस्थान (आईसीएमआर) का एक क्षेत्रीय परिषद गठन किया जा सकता है।

डॉ0 गैरोला ने मुख्यमन्त्री धामी के साथ स्वास्थ्य सेवाओं के बावत चर्चा करते हुए उत्तराखण्ड में आईसीएमआर के अस्तित्व और राज्य हित में इसके महत्व को बारीकी से समझाया।उल्लेखनीय है कि आयुष्मान भारत इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के अंतर्गत भारत सरकार की ओर से जोनल स्तर पर ( उत्तर, दक्षिण, पूर्व, पश्चिम) क्षेत्रों में 4 अलग-अलग स्थानों पर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ वायरोलॉजी स्थापित किए जाने हैं। इस योजना का उद्देश्य भविष्य में समय-समय पर सामुदायिक स्तर पर संक्रमण के चलते तेजी से फैलने वाली कोविड-19 जैसी महामारी से निपटने में नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ वायरोलॉजी की महत्वपूर्ण भूमिका सुनिश्चित करना है। इसके अतिरिक्त राज्य में इस संस्थान की स्थापना हो जाने से नई एंटी वायरल दवाइयों पर शोध, डायग्नोस्टिक किट एवं वैक्सीन भी व्यापक स्तर पर बनाई जा सकेगी।राज्य सभा सांसद डॉ0 कल्पना सैनी भी इस मुद्दे को राज्य सभा में उठा चुकी हैं।

उन्होने बताया कि इस सम्बन्ध में उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के अलावा विधानसभा अध्यक्ष श्रीमती ऋतु खंडूरी भूषण, पूर्व मुख़्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, पूर्व केन्द्रीय मन्त्री और हरिद्वार सांसद डॉ0 रमेश पोखरियाल निशंक, राज्य के कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल एवं रायपुर विधायक उमेश काऊ से मुलाकात कर ज्ञापन सौंपते हुए उनके समक्ष भी इस मांग को रखा।

डॉ. जितेन्द्र गैरोला ने इस बारे में बताया कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद की कोई भी इकाई अभी तक उत्तराखण्ड में स्थापति नहीं की गयी है। लिहाजा उत्तरी क्षेत्र के राज्यों में संक्रमण रोगों की निरंतर निगरानी के लिए यह महत्वपूर्ण होगा कि भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ वायरोलॉजी) उत्तराखंड में स्थापित किया जाए। इसकी स्थापना से संक्रामक रोगों के निदान में उत्तराखंड राज्य महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने यह भी बताया कि राज्य में स्वास्थ्य अनुसंधान के लिए एकीकृत परिषद ( इंटीग्रेटेड काउंसिल) स्थापित होनी चाहिए।

उन्होंन कहा कि एकीकृत परिषद के माध्यम से स्वास्थ्य सेवा में शोध हेतु एक राज्यस्तरीय मल्टी-सेक्टोरल मॉडल बनाया जा सकता है। इससे वैकल्पिक चिकित्सा (इंटीग्रेटेड मेडिसिन ) को भी बढ़ावा मिलेगा। इसके अतिरिक्त, यह समग्र रणनीति राज्य में स्वास्थ्य देखभाल और नवाचारों में वांछित परिणाम प्राप्त करने के लिए कई विषयों को एक साथ लाने में सफल होगी। गौरतलब है कि डॉ. जितेन्द्र गैरोला की हाल ही में ’राष्ट्रीय एकीकरण एवं वैज्ञानिक आत्मनिर्भरता’ नाम से एक पुस्तक भी प्रकाशित हुई है। इस पुस्तक में उन्होंने वैज्ञानिक आत्मनिर्भरता और कोरोना महामारी से सीख जैसे मुद्दों को बड़ी गंभीरता से उठाया है।

बताते चलें ऋषिकेश एम्स के वरिष्ठ रेजिडेंट डॉक्टर जितेंद्र गैरोला लगातार सरकार से उत्तराखंड की पैरवी कर रहे हैं जिसमें केंद्र सरकार की ओर से जल्द ही साइड निरीक्षण की बात कही गई है अगर सब ठीक-ठाक रहा तो आने वाले दिनों में उत्तराखंड में वायरोलॉजी लैब स्थापित होने के बाद शोध शुरू हो जाएंगे

