गणेश चतुर्थी के मौके पर लोकसभा के नए भवन में श्रीगणेश करने पर संसदीय कार्यमंत्री डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने किया खुशी का इजहार, प्रदेशवासियों को दी बधाई



ऋषिकेश 19 सितंबर ।गणेश चतुर्थी के मौके पर लोकसभा के नए भवन में श्रीगणेश करने पर सूबे के संसदीय कार्यमंत्री व पूर्व स्पीकर डा. प्रेमचंद अग्रवाल ने खुशी का इजहार किया है।

संसदीय मंत्री डा. अग्रवाल ने कहा कि जिस तरह से पुराने संसद भवन में अनेक ऐतिहासिक व महत्वपूर्ण फैसले लिए हैं, उसी तरह इस नए संसद भवन में भी ऐसे जनहित व लोकहितकारी निर्णय लिए जाएंगे।

संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि पिछले 75 वर्ष में लोकतंत्र की सबसे बड़ी उपलब्धि यह रही कि सामान्य जन का संसद पर विश्वास देखने को मिला। उन्होंने कहा कि पुराना भवन संविधान सभा से शुरू होकर 75 वर्षों की संसदीय यात्रा, उसकी उपलब्धियों, अनुभव और यादों से सराबोर रहा।

उन्होंने कहा कि पुराने संसद भवन में सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना के साथ अनेक ऐतिहासिक निर्णय लिए गए।संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि गणेश चतुर्थी के शुभ अवसर पर आज नए संसद भवन में सत्र का भी श्रीगणेश हुआ है।

उन्होंने कहा कि पुराने भवन की तरह ही नया संसद भवन में भी अनेक ऐसे फैसले लिए जाएंगे, जिनमें सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भावना निहित होगी।

उन्होंने कहा कि नए संसद भवन में महिला आरक्षण बिल को पेश किया गया है, जिसमें लोकसभा, राज्यसभा और विधानसभाओं में 33 फीसदी आरक्षण देने का प्रावधान है। कहा कि महिला आरक्षण बिल पास होने से नए संसद भवन एक नई गाथा लिखने लिखेगा।

संसदीय कार्य मंत्री ने नए संसद भवन में प्रवेश कर सत्र की शुरूआत करने पर प्रधानमंत्री सहित देश के सभी मंत्रीगणों तथा देशभर के सांसदों को अपनी बधाई दी है।

मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड सेवा आयोग से चयनित 57 सहायक अभियोजन अधिकारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान कर दी शुभकामनाएं, चयनित अभ्यर्थियों पर जन सेवा की अहम जिम्मेदारी, अपने कार्यक्षेत्र के प्रति पूर्णतः जिम्मेदारी का भाव होना जरूरी: पुष्कर सिंह धामी 



देहरादून 18 सितंबर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज सचिवालय में उत्तराखण्ड सेवा आयोग से चयनित 57 सहायक अभियोजन अधिकारियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये।

मुख्यमंत्री ने सभी चयनित अभ्यर्थियों को शुभकामनाएं दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ईश्वर ने आपको ऐसा कार्यक्षेत्र दिया है, जिसमें कार्य करने की बहुत संभावनाएं हैं।

उन्होंने आशा व्यक्त की कि सभी अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन पूरी ईमानदारी एवं कर्तव्यनिष्ठा के साथ करेंगे। कार्यक्षेत्र में आने वाली चुनौतियों का सामना जिम्मेदारी पूर्वक करेंगे।

उन्होंने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड की सेवा का अवसर मिलना सौभाग्य की बात है। मुख्यमंत्री ने सभी चयनित अभ्यर्थियों के अभिभावकों, गुरूजनों और मार्गदर्शकों को भी बधाई दी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी चयनित अभ्यर्थियों पर जन सेवा की अहम जिम्मेदारी है। अपने कार्यक्षेत्र में मन में पूर्णतः जिम्मेदारी का भाव होना जरूरी है। सच्चे और अच्छे मन से कार्य हों, तो इससे बड़ी आत्मसंतुष्टि मिलती है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर “प्रधानमंत्री की सौगात-आपके लिए” कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिरकत कर लाभार्थियों को आवास की चाबी ओर घर समाज के लिए चेक प्रदान किये, स्वच्छता लीग मैराथन’ का भी किया शुभारंभ



