प्रधानमंत्री द्वारा गणतंत्र दिवस के मौके पर उत्तराखंड की प्रसिद्ध गढ़वाली टोपी पहन कर आज उत्तराखंड का बढ़ाया मान, मोदी के द्वारा गढ़वाली टोपी पहनने से आने वाले समय में बन सकती है गढ़वाली टोपी फैशन का एक बड़ा सिंबल



ऋषिकेश/ देहरादून /दिल्ली 26 जनवरी । 73 वे गणतंत्र दिवस पर आज दिल्ली में राजपथ पर गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड की प्रसिद्ध गढ़वाली टोपी पहन कर आज उत्तराखंड सहित सभी गढ़वाली और कुमाऊनी लोगों का मान सम्मान बढ़ा दिया है। 

 प्रधानमंत्री नरेंद्र  मोदी हमेशा देश के राज्यों की संस्कृति को आगे बढ़ाते हुए नजर आते हैं , इस बार  गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र की गढ़वाली टोपी में नजर आ रहे हैं…. ।

 

पीएम मोदी इस दौरान अलग अंदाज में नजर आए। गणतंत्र दिवस समारोह में पीएम मोदी ने आज अपने उत्तराखंड की पहाड़ी टोपी पहनी हुई है। पीएम मोदी की इस उत्तराखंड टोपी पर उत्तराखंड का राजकीय पुष्प ब्रह्मकमल का फूल बना हुआ है।

आज प्रधानमंत्री के द्वारा उत्तराखंड की पारंपरिक टोपी को पहनना अब पूरे भारत ही नहीं अपितु विश्व में भी एक ब्रांड टोपी के रूप में विख्यात हो गया है। आज पूरे विश्व और देश में प्रधानमंत्री के ड्रेस को लेकर हमेशा आकलन किया जाता है जिसमें मुख्यता उनकी पगड़ी और टोपी को लेकर विशेष ध्यान दिया जाता है जो कि हर बार एक फैशन सिंबल भी बन जाता है। आज प्रधानमंत्री के द्वारा उत्तराखंड के पारंपरिक टोपी को पहनने से उत्तराखंड की टोपी को भी एक विशेष महत्व मिल गया है जो कि आने वाले समय में एक बड़े फैशन का सिंबल बन सकता है।

विधानसभा चुनाव में भाजपा चला रही परिवारवाद, दागियों ओर सांसदों के टिकटों पर कैंची, परंतु फिर भी भाजपा नेताओं द्वारा परिवार के लिए टिकट मांगने की लंबी है फेहरिस्त



ऋषिकेश /देहरादून/ लखनऊ 18 जनवरी। पांच राज्यों के   होने वाले 2022 विधानसभा चुनाव को देखते हुए उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में चुनाव के दंगल की तैयारियां पूरे चरम पर हैं। प्रत्याशियों के चुनावी अखाड़े में उतरने का ऐलान भी हो रहा हैं,किसी को चुनावी अखाड़े में उतारा जा रहा है तो किसी को हटाया जा रहा है।

भाजपा सूत्रों के अनुसार आलाकमान ने तय किया है कि पार्टी उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में किसी सांसद को या एक ही परिवार के कई लोगों को टिकट नहीं देगी।बैरहाल पार्टी का मानना है कि वो योग्यता और प्रदर्शन के अपने आधार पर टिकट देने के फार्मूले पर ही कायम रहेगी।वैसे भाजपा में ऐसे नेताओं की लंबी लाइन है जो अपने परिवार के लोगों के लिए टिकट मांग कर रहे हैं।

यह ऐलान उन खबरों के बीच हुआ है जिनमें सांसद और विधायक सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने उत्तर प्रदेश समेत मणिपुर, गोवा, उत्तराखंड और पंजाब में अगले माह होने वाले विधानसभा चुनाव में अपने बच्चों के लिए टिकट मांगा है। उत्तर प्रदेश में सांसद कौशल किशोर, सांसद रीता बहुगुणा जोशी, उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत कई बड़े नाम शामिल हैं।

यही हाल उत्तराखंड में भी रहा है जिसमें हरक सिंह रावत द्वारा भी अपनी पुत्रवधू के लिए टिकट की मांग की गई परंतु इसी के चलते उनको पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। ये सभी अपनों के लिए टिकट की आस लगाए बैठे हैं,लेकिन पार्टी ने साफ तौर पर कहा है कि एक ही परिवार के कई लोगों को टिकट नहीं दिया जाएगा।

