ग्लोबल इन्वेस्टर सब्मिट में मुख्यमंत्री ने बतौर मुख्य अतिथि किया प्रतिभाग, ₹7600 करोड़ के निवेश प्रस्ताव को उत्तराखण्ड सरकार के साथ एमओयू किए, राज्य के उद्यमी ही हमारे ब्राण्ड एम्बेसडर हैं और राज्य में निवेश बढ़ाने में उनकी सबसे अधिक सहभागिता है : पुष्कर सिंह धामी



देहरादून दिल्ली 14 सितंबर। दिसम्बर माह में आयोजित होने वाले #globalinvesterssummit को लेकर आज नई दिल्ली स्थित होटल ताजमहल में कर्टेन रेजर कार्यक्रम आयोजित किया गया।

कार्यक्रम में उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। इस अवसर पर ITC ने ₹5000 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव उत्तराखण्ड सरकार को दिया। महिन्द्रा हॉलीडेज एण्ड रिसोर्ट इण्डिया लिमिटेड के साथ ₹1000 करोड़ और #eKuber के साथ ₹1600 करोड़ के निवेश का MoU किया गया। महिन्द्रा हॉलीडेज एण्ड रिसोर्ट इण्डिया लिमिटेड उत्तराखण्ड में अगले तीन महीने में ₹1000 करोड़ के निवेश के साथ विभिन्न स्थानों पर 45 रिजोर्ट स्थापित करने जा रहा है। इससे 1500 लोगों के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे। पूरे देश में यह महिन्द्रा हॉलीडेज एण्ड रिसोर्ट इण्डिया लिमिटेड का किसी भी राज्य में सबसे बड़ा निवेश है।

मुख्यमंत्री ने डेस्टिनेशन उत्तराखण्ड-ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट-2023 के बारे में बताया कि उत्तराखण्ड एक युवा राज्य के रूप में तेजी से उभर रहा है, जहां उद्योगों के लिए अपार संभावनाएं हैं। राज्य में ईज आफ डूइंग बिजनेस के साथ-साथ पीस आफ डूइंग बिजनेस भी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन नीति-2023, एमएसएमई नीति-2023, स्टार्टअप नीति-2023, लॉजिस्टिक्स नीति-2023, निजी औद्योगिक आस्थानों की स्थापना हेतु नीति-2023 लागू की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए सशक्त उत्तराखण्ड मिशन लॉन्च किया गया है, जिसके तहत अगले 5 वर्षों में राज्य की एसजीडीपी को दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है। इसी कड़ी में इनवेस्टर्स समिट-2023 का आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के उद्यमी ही हमारे ब्राण्ड एम्बेसडर हैं और राज्य में निवेश बढ़ाने में उनकी सबसे अधिक सहभागिता है। हमारी सरकार सरलीकरण, समाधान, निस्तारण और संतुष्टि के आधार पर कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पर्यटकों एवं श्रद्वालुओं की सुविधा हेतु सभी स्थलों पर नवाचार के माध्यम से सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। निर्यात को बढ़ावा देने के लिए भी नीति निर्धारित की गई है। उन्होंने कहा कि देवभूमि में कर्म करना हम सबका सौभाग्य है। राज्य का वातावरण पूर्णतः उद्यमियों के अनुकूल है। उत्तराखण्ड का 71 प्रतिशत भू-भाग वनों से आच्छादित हैं। हेल्थ वेलनेस के साथ ऊर्जा का भी यह स्रोत है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड ने राज्य में उत्पादित/निर्मित 09 उत्पादों ने जीआई टैग हासिल किये हैं। इन जीआई टैगों में कुमाऊँ ब्यूरो ऑयल, मुनस्यारी राजमा भोटिया दन, एपण रिंगाल, ताम्र उत्पाद, धुलमा, तेजपत्ता तथा बासमती चावल शामिल हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा नेटल (बिच्छू घास), पिछौड़ा, आर्टिस्टिक कैण्डल मुखौटा एवं मन्दिर प्रतिकृत आदि कुछ अन्य उत्पादों में जीआई टैग के लिए आवेदन किया गया है।उन्होंने कहा कि उद्योग संवर्द्धन और आन्तरिक व्यापार विभाग की ‘ईज आफ डूईंग बिजनेस’ रैंकिंग में वर्ष 2022 की रैंकिंग में उत्तराखण्ड राज्य एचीवर्स श्रेणी में (8वें स्थान पर) शामिल है। जबकि नीति आयोग द्वारा जारी वर्ष 2022 के निर्यात तैयारी सूचकांक में उत्तराखण्ड राज्य हिमालयी राज्यों में प्रथम स्थान पर, जबकि देश में 9वें स्थान पर है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग संवर्द्धन और आन्तरिक व्यापार विभाग की LEADS की वर्ष 2022 की रैंकिंग में उत्तराखण्ड राज्य एचीवर्स श्रेणी में शामिल है। इसी प्रकार स्टार्टअप रैंकिंग में ‘लीडर’ श्रेणी में शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में निवेश प्रोत्साहन एवं संवर्द्धन हेतु उद्योग निदेशालय स्तर पर एक समर्पित इन्वेस्टर फैसिलिटेशन सेल की स्थापना की है, जो निवेशकों / व्यवसायियों के लिये ‘वन स्टॉप शॉप’ के रूप में डेडीकेटेड हैण्डहोल्डिंग सपोर्ट उपलबध करा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ₹5 करोड़ से अधिक के पूंजी निवेश करने वाले उद्यमियों के लिए एक डेडीकेटेड रिलेशनशिप मैनेजर की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। अपेक्षित अनुमोदन/अनुज्ञा/स्वीकृति हेतु राज्य में ऑनलाइन सिंगल विण्डो क्लीयरेंस पोर्टल www.investuttarakhand.uk.gov.in की स्थापना की गई है। इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव  राधा रतूड़ी सहित अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने दिल्ली में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आर.के.सिंह से भेंट कर उत्तराखण्ड को कोयला आधारित संयंत्रों से 400-450 मे०वा० स्थायी आवंटन किए जाने का किया अनुरोध,आपदा के कारण क्षतिग्रस्त हुई विद्युत लाइनों एवं टावरों को पुनर्स्थापित करने के लिए केंद्र सरकार से सहायता उपलब्ध कराने का भी किया अनुरोध, केंद्रीय मंत्री ने दी स्वीकृति



