शिव भक्तों के दर्शनार्थ खुले विख्यात नीलकंठ महादेव मंदिर के कपाट



ऋषिकेश,15 जून । कोरोना संक्रमण काल के दौरान कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुपालन में मणिपुर पर्वत पर स्थित विख्यात श्री नीलकंठ महादेव मंदिर के बंद किए गए कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ आज सुबह 9 : 00 बजे से शाम 5 : 00 बजे तक खोल दिए गए हैं।

यह जानकारी श्री नीलकंठ महादेव मंदिर समिति के प्रबंधक सुभाष पुरी ने देते हुए बताया कि कोविड-19 की गाइडलाइन के अनुपालन में मंदिर के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ बंद कर दिए गए थे, जिन्हें आज से उत्तराखंड निवासियों के लिये उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए खोल दिया गया है जिसमें मंदिर के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को दो गज की दूरी मास्क है ज़रूरी के नियमों का पालन करना होगा।

गढ़वालउत्तरांचल में हिमालय पर्वतों के तल में बसा ऋषिकेश में नीलकंठ महादेव मंदिर प्रमुख पर्यटन स्थल है। नीलकंठ महादेव मंदिर ऋषिकेश के सबसे पूज्य मंदिरों में से एक है। कहा जाता है कि भगवान शिव ने इसी स्थान पर समुद्र मंथन से निकला विष ग्रहण किया गया था। उसी समय उनकी पत्नी, पार्वती ने उनका गला दबाया जिससे कि विष उनके पेट तक नहीं पहुंचे। इस तरह, विष उनके गले में बना रहा। विषपान के बाद विष के प्रभाव से उनका गला नीला पड़ गया था। गला नीला पड़ने के कारण ही उन्हें नीलकंठ नाम से जाना गया था। अत्यन्त प्रभावशाली यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है। मंदिर परिसर में पानी का एक झरना है जहाँ भक्तगण मंदिर के दर्शन करने से पहले स्नान करते हैं।

बजरंग गंगेश्वर महादेव मंदिर के पुजारी अर्जुन पंडित ने भगवान शिव की परिक्रमा के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि
भगवान शिव की अर्ध परिक्रमा क्यों.. की जाती है। उनका कहना है कि शिवजी की आधी परिक्रमा करने का विधान है। वह इसलिए की शिव के सोमसूत्र को लांघा नहीं जाता है। जब व्यक्ति आधी परिक्रमा करता है तो उसे चंद्राकार परिक्रमा कहते हैं। शिवलिंग को ज्योति माना गया है और उसके आसपास के क्षेत्र को चंद्र। आपने आसमान में अर्ध चंद्र के ऊपर एक शुक्र तारा देखा होगा। यह शिवलिंग उसका ही प्रतीक नहीं है बल्कि संपूर्ण ब्रह्मांड ज्योतिर्लिंग के ही समान है।
अर्द्ध सोमसूत्रांतमित्यर्थ: शिव प्रदक्षिणीकुर्वन सोमसूत्र न लंघयेत ।।
इति वाचनान्तरात।”
सोमसूत्र
शिवलिंग की निर्मली को सोमसूत्र की कहा जाता है। शास्त्र का आदेश है कि शंकर भगवान की प्रदक्षिणा में सोमसूत्र का उल्लंघन नहीं करना चाहिए, अन्यथा दोष लगता है। सोमसूत्र की व्याख्या करते हुए बताया गया है कि भगवान को चढ़ाया गया जल जिस ओर से गिरता है, वहीं सोमसूत्र का स्थान होता है। उन्होंने बताया कि
क्यों नहीं लांघते सोमसूत्र
सोमसूत्र में शक्ति-स्रोत होता है, अत: उसे लांघते समय पैर फैलाते हैं, और वीर्य ‍निर्मित और 5 अन्तस्थ वायु के प्रवाह पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। इससे देवदत्त और धनंजय वायु के प्रवाह में रुकावट पैदा हो जाती है। जिससे शरीर और मन पर बुरा असर पड़ता है। अत: शिव की अर्ध चंद्राकार प्रदशिक्षा ही करने का शास्त्र का आदेश है।

