ऋषिकेश नगर निगम पार्षदों एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने भी युवा न्याय संघर्ष समिति के तत्वावधान में आयोजित धरना को दिया समर्थन



ऋषिकेश 20 अक्टूबर। अंकिता हत्याकांड और विधानसभा भर्ती घोटाले  मैं सीबीआई जांच की मांग को लेकर युवा न्याय संघर्ष समिति के तत्वावधान में आयोजित धरना आठवें दिन भी जारी रहा।

इस अवसर पर आंदोलनकारी विमला बहुगुणा ने मार्मिक कविता पाठ किया एवं सरकार को उसकी सुस्ती पर चेताया, भारतीय जनता पार्टी के नेत्री हेमा रावत ने ऋषिकेश विधायक एवं वित्तमंत्री प्रेमचंद अग्रवाल पर गम्भीर आरोप लगाए। युवा न्याय संघर्ष समिति ने कल प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी को जॉली ग्रांट हवाईअड्डे पर ज्ञापन देने का कार्यक्रम रखा गया है।

युवा आकांक्षा काला ने संबोधित करते हुए कहा कि हम चाहे बेरोजगारी हो या महिला अत्याचार यह सब हम सबकी समस्या है, तो हमें ही सबसे ज्यादा बढ़चढ़कर हिस्सा लेना है।

इस अवसर पर उषा चौहान, लक्ष्मी कठेत, गुड्डी डबराल, रामेश्वरी चौहान, सुनीता बिष्ट, विमला, आकांक्षा काला, जया डोभाल, वीर सिंह चौहान,कुसुम जोशी, कांता प्रसाद कंडवाल, विमला बहुगुणा संगीता उनियाल, हेमा रावत, उमंग देवरानी, राकेश सिंह, भगवान सिंह पंवार, जगत सिंह नेगी, विनोद रतूड़ी, प्रवीण जाटव, राजेंद्र कोठारी, दीपक जाटव, हरी सिंह नेगी, जुगल किशोर, शिरोमणि जोशी, आशा सेमवाल, विशेश्वरी रावत, विक्रम भंडारी, नागराजा सेमवाल, जितार सिंह बिष्ट, पंकज गिरी, जयेंद्र रमोला, हिमांशु रावत, मनीषा रविन्द्र प्रकाश, नवीन सिंह, अरविंद हटवाल, संजय सिलस्वाल, प्रभा जोशी, रीना शर्मा, रचना, अशोक शर्मा, रोहित नेगी, दिनेश बहुगुणा, सरोजनी थपलियाल, कमल किशोर, शीला ध्यानी, किशन कलूडा, ब्रिजेश डोभाल, आशुतोष, युद्धवीर सिंह आदि मुख्य रूप से मौजूद थे।

मुख्यमंत्री धामी ने विभिन्न देशों में कार्यरत भारत के सात राजदूतों से की भेंट ,उत्तराखंड को योग और वेलनेस टूरिज्म के रूप में वैश्विक स्तर पर तेजी से उभारने ओर अन्य विभिन्न विषयों पर की चर्चा



ऋषिकेश देहरादून 17 अक्टूबर। मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी से सोमवार को मुख्यमंत्री आवास में विभिन्न देशों में कार्यरत भारत के सात राजदूतों ने भेंट की। इस अवसर पर मुख्यमंत्री एवं राजदूतों के मध्य विभिन्न विषयों पर चर्चा हुई।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य के वन डिस्ट्रिक्ट टू प्रोडक्ट को विभिन्न देशों में बढ़ावा देने के लिए राजदूतों से सहयोग लिया जाएगा। उत्तराखंड के स्थानीय उत्पादों की लोगों को विभिन्न देशों में जानकारी हो इसके लिए और प्रयासों की जरूरत है। उन्होंने कहा की उत्तराखंड में पर्यटन, उद्योग,हार्टिकल्चर के क्षेत्र में अनेक संभावनाएं हैं। इनको बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयास कर रही है।

मुख्यमंत्री ने सभी राजदूतों से कहा कि जिन देशों में वे कार्य कर रहे हैं, उन देशों की बेस्ट प्रैक्टिस की जानकारी उत्तराखण्ड शासन के अधिकारियों को दी जाय। मुख्यमंत्री ने शासन के अधिकारियों को निर्देश दिए कि आज और कल राजदूतों के साथ विभिन्न विषयों पर होने वाली बैठकों में जो भी सुझाव प्राप्त होते हैं, उनका पूरा डॉक्यूमेंटेशन किया जाय। उत्तराखंड को उत्कृष्ट उत्तराखण्ड बनाने के लिए इन सुझावों को अमल में लाकर कार्ययोजना बनाने के निर्देश मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को दिए हैं।

मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि राज्य में इंफ्रास्ट्रक्चर एवं कनेक्टिविटी का तेजी से प्रसार हो रहा है। उन्होंने राजदूतों को सुझाव दिया कि राज्य में विभिन्न उत्पादों की जानकारी, टूरिज्म, स्थानीय कल्चर एवं सांस्कृतिक विरासत से संबंधित जानकारी के लिए विभिन्न देशों से लोग उत्तराखण्ड आना चाहते हैं तो इसकी भी जानकारी दी जाय। देवभूमि उत्तराखण्ड में सबका स्वागत किया जायेगा और हर संभव सहयोग दिया जायेगा