ऋषिकेश देहरादून दिल्ली 21 अगस्त। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री  आर.के.सिंह से भेंट कर उत्तराखण्ड को कोयला आधारित संयंत्रों से 400-450 मे०वा० स्थायी आवंटन किए जाने का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री ने आपदा के कारण क्षतिग्रस्त हुई विद्युत लाइनों एवं टावरों को पुनर्स्थापित करने के लिए केंद्र सरकार से सहायता उपलब्ध कराने का अनुरोध किया।

इस विषय पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि क्षतिग्रस्त लाइनों की क्षतिपूर्ति केंद्र सरकार द्वारा की जाएगी।

मुख्यमंत्री ने बॉर्डर एरिया में विद्युत लाइन एवं विद्युत संयंत्र शीघ्र स्थापित करने का अनुरोध किया। जिसके लिए केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पहाड़ी राज्यों के लिए मानक अलग से निर्धारित कर शीघ्र बॉर्डर एरिया में विद्युत लाइनें एवं विद्युत संयंत्र स्थापित किए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने राज्य सरकार को केंद्रीय पूल से अतिरिक्त विद्युत उपलब्ध कराने का भी अनुरोध किया। उन्होंने माह अप्रैल से सितम्बर 2023 तक औसतन 300 मे०वा विद्युत प्रतिमाह अनएलोकेटेड कोटा से उपलब्ध कराए जाने के लिए केंद्रीय मंत्री का आभार व्यक्त किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि केन्द्रीय विद्युत प्राधिकरण की तकनीकी समिति ने अपनी रिपोर्ट में उत्तराखण्ड में बेस लोड की अनुपलब्धता स्वीकार करते हुए उत्तराखण्ड को कोयला आधारित संयंत्रों से अतिरिक्त रूप से लगभग 400 मे०वा० विद्युत उपलब्धता सुनिश्चित कराये जाने हेतु अपनी संस्तुति दी है। केंद्रीय मंत्री आर.के. सिंह ने मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी को हर संभव सहयोग के प्रति आश्वस्त किया।

केंद्रीय मंत्री ने किशाऊ बांध के संबंध में कहा कि सभी राज्यों से विचार विमर्श करने के बाद शीघ्र ही आपत्तियों का निस्तारण कर कार्य प्रारंभ किया जाएगा।

आरबीआई ने लिया 2000 के नोट वापस लेने का बड़ा फैसला, सभी बैंकों को तत्काल प्रभाव से 2000 रुपये के बैंक नोट जारी करने से रोकने की दी सलाह 



दिल्ली/ ऋषिकेश 19 मई। भारतीय करेंसी में प्रचलित ₹2000 के नोट को लेकर आरबीआई ने  बड़ा फैसला लिया है। बता दें कि भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने 2000 रुपए के नोट को वापस लेने का फैसला किया है। आरबीआई ने सभी बैंकों को तत्काल प्रभाव से 2000 रुपये के बैंक नोट जारी करने से रोकने की सलाह दी है। हालांकि, यह लीगल मुद्रा रहेगा।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक क्लीन नोट पॉलिसी के तहत आरबीआई ने यह फैसला लिया है। आरबीआई ने कहा है कि यह नोट 30 सितंबर तक कानूनी रूप से वैध रहेंगे। अगर आपके पास भी 2000 के नोट है तो घबराने की कोई बात नहीं है क्योंकि बैंक इन नोटों को वापस लेगा, आप इन लोगों को अपने अकाउंट में जाकर जमा करा सकते हैं और उसके बदले दूसरी करेंसी ले सकते हैं ।

आरबीआई ने कहा कि आप 23 मई से एक बार में 20 हजार रुपये तक के 2 हजार रुपये के नोट बदल या जमा कर सकते हैं. इसके लिए बैंकों को स्पेशल विंडो खोलना होगा. इसके अलावा आरबीआई नोट बदलने और जमा करने के लिए 19 शाखा खोलेगी. आरबीआई ने प्रेस रिलीज में बताया कि 2018-19 में ही दो हजार रुपये के नोट को छापना हमने बंद कर दिया था।