तब लांघ सकते हैं।शास्त्रों में अन्य स्थानों पर मिलता है, कि तृण, काष्ठ, पत्ता, पत्थर, ईंट आदि से ढके हुए सोम सूत्र का उल्लंघन करने से दोष नहीं लगता है,लेकिन
‘शिवस्यार्ध प्रदक्षिणा’ का मतलब शिव की आधी ही प्रदक्षिणा करनी चाहिए। सांसों में यह भी बताया गया है कि किस ओर से परिक्रमा भगवान शिवलिंग की परिक्रमा हमेशा बांई ओर से शुरू कर जलाधारी के आगे निकले हुए भाग यानी जल स्रोत तक जाकर फिर विपरीत दिशा में लौटकर दूसरे सिरे तक आकर परिक्रमा पूरी करें।

देहरादून जिले में पुलिस उपनिरीक्षकों के बड़े पैमाने पर स्थानांतरण जारी, पूर्व में भी पुलिस निरीक्षकों के हस्तांतरण हुए



देहरादून /ऋषिकेश 14 जून । उत्तराखंड प्रदेश में पुलिस अधिकारियों के ट्रांसफर का लगातार होना जारी हो रहा है। अधिकारियों के इन ट्रांसफर से अनुमान लगाया जा सकता है की 2022 के मद्देनजर होने वाले चुनाव को देखते हुए इन सभी देहरादून जिले के पुलिस अधिकारियों का ट्रांसफर होना स्वभाविक है। या वजह कुछ और ही है यह तो बाद में ही पता चलेगा।

जिसकी कड़ी में आज 14 जून 2021 को वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून महोदय द्वारा निम्न पुलिस उप निरीक्षकों को स्थानांतरण निम्न प्रकार किए गए हैंं।

1- उप निरीक्षक राजेंद्र सिंह, चौकी प्रभारी मयूर विहार, थाना रायपुर से कोतवाली पटेल नगर
2- उपनिरीक्षक पंकज कुमार, चौकी प्रभारी एम्स से कोतवाली नगर
3- उप निरीक्षक शिवराम, चौकी प्रभारी बिधौली से चौकी प्रभारी एम्स
4- उप निरीक्षक दिनेश कुमार, कोतवाली नगर से चौकी प्रभारी नालापानी, डालनवाला
5- उप निरीक्षक रामनरेश शर्मा वरिष्ठ उपनिरीक्षक थाना रायवाला से चौकी प्रभारी श्यामपुर, ऋषिकेश
6- उप निरीक्षक कुलदीप पंत, वरिष्ठ उप निरीक्षक थाना सहसपुर से कोतवाली नगर
7- उप निरीक्षक प्रदीप रावत, चौकी प्रभारी नालापानी, डालनवाला से चौकी प्रभारी झाझरा, थाना प्रेम नगर
8- उप निरीक्षक किशन देवरानी, चौकी प्रभारी सभावाला, थाना सहसपुर से चौकी प्रभारी मालदेवता, थाना रायपुर
9- उप निरीक्षक शांति प्रसाद चमोली, चौकी प्रभारी श्यामपुर, कोतवाली ऋषिकेश से एसओजी देहात, देहरादून
10- उप निरीक्षक जयवीर सिंह, थाना नेहरू कॉलोनी से चौकी प्रभारी मयूर विहार, थाना रायपुर
11- उप निरीक्षक दर्शन प्रसाद काला, चौकी प्रभारी झाझरा, थाना प्रेमनगर से कोतवाली विकासनगर
12- उपनिरीक्षक कविंद्र राणा, थाना कालसी से चौकी प्रभारी सभावाला, थाना सहसपुर
13- उप निरीक्षक खुशाल सिंह रावत, थाना नेहरू कॉलोनी से थाना कालसी
14- उपनिरीक्षक दीपक गैरोला, कोतवाली नगर से थाना सहसपुर
15- उपनिरीक्षक जैनेंद्र सिंह राणा, पुलिस लाइन देहरादून से थाना नेहरू कॉलोनी
16- उप निरीक्षक राकेश सिंह पवार, थाना डोईवाला से थाना रायवाला
17- महिला उपनिरीक्षक किरण डोभाल, कोतवाली पटेल नगर से थाना नेहरू कॉलोनी।

