तूफान ताऊ ते के बाद देश पर अब चक्रवात यास का खतरा मंडरा रहा है



बंगाल-ओडिशा के कई इलाकों में बारिश शुरू, तूफान कल टकराने के आसार, बिहार-झारखंड में भी अलर्ट

यह बुधवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के समुद्र तट से टकराएगा

नई दिल्ली 25 मई  । तूफान ताऊ ते के बाद देश पर अब चक्रवात यास का खतरा मंडरा रहा है। यह बुधवार को ओडिशा और पश्चिम बंगाल के समुद्र तट से टकराएगा। इससे पहले कई इलाकों में आज से ही बारिश शुरू हो गई है। ओडिशा के भुवनेश्वर, चांदीपुर और बंगाल के दिघा में आज बारिश हो रही है। वहीं तूफान को लेकर बिहार और झारखंड में भी अलर्ट जारी किया गया है। यास सोमवार रात से खतरनाक होना शुरू हो गया है। इसके असर से आज बंगाल के मेदिनीपुर, 24 परगना और हुगली में भी बारिश हो सकती है। नेशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स (NDRF) ने पूर्वी मेदिनीपुर और दिघा के कई इलाके सोमवार को ही खाली करवा लिए थे।

यास तूफान पारादीप और सागर आइलैंड के बीच बुधवार को टकराने के आसार हैं। इसके असर से 165 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और 2 मीटर से 4.5 मीटर तक लहरें उठ सकती हैं। मौसम विभाग का कहना है कि समुद्र तट से टकराने से पहले यास काफी ज्यादा खतरनाक हो सकता है। समुद्र तट से गुजरने के बाद बुधवार दोपहर तक इसका असर और बढ़ने की आशंका है।

यास तूफान को देखते हुए पश्चिम बंगाल और ओडिशा में आपदा राहत की टीमें तैनात हैं। एयरफोर्स और नेवी ने भी अपने कुछ हेलिकॉप्टर और नावें राहत कार्य के लिए रिजर्व रखे हुए हैं। तूफान को लेकर ओडिशा के बालासोर, भद्रक, केंद्रपारा, जगतसिंघपुर, मयूरभंज और केओनझार जिले हाई रिस्क जोन घोषित किए गए हैं।

कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार धीमी, देश में पिछले 24 घंटे में 2.22 लाख नए केस आए, 3.02 लाख ठीक भी हुए, नए संक्रमित पिछले 38 दिन में सबसे कम



देश में 2 लाख 22 हजार 704 लोग पॉजिटिव पाए गए

नई दिल्ली 24मई । देश में कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार धीमी होने लगी है। देश में 2 लाख 22 हजार 704 लोग पॉजिटिव पाए गए। यह आंकड़ा पिछले 38 दिन में सबसे कम है। इससे पहले 15 अप्रैल को 2.16 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई थी। वहीं, पिछले 24 घंटे में 4,452 संक्रमितों की जान गई है। राहत की बात ये रही कि 3 लाख 2 हजार 83 लोगों ने संक्रमण को मात भी दी।

उधर, देश में कोरोना की वजह से जान गंवाने वालों का आंकड़ा 3 लाख के पार पहुंच गया है। पिछले साल 13 मार्च को संक्रमण से पहली मौत हुई थी। इसके 14 महीने 10 दिन बाद मौतों की संख्या 3 लाख हुई है। अब तक कुल 3 लाख 3 हजार 751 लोग इस महामारी से जान गंवा चुके हैं। देश में कोरोना की दूसरी लहर कमजोर पड़ने के बाद भी मरने वालों की संख्या कम नहीं हो रही है। मई में हर रोज औसतन 3,500 मौतें हुई हैं।

ये पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा हैं। दुनिया में भारत के अलावा सिर्फ दो अन्य देशों में कोरोना से 3 लाख से ज्यादा लोगों ने दम तोड़ा है। इनमें अमेरिका पहले और ब्राजील दूसरे नंबर पर है। अमेरिका में संक्रमण से 6 लाख और 4.48 लाख मौतें हुई हैं। देश में कोरोना से मौतों की संख्या एक लाख तक पहुंचने में करीब साढ़े 6 महीने लगे थे। एक से दो लाख होने में 7 महीने से कुछ कम वक्त लगा। वहीं 2 से 3 लाख मौतें एक महीने से भी कम समय में हो गईं।