आरबीआई ने कहा है कि लोग 2 हजार रुपये के नोट अपने बैंक अकाउंट में जमा करा सकते हैं। या फिर वे बैंक में जाकर इन नोटों को बदलवा भी सकते हैं। इन्हें बिना किसी प्रतिबंध के सामान्य तरीके से ही बैंकों में जमा कराया जा सकता है।

 2,000 रुपये के नोटों को 23 मई, 2023 से बैंकों में जाकर आप बदलवा सकते हैं। हालांकि, परिचालन सुविधा सुनिश्चित करने के लिए आरबीआई ने कहा है कि एक बार में 20,000 रुपये ही जमा कराए जा सकते हैं।

बताते चलें कि दो हजार रुपये के नोट को आरबीआई एक्ट 1934 के सेक्शन 24 (1) के तहत लाया गया था। पुराने 500 और 1000 रुपये को नोटों के बंद होने के बाद करेंसी रिक्वायरमेंट के चलते इन नोटो को लाया गया था। दो हजार रुपये को लाने का उद्देश्य दूसरे नोट पर्याप्त मात्रा में बाजार में आने के बाद खत्म हो गया था। इसलिए 2,000 रुपये के  नोटस की प्रिंटिंग 2018-19 में बंद कर दी गई थीं।

केरल में लव जिहाद से आतंक का साया,सरकार असलियत पर डाल रही पर्दा : विनोद बंसल  फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ के रिलीज से पहले गर्माया सियासी गलियारा  



01 मई। देश में हिंदुओं के साथ हुए अत्याचार की कहानियों को कैमराबद्ध करने की कोशिशों की दूसरी कड़ी के रूप में बन रही फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ का टीजर रिलीज हो चुका है, जबकि इस फिल्म को पर्दे पर 5 मई को रिलीज किया जाएगा। मगर फिल्म के टीजर रिलीज होते ही राजनीतिक गलियारे भी गरमा गए हैं।

बताते चलें इससे पूर्व भी कश्मीर में हिंदुओं पर हुए अत्याचार को लेकर द कश्मीर फाइल बनी थी जिसको लेकर भी सियासी गलियारों में माहौल गरमा गया था। फिल्म ‘द केरल स्टोरी’  में प्रलोभन, दबाव और भय दिखाकर अगवा की गई और बहला फुसलाकर ले जाई गई ऐसी युवतियों की कहानी है जिन्हें आतंकवादी संगठनों ने अपना गुलाम बनाकर रख लिया।

फिल्म के निर्देशक सुदीप्तो सेन ने इस कहानी पर महीनों तक शोध किया है और इस काम में उन्हें तमाम समाजसेवी संगठनों ने भी मदद की है।

फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ के निर्माता विपुल अमृतलाल शाह के मुताबिक ये एक ऐसी मानवीय त्रासदी की कहानी है जो दर्शकों को अंदर तक झकझोर देगी। ये फिल्म केरल राज्य में कथित रूप से लापता हुई  महिलाओं के पीछे की घटनाओं का खुलासा करती है। विपुल का दावा है कि ये फिल्म केरल को झकझोर देने वाली घटनाओं की एक बहुत ही वास्तविक, निष्पक्ष और सच्ची कहानी है।

इसी कड़ी में विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने केरल सरकार पर बेटियों की मौत के आंकड़े छुपाने का आरोप लगाते हुए सवाल किया है कि केरल से कितनी बेटियां गायब हैं, कितनी जिहादियों के द्वारा धर्मांतरित कर सीरिया जा चुकीं और कितनी मौत के मुंह में है..!!आखिर इन आंकड़ों को कब तक छुपाया जाएगा?उन्होंने कहा कि अब तो ईसाई मां, बाप भी लव जिहाद से आतंकित हैं।

 

लोकसभा सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक से उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने की शिष्टाचार भेंट,



ऋषिकेश देहरादून दिल्ली 4 मार्च। पूर्व केंद्रीय शिक्षा मंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री उत्तराखंड एवं वर्तमान में हरिद्वार से लोकसभा सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक से उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उनके दिल्ली स्थित आवास पर शिष्टाचार भेंट की।

इस अवसर पर डॉ निशंक एवं मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी के मध्य प्रधानमंत्री मोदी के विजन को उत्तराखंड में आगे बढ़ाने और देवभूमि के सर्वांगीण विकास को लेकर गहन चर्चा हुई।

डॉ निशंक ने मुख्यमंत्री धामी को शुभकामनाएं देते हुए कहा की “जी 20 की तीन अहम बैठकों की मेजबानी देवभूमि उत्तराखंड कर रहा है ये सभी के लिए बड़े गर्व की बात है। ये अवसर उत्तराखंड को देश का अग्रणी राज्य बनाने के लिए एक अहम कदम है।”

इस अवसर पर डॉ निशंक ने माननीय मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी जी को अपनी नवीनतम पुस्तक “पेशावर के महानायक वीर चंद्र सिंह गढ़वाली” एवं “विश्व प्रेरणा-स्पर्श हिमालय” भेंट कीं।

ऋषिकेश को लगेंगे विकास के नए पंख, मुख्यमंत्री धामी ने काशी और उज्जैन की तर्ज पर ऋषिकेश हरिद्वार कॉरिडोर निर्माण की योजना प्रधानमंत्री मोदी के सामने रखी, प्रधानमंत्री ने किया योजना को बेहद पसंद