इससे पहले भी कुछ पुलिस निरीक्षक के तबादले प्रदेश के अंदर हो चुके हैं । उसके बाद अब इतने बड़े रूप में 17 पुलिस निरीक्षक केेेेे तबादले किस रूप में देखे जाएं देखने वाली बात यह है । उत्तराखंड प्रदेश  में लगातार इतने बड़े पैमानेेेे पर पुलिस अधिकारी के ट्रांसफर होना कुछ संशय पैदा करता हैै।

ऋषिकेश के नजदीक शिवपुरी में मैक्स व बाइक सवार की टक्कर में मैक्स चालक की घटना पर हुई मौत , बाइक सवार घायल



ऋषिकेश 14 जून । ऋषिकेश बदरीनाथ राजमार्ग पर थाना मुनिकीरेती क्षेत्र में एक मैक्स व बाइक सवार की आमने सामने से हुई टक्कर के परिणाम स्वरूप मैक्स के पलट जाने पर मैक्स के चालक की घटनास्थल पर मौत हो गई। जबकि घायल बाइक सवार को ऋषिकेश  में उपचार के लिए भेजा गया है ।

पुलिस से मिली सूचना के अनुसार सोमवार की शाम लगभग 6:00 बजे शिवपुरी में एक मैक्स गाड़ी नंबर UK07TC 1118 शिवपुरी की मार्केट  पेट्रोल पंप के सामने एक बाइक सवार से आपस में भिड़ंत हो गई ,जिसमें मैक्स सवार चालक तपोवन निवासी सीताराम की घटनास्थल पर मौत हो गई है ।

और बाइक सवार को  ऋषिकेश हॉस्पिटल में उपचार के लिए भेजा गया जहां उसकी भी हालत गंभीर बनी हुई है। शिवपुरी चौकी के एसआई सुनील पंत मौके पर मौजूद हैं तथा आगे की कार्रवाई कर रहे हैं।

विकलांग होने से बच गया सहारनपुर निवासी 26 वर्षीय युवक, लिम्ब साल्वेज सर्जरी से दी कैंसर को मात



इस तकनीक से एम्स ऋषिकेश में पहला ऑपरेशन

ऋषिकेश 14 जून । हड्डी के कैंसर की समस्या से जूझ रहे एक 26 वर्षीय युवक की सफल सर्जरी कर अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, एम्स ऋषिकेश के चिकित्सकों ने उसे विकलांग होने से बचाने में सफलता प्राप्त की है। मरीज के पैर की एड़ी में जिस स्थान पर कैंसर था, वहां अब नया इम्पलांट लगाया गया है। यह उपचार आयुष्मान भारत योजना के तहत किया गया है।

एम्स निदेशक पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी ने सफलतापूर्वक सर्जरी के लिए चिकित्सकों की टीम की प्रशंसा की है। निदेशक एम्स पद्मश्री प्रोफेसर रवि कांत जी ने कहा कि एम्स में अत्याधुनिक तकनीक युक्त विश्वस्तरीय उपचार सुविधाएं मौजूद हैं। उन्होंने बताया कि हड्डी और कैंसर से जुड़े विभिन्न रोगों के समुचित इलाज व प्रबंधन के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की टीम मरीजों के उपचार के लिए 24 घंटे तत्परता से कार्य कर रही है।

सहारनपुर ( उत्तर प्रदेश ) निवासी 26 वर्षीय युवक पिछले 2 वर्षों से पैर की एड़ी में कैंसर की समस्या से जूझ रहा था। एड़ी की हड्डी में कैंसर होने के कारण उसके पैर में सूजन आ चुकी थी और उसे चलने-फिरने में बहुत तकलीफ होती थी। इलाज के लिए वह पहले सहारनपुर और मेरठ के कई बड़े अस्पतालों में गया, मगर हड्डी में कैंसर की वजह से उसे चिकित्सकों ने उपचार में असमर्थता जताई। इसके बाद मरीज इलाज के लिए एम्स ऋषिकेश पहुंचा। मरीज के सघन परीक्षण के बाद संस्थान के सर्जिकल ओंकोलॉजी विभाग के चिकित्सकों ने पाया कि मरीज के दाएं पैर की एड़ी में कैंसर है और वह खतरनाक गति से आगे बढ़ रहा है।