इस अवसर पर विभिन्न देशों में कार्य कर रहे राजदूतों ने सुझाव दिया कि राज्य के पर्वतीय अंचल के उत्पादों एवं भोजन को राज्य की ओर से बढ़ावा दिया जाना चाहिए। राज्य के उत्पादों को बढ़ावा देने के साथ ही उनकी मेनुफेक्चरिंग,ब्रांडिंग एवं पैकेजिंग की अच्छी व्यवस्था हो। बैठक में सुझाव दिया गया कि उत्तराखंड को योग और वेलनेस टूरिज्म के रूप में वैश्विक स्तर पर तेजी से उभारा जा सकता है। उत्तराखंड योग की भूमि रही है। यहां से प्रशिक्षण लेकर विभिन्न देशों में लोग योग का प्रशिक्षण दे रहे हैं। अधिक से अधिक लोग राज्य में योग का प्रशिक्षण ले सकें, इसकी राज्य में अच्छी व्यवस्था की जा सकती है।

इस अवसर पर स्वीडन में भारत के राजदूत  तन्मय लाल,तजाकिस्तान में भारत के राजदूत  विराज सिंह, पनामा में भारत के राजदूत  उपेन्द्र सिंह रावत, ब्रूनेई में भारत के राजदूत  आलोक अमिताभ, केन्या में भारत की राजदूत  नामग्या खम्पा, स्लोबानिया में भारत की राजदूत  नम्रता एस कुमार, अल्जीरिया में भारत के राजदूत  गौरव अहलूवालिया, सचिव डॉ. पंकज कुमार पांडेय एवं अपर सचिव  नितिन भदौरिया उपस्थित थे।

डाॅ निशंक का रचना संसार दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन का हुआ समापन भाषा नहीं बोध, प्रतिभा और सृजना से बड़े बनें ,योग मूलक उद्योग करें‌-स्वामी रामदेव संस्कार जीवन का सबसे बड़ा अलंकार -स्वामी चिदानन्द सरस्वती कलम की ताकत अणुबम से भी बड़ी-निशंक



ऋषिकेश,17 अक्टूबर। परमार्थ निकेतन में आयोजित डाॅ निशंक का रचना संसार दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन के समापन योगगुरू स्वामी रामदेव महाराज, स्वामी चिदानन्द सरस्वती , की उपस्थिति में रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ और अन्य विशिष्ट अतिथियों ने किया।

सोमवार को योगगुरू स्वामी रामदेव महाराज ने उपस्थिति को संबोधित करते हुए कहा कि ऐेसे सम्मेलन सनातन संस्कृति के गौरव को प्रतिबिम्बित करते हैं। हम अपनी भाषा से नहीं बल्कि अपने बोध, प्रतिभा और सृजना से बड़े बनें। हिमालय के जल, जंगल, जमीन और जवानी को गौरव प्रदान करना जरूरी है। उन्होंने विद्यार्थियों को संदेश देेते हुये कहा कि जो भी करें पूरी प्रामाणिकता के साथ करें। हमारे कार्यो में समग्रता और पूर्णता हो। योग और कर्मयोग से युक्त जीवन जीये तथा योग मूलक उद्योग करें।
योगगुरू ने कहा कि हमारी पहचान किसी विद्यालय या काॅलेज से नहीं होती, बल्कि स्वयं से, अपने व्यक्तित्व से होती है। हमारी वजह से राष्ट्र का गौरव बढ़े यह जरूरी है। उन्होंने हिमालय को सहेजने का संदेश देते हुये कहा कि हिमालय से खूबसूरत कोई स्थान नहीं है अतः अपने गावों और अपनी मातृभूमि की ओर लौटे। उन्होंने हिमालय में ‘ऋषि ग्राम’ के रूप में दुनिया के सर्वश्रेष्ठ ग्राम के निर्माण की घोषणा की।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती  ने कहा कि शिक्षा और दीक्षा चले साथ-साथ। संस्कार जीवन का सबसे बड़े अलंकार है। नई शिक्षा नीति जीवन नीति है। स्वामी जी ने आह्वान किया कि हमारी वैदिक शिक्षा वैश्विक शिक्षा है; वैलिड शिक्षा है। यह वैदिक विज़न और वैदिक विज़डम की नीति है।
स्वामी ने माँ; मातृभाषा और मातृभूमि से जुड़ने का संदेश देते हुये कहा कि शिक्षा नीति में इसका समावेश किया जाना जरूरी है क्योंकि यही 2020 है। आने वाले समय में हमें कल्चर, नेचर और फ्यूचर को बचाना है तो शिक्षा नीति 2020 पर विशेष ध्यान देना होगा। ने कहा कि वैदिक शिक्षा में आध्यात्मिकता और वैज्ञानिकता, चिकित्सा और स्वस्थ दिनचर्या के अलावा स्वाधीनता और समानता का भी स्पष्ट उल्लेख किया गया है। वेदों में उत्कृष्ट नीतिशास्त्र का वर्णन किया गया है ।जो कि हर युग के लिये प्रासंगिक है। भारत की माटी और जल में समाहित दिव्य वेद मंत्रों की ध्वनि और नाद के प्रभाव से ही भारत सदियों से पूरे विश्व को शान्ति का संदेश देता आ रहा है। भारत ने वेद से विमान तक प्रगति की और वह प्रगति शान्ति पर आधारित रही है अर्थात हमारे मूल में शान्ति और हमारी प्रगति का आधार भी शान्ति है इसलिये वैदिक शिक्षा की ओर लौटना आवश्यक है।
रमेश पोखरियाल निशंक ने साहित्य, विज्ञान, प्रकृति, संस्कृति, लोकल से ग्लोबल की यात्रा और आत्मनिर्भर भारत आदि पर चर्चा करते हुये कहा कि यह आयोजन एक साहित्य कुम्भ है क्योंकि कलम की ताकत अणुबम से भी बड़ी होती है।
उन्होंने भारत के लगभग सभी राज्यों, चीन, नीदरलैड़ और अन्य राष्ट्रों से आये कुलपतियों और साहित्यकारों का अभिनन्दन करते हुये कहा कि इस सम्मेलन से आनलाइन प्लेटफार्म के माध्यम से 35 से अधिक देशों के साहित्यप्रेमियों ने जुड़कर इस दिव्य कार्यक्रम का आनन्द लिया। निशंक ने कहा कि परमार्थ निकेतन का प्रागंण सृजन का केन्द्र है तथा हमारे विश्वविद्यालय दृष्टि और अनुशासन के केन्द्र है।
योगगुरू स्वामी रामदेव और स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने 35 से अधिक विश्वविद्यालयों के कुलपति और प्रोफेसर्स को रूद्राक्ष का पौधा भेंट कर सभी अतिथियों का अभिनन्दन किया। सभी ने परमार्थ गंगा आरती में सहभाग किया।