ऋषिकेश 4 अप्रैल।  ऋषिकेश हरिद्वार में बढ़ते ट्रैफिक की समस्या और टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी अब सजग हो उठे है।

अपने दिल्ली दौरे में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करके पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए हर की पेड़ी और ऋषिकेश में काशी और उज्जैन की तर्ज पर कॉरिडोर निर्माण की योजना बताई है जिसे प्रधानमंत्री ने भी पसंद किया है।

गौरतलब है कि ऋषिकेश और हरिद्वार साल भर धार्मिक यात्राओं और पर्यटकों के गंगा स्नान के लिए सजे रहते हैं लेकिन सबसे बड़ी समस्या यहां पहुंचने वाले यात्रियों को जाम और भीड़भाड़ की देखने में नजर आती है खासकर ऋषिकेश एक ऐसी जगह है जहां विश्व भर का पर्यटक योग अध्यात्म और भारतीय संस्कृति को जानने के लिए पहुंचता है लेकिन बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर ना होने के चलते प्रेरकों को घंटों जाम की मुसीबत का सामना करना पड़ता है इसी को देखते हुए उत्तराखंड सरकार आने वाले दिनों में ऋषिकेश में काशी और उज्जैन की तर्ज पर एक भव्य कॉरिडोर का निर्माण करने जा रही है जिससे यात्रियों को गंगा घाटों पर आसानी से पहुंचने में मदद मिलेगी साथ ही अतिक्रमण पर भी लगाम लगेगी ।

लंबे समय से ऋषिकेश वासी सरकार से हरिद्वार की तर्ज पर ऋषिकेश के त्रिवेणी संगम का विकास करने की मांग कर रहे हैं लेकिन मामला हर बार फाइलों में अटका रहता है लेकिन प्रधानमंत्री के सामने पुष्कर सिंह धामी ने अपनी योजना को जब रखा तो यहां के त्रिवेणी घाट के हालात भी सुधरने की उम्मीद बनने लगी है।

उत्तराखंड महिला आयोग के अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने ऋषिकेश में काशी उज्जैन की तर्ज पर बनने जा रहे पुष्कर सिंह धामी के ड्रीम प्रोजेक्ट का स्वागत करते हुए इसे ऋषिकेश के पर्यटन में मील का पत्थर बताया ।

ऋषिकेश के संत समाज में भी लंबे समय से त्रिवेणी संगम पर हर की पेड़ी के तर्ज पर विकास की मांग कर रहे हैं मुख्यमंत्री के इस प्रोजेक्ट में हर की पेड़ी की तर्ज पर ऋषिकेश के विकास होने की उम्मीद थी जो कि अब साकार होती नजर आएगी जिस का संत समाज ने दिल से आभार जताया है।

ऋषिकेश नगर निगम की मेयर अनीता मंमंगाई का कहना है कि मुख्यमंत्री की ऋषिकेश में कॉरिडोर बनाने का प्रोजेक्ट यहां आने वाले देश विदेश के श्रद्धालुओं के लिए एक अनमोल तोहफा होगा , जिससे ऋषिकेश में भी पर्यटकों को घूमने के लिए एक नया अनुभव मिलेगा पूरा नगर निगम मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री का आभार प्रकट करता है।

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से की शिष्टाचार भेंट



ऋषिकेश 3 अप्रैल। मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने नई दिल्ली में प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी से शिष्टाचार भेंट की।

मुख्यमंत्री ने भारत सरकार द्वारा राज्य के विकास हेतु जमरानी बांध परियोजना की स्वीकृति सहित विभिन्न बाह्य साहयतित परियोजनाओं एवं पूंजीगत परियोजनाओं हेतु विशेष सहायता योजनाओं के लिए व्यापक सहयोग प्रदान करने पर प्रधानमंत्री जी का आभार व्यक्त किया।