देहरादून 17 सितंबर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज मुख्यमंत्री आवास स्थित मुख्य सेवक सदन में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस के अवसर पर आयोजित “मा. प्रधानमंत्री की सौगात-आपके लिए” कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। कार्यक्रम में उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अन्तर्गत स्वयं सहायता समूहों एवं प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के अन्तर्गत 11 लाभार्थियों को आवास स्वीकृति पत्र, चाबी एवं घर के लिए बर्तन और सामान क्रय के लिए 05-05 हजार रुपये के चेक प्रदान किये।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना-ग्रामीण के लाभार्थियों को अब घर के बर्तन और सामान के लिए 06-06 हजार रुपये दिये जायेंगे। उन्होंने एन.आर.एल.एम. योजना के अंतर्गत 25 लाभार्थियों को चेक एवं 10 समूहों को 75-75 हजार रुपये के सामुदायिक निवेश फण्ड (सीआईएफ) के चेक प्रदान किये। कार्यक्रम में 05 समूहों को 10-10 हजार रुपये के रिवाल्विंग फण्ड और 10 समूहों को 1.50 लाख-06 लाख रुपये तक के चेक प्रदान किए गए। राज्य में एन.आर.एल.एम. योजना के तहत 5.01 लाख महिलाओं को संगठित कर 64 हजार 686 समूहों, 06 हजार 551 ग्राम संगठनों एवं 392 क्लस्टर स्तरीय संगठनों का गठन किया गया है। मुख्यमंत्री  धामी ने प्रधानमंत्री  मोदी को जन्मदिन की शुभकामनाएं देते हुए भगवान केदारनाथ और भगवान बद्री विशाल से उनके सुदीर्घ जीवन की कामना की।

उन्होंने जन्मदिन के सुअवसर पर देवभूमि की बहनों को पक्के मकान के रूप में विशेष उपहार देने पर प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे बीच अनेकों ऐसे परिवार हैं जिनके लिए अपना खुद का घर मिलना किसी सपने के पूर्ण होने से कम नहीं है। गरीबों को अपना पक्का घर देना योजना मात्र नहीं है, यह प्रदेश के एक-एक वंचित को इस बात का विश्वास देने की प्रतिबद्धता है कि सरकार उनके सशक्तीकरण के लिए दृढ़ संकल्पित है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री  के नेतृत्व में देश में पिछले 9 वर्षों में करीब 4 करोड़ से अधिक पक्के घर गरीब परिवारों को मिल चुके हैं। इनमें से करीब 70 प्रतिशत घर महिलाओं के नाम पर हैं। जब कोई सरकार अंत्योदय को अपना ध्येय मानकर कार्य करती है तो उसके परिणाम अलग होते हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में उत्तराखण्ड में भी विकास के एक नए युग का सूत्रपात हो चुका है। प्रदेश के आधारभूत ढांचे को मजबूत करने और राज्य को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में अनेकों कार्य किये जा रहे हैं। कार्यक्रम में ग्राम्य विकास मंत्री  गणेश जोशी ने भी विचार रखे।

इसके अलावा मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने आज प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी  के जन्मदिवस के अवसर पर नगर निगम देहरादून द्वारा आयोजित ‘स्वच्छता लीग मैराथन’ का शुभारंभ किया। उन्होंने बाबा केदार, भगवान बदरी विशाल और मां गंगा से प्रधानमंत्री के स्वस्थ एवं दीर्घायु होने की कामना की है।

मुख्यमंत्री  धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री  मोदी  के अब तक के 09 साल के कार्यकाल में देश ने अनेक उपलब्धियां हासिल की हैं। आज दुनिया में भारत का मान, सम्मान और स्वाभिमान बढ़ा है। वैश्विक स्तर पर भारत की शाख बढ़ी है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री  के नेतृत्व में आयोजित जी20 समिट में पूरी दुनिया ने भारत की संस्कृति और सामर्थ्य को देखा।

उन्होंने भारत के श्री अन्न को भी वैश्विक स्तर पर अलग पहचान दिलाने का कार्य किया है। आज भारत विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाला देश बन चुका है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री जी के मार्गदर्शन में केन्द्र सरकार से राज्य को हर क्षेत्र में पूरा सहयोग मिल रहा है। सड़क, रेल और हवाई कनेक्टिविटी का तेजी से विस्तार हो रहा है। पर्यटन, कृषि, बागवानी, शिक्षा, चिकित्सा, तकनीकि क्षेत्र सभी में राज्य तेजी से आगे बढ़ रहा है।

