नई नवेली दुल्हन की गर्दन पर ब्लेड से वार कर किया गंभीर रूप से घायल, आरोपी फरार

ऋषिकेश दिल्ली 26 मार्च। केंद्र सरकार ने मुफ्त खाद्यान्न वितरण कार्यक्रम प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना यानी पीएमजीकेएवाई को इस साल सितंबर तक बढ़ाने का फैसला किया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में शनिवार को हुई कैबिनेट बैठक में यह फैसला लिया गया है।
खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री पीयूष गोयल ने इस फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि सरकार ने नि:शुल्क खाद्यान्न वितरण योजना पीएमजीकेएवाई की अवधि छह महीने के लिए बढ़ाई है. अब प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना सितंबर 2022 तक जारी रहेगी।
गौरतलब है कि साल 2020 से ही केंद्र सरकार की ओर से इस स्कीम के तहत गरीब परिवारों को मुफ्त राशन मुहैया कराया जा रहा है. प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना की घोषणा मार्च 2020 में की गई थी. शुरू में यह योजना अप्रैल-जून 2020 की अवधि के लिए शुरू की गई थी, लेकिन बाद में इसे 30 नवंबर, 2021 और 31 मार्च 2022 तक बढ़ा दिया गया था।
ऋषिकेश, 25 मार्च । योगी आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश के पुनः मुख्यमंन्त्री बनने पर ऋषिकेश स्थित ब्रह्मपुरी रामतपस्थली आश्रम में सैकड़ों संतों ने खुशी मनाते हुए मंदिर में घण्टे घड़ियालों के द्वारा खुशी जाहिर की।
वही उनके गांव में भी गांव वालों ने ढोल नगाड़े बजाकर खुशी का इजहार किया। तथा उनके घर में भी घर वालों ने नाच गाकर और मिठाइयां बांटकर योगी आदित्यनाथ को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनने पर अपनी खुशी जाहिर की।
शुक्रवार को राम तपस्थली ब्रह्मपुरी में यशस्वी संत योगी आदित्यनाथ की उत्तर प्रदेश मैं प्रचंड जीत की खुशी में उनके पुनः मुख्यमंत्री बनने पर ब्रह्मपुरी में सैकड़ों संत महात्माओं ने खुशी मनाते हुए दिखे,।
इस अवसर पर तुलसी मानस मंदिर के महंत श् रवि प्रपन्नाचार्य महाराज ने बताया कि आज ब्रह्मपुरी राम तपस्थली के संस्थापक अध्यक्ष महामंडलेश्वर स्वामी दयाराम दास की अध्यक्षता में जीत का उत्सव बड़ी धूमधाम के साथ मनाया गया ,जहां एक और सभी संत महात्माओं ने एक दूसरे को मिठाई खिलाई वही दूसरी ओर आपस में हरि नाम संकीर्तन करते हुए श्रीराम के जयघोष के नारे भी लगते हुए दिखे। महामंडलेश्वर स्वामीदयाराम दास ने कहां की यह जीत हमारे पूरे भारत की जीत है यह सनातन धर्म की जीत है यह जीत उन सभी जाति संप्रदाय के साथ-साथ विकास और सुशासन की जीत है। पूरे उत्तराखंड के संत महात्मा अपनी अपनी जगह मे अखिल भारतीय संत समिति ऋषिकेश विरक्त वैष्णव मंडल ने आपने सभी जगहों के मठ मंदिरों में संत महात्माओं ने मंदिरों में शंख घंटी बजाकर श्रीराम के जयघोष के साथ खुशी व्यक्त की हाथी एक दूसरे को लड्डू भी खिलाएं इस दौरानधर्मरत्न स्वामी,
राम प्रपन्नाचार्य महाराज,अरविंद महाराज,महामंडलेश्वर दया राम दास महाराज, अमर दास,चक्रपाणिमहाराज ,जामवन्त बाबा,महंत विष्णुदास,सुदर्शनाचार्य,पवन दास,अजय राम दास,सुरेशादास,पुरुषोत्तम सरण दास,शशिकांत तिवारी, विमल दास, गोपाल शरणदेवाचार्य महाराज,महंत चक्रपाणि दास ,महंत प्रमोद दास, महंत महावीर दास ,जगदीश दास ,स्वामी अखंडानंद महंत जगदीश प्रपन्नाचार्य, बलराम दास रामदास, वृंदावन से आई दत्ता शाह, मीला बेन आदि उपस्थित थे।