राज्य को G 20 की तीन महत्वपूर्ण बैठकों का दायित्व दिए जाने पर धन्यवाद देते हुए कहा कि रामनगर में मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार के वर्किंग ग्रुप की बैठक सफलतापूर्वक आयोजित की गई।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमन्त्री जी को चारधाम यात्रा, आदि कैलाश और लोहाघाट स्थित मायावती आश्रम के लिए आमंत्रित किया। प्रधानमंत्री के साथ लगभग एक घंटे तक चली बैठक में मुख्यमंत्री ने राज्य के विकास से संबंधित विभिन्न विषयों पर चर्चा की और प्रधानमंत्री जी का मार्गदर्शन प्राप्त किया। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री को मुनस्यारी की शॉल, उत्तराखंड में G 20 के सफल आयोजन की कॉफी टेबल बुक, एक साल नई मिसाल की कॉफी टेबल बुक, मिलेट एवं जागेश्वर धाम की प्रतिकृति भेंट की।मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री को चमोली के जोशीमठ क्षेत्र में भूधंसाव से प्रभावितों को राहत और विस्थापन कार्यों की जानकारी देते हुए कहा कि भूस्खलन एवं भू-धसाव हेतु आर्थिक पैकेज रू० 2942.99 करोड़ की आवश्यकता है। उक्त पैकेज में प्रभावितों को अस्थाई राहत व आवास व्यवस्था हेतु 150 प्री फॅब्रिकेटेड घरों का निर्माण, साइट डेवलपमेंट कार्य, प्रभावित भत्ता प्रमुख है। आवासीय एवं व्यवसायिक अवसंरचनाओं के मुआवजे, असुरक्षित जोन में आने वाले परिवारों की जमीनों के मुआवजे, प्रभावित व्यक्तियों के स्थायी पुनर्वास एवं भूमि के अधिग्रहण व विकास और प्रभावित विभागीय अवसंरचनाओं की मरम्मत व पुनर्स्थापना का कार्य सम्मिलित है। जोशीमठ के स्थरीकरण तथा पुनर्विकास का कार्य भी किया जाना है।राज्य सरकार द्वारा उत्तराखण्ड लैंडस्लाइड मिटिगेशन एण्ड मैनेजमेंट सेंटर स्थापित किया गया है, जो सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर भूमि धसाव सुधार एवं प्रबंधन पर सलाह देगा। सेंटर ने जोशीमठ में कार्य करना आरम्भ कर दिया है, इसके द्वारा प्रभावित भू धसाव, आपदा प्रभावित जोखिम क्षेत्र का रोडमैप तैयार कर दिया गया हैमुख्यमंत्री ने कहा कि जमरानी बांध बहुउद्देशीय परियोजना के लिए वित्त मंत्रालय द्वारा आयोजित पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड की बैठक में संस्तुति प्रदान की गई। मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री से जमरानी बांध बहुउद्देशीय परियोजना की वित्तीय स्वीकृति आर्थिक मामलों की कैबिनेट कमेटी से भी कराए जाने का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री ने हरिद्वार से वाराणसी के लिए वन्दे भारत रेल सेवा शुरू किए जाने का भी आग्रह करते हुए कहा कि इससे श्रद्धालुओं और पर्यटकों को बड़ी सुविधा मिलेगी।मुख्यमंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय पशुधन मिशन के अन्तर्गत आस्ट्रेलिया से 240 मैरीनो भेड़े दिसम्बर, 2019 में आयात की गई थी। इसकी सफलता के आधार पर प्रथम चरण में 500 मैरीनो भेड़ों को आयात करने का प्रस्ताव है जिससे आगामी 3-4 महीनों में लगभग 500 मैट्रिक टन उच्च गुणवत्ता ऊन प्राप्त हो सकती है जो आत्मनिर्भर भारत के अवधारणा के अन्तर्गत भारतीय वस्त्र उद्योग के लिये महत्वपूर्ण है। इसके लिए पशुधन मंत्रालय एवं कपड़ा मंत्रालय से सहयोग अपेक्षित है।प्रदेश द्वारा स्टेट मिलेट मिशन का वर्ष 2023-24 से 2027-28 तक संचालन किया जा रहा है। मिलेट मिशन में 10,000 मै0टन मडुवा, किसानों से खरीद कर पी०डी०एस० के माध्यम से वितरित किया जायेगा। साथ ही झंगोरे की खीर को मिड-डे-मील में सप्ताह में एक बार विद्यार्थियों को उपलब्ध कराया जायेगा । झंगोरा, रामदाना एवं काकुनी के लिये न्यूनतम समर्थन मूल्य जारी किये जाने की आवश्यकता है।मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा एवं पोषण मिशन, दलहन व तिलहन के अन्तर्गत गहत व काला भट्ट फसल के सत्य बीज के प्रयोग की अनुमति प्रदान करने का भी अनुरोध किया।मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में नाबार्ड द्वारा 18 हजार पॉलीहाउस की स्थापना हेतु रू0 280 करोड़ की स्वीकृति दी गयी है, इससे लगभग 1 लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। राज्य में सेब उत्पादन को अधिक से अधिक प्रोत्साहित करने हेतु एप्पल मिशन के अन्तर्गत रू0 35 करोड़ की योजना स्वीकृत की गयी है। उच्च मूल्य वाली फसलों जैसे- कीवी ड्रैगन फ्रूट, स्ट्राबेरी आदि को राज्य सरकार द्वारा बढ़ावा दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में मौनपालन के समग्र विकास हेतु राष्ट्रीय मधुमक्खी पालन एवं शहद मिशन योजना (NBHM) के दिशा निर्देशानुसार रू० 249.529 करोड़ का प्रस्ताव केन्द्र सरकार को प्रेषित किया गया है, जिसमें कुल अनुदान रू0 203.391 करोड़ केन्द्र सरकार से अपेक्षित है।

मुख्यमंत्री ने प्रस्ताव की स्वीकृति के लिए प्रधानमंत्री से अनुरोध करते हुए कहा कि उक्त प्रस्ताव से लगभग 45,000 मौनपालकों को सीधे लाभ पहुंचेगा जबकि प्रदेश के समस्त बागवानों एवं कृषकों को उत्पादन में वृद्धि के माध्यम से अप्रत्यक्ष लाभ प्राप्त होगा।ऋषिकेश एम्स का 280 शैय्याओं युक्त सैटेलॉइट सेन्टर, ऊधम सिंह नगर (कुमांऊ मण्डल) हेतु स्वीकृत है। सी०पी०डब्ल्यूडी कार्यदायी संस्था है। कार्य में त्वरित गति अपेक्षित है।