ग्लोबल इन्वेस्टर सब्मिट में मुख्यमंत्री ने बतौर मुख्य अतिथि किया प्रतिभाग, ₹7600 करोड़ के निवेश प्रस्ताव को उत्तराखण्ड सरकार के साथ एमओयू किए, राज्य के उद्यमी ही हमारे ब्राण्ड एम्बेसडर हैं और राज्य में निवेश बढ़ाने में उनकी सबसे अधिक सहभागिता है : पुष्कर सिंह धामी



देहरादून दिल्ली 14 सितंबर। दिसम्बर माह में आयोजित होने वाले #globalinvesterssummit को लेकर आज नई दिल्ली स्थित होटल ताजमहल में कर्टेन रेजर कार्यक्रम आयोजित किया गया।

कार्यक्रम में उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बतौर मुख्य अतिथि प्रतिभाग किया। इस अवसर पर ITC ने ₹5000 करोड़ के निवेश का प्रस्ताव उत्तराखण्ड सरकार को दिया। महिन्द्रा हॉलीडेज एण्ड रिसोर्ट इण्डिया लिमिटेड के साथ ₹1000 करोड़ और #eKuber के साथ ₹1600 करोड़ के निवेश का MoU किया गया। महिन्द्रा हॉलीडेज एण्ड रिसोर्ट इण्डिया लिमिटेड उत्तराखण्ड में अगले तीन महीने में ₹1000 करोड़ के निवेश के साथ विभिन्न स्थानों पर 45 रिजोर्ट स्थापित करने जा रहा है। इससे 1500 लोगों के लिए रोजगार के अवसर खुलेंगे। पूरे देश में यह महिन्द्रा हॉलीडेज एण्ड रिसोर्ट इण्डिया लिमिटेड का किसी भी राज्य में सबसे बड़ा निवेश है।