एक जून से अनलॉक की प्रक्रिया आरंभ होगी,31 मई तक प्रदेश हो कोरोना मुक्त, कोरोना संक्रमण नियंत्रण में है- मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान



जनता के सहयोग से होगा कोरोना नियंत्रण का प्रबंधन
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मध्य प्रदेश मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने जिलों के कोविड प्रभारी मंत्रियों तथा अधिकारियों को किया संबोधित

भोपाल 23 मई । मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि 31 मई तक मध्य प्रदेश की सभी ग्राम पंचायतों, विकासखंडों और जिलों को कोरोना मुक्त करना है। कोरोना के विरूद्ध आरंभ हुए युद्ध में प्रत्येक स्तर पर जन-भागीदारी और क्राइसिस मैनेजमेंट समितियों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। मई माह में कोरोना के प्रकरणों को शून्य कर एक जून से धीरे-धीरे अनलॉक करने की प्रक्रिया का क्रियान्वयन भी जन-भागीदारी से किया जाएगा।

कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर में बढ़ते मामलों के कारण भोपाल में जिला प्रशासन द्वारा 12 अप्रैल से कोरोना कर्फ्यू लगाने के बाद इसकी अवधि को कई दफा बढ़ाया जा चुका है। इससे पहले कोरोना कर्फ्यू की अवधि 24 मई और फिर बाद में 31 मई तक बढ़ाई गई थी। शनिवार को एक बार फिर जिला प्रशासन ने इसे एक जून तक बढ़ा दिया है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान कोरोना नियंत्रण के संबंध में जिलों के कोविड प्रभारी मंत्री, प्रभारी अधिकारियों सहित सभी संभागीय आयुक्तों, पुलिस महानिरीक्षकों, कलेक्टर्स तथा पुलिस अधीक्षकों को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर कलेक्ट्रेट परिसर स्थित एनआईसी कक्ष टीकमगढ़ से कलेक्टर श्री सुभाष कुमार द्विवेदी, एसपी श्री प्रशांत खरे, अपर कलेक्टर श्री आईजे खलको, एसडीएम टीकमगढ़ श्री सौरभ मिश्रा, डिप्टी कलेक्टर श्री हर्षल चौधरी सहित संबंधित अधिकारी वीडियो कोंफ्रेंसिंग के माध्यम से ऑनलाइन सम्मिलित हुये। ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वर्तमान में मध्य प्रदेश  कोरोना संक्रमण नियंत्रण की स्थिति में है। पॉजिटिविटी रेट 4.82 प्रतिशत है। प्रदेश में 79 हजार 737 टेस्ट किए गए जिसमें सिर्फ 3 हजार 844 पॉजीटिव आए हैं और 9 हजार 327 व्यक्ति स्वस्थ हुए हैं। जबकि 79 मरीजों ने अपना दम तोड़ा। प्रदेश का रिकवरी रेट 90.86 प्रतिशत हो गया है।

एक समय था जब अस्पतालों के सभी बिस्तर भरे हुए थे। ऑक्सीजन की मारामारी थी और रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए हाहाकार मचा हुआ था। आज सबके परिश्रम व टीम भावना से कार्य करने के परिणाम स्वरूप वर्तमान में मध्यप्रदेश पहले की तुलना में बेहतर स्थिति में है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने इस उपलब्धि के लिए पूरी टीम को बधाई दी।