मुख्यमंत्री ने पिथौरागढ़ के नैनी सैनी हवाई अड्डे में हवाई सेवाओं के संचालन करने तथा हवाई अड्डे के विस्तारीकरण के दृष्टिगत हवाई अड्डे को भारतीय वायुसेना ( रक्षा मंत्रालय) को हस्तांतरित किए जानें के लिए संबंधित को निर्देशित किए जाने के लिए प्रधानमंत्री से अनुरोध किया।मुख्यमंत्री ने राज्य में पीएमजीएसवाई -1 & ॥ के समस्त अवशेष 473 कार्यों को पूर्ण करने हेतु मार्च, 2024 तक की अनुमति प्रदान करने पर विचार किए जाने का निवेदन किया। पीएमजीएसवाई के अन्तर्गत राज्य में 150 से 249 की जनसंख्या वाली 407 बसावटें अवशेष हैं, जिसमें 3200 किमी0 लम्बी सड़कों का निर्माण प्रस्तावित है, तथा अनुमानित लागत रू० 2900 करोड़ है। इन बसावटों की स्वीकृति हेतु अनुमति प्रदान किया जाना निवेदित है।प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अन्तर्गत उत्तराखण्ड में अवशेष 25,423 लाभार्थियों हेतु आवास आवंटन का लक्ष्य माह अप्रैल, 2023 में प्राप्त होना आवश्यक है, जिससे इनको माह दिसम्बर, 2023 तक पूर्ण किया जा सके। इससे वर्ष 2024 तक सभी पात्र लाभार्थियों को आवास योजना से संतृप्त किये जाने का लक्ष्य पूर्ण हो जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा देश की अर्थव्यवस्था को USD 5 Trillion बनाये जाने का लक्ष्य रखा गया है। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा राज्य की आर्थिकी को सुदृढ़ करने हेतु “सशक्त उत्तराखण्ड” मिशन लॉच किया है जिसके अन्तर्गत अगले 5 वर्षो में (2022-2027) GSDP रू० 2.75 लाख करोड़ से दोगुना कर रू0 5.5 लाख करोड़ करने का लक्ष्य रखा गया है। वर्तमान में McKinsey Global Firm द्वारा इस लक्ष्य की प्राप्ति हेतु पर्यटन, कृषि, उद्योग, स्वास्थ्य एवं शिक्षा तथा सर्विस सेक्टर में निजी निवेश को आकर्षित करने की फोकस एप्रोच के साथ आधारभूत संरचनाओं के विकास का सामन्जस्य बिठाते हुए रणनीति तैयार की जा रही है।मुख्यमंत्री ने राज्य की नई पर्यटन नीति की जानकारी देते हुए कहा कि काशी विश्वनाथ तथा उज्जैन महाकाल कॉरिडोर की भांति हर की पैड़ी हरिद्वार तथा ऋषिकेष कॉरिडोर पर कार्य किया जा रहा है। जनपद चमोली में माणा गांव से 5 कि०मी० की दूरी पर अवस्थित मूसापानी स्थल को नाडावेट (गुजरात) की तर्ज पर विकसित किये जाने हेतु चिन्हित किया गया है।केदारनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम के पुनर्विकास कार्यों की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि चारधाम धार्मिक पर्यटन की भांति कुमाऊं क्षेत्र में स्कन्द पुराण में उल्लेखित मानसखण्ड मंदिर माला मिशन के अन्तर्गत सर्किट के रूप में 48 मंदिरों तथा गुरूद्वारों को चिन्हित किया गया है। जिसमें प्रथम चरण में 16 मंदिरों का सर्किट बनाने हुये अवस्थापना विकास किया जाना प्रस्तावित है।राज्य में युवाओं को रोजगार एवं स्वरोजगार प्रदान करने हेतु मुख्यमंत्री कौशल विकास योजना बनायी जा रही है, जिसके अन्तर्गत ग्लोबल प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से युवाओं को विदेशों में विशेषकर जापान, जर्मनी, यू०के० अमेरिका, सिंगापुर आस्ट्रेलिया तथा कनाडा में मुख्य रूप से एल्डर केयर, नर्सिंग, आतिथ्य सत्कार, आयुष ( योग, ध्यान तथा आयुर्वेद) से संबंधित सेक्टर में आकर्षक पैकेज दिलाया जायेगा।औद्योगिकी एवं रोजगार को बढ़ावा दिये जाने हेतु नई मैगा एवं इण्डस्ट्रियल पॉलिसी, प्राइवेट इण्डस्ट्रियल पार्क पॉलिसी एवं कस्टमाइज पैकेज प्रख्यापित की गयी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में अक्टूबर-नवम्बर में इन्वेस्टमेंट समिट प्रस्तावित है।राज्य में नीति आयोग, भारत सरकार की तर्ज पर सेतु “State Institute for Empowering and Transforming Uttarakhand-SETU” बनाया जा रहा है। पी०एम० गति शक्ति पोर्टल की तर्ज पर राज्य का पी०एम० गतिशक्ति पोर्टल भी विकसित किया गया है। स्टार्ट अप नई पॉलिसी जिसमें अन्य सभी लाभ सहित लगभग रू0 200 करोड़ का वेंचर फंड स्थापित किया गया है। माननीय प्रधानमंत्री जी की 13 फ्लैगशिप योजनाओं के अन्तर्गत किसान सम्मान निधि, स्वामित्व योजना, सॉइल हेल्थ कार्ड में शत-प्रतिशत प्रगति एवं प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण में 94 प्रतिशत की प्रगति प्राप्त कर ली गयी है राज्य सरकार द्वारा भारत सरकार के सौर ऊर्जा को प्रोत्साहित करने के विजन के दृष्टिगत सोलर पावर पॉलिसी लाई गयी है। वर्ष 2027 तक 2500 मेगावाट सोलर ऊर्जा क्षमता को प्राप्त करने का लक्ष्य रखा गया है।