भाजपा की रायवाला में दो दिवसीय प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक शुरू पाकिस्तान भारत का अभिन्न अंग है -दुष्यंत गौतम,समाज के सभी वर्गों व क्षेत्रों के लोगों के साथ समन्वय बनाकर काम करेंगे : महेंद्र भट्ट



ऋषिकेश 29 जनवरी, भाजपा राष्ट्रीय महामंत्री एवं प्रदेश प्रभारी  दुष्यंत गौतम एवं राष्ट्रीय उपाध्यक्ष  रेखा वर्मा की मौजूदगी में आज से पार्टी की दो दिवसीय प्रदेश कार्यसमिति बैठक ऋषिकेश में रायवाला स्थित द वुड्स रिसोर्ट शुरू हुई है ।बैठक के पहले दिन प्रदेश पदाधिकारियों की बैठक में केंद्र व राज्य सरकार की विभिन्न योजनाओं व संगठन की कार्ययोजना को लेकर विस्तार से चर्चा की गई ।

भारतीय जनता पार्टी के उत्तराखंड प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम ने कहा कि यह साबित हो गया है कि कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है जिसके लिए सऊदी अमिरात ने पाकिस्तान को डांट ही नहीं लगाई अपितु उसे अपनी हद में रहने की चेतावनी भी दी है। यह बात प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार ने रविवार की शाम को रायवाला में आयोजित उत्तराखंड प्रदेश भाजपा कार्यसमिति की दो दिवसीय बैठक को संबोधित करने से पूर्व पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही।बैठक की शुरुआत प्रदेश प्रभारी  दुष्यंत गौतम ने “गरीब कल्याण संकल्प हमारा, भाजपा संग विकसित होता उत्तराखंड” विषय आधारित विकास प्रदर्शनी से की । इसमें प्रदर्शित केंद्र व राज्य सरकार के विकास कार्यों व संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं का कार्यसमिति में शामिल सभी पदाधिकारियों द्वारा अवलोकन किया गया ।

 उन्होने बताया कि सांगठनिक प्रक्रिया के तहत आयोजित होने वाली इस बैठक में केंद्र सरकार की योजनाओं व पार्टी राष्ट्रीय नेतृत्व द्वारा निर्देशित कार्यक्रमों को लेकर विस्तार से चर्चा हो रही है । जिसमे बूथ स्तर पर मन की बात कार्यक्रम, एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रमों की कार्ययोजना, G 20 में भारत की अध्यक्षता का महत्व एवं सामाजिक भागीदारी का कार्यक्रम प्रमुख हैं । इसके अतिरिक्त राज्य संगठन व सरकार के प्रतिनिधि मिलकर प्रदेश सरकार व संगठन के कार्यों पर समीक्षा चर्चा करेंगे । साथ ही पार्टी को अधिक मजूबत व सक्रिय बनाने एवं सामान्य प्रक्रिया के तहत सशक्त मंडल सक्रिय बूथ एवं पन्ना समिति के गठन पर कार्ययोजना पर विचारविमर्श, प्रदेश में संगठनात्मक वृत की रिपोर्ट, मोर्चों के गतिविधियों की रिपोर्ट, डेटा प्रबंधन एवं उपयोग कार्यक्रम तथा सोशल मीडिया की कार्य योजना पर चर्चा हो रही है ।

बैठक के प्रथम सत्र में प्रदेश अध्यक्ष  महेन्द्र भट्ट ने अपने संबोधन में कहा कि हमे समाज के सभी वर्गों व क्षेत्रों के लोगों के साथ समन्वय बनाकर काम करना है । उनके धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक, महत्वपूर्ण महापुरुषों व दिवस को संज्ञान में रखते हुए पार्टी के कार्यक्रम आयोजित करने है ताकि उनके मध्य पार्टी का और अधिक विस्तार हो । मन की बात कार्यक्रम को लेकर उन्होंने स्पष्ट किया कि माह के अंतिम रविवार प्रातः 11 से 12 का समय प्रत्येक पार्टी पदाधिकारी को इस कार्यक्रम के लिए आरक्षित रखना है । इस दौरान मन की बात व परीक्षा पर चर्चा कार्यक्रम को लेकर मन की बात के प्रभारी प्रदेश महामंत्री  राजेन्द्र बिष्ट एवं परीक्षा पर चर्चा के कार्यक्रम प्रभारी आदित्य चौहान वि डेटा प्रबंधन के प्रभारी मयंक गुप्ता ने विस्तार से जानकारी दी।