मुख्यमंत्री ने डेस्टिनेशन उत्तराखण्ड-ग्लोबल इनवेस्टर्स समिट-2023 के बारे में बताया कि उत्तराखण्ड एक युवा राज्य के रूप में तेजी से उभर रहा है, जहां उद्योगों के लिए अपार संभावनाएं हैं। राज्य में ईज आफ डूइंग बिजनेस के साथ-साथ पीस आफ डूइंग बिजनेस भी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश को बढ़ावा देने के लिए पर्यटन नीति-2023, एमएसएमई नीति-2023, स्टार्टअप नीति-2023, लॉजिस्टिक्स नीति-2023, निजी औद्योगिक आस्थानों की स्थापना हेतु नीति-2023 लागू की गई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की आर्थिकी को सुदृढ़ करने के लिए सशक्त उत्तराखण्ड मिशन लॉन्च किया गया है, जिसके तहत अगले 5 वर्षों में राज्य की एसजीडीपी को दोगुना करने का लक्ष्य रखा गया है। इसी कड़ी में इनवेस्टर्स समिट-2023 का आयोजन किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के उद्यमी ही हमारे ब्राण्ड एम्बेसडर हैं और राज्य में निवेश बढ़ाने में उनकी सबसे अधिक सहभागिता है। हमारी सरकार सरलीकरण, समाधान, निस्तारण और संतुष्टि के आधार पर कार्य कर रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में पर्यटकों एवं श्रद्वालुओं की सुविधा हेतु सभी स्थलों पर नवाचार के माध्यम से सुविधाओं का विकास किया जा रहा है। निर्यात को बढ़ावा देने के लिए भी नीति निर्धारित की गई है। उन्होंने कहा कि देवभूमि में कर्म करना हम सबका सौभाग्य है। राज्य का वातावरण पूर्णतः उद्यमियों के अनुकूल है। उत्तराखण्ड का 71 प्रतिशत भू-भाग वनों से आच्छादित हैं। हेल्थ वेलनेस के साथ ऊर्जा का भी यह स्रोत है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड ने राज्य में उत्पादित/निर्मित 09 उत्पादों ने जीआई टैग हासिल किये हैं। इन जीआई टैगों में कुमाऊँ ब्यूरो ऑयल, मुनस्यारी राजमा भोटिया दन, एपण रिंगाल, ताम्र उत्पाद, धुलमा, तेजपत्ता तथा बासमती चावल शामिल हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा नेटल (बिच्छू घास), पिछौड़ा, आर्टिस्टिक कैण्डल मुखौटा एवं मन्दिर प्रतिकृत आदि कुछ अन्य उत्पादों में जीआई टैग के लिए आवेदन किया गया है।उन्होंने कहा कि उद्योग संवर्द्धन और आन्तरिक व्यापार विभाग की ‘ईज आफ डूईंग बिजनेस’ रैंकिंग में वर्ष 2022 की रैंकिंग में उत्तराखण्ड राज्य एचीवर्स श्रेणी में (8वें स्थान पर) शामिल है। जबकि नीति आयोग द्वारा जारी वर्ष 2022 के निर्यात तैयारी सूचकांक में उत्तराखण्ड राज्य हिमालयी राज्यों में प्रथम स्थान पर, जबकि देश में 9वें स्थान पर है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि उद्योग संवर्द्धन और आन्तरिक व्यापार विभाग की LEADS की वर्ष 2022 की रैंकिंग में उत्तराखण्ड राज्य एचीवर्स श्रेणी में शामिल है। इसी प्रकार स्टार्टअप रैंकिंग में ‘लीडर’ श्रेणी में शामिल है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में निवेश प्रोत्साहन एवं संवर्द्धन हेतु उद्योग निदेशालय स्तर पर एक समर्पित इन्वेस्टर फैसिलिटेशन सेल की स्थापना की है, जो निवेशकों / व्यवसायियों के लिये ‘वन स्टॉप शॉप’ के रूप में डेडीकेटेड हैण्डहोल्डिंग सपोर्ट उपलबध करा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ₹5 करोड़ से अधिक के पूंजी निवेश करने वाले उद्यमियों के लिए एक डेडीकेटेड रिलेशनशिप मैनेजर की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। अपेक्षित अनुमोदन/अनुज्ञा/स्वीकृति हेतु राज्य में ऑनलाइन सिंगल विण्डो क्लीयरेंस पोर्टल www.investuttarakhand.uk.gov.in की स्थापना की गई है। इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधु, अपर मुख्य सचिव  राधा रतूड़ी सहित अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित रहे।

सदन में राज्य आंदोलनकारियों के मुद्दे पर संसदीय कार्य मंत्री हुए भावुक बोले मैं भी हूं राज्य आंदोलनकारी, आंदोलन के दिनों को किया याद



देहरादून 08 सितंबर। सदन में राज्य आंदोलनकारियों/आश्रितों के आरक्षण के विषय पर चर्चा के दौरान संसदीय कार्यमंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल भावुक हो उठे। इस दौरान उनकी ऑखें आसूओं से नम हो गई।

डॉ अग्रवाल ने राज्य आंदोलन के दौरान विकट परिस्थतियों में सक्रिय सहभागिता को याद करते हुये सदस्य विनोद चमोली एवं भुवन कापड़ी आदि की भावनाओं से स्वयं को सम्बद्ध किया तथा बहुमत होते हुये भी राज्य आंदोलनकारियों की भावनाओं को सम्मान करने के लिये प्रस्तावित विधेयक को प्रवर समिति को सन्दर्भित करने का अनुरोध किया।सदन के भीतर संसदीय कार्यमंत्री ने कहा कि वह भी स्वयं राज्य आंदोलनकारी रहे हैं।

उन्होंने आंदोलन के दिनों को याद करते हुए बताया कि उन दिनों महिलाओं के साथ जो अत्याचार हुआ, उसे शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता। उन्होंने कहा कि इतिहास के पन्नों में वह दिन सबसे दर्दनाक रहा।

उन्होंने डोईवाला में स्वयं के द्वारा राज्य आंदोलन में प्रतिभाग करते हुए तत्कालीन सत्ताधारी सपा पार्टी के द्वारा किये गए अत्याचारों को भी सदन के भीतर रखा। उन्होंने बताया कि आंदोलन में प्रतिभाग करने पर उन्हें डोईवाला चौक पर घसीट कर ले जाया गया।