इस बाबत सर्जिकल ओंकोलॉजी विभाग के सर्जन डाॅ. राजकुमार जी ने बताया कि हड्डी का कैंसर बहुत खतरनाक होता है और जोखिम के कारण ऐसे मामलों में सर्जरी नहीं की जाती है। लेकिन इस मरीज के बेहतर उपचार के लिए विभिन्न विभागों के विशेषज्ञ चिकित्सकों की संयुक्त टीम बनाई गई।

सीटी स्कैन जांच से पता चला कि उसके पैर की हड्डी में कैंसर बहुत आगे तक फैल चुका है, जिसका कीमोथैरेपी अथवा रेडियोथैरेपी विधि से उसका उपचार संभव नहीं है। ऐसे में टीम ने ’लिम्ब साल्वेज सर्जरी’ करने का निर्णय लिया। उन्होंने बताया कि सर्जरी में 4 घंटे का समय लगा जिसमें लगभग 12 डाॅक्टरों की टीम इस सर्जरी में शामिल थी। कस्टम मेड इस इम्पलांट की कीमत ढाई लाख रुपए है।

सर्जरी के बाद मरीज को अब सर्जिकल ओंकोलॉजी वार्ड में भर्ती किया गया है। टीम के सदस्य नियमिततौर से उसकी देखभाल कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि कुछ दिनों तक उसके स्वास्थ्य की निगरानी के बाद उसे अगले सप्ताह डिस्चार्ज कर दिया जाएगा। सर्जरी करने वाले चिकित्सकों की टीम में सर्जिकल ओंकोलॉजी विभाग के डाॅ. राजकुमार जी, आर्थोपेडिक विभाग के डाॅ. मोहित धींगरा, प्लास्टिक सर्जरी विभाग की डाॅ. मधुबरी वाथुल्या जी और एने​स्थीसिया विभाग के डाॅ. अंकित आदि शामिल थे।

आर्थोपेडिक विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. पंकज कंडवाल जी और विभाग की प्रोफेसर शोभा एस. अरोड़ा ने सर्जरी करने वाले टीम सदस्यों की सराहना की और कहा कि यह टीम भावना से किए गए कार्य का परिणाम है।

रोगी की जान बचाने के लिए कई बार शरीर के गंभीर रोगग्रस्त या दुर्घटनाग्रस्त अंगों खासकर हाथ-पैरों को ऑपरेशन कर काटना पड़ता है। अंग- भंग हो जाने से पीड़ित व्यक्ति की निजी, आर्थिक और सामाजिक स्थिति पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। लेकिन ऐसी स्थिति में अब अंग रक्षण शल्य-क्रिया (लिम्ब साल्वेज सर्जरी) का उपयोग किया जा रहा है। मुख्यरूप से कैंसर हो जाने पर लिम्ब साल्वेज सर्जरी अत्यधिक उपयोगी है। इसके द्वारा हड्डी और सॉफ्ट टिश्यूज में फैली कैंसरग्रस्त कोशिकाओं को हटाने के साथ ही अंग को विच्छेदित होने और इस प्रकार पीड़ित व्यक्ति को विकलांगता से बचाया जा सकता है।

उत्तराखंड में कोरोना कर्फ्यू 22 जून तक बढ़ा, 16 ,18 ओर 21 जून को बाजार खुलेंगे



ऋषिकेश 14 जून । उत्तराखंड सरकार ने अब कोरोना कर्फ्यू को एक सप्ताह के लिए 22 जून तक बढ़ा दिया है। साथ ही 15 जून से चारधाम यात्रा को भी तीन जिलों चमोली, रुद्रप्रयाग और उत्तरकाशी के लोगों के लिए खोल दिया गया है।