यहां बताते चलें कि राज्य भर के सभी जिलों से कार्यकर्ताओं तथा पदाधिकारियों की रायवाला स्थित द वुड्स रिजार्ट्स में प्रदेश कार्यकारिणी की 2 दिवसीय बैठक की शुरुआत की गई है। जिसमें प्रदेश भर के भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारियों के साथ सभी मोर्चे के प्रमुखों ने हिस्सा लिया है। जिसका शुभारंभ प्रदेश के प्रभारी दुष्यंत गौतम प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र प्रसाद भट्ट के अतिरिक्त अन्य पदाधिकारियों द्वारा श्यामा प्रसाद मुखर्जी एवं पंडित दीनदयाल उपाध्याय के चित्र के समक्ष दीप प्रज्वलित कर किया गया।

आज की बैठक में प्रदेश पदाधिकारी, जिला अध्यक्ष, जिला प्रभारी एवं जिला सह प्रभारी, आईटी एवं सोशल मीडिया संयोजक एवं सभी मोर्चों के प्रदेश अध्यक्ष ने शिरकत की ।प्रदेश पदाधिकारी बैठक के द्वितीय सत्र में जी -20 उत्तराखण्ड में होने वाले कार्यक्रमों पर विचार विमर्श करने के साथ ही पार्टी के आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा पर चर्चा की गई ।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से भेंट कर उन्हें जोशीमठ क्षेत्र में हो रहे भू-धंसाव से उत्पन्न स्थिति की दी विस्तृत जानकारी, गृहमंत्री ने आपदा राहत हेतु सहायता का दिया आश्वासन



ऋषिकेश देहरादून दिल्ली 18 जनवरी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री  अमित शाह से भेंट कर उन्हें जोशीमठ क्षेत्र में हो रहे भू-धंसाव से उत्पन्न स्थिति की विस्तृत जानकारी दी और आपदा राहत हेतु सहायता का अनुरोध किया।गृहमंत्री ने मुख्यमंत्री को आवश्यक मदद का आश्वासन दिया है।

मुख्यमंत्री ने गृह मंत्री को बताया कि अभी तक क्षेत्र का 25 प्रतिशत भू-भाग, भू-धंसाव से प्रभावित है। पालिका क्षेत्र में दर्ज भवन लगभग 4500 हैं, जिनमें से 849 भवनों में चौड़ी दरारें परिलक्षित हो चुकी हैं। अस्थायी रूप से विस्थापित परिवार 250 हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रभावितों के पुनर्वास हेतु पांच स्थल चिन्हित किये गये हैं। जोशीमठ के कुल 09 वॉर्ड में से 04 वॉर्ड पूर्ण रूप से प्रभावित हैं, जबकि 08 केन्द्रीय तकनीकी संस्थान प्रभावित क्षेत्र में वैज्ञानिक परीक्षण कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि विभिन्न केंद्रीय तकनीकी संस्थानों से विचार विमर्शोंपरान्त प्रारम्भिक रूप से अवगत कराया गया है कि क्षेत्र में वृहद पुनर्निर्माण की आवश्यकता होगी जिसका FINAL ESTIMATION तकनीकी परीक्षण समाप्त होने के उपरान्त प्राप्त होगा।

जोशीमठ में प्रभावित परिवारों को डेढ़ लाख रुपए की अंतरिम सहायता, साथ ही किरायेदारों को 6 माह तक 4000/माह किराया दिया जा रहा, 3000 परिवारों को 45 करोड़ की तत्कालिक सहायता, मकानों के ध्वस्तीकरण की झूठी अफवाह पर ध्यान ना दें: मुख्यमंत्री, पुष्कर सिंह धामी



ऋषिकेश देहरादून जोशीमठ 11 जनवरी। । जोशीमठ भू-धंसाव से प्रभावित परिवारों को तत्काल डेढ लाख की अंतरित सहायता दी जा रही है। प्रभावितों को मुआवजा बाजार दर से दिया जाएगा।