चार धाम आने वाले यात्रियों की सुरक्षा के लिए मार्गो पर रहेगी चाक-चबंद व्यवस्था‌-चंदन राम दास -धामों में यात्रियों के खाने के लिए वैष्णो ढाबे खोले जाएंगे -अधिक यात्रियों के आने पर साढ़े तीन‌सौ बसे सरपलस रखी‌ जाएगी परिवहन मंत्री ने ऋषिकेश में वाहन स्वामियों को ग्रीन कार्ड दिए जाने के साथ किया यात्रियों के प्रतिक्षालय का उद्घाटन



ऋषिकेश 3 अप्रैल ‌। उत्तराखंड राज्य के परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने कहा कि वर्ष 2023 में आयोजित चार धाम यात्रा में पिछली बार की अपेक्षा काफी अधिक संख्या में मंदिरों के दर्शन के लिए यात्री आ रहे हैं, जिनकी सुरक्षा करना सरकार की प्राथमिकता है। जिसके लिए सभी विभागों से समन्वय स्थापित कर टीम भावना से कार्य किया जाएगा। इसी के साथ धामों पर खाने के लिए वैष्णो ढाबे भी खोले जाएंगे। यह बात परिवहन मंत्री चंदन राम दास ने सोमवार को संभागीय परिवहन कार्यालय ऋषिकेश में चारधाम यात्रा में आने वाले यात्रियों के विश्राम गृह उपसम्भागीय परिवहन कार्यालय में नवनिर्मित वातानुकूलित प्रतीक्षालय का उद्घाटन और वाहन स्वामियों को ग्रीनकार्ड वित्तरण करने के साथ उप सहायक संभागीय परिवहन कार्यालय में नवनिर्माण कार्य की प्रगति का अवलोकन करने के उपरांत पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि‌‌ पिछली बार यात्रा के दौरान कुछ कमियां थी, जिसका संज्ञान लेते प्रदेश के मुख्यमंत्री सहित परिवहन से जुड़े तमाम कंपनियों के साथ बातचीत कर उनका समाधान भी किया गया है। उनका कहना था कि चार धाम पर जाने वाले यात्री बड़ी श्रद्धा के साथ मंदिरों के दर्शन करने के लिए आते हैं, हमारी अपेक्षा रहेगी कि वह यहां से अच्छा संदेश लेकर जाए, उन्होंने कहा कि चार धाम पर यात्रियों को ले जाने वाले वाहन चालको को भी अच्छी सुविधा दिए जाने का प्रयास किया जा रहा है। जिनके लिए अच्छे खाने के साथ उनके आराम करने की व्यवस्था भी सरकार की ओर से की जा रही है, जिसके कारण वाहन चालक तनावमुक्त भी रहेगा, और यात्रियों को सुखद पूर्वक यात्रा भी करवाएगा, उन्होंने बताया कि 12 अप्रैल को एक बार फिर सभी विभागों की संयुक्त बैठक भी बुलाई जा रही है। तमाम विभागों को निर्देशित कर दिया गया है कि वह सड़कों को गड्ढा मुक्त बनाएं जिससे दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि यात्रियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए यात्रियों के पास आयुष्मान कार्ड ना होने पर उन्हें तमाम सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी, उन्होंने बताया कि यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य की दृष्टि से 50 एटीएम सेंटर भी खोले जा रहे हैं, इतना ही नहीं सरकार ने दुर्घटना के दौरान परेशानियों से बचाए जाने के लिए देशभर के बड़े अस्पतालों से भी संपर्क कर उन्हें चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराया जाने की व्यवस्था भी की है। उन्होंने कहा कि इस बार चार धाम यात्रा पर सीएनजी और इलेक्ट्रिकल वाहनों को भी संचालित की जाएगा, इसी के साथ साढ़े तीन सौ वाहनों को सरपलस रखा जाएगा।उन्होंने कहा कि इस बार वाहनों का किराया नहीं बढ़ाया जाएगा। उन्होंने मीडिया बंधुओं से भी आग्रह किया है कि वह पहली खबरों से बचें, जिससे यात्रियों को काफी असुविधा का सामना करना पड़ता है। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि रोडवेज को 20 करोड़ के घाटे से बचाकर 20लाख के प्रॉफिट में लाया गया है। उन्होंने सरकार द्वारा वाहनों में लगाए जाने वाली डिवाइस के लाभ की जानकारी भी दी। उन्होंने संयुक्त रोटेशन के पदाधिकारियों से भी आग्रह किया है कि वह प्रशिक्षित चालकों को ही यात्रा पर भेजें। उन्होंने कहा कि इस बार यात्रा को सुविधा पूर्वक और शुगम और सुरक्षात्मक दृष्टि से बनाए जाने के साथ दुर्घटनाग्रस्त बनाए जाने का प्रयास किया गया । जिसकी मॉनिटरिंग प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा समय-समय पर की जा रही है। इस दौरान आरटीओ सुनील कुमार शर्मा ने कहा इस बार चार धाम यात्रा पर चेकपोस्ट हाईटेक होगी,जिसके कारण जाम की स्थिति पैदा नहीं होने दी जाएगी, इसी के साथ यात्रा पर जाने वाले वाहनों को जगह-जगह रोक कर चेक करने की व्यवस्था नहीं रहेगी, जिसके लिए टीमें गठित हैं, उन्होंने कहा कि चार धाम पर जाने वाली टैक्सी गाड़ियों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिसके कारण जानकी इससे जैसे भी बचा जा सकेगा। उन्होंने बताया कि परिवहन विभाग द्वारा इस प्रकार की व्यवस्था की गई है कि धामों के दर्शन करने वाले यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा ना हो, ऋषिकेश में ‌‌यात्रियों‌‌ को होने वाली से असुविधा से बचने के लिए, एक केंद्र की स्थापना भी की गई है, जिसमें सभी असुविधा का समाधान किया जाएगा, इसी के साथ 2022 से विभाग की ओर से ग्रीन कार्ड ‌की व्यवस्था की गई है। नगर निगम महापौर अनीता ममगांई ने कहा कि चार धाम पर आने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए नगर निगम भी पूरी तरह से मदद करेगा, उन्होंने कहा कि निगम द्वारा स्वच्छता की दृष्टि से आशिक स्वच्छता कर्मियों की भर्ती कर यात्रा मार्गों के साथ यात्रा अड्डे को भी स्वच्छ रखा जाएगा उन्होंने यह भी कहा कि निगम की ओर से हाईटेक शौचालयों का निर्माण भी किया गया है। इसी के साथ मोबाइल शौचालय को भी उपलब्ध रखा जाएगा। इस अवसर पर एआरटीओ अरविंद पांडे, आरटीओ पौड़ी द्वारिका प्रसाद, एआरटीओ रश्मि पंत, एआरटीओ रुड़की एल्विन रॉक्सी, आरटीओ रुड़की कुलवंत सिंह चौहान, आरटीओ हरिद्वार रत्नाकर सिंह, संयुक्त रोटेशन के अध्यक्ष संजय शास्त्री, कार्यकारी अध्यक्ष मनोज ध्यानी ,भारतीय जनता पार्टी के जिला अध्यक्ष रविंद्र राणा, सहित तमाम विभागीय अधिकारियों के साथ परिवहन विभाग से जुड़े लोग भी उपस्थित थे।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात, राष्ट्रीय महामंत्री व उत्तराखंड प्रभारी दुष्यंत गौतम से भी की मुलाकात, सियासी गलियारों में हुए राजनीतिक कयास तेज