शासकीय प्रवक्ता सुबोध उनियाल ने ने कहा कि इस सप्ताह के भीतर सरकार ने 15 से 22 जून तक छूट के दायरे को बढ़ा दिया है।
चार धाम यात्रा के लिये चमोली जनपद के लोगो को बद्रीनाथ ,रुद्रप्रयाग जनपद के लोगो को केदारनाथ, उत्तरकाशी जनपद के लोगो को गंगोत्री, यमुनोत्री दर्शन आर टी पी सी आर निगेटिव रिपोर्ट के साथ अनुमति दी गई।

राजस्व कोर्ट में 20 केस की सुनवाई के लिये खुलेंगे।
मिठाई की दुकान पांच दिन खुलेंगे।
शादी ,अंत्येष्ठि में 50 की संख्या को अनुमति लेकिन शादी मे आर टी पी सी आर रिपोर्ट जरूरी होगा।
विक्रम ऑटो को चलाने की अनुमति दी गई।
ग्रामीण क्षेत्र में डीएम को बाजार खोलने के सम्बंध में अधिकार दिया गया।

प्रदेश के व्यापारियों की मांगों को देखते हुए राज्य सरकार ने इस दौरान 3 दिन व्यापारिक प्रतिष्ठान खोलने की अनुमति दी है। जिसके तहत 16, 18 और 21 जून को परचून ,जनरल मर्जेन्ट की दुकानों के साथ ही शराब समेत अन्य व्यापारिक प्रतिष्ठान खोले जाएंगे।

इसके अतिरिक्त 16 और 21 जून को स्टेशनरी और किताबों की दुकाने भी खुले रहेंगी। इन सबके अतिरिक्त कोरोना कर्फ्यू के दौरान जिन चीजों पर पहले से प्रतिबंध लगाए गए हैं उन सभी चीजों पर प्रतिबंध जारी रहेंगे।
22 जून के बाद अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होगी।

ग्रामीण क्षेत्रों की दुकान व बाजारों को जनपदों के जिलाधिकारियों के समक्ष आदेश पारित करने के आदेश पर खोला जा सकेगा। वही 22 जून के बाद राज्य में अनलॉक की प्रक्रिया शुरू होगी। बताते चलें कि दूसरी लहर के बाद उत्तराखंड में लगातार कोरोना संक्रमण के मामले कम हो रहे हैं जिसके बाद प्रदेश सरकार ने कुछ रियायतें दी है।

 

वैक्सीनेशन को लेकर राजनीतिक दलों ने किया भ्रामक प्रचार जिसके चलते गैर हिंदू समुदाय के लोग वैक्सीनेशन से बच रहे हैं : त्रिवेंद्र सिंह रावत



फैली भ्रामकता को दूर कर जागरूकता का माहौल पैदा किए जाने की आवश्यकता है- त्रिवेंद्र सिंह रावत

ऋषिकेश, 14 जून ।उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कोविड-19 के दौरान लगाई जा रही ,वैक्सीनेशन को लेकर कुछ राजनीतिक दलों द्वारा भ्रामक प्रचार किया जा रहा है। जिसके चलते गैर हिंदू समुदाय के लोग वैक्सीनेशन से बच रहे हैं, जिनके बीच फैली भ्रामकता को दूर कर जागरूकता का माहौल पैदा किए जाने की आवश्यकता है।

यह विचार त्रिवेंद्र सिंह रावत ने ऋषिकेश में सोमवार को रेलवे मार्ग पर स्थित एक होटल में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान व्यक्त करते हुए कहा कि मोदी सरकार के नेतृत्व में जिस प्रकार से कोविड-19 को लेकर पूरे देश में कार्य किया गया है, उसकी सराहना देश में ही नहीं बल्कि विश्व के अनेकों देशों में की गई है। जिसका कारण कोरोना संक्रमण को लेकर मोदी सरकार द्वारा जागरूकता अभियान से लेकर कोविड-19 की रोकथाम के लिए वैक्सीन के निर्माण व उसके तेजी के साथ करोड़ों लोगों को लगाए जाने का जो कार्य किया जाना है। जिसके कारण लाखों लोगों का जीवन भी बचा है ।लेकिन उसके बावजूद भी जिन लोगों की मौत हुई है। वह अपने आप में काफी दुखदाई है।