भाजपा ने उत्तर प्रदेश में 10 से 14 फरवरी के बीच होने वाले विधानसभा चुनाव के दो चरणों के लिए 107 प्रत्याशियों की अपनी पहली लिस्ट पहले ही जारी कर दी है।इस लिस्ट में 20 मौजूदा विधायकों का पत्ता साफ हो गया है। लिस्ट में कई नए चेहरे भी शामिल हैं जिनको विनेबिलिटी के लिहाज से टिकट दिया गया है।

यही कारण है कि परिवारवाद के चलते टिकट कटने और अपनी खुद की टिकट कटने की वजह से भाजपा के कई विधायकों और मंत्रियों ने पार्टी छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं।

समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की पुत्रवधू अपर्णा के भाजपा में शामिल होने के बारे में पार्टी के एक राष्ट्रीय पदाधिकारी ने कहा कि अपर्णा यादव का शामिल होना उनकी पसंद की सीट पाने पर निर्भर नहीं है। निर्वाचन क्षेत्र सहित उनकी उम्मीदवारी पर निर्णय पार्टी नेतृत्व का विशेषाधिकार होगा। टिकट पार्टी तय करेगी कि उन्हें कहां से लड़ना है। पहले से यदि कोई ये दावा लेकर आएगा कि हमें इसी सीट से टिकट चाहिए तो ऐसा संभव नहीं है।

 

2022 विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस पार्टी ने जारी की प्रत्याशियों की पहली सूची



ऋषिकेश /लखनऊ 13 जनवरी। – 2022 के होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए आज  कांग्रेस पार्टी ने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर दी है ।

उत्तर प्रदेश में होने वाले 2022 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस पार्टी ने चुनाव के लिए दावेदारों की पहली सूची जारी कर दी है । इस लिस्ट में 125 उम्मीदवार हैं, जिसमें 50 महिला उम्मीदवार भी शामिल हैं। कांग्रेस ने उन्नाव रेप पीड़िता की मां को भी कांग्रेस ने उम्मीदवार बनाया है।

प्रियंका गांधी ने बताया कि कांग्रेस महिलाओं के साथ-साथ कुछ पत्रकार, एक अभिनेत्री और समाज सेवी और आशा वर्कर को भी टिकट दिया है।सलमान खुर्शीद की पत्नी लुईस खुर्शीद तो टिकट मिला है।उन्नाव से कांग्रेस ने आशा सिंह को उम्मीदवार बनाया है।इसके अलावा NRC-CAA के खिलाफ आंदोलन करने वालीं सदफ जाफर को उम्मीदवार बनाया गया है।इसके अलावा पूनम पांडे को टिकट मिला है, वह आशा वर्कर हैं।

ऋषिकेश : चुनाव के मद्देनजर तेरी पुलिस अधीक्षक ने चुनाव ड्यूटी में तैनात बीएसएफ सहित पुलिस जवानों को दिए दिशा निर्देश -मुनिकीरेती क्षेत्र में पुलिस ने किया फ्लैग मार्च



ऋषिकेश, 13 जनवरी । टिहरी गढ़वाल के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने 14 फरवरी को होने वाले उत्तराखंड चुनाव को देखते हुए बीएसएफ के जवानों सहित तमाम पुलिसकर्मियों को कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए चुनाव ड्यूटी के दौरान शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपनी भाषा को नियंत्रित करते हुए दिशा निर्देश दिए जाने के साथ मुनिकीरेती क्षेत्र में फ्लैग मार्च भी निकाला ।

गुरुवार को गंगा रिसॉर्ट में आयोजित पुलिस ब्रीफिंग के दौरान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत भुलर और पुलिस क्षेत्राधिकारी रविंद्र कुमार चमोली ने चुनाव ड्यूटी में आए पुलिसकर्मियों और बीएसएफ के जवानों को बताया कि चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है लेकिन कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करते हुए सभी ड्यूटी में लगे जवानों को जिन्होंने दो डोज पहले लगा ली है। उनको तीसरी बूस्टर भी लगाना आवश्यक है जो कि जल्द सभी को लगा दिया जाएगा उन्होंने बताया कि जहां कहीं भी भीड़ दिखाई देती है तो उन्हें नियंत्रित करते हुए कोविड-19 का पालन करना आवश्यक है।