माइक्रो प्लानिंग कर मॉनीटरिंग सुनिश्चित करें

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना बहुरूपिया है, अतरू इसे नियंत्रित देखकर निश्चिंत नहीं बैठा जा सकता है। परन्तु संक्रमण रोकने के लिए प्रदेश में अनंतकाल तक बंद भी नहीं रखा जा सकता है। एक जून से धीरे-धीरे अनलॉक प्रक्रिया आरंभ की जाना है। इसके लिए प्रभावी रणनीति का शत-प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित करना होगा। प्रदेश के कुछ जिलों में सिंगल डिजिट में केस आ रहे हैं जबकि कई जिलों में प्रकरणों की संख्या अभी भी अधिक है। इस स्थिति में हमें एरिया स्पेसिफिक रणनीति बनाना होगी। जिलों के अधिक संक्रमण वाले वार्डों तथा गाँव को हॉट स्पॉट के रूप में चिन्हित करना होगा। इन क्षेत्रों को माइक्रो कन्टेन्टमेंट एरिया बनाकर सघन मॉनिटरिंग सुनिश्चित की जाए। सघन टेस्टिंग के लिए अभियान जारी रहे। जिन घरों में कोरोना संक्रमण से प्रभावित व्यक्ति हैं उन्हें होम आइसोलेट किया जाए। यह भी सुनिश्चित करें की ऐसे व्यक्ति परिवार के अन्य सदस्यों से नहीं मिलें। इसका लगातार अनुसरण करना आवश्यक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रभारी मंत्रियों तथा अधिकारियों को अपने-अपने क्षेत्र में परिस्थिति अनुसार माइक्रो प्लानिंग कर मॉनिटरिंग के निर्देश दिए हैं।

टेस्टिंग जारी रहे

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जहाँ कोरोना का एक भी पॉजीटिव केस हो वहाँ टेस्टिंग जारी रहे। टेस्टिंग के लिए सघन गतिविधियां संचालित की जाएं। कुछ जिलों में मोबाइल टेस्टिंग व्यवस्था की गई है। यह अच्छा प्रयोग है, जिसका अनुसरण आवश्कतानुसार अन्य जिले भी कर सकते हैं।

लगातार जारी रहेगा किल-कोरोना अभियान

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि किल-कोरोना अभियान लगातार जारी रखा जाए। तीसरा अभियान 24 मई को पूर्ण होगा, इसके साथ ही चौथा किल-कोरोना अभियान आरंभ किया जाएगा। सर्दी, खाँसी, जुकाम से प्रभावित प्रत्येक व्यक्ति की पहचान कर उसे तत्काल मेडिकल किट उपलब्ध कराई जाए। आवश्यकतानुसार इलाज की व्यवस्था की जाए। कोरोना के लक्षणों को पहचानने और इलाज आरंभ करने में विलम्ब नहीं हो। जो कोरोना मरीज अस्पतालों में भर्ती हैं उनका बेहतर इलाज सुनिश्चित किया जाए। मरीज की जान बचाने की हरसंभव कोशिश की जाए।

तीसरी लहर के लिए तैयारियाँ आवश्यक

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर का सामना करने के लिए तैयारी जारी है। इसके दो ही तरीके हैं। प्रथम कोरोना से बचाव की सावधानियों जैसे मॉस्क पहनना, भीड़ नहीं लगाना, दो गज की दूरी आदि का इतनी कड़ाई से पालन किया जाए की तीसरी लहर आए ही नहीं। इस रणनीति का क्रियान्वयन क्राइसिस मैनेजमेंट समितियों, पंचायत एवं नगरीय क्षेत्र के जन-प्रतिनिधियों की सहभागिता और जन-जागरण अभियान से किया जाए। प्रदेश के जन-भागीदारी मॉडल की प्रशंसा प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा भी की गई है। प्रदेश में जन-भागीदारी की शक्ति को पहचानते हुए कोरोना के विरूद्ध इसका सार्थक उपयोग किया जाए। कोरोना की तीसरी लहर के लिए स्वास्थ्य अधो-संरचना ढाँचे को सशक्त करने के लिए राज्य सरकार लगातार कार्य कर रही है।