जिस से अनेकों परिवार बेसहारा भी हुए हैं । इस दौरान भारतीय जनता पार्टी द्वारा सेवा ही संगठन कार्यक्रम के माध्यम से प्रत्येक नागरिक तक सहायता पहुंचाने का कार्य किया है ,जिसमें खाने पीने की वस्तुओं से लेकर मास्क सैनिटाइजर के अलावा जीवन उपयोगी दवाई व ऑक्सीजन तक लोगों तक पहुंचाई गई है।

त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कोरोना संक्रमण के दौरान कुछ विरोधी राजनीतिक दलों द्वारा वैक्सीनेशन को लेकर भी लोगों के बीच भ्रम की स्थिति पैदा की गई है जिसका कारण मुस्लिम बस्तियों में वैक्सीन का कार्य बहुत धीमी गति से चल रहा है।

जिनके बीच जागरूकता का माहौल उत्पन्न किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंंने कहा केंद्र सरकार द्वारा किए गए कोविड-19 के दौरान कार्यों का परिणाम अब सामने आ रहा है जिसके कारण पिछलेे कई दिनों से कोरोना संक्रमण के मरीजोंं का आंकड़ा भी घटा है। पत्रकार वार्ता में नगर निगम की महापौर अनीता ममगांंई, भारतीय जनता पार्टी के अनील गोयल, पंकज शर्मा, संजय व्यास, विजेंद्र मोगा, रोमा सहगल  गौरव  केतुला ,परीक्षित मेहरा आदि  भी उपस्थित थे।

कुंजापुरी के निकट बोलेरो वाहन पर चट्टान से गिरा पत्थर, चालक कीहुई मौत 3 घायल



ऋषिकेश, 14 जून  । ऋषिकेश टिहरी राष्ट्रीय राज मार्ग पर कुंजापुरी के निकट एक बुलेरो/मैक्स वाहन के ऊपर गिरे पत्थर के कारण दुर्घटनाग्रस्त हो जाने पर वाहन में चालक की घटनास्थल पर मौत हो गई जबकि तीन अन्य लोग घायल हो गए ,जिसमें कुल 4 लोग सवार थे।

मिली जानकारी के अनुसार सोमवार की प्रात: 7:50 बजे, तहसील नरेन्द्र नगर में एक मैक्स वाहन UK07 TA 3244 जो कि रायवाला से घनसाली की ओर जा रहा था कि कुंजापुरी के समीप पहाड़ से पत्थर गिरने से वह दुर्घटनाग्रस्त हो गया।

जिसमे वाहन चालक सुनील भट्ट पुत्र चैतराम, उम्र 40 वर्ष, मेहड़, नैलचामी, घनसाली की घटनास्थल पर ही मौत हो गई ।तथा घायलोंं को 108 सेवा द्वारा सुमन चिकित्सा, नरेंद्रनागर उपचार के लिए भर्ती कराया गया ।

जिनके नाम नीलम देवी पत्नी विजय प्रसाद , उम्र 30 वर्ष, अनुष्का पुत्री विजय प्रसाद, उम्र 9 वर्ष, आरुषि पुत्री विजय प्रसाद, उम्र 10 वर्ष, आरव पुत्र विजय प्रसाद, उम्र 5 वर्ष बताया गया जिसमें आरुषि व आरव की हालत गंभीर होने पर उपचार हेतु एम्स ऋषिकेश ले जाया गया है।

भाजपा ने पूर्व ग्राम प्रधान स्व. प्रेम सिंह बिष्ट की स्मृति में लगाया स्वैच्छिक रक्तदान शिविर



रक्त नालियों में नहीं मनुष्य की नाड़ियों में बहना चाहिए -त्रिवेंद्र सिंह रावत

ऋषिकेश, 14 जून ।अंतरराष्ट्रीय रक्तदान दिवस पर भारतीय जनता पार्टी के सेवा ही संगठन के अंतर्गत इंदिरा नगर में ऋषिकेश के पूर्व ग्राम प्रधान स्वर्गीय प्रेम सिंह बिष्ट की स्मृति में आयोजित स्वैच्छिक रक्तदान शिविर का पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, जिला प्रभारी अनिल गोयल ,ऋषिकेश नगर निगम की महापौर अनीता ममगांंई ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया।  जिसका आयोजन नगर  महापौर अनीता ममगाई द्वारा किया गया।