पुलिस अधीक्षक भुलर ने यह भी बताया कि चुनाव आयोग द्वारा राजनीतिक गतिविधियों को देखते हुए सभी प्रकार की रैलियों प्रचार पर भी प्रतिबंध लगाया गया है जिसका अनुपालन कराया जाना भी अति आवश्यक है। जिसके उपरांत मुनी की रेती क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए फ्लैग मार्च भी निकाला गया। इस दौरान थाना मुनिकीरेती पर प्रभारी रितेश शाह, वरिष्ठ उप निरीक्षक रमेश सैनी, सिद्धार्थ कुकरेती ,प्रदीप पंत सहित सभी पुलिसकर्मी भी मौजूद थे ।

ब्रेकिंग न्यूज़ : भाजपा के फायर ब्रांड सांसद साक्षी महाराज को ऋषिकेश में जन्मदिन मनाना पड़ा भारी -कोविड-19 के उल्लंघन में साक्षी व आश्रम के प्रबंधक सहित 40 लोगों के विरुद्ध पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज



ऋषिकेश 12 जनवरी ।उन्नाव के फायर ब्रांड भाजपा सांसद साक्षी महाराज को कोविड-19 के दौरान ऋषिकेश में जन्मदिन मनाना पड़ा भारी ।जिनके खिलाफ उप जिलाधिकारी के आदेश पर कोतवाली पुलिस ने सांसद सहित भगवान भवन के प्रबंधक और उनके साथी सहित लगभग अज्ञात 40 लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर दिया गया है।

बताते चलें कि उन्नाव के सांसद साक्षी महाराज का आज जन्मदिन था, जिसे उन्होंने ऋषिकेश स्थित अपने ऋषिकेश के रेलवे मार्ग पर स्थित भगवान आश्रम मैं हर्षोल्लास के साथ अपने भक्तों के बीच मनाया। इस बीच काफी संख्या में स्थानीय लोगों के साथ उत्तर प्रदेश से आए लोग और काफी संख्या में संत भी मौजूद थे ,जिसकी सूचना पर उपजिलाधकारी अपूर्व पांडे ने ऋषिकेश कोतवाली पुलिस को निर्देशित कर जांच किए जाने के बाद कोविड-19 के उल्लंघन में मुकदमे दर्ज किए जाने के लिए निर्देशित किया ।

जिस पर ऋषिकेश कोतवाली प्रभारी रवि कुमार ने सांसद साक्षी महाराज के आश्रम प्रबंधक महेश चंद्र मिश्रा, अनिकेत ,सहित लगभग 40 लोगों के विरुद्ध कोविड-19 के उल्लंघन में धारा 144 ,188 मैं मुकदमा दर्द कर दिया है। इस दौरान साक्षी महाराज ने काफी संख्या में संतों का भंडारा भी किया थाः।

पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने किया बड़ा फैसला



ऋषिकेश/ दिल्ली /लखनऊ  7 जनवरी ।  पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर चुनाव आयोग ने एक बड़ा फैसला किया है।उम्मीदवारों की चुनाव में खर्च करने की सीमा को बढ़ा दिया गया है। इसके तहत बड़े राज्यों में प्रत्याशी 40 और छोटे सूबों में 28 लाख रुपए तक खर्च कर सकते हैं।

लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी 70 लाख के बजाय अब 95 लाख रुपये खर्च कर सकेंगे। चुनाव आयोग ने केंद्रीय कानून मंत्रालय की अधिसूचना के आधार पर यह जानकारी मीडिया को दी है।इसके तहत लोकसभा चुनाव के लिए बड़े राज्यों में प्रत्याशी 95 लाख और छोटे राज्यों में 75 लाख रुपये खर्च कर सकेंगे।

इससे पूर्व यह सीमा 70 लाख और 54 लाख रुपये थी।विधानसभा चुनाव के मामले में पुनरीक्षित खर्च बड़े राज्यों के लिए 28 लाख के बजाय 40 लाख होगा। छोटे राज्यों में अधिकतम खर्च सीमा 20 लाख से बढ़ाकर 28 लाख रुपये की गई है। चुनाव आयोग के मुताबिक यह सीमा आने वाले सभी चुनावों में लागू होगी। यानी उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, गोवा और मणिपुर के प्रत्याशी अब ज्यादा खर्च कर सकेंगे। इन राज्यों में चुनाव की घोषणा कुछ ही दिन में होने की संभावना है।