जोशीमठ को लेकर सचिव मुख्यमंत्री आर. मीनाक्षी सुंदरम ने मीडिया को जानकारी देते हुए बताया कि प्रभावित परिवारों को तात्कालिक तौर पर डेढ़ लाख रु. की धनराशि अंतरिम सहायता के रूप में दी जा रही है।जिसमें से 50 हजार रु. घर शिफ्ट करने तथा एक लाख रु. आपदा राहत मद से एडवांस दिया गया है। 3000 परिवारों को 45 करोड़ की तत्कालिक सहायता दी जा रही है साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि मकानों के दोहरीकरण की झूठी अफवाह से बचें। 

उन्होंने बताया कि जोशीमठ में अभी तक भू-धंसाव के कारण दो होटल जिनसे आस-पास के भवनों के लिए भी खतरा उत्पन्न हुआ है, उनको डिस्मेंटल करने का आदेश दिया गया है।इसके अलावा अभी किसी का भी भवन नहीं तोड़ा जा रहा है। भू-धंसाव से प्रभावित भवनों का सर्वे किया जा रहा है।

सचिव ने यह भी बताया कि जो लोग किराए के घर पर जाना चाहते हैं, उनको सरकार द्वारा छह माह तक 4000/माह किराया दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने जोशीमठ पहुंचकर भू-धंसाव क्षेत्रों का किया स्थलीय निरीक्षण,प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाते समय हुए भावुक , स्थानीय नागरिकों के साथ बैठक कर दिए अधिकारियों को दिशा निर्देश



ऋषिकेश जोशीमठ 7 जनवरी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज जोशीमठ पहुंचकर भू-धंसाव क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण किया व प्रभावित परिवारों को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया। इस दौरान मुख्यमंत्री भावुक नज़र आए।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आपदा की इस घड़ी में सरकार पूरी तरह से प्रभावित लोगों के साथ खड़ी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जोशीमठ का धार्मिक, आध्यात्मिक एवं सांस्कृतिक रूप से विशेष महत्व है। इस समय हम सबके सामने सबसे पुराने ज्योतिर्मठ को प्राकृतिक आपदा से बचाने की बड़ी चुनौती है। संकटग्रस्त परिवारों के पुनर्वास की वैकल्पिक व्यवस्था की जा रही है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि भू-धंसाव रोकने के लिए तात्कालिक तथा दीर्घकालीक कार्य योजना पर गंभीरता से कार्य किया जा रहा है व जोशीमठ की सुरक्षा के लिए सीवर एवं ड्रेनेज जैसे कार्य को जल्द से जल्द कराया जाएगा। समय पर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाना जरूरी है।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों एवं स्थानीय गणमान्य नागरिकों के साथ बैठक करते हुए अधिकारियों को विस्तृत दिशा निर्देश जारी किए। उन्होंने कहा कि राहत शिविरों में रहने व चिकित्सा उपचार की समुचित व्यवस्था की जाए। प्रभावित क्षेत्र में सेक्टर और जोनल वार योजना तैयार की जाए।

मुख्यमंत्री ने निर्देश देते हुए कहा कि डेंजर जोन को तत्काल खाली करवाया जाए व स्थाई पुनर्वास के लिए सुरक्षित जगह तलाशी जाए। सभी विभाग टीम भावना से काम करें तभी हम लोगों की बेहतर ढंग से मदद करने में सफल होंगे।

ऋषिकेश में आयोजित जी-20 सम्मेलन के दौरान मेहमानों की मेजबानी को लेकर अधिकारियों ने शुरू की कवायद, मेहमानों को योग ध्यान और उत्तराखंड की संस्कृति से रूबरू कराते हुए परोसे जाएंगे उत्तराखंड के व्यंजन



ऋषिकेश,0 7 जनवरी । उत्तराखंड के योग और तीर्थ नगरी ऋषिकेश में आयोजित जी 20 सम्मेलन के दौरान मेहमानों की मेजबानी ऋषिकेश नगर निगम सहित पांच नगरपालिकाए करेंगी। जिन्हें उत्तराखंड की संस्कृति, योग ,ध्यान के साथ उत्तराखंड के व्यंजन भी परोसे जाएंगे।

ऋषिकेश तीर्थ नगरी में आयोजित मई-जून में आयोजित जी20 सम्मेलन में प्रतिभाग करने वाले विदेशी मेहमानों का ऋषिकेश नगर निगम सहित पांच नगर पालिका द्वारा की जाने वाली मेजबानी के चलते पौड़ी के जिलाधिकारी आशीष चौहान ने अधिकारियों की बैठक लेकर अपने क्षेत्र में व्यवस्थाओं को अमलीजामा पहनाए जाने के निर्देश दिए।