सोमवार को एम्स व हिमालयन इंस्टिट्यूट की टीम के सहयोग से आयोजित रक्तदान शिविर का शुभारंभ करने के उपरांत पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने उपस्थिति को संबोधित करते हुए कहा कि रक्तदान सभी दानों में से बडा महादान है। जोकि मनुष्य की नाडियों में जाकर उसके जीवन को बचाने में सहायक होता है। इसीलिए कहा गया है ,कि रक्त नालीयों में नहीं, मनुष्य की नाड़ियों में बहना चाहिए। इसी के साथ उन्होंने कहा कि आज पूरे विश्व में रक्तदान शिविर को विश्व रक्तदान दिवस के रूप में मनाया जा रहा है।

इसी श्रृंखला में नगर निगम पार्षद राजेंद्र बिष्ट के भरसक प्रयास के चलते इस शिविर का आयोजन किया गया है जो कि एक सराहनीय कदम है उल्लेखनीय है कि राजेंद्र बिष्ट द्वारा अभी तक सैकड़ों की संख्या में जरूरतमंद लोगों को अपने सहयोगियों के प्रेरणा स्रोत बन कर रक्त उपलब्ध करवाकर उनका जीवन बचा चुके हैं। पार्षद राजेंद्र बिष्ट का कहना है कि उन्हें प्रेरणा अपने पिता के द्वारा मिली है इसलिए आज का यह रक्तदान शिविर का  उनके पिता पूर्व ग्राम  प्रधान स्वर्गीय  प्रेम सिंह बिष्ट की स्मृति में किया गया है

दिल से सभी को प्रेरणा लेने की आवश्यकता है। भारतीय जनता पार्टी के जिला प्रभारी अनिल गोयल ने कहा कि त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा पूरे प्रदेश में छेड़ी गई रक्तदान कि मुझे आज पूरे प्रदेश में रंग ला रही है। जिसका लाभ हजारों लोगों ने पूरे प्रदेश में उठाया है इस दौरान स्वर्गीय ग्राम प्रधान प्रेम सिंह बिष्ट की स्मृति में पौधारोपण भी किया गया।

साथ ही गोविंद नगर स्थित ट्रेचिंग ग्राउंड का निरीक्षण भी किया जिसके बाद नेता प्रतिपक्ष इंद्रा हरदेश के निधन के उपरांत 2 मिनट का मौन धारण भी किया गया। इस अवसर पर पूर्व राज्य मंत्री सुरेंद्र मोगा, संदीप गुप्ता भाजपा पूर्व जिला अध्यक्ष ज्योति सजवान, चित्रमणि देशवाल , भाजपा जिला मंत्री पंकज शर्मा, पूर्व मंडल अध्यक्ष प्रदीप धस्माना, पार्षद विजेंद्र मोगा , विजय बडोनी, संजीव चौहान, यशवंत रावत  सहित भाजपा कार्यकर्ता मौजूद थे।

उत्तराखंड प्रदेश मंत्री द्वारा करोड़ों रुपए की संपत्ति हड़पने पर गिरफ्तार होने से पार्टी ने फजीहत से बचने के लिए किया दरकिनार



देहरादून 14जून । उत्तराखंड राज्य में भाजपा महिला मोर्चा की प्रदेश मंत्री रीना गोयल के खिलाफ करोड़ो रुपये की संपत्ति पर अवैध रूप से कब्जा करने का आरोप में मुकदमा दर्ज हुआ है।

उत्तराखंड की राजधानी देहरादून के क्लेमेंटाउन थाना क्षेत्र में  भाजपा की प्रदेश महिला मोर्चा की नेता द्वारा करोड़ो रुपए की संपत्ति पर अवैध कब्ज़ा किया गया। इस मामले में दर्ज हुई शिकायत के आधार पर मामला सामने आने के बाद पुलिस द्वारा थाना क्लेमेंटाउन में भाजपा नेता के खिलाफ मामला दर्ज कर रीना गोयल को गिरफ्तार कर लिया है।