विश्व जनसंख्या दिवस पर योगी सरकार पेश करने जा रही है जनसंख्या नियंत्रण कानून का मसौदा, दो से अधिक बच्चे होने पर सरकारी नौकरी व चुनाव लड़ने के लिए अयोग्य होंगे



उत्तर प्रदेश की राज्य विधि आयोग ने सिफारिश की है कि एक बच्चे की नीति अपनाने वाले माता पिता को कई तरह की सुविधाएं दी जाएं

उत्तर प्रदेश में जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर योगी सरकार ने फॉर्मूला तैयार कर लिया।

लखनऊ/ऋषिकेश 11 जुलाई  । आज विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर योगी सरकार नई जनसंख्या नीति लागू करने जा रही है। जिसको लेकर विपक्ष भी आक्रमक होता जा रहा है विपक्ष इसे केवल आने वाले चुनाव में वोट बैंक की राजनीति से जोड़कर देख रहा है परंतु योगी सरकार यूपी में इसे जनसंख्या नियंत्रण लागू कराने के लिए प्राथमिकता रूप से ले रही है जोकि 2022 में होने वाले चुनाव में जनसंख्या नियंत्रण नीति भाजपा के लिए एक नया गेम चेंजर साबित हो सकती है।

उत्तर प्रदेश में जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर योगी सरकार ने फॉर्मूला तैयार कर लिया है, जिसके तहत जिनके पास दो से अधिक बच्चे होंगे, वे न तो सरकारी नौकरी के लिए योग्य होंगे और न ही कभी चुनाव लड़ पाएंगे। दरअसल, उत्तर प्रदेश की राज्य विधि आयोग ने सिफारिश की है कि एक बच्चे की नीति अपनाने वाले माता पिता को कई तरह की सुविधाएं दी जाएं, वहीं दो से अधिक बच्चों के माता-पिता को सरकारी नौकरियों से वंचित रखा जाए। इतना ही नहीं, उन्हें स्थानीय निकाय चुनाव लड़ने से रोकने समेत कई तरह के प्रतिबंध लगाने की सिफारिश इस प्रस्ताव में की गई है। दरअसल, उत्तर प्रदेश राज्य विधि आयोग ने जनसंख्या नियंत्रण कानून के तैयार मसौदे में इस तरह के कई प्रस्ताव रखे हैं।

अगर योगी सरकार इस फॉर्मूले को हरी झंडी दे देती है तो फिर यूपी में जनसंख्या नियंत्रण की दिशा में बड़ा कदम माना जाएगा।  देश के अन्य राज्यों में लागू कानूनों का अध्ययन करने के बाद यह मसौदा तैयार किया गया है। इसे उत्तर प्रदेश जनसंख्या (नियंत्रण, स्थिरीकरण एवं कल्याण) एक्ट 2021 के नाम से जाना जाएगा और यह 21 वर्ष से अधिक उम्र के युवकों और 18 वर्ष से अधिक उम्र की युवतियों पर लागू होगा।

वन चाइल्ड पॉलिसी स्वीकार करने वाले बीपीएल श्रेणी के माता-पिता को विशेष तौर पर प्रोत्साहित करने का प्रस्ताव रखा है। इसके तहत जो माता-पिता पहला बच्चा पैदा होने के बाद आपरेशन करा लेंगे, उन्हें कई तरह की सुविधाएं दी जाएंगी।

पहला बच्चा बालक होने पर 80 हजार रुपये और बालिका होने पर एक लाख रुपये की विशेष प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। ऐसे माता-पिता की पुत्री उच्च शिक्षा तक नि:शुल्क पढ़ाई कर सकेगी, जबकि पुत्र को 20 वर्ष तक नि:शुल्क शिक्षा मिलेगी। इसके अलावा उन्हें नि:शुल्क चिकित्सा सुविधा और सरकारी नौकरी होने की स्थिति में सेवाकाल में दो इंक्रीमेंट भी दिए जाएंगे।

यूपी सरकार ने जनसंख्या नियंत्रण कानून के तैयार मसौदे के लिए जो प्रस्ताव सुझाव मांगेेे हैं उन्हें आयोग के पास 19 जुलाई तक भेजने हैंं । राज्य विधि आयोग अध्यक्ष न्यायमूर्ति एएन मित्तल के मार्ग-दर्शन में यह मसौदा तैयार किया गया है। आपत्तियों एवं सुझावों का अध्ययन करने के बाद संशोधित मसौदा तैयार करके राज्य सरकार को सौंपा जाएगा।