डॉ अग्रवाल ने सदन के भीतर कहा कि वह मुजफ्फरनगर कांड के प्रत्यक्षदर्शी रहे हैं, उसे दौरान उत्तराखंड वासियों के साथ अनहोनी हो गई थी।

उन्होंने कहा कि उन दिनों को याद कर आज भी आंखें नम हो जाती हैं।डॉ अग्रवाल ने सदन के भीतर उन राज्य आंदोलनकारी को याद करते हुए उस दौरान हुए शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की।

ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट निवेश के लिए कार्यवंतित परियोजनाओं की मुख्यमंत्री धामी ने अधिकारियों के साथ करी समीक्षा बैठक, राज्य में निवेश की संभावनाओं को हमें कार्यरूप में लाकर प्रदेश की आर्थिकी को तेजी से आगे बढ़ाना है: पुष्कर सिंह धामी



ऋषिकेश/देहरादून 7 सितंबर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के सफल आयोजन के लिए लगातार विभागों की बैठक ले रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने आज समिट में निवेश के लिए उन परियोजनाओं की समीक्षा की, जिन पर विभागों द्वारा कार्य किया जा रहा है।

उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि, राज्य में निवेश को तेजी से बढ़ाने और विभागों में बनी पॉलिसी को और बेहतर बनाने के लिए जो भी सुझाव प्राप्त हो रहे हैं, उनको शामिल करते हुए जो भी संशोधन की आवश्यकता है, इसके लिए प्रस्ताव लाये जाएं।

उन्होंने कहा कि सभी विभागीय सचिव इस पर विशेष ध्यान दें कि इन्वेस्टर्स समिट शुरू होने तक विभिन्न परियोजनाओं के तहत काफी अच्छी ग्राउंडिग हो जाए। राज्य में निवेश को तेजी से बढ़ाना हमारी शीर्ष प्राथमिकता है।

सभी विभागीय सचिव इसके लिए नियमित विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक करें। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि सभी विभागों के लैंड बैंक की पोर्टल के माध्यम से मॉनिटरिंग की जाय। निवेश के लिए आवश्यकतानुसार भूमि का सही उपयोग होना जरूरी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के पर्वतीय क्षेत्रों में निवेश बढ़ाने के लिए और प्रभावी प्रयासों की जरूरत है। राज्य का समग्र विकास पर्वतीय क्षेत्रों के विकास से ही संभव है। पर्वतीय क्षेत्रों में निवेशकों को निवेश करने के लिए लगातार प्रोत्साहित किया जाए। उन्होंने कहा कि राज्य में निवेश के लिए अनेक संभावनाएं हैं, इन संभावनाओं को हमें कार्यरूप में लाकर प्रदेश की आर्थिकी को तेजी से आगे बढ़ाना है।

उत्तराखंड विधानसभा में चल रहे मानसून सूत्र के दूसरे दिन वित्त मंत्री ने वर्ष 2023-24 के लिए प्रथम अनुपूरक बजट सदन में किया पेश, अनुपूरक बजट में जनकल्याण को समर्पित योजनाओं हेतु महत्वपूर्ण प्रावधान: प्रेम चंद अग्रवाल



देहरादून 06 सितंबर । उत्तराखंड विधानसभा में चल रहे मानसून सूत्र के आज दूसरे दिन वित्त मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने वर्ष 2023-24 के लिए प्रथम अनुपूरक बजट सदन में पेश किया।

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री  के योग्य नेतृत्व में विश्व विरादरी में भारत का सम्मान बढ़ा है। चन्द्रयान सफल अभियान अभियान से हम शीर्ष देशों के पंक्ति में खड़े हो गए है। जी-20 के अध्यक्ष के नाते हमारे देश ने अपनी नेतृत्व क्षमता का परिचय दिया है।