शनिवार को लक्ष्मण झूला स्थित कैंप कार्यालय में आयोजित बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने संबंधित विभागों के तमाम अधिकारियों से फीडबैक लेते हुए सभी व्यवस्थाओं को मुकम्मल तौर पर समय अवधि में पूरा किए जाने के निर्देश दिए, इस दौरान उन्होंने मेहमानों के आने जाने के मार्गो सहित परमार्थ निकेतन के घाटों का स्थलीय निरीक्षण भी किया। उल्लेखनीय है कि जी20 सम्मेलन में प्रतिभाग करने वाले मेहमानों को उत्तराखंड लाए जाने के दौरान उत्तराखंड की संस्कृति के साथ योग ध्यान और दर्शनीय स्थलों से भी अवगत कराया जाएगा। जिसके चलते ऋषिकेश और परमार्थ निकेतन में आयोजित होने वाली प्रतिदिन ‌गंगा आरती भी मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगी।

जी20 सम्मेलन में मेहमानों को किसी प्रकार की असुविधाओं का सामना ना करना पड़े, इसके लिए ऋषिकेश नगर निगम सहित पांचो नगर पालिकाओं नरेंद्र नगर तपोवन मुनी की रेती स्वर्ग आश्रम को जिम्मेदारी सभी व्यवस्थाओं को चाक-चौबंद किए जाने के लिए सौंपी गई है। जो कि अपने-अपने क्षेत्रों को स्वच्छ बनाए जाने के साथ घाटो और तीर्थ स्थलों का सुंदरीकरण भी करेंगे। इस दौरान मेहमानों को उत्तराखंड के व्यंजन भी परोसे जाएंगे।

जिसके लिए अधिकारियों ने कवायद भी शुरू कर दी है। बैठक मेंअपर जिलाधिकारी पौड़ी ईला गिरी, पौड़ी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे,उप जिलाधिकारी यमकेश्वर स्मृता परमार,उपनिदेशक राजाजी टाइगर रिजर्व कहकशा नसीम, तहसीलदार मनजीत सिंह गिल, नायब तहसीलदार रमेश बहुगुणा, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत मंजू चौहान सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

ऋषिकेश में आयोजित होने वाले जी-20 सम्मेलन की तैयारी को लेकर अधिकारियों ने किया मंथन सम्मेलन में ऋषिकेश नगर निगम सहित पांच नगर पालिकाओं की रहेगी महत्वपूर्ण भूमिका



ऋषिकेश,0 6 जनवरी ।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पहल पर भारत के ऋषिकेश सहित 56 शहरों में संभावित शहरों में मई और जून माह में आयोजित होने वाले जी20 सम्मेलन को लेकर ऋषिकेश में अधिकारियों द्वारा बैठक कर तैयारियों पर मंथन किया गया।

शुक्रवार की दोपहर मुनिकीरेती स्थित गढ़वाल मंडल विकास निगम के गेस्ट हाउस में शहरी विकास एवं आवास सचिव दीपेंद्र चौधरी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक के दौरान निर्णय लिया गया कि जी20 सम्मेलन के दौरान ऋषिकेश नगर निगम सहित नरेंद्र नगर, मुनी की रेती, तपोवन और स्वर्ग आश्रम नगरपालिका की महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी। जिसके चलते अधिकारियों ने बैठक में संबंधित बालिकाओं के अधिकारियों के साथ जी20 सम्मेलन में आने वाले प्रतिनिधियों के रहने के साथ उनके आवागमन में किसी प्रकार की दिक्कत ना हो पर विशेष रूप से चर्चा की।

इस दौरान नगर निगम ऋषिकेश और पांचो नगर पालिकाओं को निर्देशित किया गया कि वह आवागमन के मार्गों को सुगम बनाने के लिए सड़कों के किनारे झाड़ी कटान से लेकर साफ सफाई ,सड़कों की मरम्मत तक की मुकम्मल व्यवस्था कर ले। जिससे किसी प्रकार की बैठक में भाग लेने वाले प्रतिनिधियों को दिक्कतों का सामना ना करना पड़े ।

इस दौरान संभावित कार्यक्रम के चलते यह बैठक 25 -26 मई और 27- 28 जून में आयोजित की जानी है। जिसके चलते ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन में जून में गंगा आरती और मई में बैठक संभावित है।