कोरोना महामारी से जूझ रहे देश में अब तीसरी लहर की तैयारी सरकार ने शुरू की



पीएम-केयर से मिले संसाधनों का ऑडिट
दिल्ली, मुंबई सहित कुछ महानगरों में गुप्त तरीके से चल रहा ऑडिट
तीसरी लहर से बचने के लिए अस्पतालों के वर्तमान हालात पर तैयार हो रही रिपोर्ट
स्वास्थ्य मंत्रालय की कई टीमें तैयारियों में जुटीं, राज्यों के पास संसाधन और उनके सही इस्तेमाल पर शुरू हुई निगरानी

नई दिल्ली  20 अप्रैल । कोरोना महामारी से जूझ रहे देश में अब तीसरी लहर की तैयारी सरकार ने शुरू कर दी है। संक्रमण की यह लहर कब और कैसे आएगी इसके बारे में अभी तक विज्ञान को भी नहीं पता है, लेकिन सरकार ने जमीनी स्तर पर जानकारी जुटाना शुरू कर दिया है। इतना ही नहीं प्रधानमंत्री राहत कोष (पीएम-केयर) फंड के जरिये राज्यों को मिले संसाधनों का ऑडिट भी शुरू हो चुका है। दिल्ली, मुंबई सहित कुछ महानगरों में यह काफी गोपनीय तरीके से किया जा रहा है जिसमें केंद्र सरकार की एजेंसियां शामिल नहीं हैं।

अलग-अलग शहरों में मौजूद ये टीमें हर दिन का डाटा तैयार कर रही हैं जिनमें वेंटिलेटर, बिस्तर, आईसीयू की वर्तमान संख्या और उनके उपयोग के अलावा जांच किट्स इत्यादि के इस्तेमाल पर जानकारी ली जा रही है। जानकारी में पता चला है कि पीएम-केयर फंड के जरिये राज्यों को 38 हजार से अधिक वेंटिलेटर उपलब्ध कराए गए हैं। लेकिन उनमें से काफी वेंटिलेटर संचालित भी नहीं हुए हैं। हाल ही में पंजाब गई केंद्रीय टीम ने भी अपनी रिपोर्ट में इसकी पुष्टि की थी। इन्हीं वेंटिलेटर का सच पता लगाने के लिए टीमें ऑडिट कर रही हैं।

मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि भले ही नए मामले अभी कम हो रहे हों लेकिन अस्पतालों में स्थिति काफी गंभीर है। दो लहर देखने के बाद यह स्पष्ट हो चुका है कि देश में काफी सख्त तैयारियों की आवश्यकता है। इसीलिए अब पूरा ध्यान तीसरी लहर की ओर है। उन्होंने कहा कि शायद लोगों का व्यवहार सही रहा तो अगली लहर न देखने को मिले लेकिन सरकार को अब तैयार रहना ही पड़ेगा।

कोरोना की दूसरी लहर के दौरान 269 डॉक्टरों की हुई मौत- आईएमए बीते 24 घंटे में 4329 लोगों की गई जान, 2.63 लाख से ज्यादा मामले दर्ज



देश में पहली बार एक दिन में गई 4329 मरीजों की जान, मौतों के आंकड़े ने पैदा की दहशत

नई दिल्ली 18 मई । देश में कोरोना वायरस की दूसरी लहर ने कोहराम मचा दिया है। हालांकि अब दो दिनों से कोरोना के मामले तीन लाख से कम आ रहे हैं, जिस कारण थोड़ा राहत महसूस की जा रही है। देश में कोरोना के 2.6 लाख से ज्यादा मामले सामने आए लेकिन पहली बार 4329 लोगों ने अपनी जान गंवाई। दिल्ली में एक हफ्ते और लॉकडाउन बढ़ने की वजह से अब मजदूर अपने घर वापस जा रहे हैं। अपनी घर लौट रहे एक मजदूर ने कहा कि दिल्ली में फैक्ट्री बंद है और अपने घर पर भी पैसे भेजने हैं, इसलिए हम लोग ही अपने घर वापस जा रहे हैं।