वित्त मंत्री डॉ अग्रवाल ने कहा कि हमारी सरकार जनकल्याण को समर्पित सरकार है। इसलिए मुख्य बजट में हम अनेक महत्वपूर्ण योजनाएं लेकर आये थे। इसमें आयुष्मान योजना, नन्दा गौरा योजना, माध्यमिक व उच्च शिक्षा हेतु छात्रवृत्ति की योजना, अन्तयोदय कार्ड धारकों को वर्ष में तीन संलेडर निशुल्क रिफिल कराये जाने की योजना, सामाजिक सुरक्षा से सम्बन्धित विभिन्न पेंशन योजना आदि का विशेष उल्लेख है। कहा कि इन जनकल्याण योजनाओं से हम समग्र विकास, समावेशी विकास तथा सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास तथा सबका प्रयास आदि प्रतिबद्धताओं को पूर्ण करते हैं। इस अनुपूरक बजट में भी जनकल्याण को समर्पित योजनाओं हेतु महत्वपूर्ण प्रावधान हैं।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि अनुपूरक बजट के लिए आवश्यक वित्त की व्यवस्था के लिए हमने गम्भीर प्रयास किये हैं। हम लगातार राजस्व अभिवृद्धि के लिए प्रयास कर रहे हैं। इसी का परिणाम है कि हम अब तक बजट अनुमान का 34 प्रतिशत राजस्व प्राप्त कर चुके हैं। राजस्व प्राप्ति के सम्बन्ध में यह उपलब्धि मुख्यतः इसलिए है कि क्योंकि हमारी सरकार लगातार समीक्षा कर रही है। वित्त विभाग के अधिकारियों के साथ-साथ मेरे द्वारा और माननीय मुख्यमंत्री  द्वारा पहली बार व्यापक पैमाने पर समीक्षाएं की जा रही है।डॉ अग्रवाल ने कहा कि विगत दिनों हमारी सरकार द्वारा सर्किल रेट को रिवाईज किया गया था। जी०एस०टी० के क्षेत्र में जहाँ एक और जन जागरूकता बढ़ाई गई वहीं दूसरी ओर सूचना प्रौद्योगिकी का सहारा लिया गया। कम से कम मानवीय हस्तक्षेप हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया गया। हमारे इन प्रयासों के अच्छे नतीजे सामने आने लगे हैं।डॉ अग्रवाल ने कहा कि जहाँ 2021-22 में लगभग हमको लगभग रू0 14176 करोड का कर राजस्व प्राप्त हुआ था वहीं 22-23 में यह बढ़कर रू0 17103 करोड़ हो गया है। इस वर्ष गत वर्ष के सापेक्ष हम 47 प्रतिशत कर राजस्व प्राप्त कर चुके हैं लेकिन हमने राजस्व प्राप्ति के लक्ष्य बढ़ा दिये हैं ताकि जन कल्याण एवं अवस्थापना विकास हेतु समुचित प्रावधान कर सकें।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि राज्य के राजस्व के दृष्टिगत जी.एस.टी. वैट, स्टॉम्प वाहन कर आदि प्रमुख कर हैं और इन सभी में गत वर्ष के सापेक्ष वृद्धि हो रही है। इस वर्ष भी लक्ष्य के सापेक्ष भी अच्छी प्रगति है। राज्य वस्तु एवं सेवाकर में लक्ष्य के सापेक्ष 39%, बैट (नॉन जी०एस०टी०) में 41% स्टाम्प में 51% तथा वाहन कर में 34% की प्राप्ति हो चुकी है।प्रमुख केन्द्र पोषित योजनाओं हेतु अनुपूरक बजट में प्रावधानजल जीवन मिशन – लगभग रू0 795 करोड़, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन में 297 करोड़, प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण लगभग रू0 190 करोड़, समग्र शिक्षा अभियान लगभग रू0 128 करोड, राष्ट्रीय ग्राम स्वराज अभियान लगभग रू0 120 करोड़, मेडिकल कॉलेज लगभग रू0 54 करोड, स्वच्छ भारत मिशन लगभग रू0 36 करोड़।प्रमुख पूंजीगत योजनाओं हेतु अनुपूरक बजट में प्रावधानआवास एवं शहरी विकास के अन्तर्गत अवस्थापना का सुदृढीकरण हेतु रू0 321 करोड़, ऋषिकेश को योग नगरी के रूप में विकसित करने हेतु लगभग रू0 30 करोड, हरिद्वार को पर्यटन नगरी के रूप में विकसित करने हेतु लगभग रू0 25 करोड़, पार्किंग के निर्माण हेतु लगभग 135 करोड़, मुख्यमंत्री आंगनबाडी भवन निर्माण हेतु लगभग रू0 50 करोड़, हरिद्वार मेडिकल कॉलेज भवन निर्माण एवं स्थापना हेतु लगभग रू0 100 करोड़, लोक निर्माण विभाग के अन्तर्गत आरआई.डी.एफ. योजना के अन्तर्गत लगभग रू0 100 करोड़, नगरीय अवस्थापना सुविधाओं के विकास हेतु लगभग रू0 25 करोड़, अनुसूचित जाति बाहुल्य क्षेत्र में अवस्थापना सुविधाओं का विकास रू0 35 करोड़, अनुसूचित जन जाति बाहुल्य क्षेत्र में अवस्थापना सुविधाओं का विकास रू0 17 करोड़।