जिसके बाद भाजपा पार्टी ने फजीहत से बचने के लिए रीना गोयल को अनिश्चितकाल के लिए सभी पदों से निष्कासित कर दिया।पार्टी के मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान ने बताया कि पार्टी की प्रदेश अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी द्वारा रीना गोयल का निष्कासन पत्र जारी कर दिया गया है।

दरअसल, पूरा मामला एक प्रॉपर्टी को कब्जा करने का है, जिसमें बीते महीने देवेंद्र मित्तल की पत्नी की डेथ हुई जिसके बाद देवेंद्र मित्तल की 6 जून को कोरोना से डेथ हो गई थी। उनके एकलौते बेटे की मौत कुछ साल पहले हो गई थी। प्रॉपर्टी में अन्य वारिस फिलहाल अमेरिका में रहते हैं, जिसका फायदा उठाते हुये रीना गोयल ने मृतक देवेंद्र मित्तल के घर के ताले तुड़वाकर अपने कुछ समर्थकों के साथ कब्जा किया।

साथ ही उनकी अन्य प्रॉपर्टी पर भी कब्जा किया है। खबर ये भी आ रही है कि रीना गोयल ने अपने एक साथी के साथ मिलकर इस करोड़ों की प्रॉपर्टी को बेचने का भी प्लान भी तैयार कर लिया था। फिलहाल पुलिस ने रीना गोयल को गिरफ्तार कर आगे के मामले की जांच कर रही है।

पर्यटन सचिव ने पैदल मार्ग द्वारा केदारनाथ धाम स्थित पुलिस चौकियों ओर देवस्थानम बोर्ड की व्यवस्थाओं का जायजा लिया



देहरादून/केदारनाथ 14जून । सचिव पर्यटन श्री दिलीप जावलकर ने आज पैदल मार्ग द्वारा केदारनाथ धाम का भ्रमण किया। उन्होंने पैदल मार्ग में स्थित पुलिस चौकियों  का भी निरीक्षण किया और वहाँ रजिस्टर आदि की जांच की। श्री जावलकर ने निर्देश दिये कि कोविड प्रोटोकॉल का पूरी गम्भीरता से पालन किया जाए।

सचिव श्री जावलकर ने केदारनाथ मंदिर परिसर में कोविड एप्रोप्रियेट बिहेवियर सुनिश्चित करने के लिए देवस्थानम बोर्ड की व्यवस्थाओं का भी जायजा लिया। उन्होंने कोविड को लेकर जारी एसओपी का  कङाई से पालन किये जाने के निर्देश दिये।

सचिव श्री जावलकर ने एसडीएम ऊखीमठ जितेंद्र वर्मा से केदारनाथ धाम से संबंधित सभी सूचनाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिये।

सचिव पर्यटन श्री दिलीप जावलकर ने पैदल ही केदारनाथ धाम जाकर वहाँ तीर्थ पुरोहितों से भी वार्ता की। श्री जावलकर ने कहा कि अभी भी कोविड को देखते हुए हर जरूरी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। राज्य सरकार की पहली प्राथमिकता तीर्थ पुरोहितों, क्षेत्रवासियों सहित सभी के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। सचिव श्री जावलकर ने सभी से राज्य सरकार द्वारा जारी एसओपी का पालन करने का आग्रह किया। बैठक के दौरान कोविड प्रोटोकॉल के अनुसार मास्क व सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया।

सचिव पर्यटन श्री दिलीप जावलकर के केदारनाथ भ्रमण पर उनके साथ एसडीएम ऊखीमठ और सीईओ ऊखीमठ भी थे।

गौरतलब है कि मंडलायुक्त गढ़वाल और देवस्थानम बोर्ड के सीईओ श्री रविनाथ रमन ने भी यमुनोत्री व गंगोत्री धाम का भ्रमण कर वहां कोविड को लेकर एसओपी के पालन का जायजा लिया था।