भारतीय मेडिकल एसोसिएशन ने जानकारी दी कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर के दौरान अबतक 269 डॉक्टरों की मौत हो चुकी है। बिहार में अबतक सबसे ज्यादा डॉक्टरों की मौत हुई है। बिहार में 78 डॉक्टर, उत्तर प्रदेश में 37 और दिल्ली में 28 डॉक्टरों की मौत हुई है। बता दें कि कोरोना की पहली लहर के दौरान देश ने अपने 748 डॉक्टरों को खोया था। देश में भले ही कोरोना के दैनिक मामलों से राहत मिल रही हो लेकिन मौत का आंकड़ा थमने का नाम नहीं ले रहा है। बीते 24 घंटे में देश में कोरोना के 2.63 लाख से ज्यादा मामले सामने आए लेकिन पहली बार देश में 4329 मरीजों ने अपनी जान गंवाई।

कोरोना से होने वाली दैनिक मौतों का ये अबतक का रिकॉर्ड आंकड़ा है। इसके अलावा बीते 24 घंटे में 4,22,436 मरीज ठीक होकर घर गए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक अबतक देश में 2,78,719 मरीजों की जान जा चुकी है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद ने जानकारी दी कि बीते 24 घंटे में 18,69,223 लोगों का कोरोना टेस्ट हुआ। अबतक 31,82,92,881 लोगों का टेस्ट हो चुका है।

स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बच्चे की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव होने पर परंतु कोई लक्षण नहीं दिखने पर बच्चों का इलाज घर पर ही संभव



स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किए दिशा-निर्देश, बच्चे को सांस की दिक्कत नहीं तो घर पर इलाज संभव
बच्चों में हल्के लक्षण जैसे खांसी, गले में खराश है और नाक बह रही है लेकिन सांस संबंधी तकलीफ नहीं है तो घर पर उसका इलाज संभव
गंभीर लक्षण वाले बच्चे का ऑक्सीजन लेवल 90 से कम तो अस्पताल ले जाएं

नई दिल्ली 17मई । केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बच्चों में कोरोना संक्रमण की पहचान के लिए अभिभावकों के लिए दिशा-निर्देश जारी किया है। मंत्रालय का कहना है कि अभिभावक बच्चों की कुछ चीजों पर ध्यान रखेंगे तो संक्रमण की पहचान जल्दी हो सकेगी। इसके अलावा बच्चों कोरोना संक्रमण के कारण गंभीर स्थिति में जाने से बचाया जा सकेगा सकेगा। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, बच्चे की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव है लेकिन कोई लक्षण नहीं है तो ऐसे बच्चों को इलाज उतना ही आसान है ।

जितनी जल्दी संक्रमण का पता चलेगा। हल्के लक्षण जैसे खांसी, गले में खराश है और नाक बह रही है लेकिन सांस संबंधी तकलीफ नहीं है तो घर पर उसका इलाज संभव है। हृदय, क्रॉनिक लंग डिसीज, मोटापा समेत अन्य तकलीफों से ग्रसित बच्चों का भी घर पर उपचार हो सकता है।

कुछ बच्चों मल्टीसिस्टम इन्फ्लैमेटरी सिंड्रोम (एमआईएस) भी हो रहा है। इसमें बच्चों को बुखार, पेट में दर्द, उल्टी, दस्त, शरीर पर चकत्ते के साथ हृदय और न्यूरोलॉजिकल तकलीफ होती है। इस तरह की तकलीफ बच्चों के लिए गंभीर हो सकती है।

कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजीव सातव का निधन,कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने जताया दुख



कोरोना संक्रमित होने के बाद अस्पताल में चल रहा था इलाज
नई दिल्ली  16 मई । कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजीव सातव का आज सुबह निधन हो गया। कोरोना संक्रमण के चलते पिछले कुछ समय से अस्पताल में भर्ती थे। 22 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव हुए थे। तब से उनका पुणे के जहांगीर अस्पताल में इलाज चल रहा था। वो वेंटिलेटर पर थे। कोरोना संक्रमित कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य राजीव सातव को एक नया वायरस ने चपेट में ले लिया, जिससे उनकी हालत बेहद नाजुक बन गई। महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने कहा, “सातव धीरे-धीरे ठीक हो रहे थे, लेकिन उनका स्वास्थ्य दोबारा खराब हो गया।