ऋषिकेश/ देहरादून/ दिल्ली 31 मार्च उत्तराखंड में भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने आज आज दिल्ली में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रधानमन्त्री आवास में  एक शिष्टाचार भेंट की। महेंद्र भट्ट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भेंट के दौरान प्रधानमंत्री मोदी को बद्रीनाथ धाम का एक चित्र स्वरूप भेंट किया और गंगा जली देकर उनका अभिवादन किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर उन्होंने प्रदेश के समसामयिक विषयों पर भी चर्चा की।

बताते चलें इससे पूर्व आज ही उन्होने नई दिल्ली में राष्ट्रीय महामंत्री एवं उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश प्रभारी दुष्यंत कुमार से भी  शिष्टाचार भेंट की है।

भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रीय महामंत्री उत्तराखंड के प्रभारी से इन मुलाकातों के राजनीतिक सियासी गलियारों में चर्चाएं चल उठी हैं। जिनसे प्रदेश में होने वाली राजनीति को लेकर कई राजनीतिक कयास लगाए जा रहे हैं

100 मोस्ट पॉवरफुल इंडियंस की सूची में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी हुए शामिल



ऋषिकेश देहरादून 30 मार्च। द इंडियन एक्सप्रेस के वर्ष 2023 के 100 मोस्ट पॉवरफुल इंडियंस की सूची में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी शामिल हैं। इस सर्वे में पहले स्थान पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी,दूसरे व तीसरे पर क्रमशः गृह मंत्री अमित शाह और एस जयशंकर हैं।

द इंडियन एक्सप्रेस की ओर से देश के 100 मोस्ट पॉवरफुल इंडियंस को जानने के लिए मुख्यतः राजनीतिज्ञों, उद्यमियों, अभिनेताओं एवं खिलाड़ियों के मध्य सर्वे कराया गया था। इस सूची में जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले नम्बर पर हैं तो केंद्रीय मंत्रियों अमित शाह, एस जयशंकर, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रिलायंस इंडस्ट्रीज के मालिक मुकेश अंबानी के अलावा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ टॉप 10 में शामिल हैं। इसके अलावा राहुल गांधी, अरविंद केजरीवाल, ममता बैनर्जी, शिवराज सिंह चौहान, मल्लिकार्जुन खड़गे, शाहरुख खान भी 100 मोस्ट पॉवर फुल इंडियंस में हैं।
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी को इस सूची में 93 रैंक पर रखा गया है।