बैठक में ऋषिकेश हरिद्वार मार्ग पर लगे कूड़े के पहाड़ को भी हटाए जाने को लेकर नगर निगम ऋषिकेश ने अपनी ओर से एक ज्ञापन अधिकारियों को सौंपा।

बैठक में शहरी विकास सचिव दिपेंद्र चौधरी, अशोक कुमार पांडे, अपर निदेशक अशोक कुमार पांडे, ऋषिकेश के मुख्यनगर आयुक्त राहुल कुमार गोयल, अधीक्षण अभियंता रवि पांडे ,सचिव एमडीडीए मोहन सिंह बर्निया ,उपनिदेशक विनोद कुमार एडीएम रामशरण शर्मा, ऋषिकेश नगर निगम के सहायक नगरआयुक्त रमेश चंद रावत, मुनी की रेती पालिका के अध्यक्ष रोशन रतूड़ी, मुनी की रेती के अधिशासी अधिकारी रणवीर सिंह सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

तवांग जिले में भारत-चीन सैनिकों के बीच झड़प के बाद उत्तराखंड से सटे चीन सीमा पर हाई अलर्ट, हेलीकॉप्टर से रेकी व पेट्रोलिंग बढ़ाई गई



ऋषिकेश उत्तरकाशी 14 दिसंबर। अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले में भारत-चीन सैनिकों के बीच झड़प के बाद उत्तराखंड से सटे चीन सीमा पर हाई अलर्ट है।

बताते चलें चीनी सैनिकों की ओर से 09 दिसंबर को भारतीय सीमा में घुसपैठ करने की कोशिश की गई थी. भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को मुहतोड़ जवाब देते हुए उसके मंसूबों पर पानी फेर दिया।अरुणाचल में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पास सीमा संघर्ष में भारतीय सैनिकों ने चीनी सैनिकों को मुहतोड़ जवाब दिया है।

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने सदन में जानकारी देते हुए मंगलवार को कहा कि इस झड़प में एक भी भारतीय सैनिकों का निधन नहीं हुआ है।

सुरक्षा एजेंसियों ने उत्तराखंड से सटे चीन सीमा पर पेट्रोलिंग बढ़ाई गई है ओर सुबह से ही हेलीकॉप्टर से रेकी की जा रही है ,भारत चीन सीमा से लगे लिपुलेख, नाभिढांग में भी चौकसी बड़ा दी है ।
बता दें कि धारचूला से उत्तरकाशी तक लगभग 300 किलोमीटर की सीमा चीन सीमा से सटे है।

द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती हुए गोलोकगमन, जयराम आश्रम के परमअध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने समर्पित की भावपूर्ण विन्रम श्रद्धांजलि



ऋषिकेश नरसिंहपुर/भोपाल  11 सितंबर। : शारदा पीठ और द्वारका पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का 99 साल की उम्र में निधन हो गया है।उन्होंने अंतिम सांस मध्यप्रदेश के नरसिंहपुर में ली।

द्वारका शारदा पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती का 99 साल की उम्र में निधन हो गया है। मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में आश्रम में दोपहर 3:00 बजे के करीब उन्होंने अंतिम सांस ली। कुछ दिन पहले ही उन्होंने अपना जन्मदिन धूमधाम के साथ मनाया था। उनका जन्म 2 सितंबर 1924 में हुआ था और वह द्वारका और ज्योतिष पीठ के शंकराचार्य थे।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत सभी राजनीतिक व सामाजिक हस्तियों ने शंकराचार्य के निधन पर दुख व्यक्त कर अपनी शोक संवेदना प्रकट की है। इसी कड़ी में भारत साधु समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और जयराम आश्रम के परमा अध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी एवं महामंत्री स्वामी चिन्मयानंद महाराज परमार्थ आश्रम हरिद्वार ने भी शंकराचार्य के निधन पर शोक प्रकट किया है।

जयराम आश्रम के परम अध्यक्ष और भारतीय साधु समाज के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी ने अपनी भावपूर्ण विनम्र श्रद्धांजलि समर्पित करते हुए कहा कि शंकराचार्य जी महाराज की परंपरा एवं विचारो का संरक्षण निरंतर होता रहे यही पूज्य शंकराचार्य महाराज के प्रति सच्ची एवं सार्थक श्रद्धांजलि होगी।