डॉक्टरों को पता चला है कि वह साइटोमेगालो वायरस से संक्रमित हो गए। मीडिया सूत्रों के मुताबिक सातव कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी थे। उनके निधन के बाद कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट के जरिए संवेदना प्रकट की। पिछले महीने संक्रमित होने के बाद राजीव सातव ने कहा था कि हल्के-फुल्के लक्षण दिखने के बाद जांच कराई, जिससे कोरोना से संक्रमित होने का पता चला। हाल के दिनों में मेरे संपर्क में आए लोगों से कहना चाहता हूं कि वह भी अपना कोरोना जांच करा लें और कोरोना सुरक्षा प्रोटोकॉल का पालन करें।

राजीव सातव महाराष्ट्र से राज्य सभा के सदस्य थे। इससे पहले वो 2014 में महाराष्ट्रा के हिंगोली से लोकसभा सांसद भी रह चुके थे। वर्तमान में सातव अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सचिव और गुजरात कांग्रेस के प्रभारी थे।

ताउते तूफान से अब तक चार लोगों की मौत, 73 गांव प्रभावित,वायुसेना के 16 मालवाहक और 18 हेलिकॉप्टर तैनात



कर्नाटक में कोंकण तट के पास स्थित सभी जिलों को चेतावनी जारी। गुजरात में एनडीआरएफ की टीमें तैनात
बीएमसी ने 580 मरीजों को शहर के अंदर बने कोविड केयर सेंटर में शिफ्ट किया

नई दिल्ली 16 मई । मौसम विभाग के मुताबिक ताउते अगले 24 घंटे में गंभीर और उसके बाद बहुत गंभीर चक्रवाती तूफान में तब्दील होगा। यह 18 मई की दोपहर से शाम के बीच गुजरात के पोरबंदर से होता हुआ पाकिस्तान की ओर रुख करेगा। इस दौरान पोरबंदर और नालिया तट पर इसके भारी तबाही मचाने का आसार है। ताउते चक्रवात से अबतक कर्नाटक में चार लोगों की मौत हो गई और 73 गांव प्रभावित हैं।

कर्नाटक राज्य आपदा प्रबंध प्राधिकरण ने जानकारी दी कि ताउते चक्रवात की वजह से पिछले 24 घंटे में छह जिलों, तीन समुद्री तटों और तीन मलनाद जिलों में भारी बारिश हुई। अबतक चार लोगों की जान चली गई है और 73 गांव प्रभावित हुए हैं। महाराष्ट्र के राहत और पुनर्वास मंत्री ने कहा कि चक्रवात ताउते के मद्देनजर कोंकण तट के पास स्थित सभी जिलों को चेतावनी जारी कर दी गई है। उन्होंने बताया कि सीएम उद्धव ठाकरे को पुनर्वास की सभी जानकारी दे दी गई है। इन इलाकों में बड़ी संख्या आश्रय बनाए जाएंगे।

गोवा के तट से टकराया चक्रवाती तूफान ताउते। पणजी से चक्रवाती तूफान के कई सारी तस्वीरें सामने आईं। चक्रवाती तूफान ताउते को देखते हुए गुजरात राज्य में एनडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं। एनडीआरएफ गांधीनगर के डिप्टी कमांडेंट रणविजय कुमार सिंह ने बताया, “24 टीमें आज शाम तक अपनी जगह ले लेंगी जिसमें 13 टीमें बाहर से मंगाई गई हैं। भारतीय वायुसेना ने शनिवार को कहा कि उसने ‘ताउते’ तूफान से उत्पन्न किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए अपने 16 मालवाहक विमान और 18 हेलीकॉप्टर प्रायद्वीपीय भारत में तैयार रखे हैं। वायुसेना ने बताया कि अगले कुछ दिन तटीय इलाकों में कोविड-19 राहत अभियान पर ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया है क्योंकि खराब मौसम की वजह से बाद में इन इलाकों में अभियान प्रभावित हो सकता है।