प्रमुख राजस्व योजनाओं हेतु अनुपूरक बजट में प्रावधान

सडकों के अनुरक्षण के अन्तर्गत लगभग रू0 300 करोड़।
अटल आयुष्मान हेतु लगभग रू0 200 करोड।
नन्दा गौरा हेतु लगभग रू0 95 करोड़।
औषधि तथा रसायन के अन्तर्गत लगभग रू0 90 करोड।
निशुल्क पाठ्य पुस्तक योजना हेतु लगभग रू0 68 करोड़।
रूफ टॉप सोलर स्ट्रीट लाईट संयंत्रों लगभग रू0 66 करोड़।
सामाजिक सुरक्षा (पेंशन) के अन्तर्गत लगभग रू0 40 करोड।
मशीन उपकरण सज्जा एवं संयंत्र के अन्तर्गत लगभग रू0 33 करोड़।
कम्यूटर हार्डवेयर सॉफ्टवेयर एवं अनुरक्षण के अन्तर्गत लगभग रू0 23 करोड।
व्यावसायिक तथा विशेष सेवाओं का भुगतान के अन्तर्गत लगभग रू0 17 करोड़।
कार्यालय प्रायोगार्थ वाहन क्रय में लगभग रू0 13 करोड।
ईजा बोई शगुन योजना हेतु लगभग रू0 10 करोड़।
पशुपालन के अन्तर्गत साइलेज पशुपोषण योजना हेतु लगभग रू0 7 करोड़।

आंदोलनकारियों के शहादत दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री धामी ने शहीद स्थल में शहीदों की मूर्तियों का किया अनावरण, उत्तराखण्ड की जनता इन शहीदों वीरों की आजन्म ऋणी रहेगी : पुष्कर सिंह धामी



ऋषिकेश देहरादून 1 सितंबर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज राज्य स्थापना के लिए 1 सितंबर 1994 को शहीद हुए आंदोलनकारियों के शहादत दिवस के अवसर पर खटीमा में मुख्य चौराहे के पास स्थित शहीद स्थल में शहीदों की मूर्तियों का अनावरण किया।

इस दौरान मुख्यमंत्री धामी ने शहीदों की मूर्तियों पर माल्यार्पण कर श्रंद्धाजलि अर्पित की और शहीदों के परिजनों को शॉल भेंट कर सम्मानित किया।मुख्यमंत्री ने कहा कि शहीदों तथा राज्य आंदोलनकारियों के सपनों के अनुरूप राज्य का चहुँमुखी विकास हमारा लक्ष्य है। उन्होंने कहा कि इन महान लोगों ने स्वयं का बलिदान इसीलिए दिया कि उन्हें लगता था कि उत्तराखण्ड अलग राज्य बनकर ही सच्चे अर्थाे में उनके सपनों को पूरा कर सकता है।

उन्होंने कहा कि वे स्वयं एक राज्य आंदोलनकारी होने के नाते आंदोलनकारियों के परिवार की पीड़ा समझ सकते हैं। खटीमा गोलीकांड को याद कर आज भी खटीमावासियों सहित पूरे उत्तराखण्ड राज्य के लोगों का दिल सहम जाता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य निर्माण के लिए सबसे पहली शहादत खटीमा की धरती पर दी गई थी और इस शहादत के फलस्वरूप हम पृथक राज्य के रूप में अपनी अलग पहचान बना पाएं हैं, जो खटीमावासियों के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की जनता इन वीरों की आजन्म ऋणी रहेगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य आंदोलनकारी भाइयों-बहनों के सपनों का उत्तराखण्ड राज्य बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रहे हैं। वर्ष 2025 तक हमारा राज्य, देश का अग्रणी राज्य होगा, इसके लिए हम सभी को विकास की इस यात्रा में मिलकर चलना होगा।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मौसम विभाग के पूर्वानुमान को दृष्टिगत रखते हुए जिला प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखने के दिए निर्देश, प्रदेश में हो रही अतिवृष्टि एवं नुकसान की अधिकारियों से ली जानकारी