ऋषिकेश,06 मार्च ।राज्यसभा के पूर्व सदस्य और भाजपा के वरिष्ठ नेता मनोहर कांत ध्यानी ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीत के लिए एक लाख महामृत्युंजय मंत्र का जाप किया है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विजय के लिए भी 51 हजार मंत्र संपुट सहित जाप किए थे।
गंगा सेवा दल के अध्यक्ष नरेंद्र शर्मा ने बताया कि पूर्व सदस्य राज्यसभा मनोहर कांत ध्यानी भले ही अपने आप सक्रिय राजनीति से अलग हैं। मगर, राष्ट्र के प्रति वह निरंतर सजगता से कार्य करते हैं।
उन्होंने बताया कि मनोहर कांत ध्यानी ने इस वर्ष जनवरी व फरवरी माह में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की विजय होने की कामना के लिए एक लाख महामृत्युंजय मंत्र का संपुट सहित जाप किया।
उनका यह अनुष्ठान शिवरात्रि के दिन संपन्न हुआ। इसके अतिरिक्त ध्यानी ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी तथा डा. धन सिंह रावत की विजय के लिए भी 100-100 माला महामृत्युंजय मंत्र संपुट का जाप किया है।
ऋषिकेश:,03जनवरी । ऋषिकेश एम्स में नौकरी दिलाने के नाम पर झांसा देकर 16 लाख 83 हजार रुपये हडपने.वाले ऋषिकेश में तैनात कर्मचारी के विरुद्ध कानपुर में धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया किया गया है। जिसने पीड़ित को फर्जी ज्वाइनिंग लेटर थमाकर तीन दिन तक अपने कार्यालय बुलाकर वापस कर दिया था। यह मामला कानपुर उत्तर प्रदेश के फतेहपुर में पीड़ित की रिपोर्ट पर उक्त क्लर्क के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है। पूर्व में भी ऐसे ही आरोप को लेकर यह क्लर्क सस्पेंड हो चुका है ।
मिली जानकारी के अनुसार उत्तर प्रदेश कानपुर में फतेहपुर शहर के जयरामनगर खंभापुर मोहल्ला निवासी अनुराग सिंह गौर ने पुलिस को बताया कि शहर के पटेलनगर निवासी अर्पित सिंह ने उसे ऋषिकेश एम्स में नौकरी दिलाने के लिए आवेदन कराया था। आवेदन कराने के नाम पर अर्पित के पिता रविकरन सिंह ने उससे 50 हजार रुपये भी ऐंठ लिए थे। इसके बाद अर्पित सिंह ने अपने व सहयोगियों इंसाफ खान, अमित कुमार, प्रियंका गोसाई, धर्मेंद्र कुमार के खाते में 16 लाख 33 हजार रुपये मंगवाए। जिस पर उसने रुपये खातों में भेज दिए।
कानपुर फतेहपुर के शहर कोतवाल अरुण कुमार चतुर्वेदी ने बताया कि पीड़ित अनुराग सिंह गौर पुत्र रज्जन सिंह की तहरीर मिलने पर अर्पित सिंह, उसके पिता रविकरन सिंह निवासी पटेलनगर कोतवाली व इनके सहयोगियों इंसाफ खान, अमित कुमार प्रिंयका गुसाई, धर्मेंद्र पर धोखाधड़ी कर 16 लाख 83 हजार रुपये गबन करने की रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। जांच के बाद आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
इस मामले में जानकारी लेने पर एम्स ऋषिकेश के वरिष्ठ विधि अधिकारी प्रदीप कुमार पांडे ने बताया कि अर्पित सिंह एम्स ऋषिकेश का स्थाई कर्मचारी है, वह क्लर्क के पद पर कार्यरत हैं।
एक अन्य मामले में कुछ समय पूर्व इस तरह की शिकायत मिलने पर उसे सस्पेंड कर दिया गया था। इसके बाद कार्यवाही को लेकर शिकायतकर्ता शिथिल पड़ गया। कानपुर फतेहपुर से जुड़े इस मामले की जानकारी अभी एम्स प्रशासन के पास नहीं है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमेशा देश के राज्यों की संस्कृति को आगे बढ़ाते हुए नजर आते हैं , इस बार गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र की गढ़वाली टोपी में नजर आ रहे हैं…. ।