देश में पिछले 24 घंटे में 3.43 लाख मामले आए सामने, 3994 मरीजों ने तोड़ा दम



देश में कोरोना से हो रही मौतों की संख्या घट नहीं रही है
भले ही रोजाना संक्रमण के मामलों में कमी आ रही हो, लेकिन उच्च मृत्यु दर बनी हुई है

नई दिल्ली/देहरादून  14 मई  । देश में कोरोना से हो रही मौतों की संख्या घट नहीं रही है। भले ही रोजाना संक्रमण के मामलों में कमी आ रही हो, लेकिन उच्च मृत्यु दर बनी हुई है। गुरुवार को देश में कुल 3,43,122 मामले सामने आए जबकि 3994 मरीजों की मौत हो गई। एक दिन पहले बुधवार को 3,62,720 मरीज संक्रमित पाए गए थे और चार हजार से अधिक की मौत हुई थी।

हालांकि पिछले सात दिन के आंकड़े बता रहे हैं कि रोजाना के मामलों में कमी आई है। शनिवार को जहां 3.91 लाख केस दर्ज किए गए थे वहीं गुरुवार को 3.43 लाख केस सामने आए हैं। लेकिन रोजाना हो रही मौतों की संख्या उच्च दर पर बनी हुई है। सात दिन का औसत रोजाना करीब 4 हजार मौतों का है। कुछ राज्यों में कोरोना के मामले लगातार कम हो रहे हैं।

कर्नाटक में गुरुवार को 35,297 मामले सामने आए जबकि 5 मई को ये 50,112 तक पहुंच गए थे। इसी तरह दिल्ली में 10,489, उत्तर प्रदेश में 17,775, छत्तीसगढ़ में 9,121, मध्यप्रदेश में 8,419, बिहार में 7,752 और तेलंगाना में 4,693 मामले दर्ज किए गए।

कोरोना संक्रमण से राहत की खबर, पिछले 24 घंटों में देश में 3.11 लाख नए मामले, 3576 की मौत से भी आंकड़ा घटा, 3.35लाख स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या में भी सुधार



देश में स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या भी लगातार सुधर रही है
बीते 24 घंटे के दौरान 3,35,645 लोग स्वस्थ हुए हैं

नई दिल्ली 11 मई । देश में कोरोना वायरस का संक्रमण और मौतों का सिलसिला जारी है। हालांकि पिछले चौबीस घंटों के दौरान कोरोना से होने वाली मौतों और संक्रमण में कुछ कमी आई है। देशभर में कुल 3576 मौतें दर्ज की गई हैं और संक्रमण के 3,11,325 नए मामले सामने आए हैं। रविवार को 3.66 लाख से अधिक नए कोरोना मरीज मिले थे और 3,754 लोगों की जान गई थी। संक्रमण में कमी की वजह कम जांच हो सकती है क्योंकि इस दौरान कुल 14.74 लाख जांच हुई जबकि रोजाना 18-19 लाख जांच हो रही थी। मौतों की संख्या में थोड़ी कमी राहत भरा संकेत माना जा सकता है।

बता दें कि देश में कुल सक्रिय मामलों की संख्या 37,13,243 है। देश में स्वस्थ होने वाले मरीजों की संख्या भी लगातार सुधर रही है। बीते 24 घंटे के दौरान 3,35,645 लोग स्वस्थ हुए हैं। 74 फीसदी स्वस्थ होने वाले उन्हीं 10 राज्यों से हैं जहां सबसे ज्यादा संक्रमण है। ये राज्य हैं- महाराष्ट्र, यूपी, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, गुजरात और दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, 74 फीसदी नए केस दस राज्यों महाराष्ट्र, कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, यूपी, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल, राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली में दर्ज किए गए हैं। बता दें कि 7 मई को देश में सबसे ज्यादा 4,14,188 मामले दर्ज किए गए थे। जबकि 8 मई को सबसे ज्यादा 4,187 मौतें हुई थीं। इसके बाद से संक्रमितों की संख्या और मौत का आंकड़ा कम हो रहा है। संक्रमण के नए मामलों में दिल्ली 10 राज्यों में आखिरी पायदान पर है।