ऋषिकेश देहरादून 22 अगस्त। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज दिल्ली से वापस आते ही सचिवालय स्थित राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र पहुंचकर प्रदेश में हो रही अतिवृष्टि एवं नुकसान की अधिकारियों से जानकारी ली।

उन्होंने जिलाधिकारी टिहरी एवं पौड़ी से फोन पर वार्ता कर जनपदों में हुए नुकसान की जानकारी ली।

उन्होंने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मौसम विभाग के पूर्वानुमान को दृष्टिगत रखते हुए जिला प्रशासन को अलर्ट मोड पर रखें एवं सभी सहयोगी संस्थाओं से निरन्तर समन्वय बनाये रखें।

मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि जनपदों में खाद्यान्न से संबंधित सभी वस्तुओं के साथ ही दवाओं की भी पर्याप्त उपलब्धता रखी जाए। शासन के उच्चाधिकारियों एवं सचिव आपदा प्रबंधन को भी जिलाधिकारियों से निरन्तर समन्वय बनाये रखने के मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अतिवृष्टि से प्रदेश में बहुत लोग प्रभावित हुए हैं। कुछ लोगों ने अपने परिवार के लोगों को खोया है। काफी लोग बेघर हुए हैं। ऐसे लोगों के लिए जल्द ही एक योजना लाई जा रही है। बेघर हुए लोगों के पुनर्वास एवं रोजगार के लिए प्रशिक्षण की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि जिन बच्चों ने इस आपदा में अपने माता-पिता को खो दिया है, उन बच्चों के लिए शिक्षा का इस योजना के तहत प्रबंध किया जायेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा राज्य में अतिवृष्टि से एक हजार करोड़ से भी अधिक की परिसम्पति का प्रदेश को नुकसान हुआ है।

उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के सफल आयोजन हेतु मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में आयोजित हुई बैठक



ऋषिकेश देहरादून 18 अगस्त। उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट-2023 के सफल आयोजन हेतु नीतिगत आधार तथा मार्गदर्शन उपलब्ध कराने के लिए गठित मुख्यमंत्री सलाहकार समूह की पहली बैठक आज देहरादून में मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में आयोजित की गई।

मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि निवेशकों द्वारा दिये जा रहे सुझावों को गंभीरता से लेते हुए कार्यरूप में लाया जाए। उन्होंने कहा कि सरकार का प्रयास है कि इन्वेस्टर समिट होने तक राज्य में निवेश की अच्छी ग्राउंडिंग हो एवं निवेशकों को सभी अनुमतियां समय पर मिल जाएं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में शांति व्यवस्था के साथ ही बेहतर मानव संसाधन भी उपलब्ध है। उन्होंने निवेशकों से आग्रह किया कि उन्हें जिन-जिन क्षेत्रों में दक्ष मानव संसाधन की आवश्यकता है, वह बताई जाए। सरकार द्वारा ऐसे क्षेत्रों में युवाओं को प्रशिक्षण की व्यवस्थाएं की जाएंगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी  के मार्गदर्शन में राज्य में सड़क, रेल व हवाई कनेक्टिविटी का तेजी से विस्तार हुआ है। इन्वेस्टर समिट में 2.5 लाख करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड को वर्ष 2025 तक देश का अग्रणी राज्य बनाने का लक्ष्य रखा है। इसमें हमारे उद्योग जगत से जुड़े लोगों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में निवेश बढ़ाने के लिए औद्योगिक क्षेत्रों से जुड़े लोगों से लगातार संवाद हो रहे हैं।मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न बैठकों में निवेशकों द्वारा उठाई गई समस्याओं के निस्तारण हेतु हर संभव प्रयास किये गये हैं।

इन्वेस्टर समिट-2023 से निवेश व रोजगार के अवसर बढ़ेगें एवं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उद्योग जगत में हो रहे नए नवाचारों से हमारे उद्यमियों को भी लाभ प्राप्त होगा।