राष्ट्रपति के दौरे पर बीमार महिला की गाड़ी रोकने से हुई मौत, पुलिस ने मांगी माफी



कानपुर 26 जून । राष्ट्रपति कोविंद की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों की लापरवाही से एक महिला की मौत हो गई है. राज्य सरकार ने कानपुर शहर में गंभीर रूप से बीमार महिला वंदना मिश्रा की मौत पर माफी मांगी है. राष्ट्रपति के कानपुर यात्रा के दौरान शुक्रवार की रात उसे और उसके परिवार को कथित तौर पर यातायात प्रतिबंध में रोक दिया गया था. इस वजह से महिला समय पर अस्पताल नहीं पहुंच सकी।
मरने वाली 50 वर्षीय महिला वंदना मिश्रा इंडियन एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज के कानपुर चैप्टर की महिला विंग की मुखिया थीं. बीमार पड़ने और गंभीर लक्षण विकसित होने के बाद उनके परिवार ने उन्हें कल रात एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया था. मिश्रा हाल ही में कोविड से रिकवर हुई थीं.
मिश्रा की हालत बिगड़ने पर उनका परिवार दूसरे अस्पताल में शिफ्ट कराने निकला था, तभी कानपुर में राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद का आगमन हुआ. राष्ट्रपति की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों ने कथित तौर पर उसी रास्ते पर यातायात रोक दिया था जिस मार्ग पर वंदना मिश्रा का परिवार उन्हें अस्पताल ले जा रहा था. रिपोर्ट में कहा गया है कि इस स्थिति के कारण ट्रैफिक जाम लग गया और महिला को अस्पताल पहुंचने में अत्यधिक देरी हुई, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया.
राष्ट्रपति कोविंद उत्तर प्रदेश के तीन दिवसीय दौरे पर हैं और  (शुक्रवार) रात ट्रेन से कानपुर पहुंचे थे. उनका पैतृक गांव पड़ोसी ‘कानपुर देहात’ जिले के अंतर्गत आता है।

कानपुर के पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने इस घटना पर दुख जताया है और ट्वीट कर माफी मांगी है. उन्होंने लिखा है, “आईआईए की अध्यक्षा बहन वन्दना मिश्रा जी के निधन के लिए कानपुर नगर पुलिस और व्यक्तिगत रूप से मैं क्षमा प्रार्थी हूं. भविष्य के लिए यह बड़ा सबक है. हम प्रण करते हैं कि हमारी रूट व्यवस्था ऐसी होगी कि न्यूनतम समय के लिए नागरिकों को रोका जाए ताकि ऐसी घटनाओं की पुनरावृति न हो।

जेल में खूनी जंग, कैदी अंशुल ने मुकीम काला और मेराजुद्दीन को मारी गोली, अंशू भी एनकाउंटर में ढेर, बंदियों के बीच फायरिंग से हड़कंप मचा



मुकीम काला पश्चिम उत्तर प्रदेश का बड़ा बदमाश था, वहीं पुलिस कार्रवाई में अंशुल दीक्षित भी मारा गया

चित्रकूट 14 मई। चित्रकूट जिला जेल रगौली में कैदी अंशुल दीक्षित ने फायरिंग कर मेराजुद्दीन और मुकीम काला की हत्या कर दी। मुकीम काला पश्चिम उत्तर प्रदेश का बड़ा बदमाश था। वहीं पुलिस कार्रवाई में अंशुल दीक्षित भी मारा गया। जेल के अंदर फायरिंग से पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। सूत्रों के अनुसार मृतक बंदी कुछ दिनों पूर्व बाहरी जेल से यहां शिफ्ट हुआ था। जिले के आला अफसर मौके पर मौजूद हैं।