पीएम मोदी इस दौरान अलग अंदाज में नजर आए। गणतंत्र दिवस समारोह में पीएम मोदी ने आज अपने उत्तराखंड की पहाड़ी टोपी पहनी हुई है। पीएम मोदी की इस उत्तराखंड टोपी पर उत्तराखंड का राजकीय पुष्प ब्रह्मकमल का फूल बना हुआ है।
आज प्रधानमंत्री के द्वारा उत्तराखंड की पारंपरिक टोपी को पहनना अब पूरे भारत ही नहीं अपितु विश्व में भी एक ब्रांड टोपी के रूप में विख्यात हो गया है। आज पूरे विश्व और देश में प्रधानमंत्री के ड्रेस को लेकर हमेशा आकलन किया जाता है जिसमें मुख्यता उनकी पगड़ी और टोपी को लेकर विशेष ध्यान दिया जाता है जो कि हर बार एक फैशन सिंबल भी बन जाता है। आज प्रधानमंत्री के द्वारा उत्तराखंड के पारंपरिक टोपी को पहनने से उत्तराखंड की टोपी को भी एक विशेष महत्व मिल गया है जो कि आने वाले समय में एक बड़े फैशन का सिंबल बन सकता है।
ऋषिकेश /देहरादून/ लखनऊ 18 जनवरी। पांच राज्यों के होने वाले 2022 विधानसभा चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चुनाव के दंगल की तैयारियां पूरे चरम पर हैं। प्रत्याशियों के चुनावी अखाड़े में उतरने का ऐलान भी हो रहा हैं,किसी को चुनावी अखाड़े में उतारा जा रहा है तो किसी को हटाया जा रहा है।
भाजपा सूत्रों के अनुसार आलाकमान ने तय किया है कि पार्टी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में किसी सांसद को या एक ही परिवार के कई लोगों को टिकट नहीं देगी।बैरहाल पार्टी का मानना है कि वो योग्यता और प्रदर्शन के अपने आधार पर टिकट देने के फार्मूले पर ही कायम रहेगी।वैसे भाजपा में ऐसे नेताओं की लंबी लाइन है जो अपने परिवार के लोगों के लिए टिकट मांग कर रहे हैं।
यह ऐलान उन खबरों के बीच हुआ है जिनमें सांसद और विधायक सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने उत्तर प्रदेश समेत मणिपुर, गोवा, उत्तराखंड और पंजाब में अगले माह होने वाले विधानसभा चुनाव में अपने बच्चों के लिए टिकट मांगा है। उत्तर प्रदेश में सांसद कौशल किशोर, सांसद रीता बहुगुणा जोशी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत कई बड़े नाम शामिल हैं।
यही हाल उत्तराखंड में भी रहा है जिसमें हरक सिंह रावत द्वारा भी अपनी पुत्रवधू के लिए टिकट की मांग की गई परंतु इसी के चलते उनको पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। ये सभी अपनों के लिए टिकट की आस लगाए बैठे हैं,लेकिन पार्टी ने साफ तौर पर कहा है कि एक ही परिवार के कई लोगों को टिकट नहीं दिया जाएगा।
भाजपा ने उत्तर प्रदेश में 10 से 14 फरवरी के बीच होने वाले विधानसभा चुनाव के दो चरणों के लिए 107 प्रत्याशियों की अपनी पहली लिस्ट पहले ही जारी कर दी है।इस लिस्ट में 20 मौजूदा विधायकों का पत्ता साफ हो गया है। लिस्ट में कई नए चेहरे भी शामिल हैं जिनको विनेबिलिटी के लिहाज से टिकट दिया गया है।
यही कारण है कि परिवारवाद के चलते टिकट कटने और अपनी खुद की टिकट कटने की वजह से भाजपा के कई विधायकों और मंत्रियों ने पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं।
समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की पुत्रवधू अपर्णा के भाजपा में शामिल होने के बारे में पार्टी के एक राष्ट्रीय पदाधिकारी ने कहा कि अपर्णा यादव का शामिल होना उनकी पसंद की सीट पाने पर निर्भर नहीं है। निर्वाचन क्षेत्र सहित उनकी उम्मीदवारी पर निर्णय पार्टी नेतृत्व का विशेषाधिकार होगा। टिकट पार्टी तय करेगी कि उन्हें कहां से लड़ना है। पहले से यदि कोई ये दावा लेकर आएगा कि हमें इसी सीट से टिकट चाहिए तो ऐसा संभव नहीं है।