आईजी के सत्यनारायण, डीएम सुभ्रान्त कुमार शुक्ला, एसपी अंकित मित्तल, जेल अधीक्षक श्री प्रकाश त्रिपाठी समेत भारी फोर्स मौके पर मौजूद है। बता दें कि मुकीम पर हत्या, लूट, रंगदारी, अपहरण, फिरौती जैसे 35 से ज्यादा मुकदमे दर्ज थे। चित्रकूट जेल की घटना में मृत मेराजुद्दीन उर्फ मेराज अली को जिला जेल बनारस से प्रशासनिक आधार पर स्थानांतरित करके चित्रकूट जेल लाया गया था। जबकि दूसरे मृत कैदी मुकीम काला को जिला जेल सहारनपुर से प्रशासनिक आधार पर चित्रकूट जेल लाया गया था। कभी चिनाई मिस्त्री रहे मुकीम की गिनती हार्डकोर क्रिमिनल के रूप में होती थी। वहीं मुकीम काला को मारने वाले अंशुल दीक्षित को यूपी एसटीएफ ने गोरखपुर जिले के गोरखनाथ थानाक्षेत्र से 2014 में गिरफ्तार किया था।

तब उसे सीएमओ विनोद आर्या के बहुचर्चित हत्याकांड के आरोपी शूटर अंशु दीक्षित को गोरखनाथ थाना क्षेत्र के 10 नंबर बोरिंग से मुठभेड़ के बाद उसे अरेस्ट किया था। उसके खिलाफ लखनऊ यूनिवर्सिटी के छात्र नेता विनोद त्रिपाठी की भी हत्या का आरोप है। बदमाश पर जीआरपी सीतापुर ने 5 हजार जबकि भोपाल मध्य प्रदेश की पुलिस ने 10 हजार का इनाम घोषित किया था। तब एसटीएफ ने बदमाश के कब्जे से एक पिस्टल, एक तमंचा, कारतूस और फर्जी आईडी प्रूफ बरामद किया था। एसटीएफ की पूछताछ में अंशू ने स्वीकार किया कि वह सीतापुर के एमएलसी भरत त्रिपाठी और उनके बेटे परीक्षित त्रिपाठी की हत्या के लिए साथियों की तलाश करने के लिए गोरखपुर आया था।
चित्रकूट धाम मण्डल के आईजी के. सत्यनारायण ने पुष्टि करते हुए बताया कि जेल में पश्चिम यूपी के टॉप मोस्ट क्रिमिनल मेराजुद्दीन और मुकीम उर्फ काला पर शार्प शूटर अंशुल दीक्षित ने गोलियां चलाई। अंशुल दीक्षित पूर्वांचल का शार्प शूटर बताया जा रहा है। दोनों गुटों में हुए संघर्ष में मेराजुद्दीन और मुकीम मारे गए।अंशुल भी जेल परिसर में ही पुलिस मुठभेड़ में मारा गया है। डीआईजी जेल पीएन पांडेय ने भी बताया कि वर्चस्व की इस भिड़ंत में दोनों तरफ से कई राउंड फायरिंग भी हुई है। अंशुल दीक्षित नाम के कैदी ने फायरिंग कर मेराजुद्दीन और मुकीम उर्फ काला को मार गिराया। इसके बाद भारी पुलिस बल ने जेल के अंदर ही अंशुल का एनकाउंटर कर दिया। घटना की जांच तथा स्थिति का जायजा लेने हेतु प्रभारी उप महानिरीक्षक कारागार प्रयागराज रेंज पी एन पांडे चित्रकूट के लिए रवाना हो चुके हैं।

डंपर और कार की भिड़ंत में चार की मौत, पांच की हालत गंभीर



यूपी के चित्रकूट जिले में भीषण सड़क हादसा हुआ,
घटना के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई, घटना की जानकारी मिलते ही संबंधित थाने की पुलिस मौके पर पहुंची।

लखनऊ / चित्रकूट 18 अप्रैल । यूपी के चित्रकूट जिले में रविवार को भीषण सड़क हादसा हुआ। चित्रकूट झांसी मिर्जापुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर रायपुरा थाना क्षेत्र के रामनगर के पास रविवार सुबह डंपर और कार की आमने-सामने भीषण टक्कर हो गई। हादसे में कार सवार मां-बेटी समेत चार लोगों की मौत हो गई। जबकि पांच लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई। घटना की जानकारी मिलते ही संबंधित थाने की पुलिस मौके पर पहुंची। दुघर्टना के दौरान कार पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। पुलिसकर्मियों ने स्थानीय लोगों की मदद से कार से किसी तरह घायलों और मृतकों को बाहर निकाला और एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टरों ने चार लोगों की मौत की पुष्टि की है। पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए हैं|