उत्तराखंड सरकार को हाईकोर्ट ने दिया झटका, विधानसभा कर्मचारियों की बर्खास्तगी के आदेश पर लगाई रोक,आदेश बताया विधि विरुद्ध



ऋषिकेश/ देहरादून /नैनीताल 15 अक्टूबर।  नैनीताल हाईकोर्ट ने विधानसभा सचिवालय के सौ से अधिक कर्मचारियों की बर्खास्तगी के आदेश पर रोक लगा दी है। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूरी भूषण ने पूर्व प्रमुख सचिव डीके कोटिया की अध्यक्षता में बनाई समिति की सिफारिशों के आधार पर इन कर्मचारियों की बर्खास्तगी का निर्णय लिया था। यह सब तदर्थ कर्मचारी हैं।

बीते दिवस न्यायाधीश न्यायमूर्ति मनोज कुमार तिवारी की एकलपीठ ने इन कर्मचारियों को सुनवाई का मौका नहीं देने पर नाराजगी जताई थी और विधानसभा से इस बिंदु पर अपनी स्थिति स्पष्ट करने को कहा था।बर्खास्तगी आदेश के विरुद्ध 55 से अधिक कर्मचारियों की याचिका दायर की गई थी। याचिकाकर्ता में पर बबिता भंडारी, भूपेंद्र सिंह बिष्ठ व कुलदीप सिंह व 53 अन्य मुख्य थे।

याचिकाकर्ता के अधिवक्ताओं ने कोर्ट को बताया कि विधानसभा अध्यक्ष ने लोकहित को देखते हुए उनकी सेवाएं समाप्त कर दी, मगर बर्खास्तगी आदेश में उन्हें किस आधार पर किस कारण की वजह से हटाया गया, कहीं इसका उल्लेख नहीं किया गया न ही उन्हें सुना गया। जबकि उनके सचिवालय में नियमित कर्मचारियों की भांति कार्य किया है। एक साथ इतने कर्मचारियों को बर्खास्त करना लोकहित नही है। यह आदेश विधि विरुद्ध है। विधान सभा सचिवालय में 396 पदों पर बैकडोर नियुक्तियां 2002 से 2015 के बीच भी हुई है, जिनको नियमित किया जा चुका है।

याचिका में कहा गया है कि 2014 तक हुई तदर्थ रूप से नियुक्त कर्मचारियों को चार वर्ष से कम की सेवा में नियमित नियुक्ति दे दी गई । किन्तु उन्हें 6 वर्ष के बाद भी स्थायी नहीं किया, अब उन्हें हटा दिया गया। पूर्व में भी उनकी नियुक्ति को जनहित याचिका दायर कर चुनौती दी गयी थी, जिसमे कोर्ट ने उनके हित में आदेश दिया था जबकि नियमानुसार छह माह की नियमित सेवा करने के बाद उन्हें नियमित किया जाना था।

ऋषिकेश परमार्थ में कल से लगेगा साहित्यिक महाकुंभ,  सांसद निशंक नवाजे जाएंगे लन्दन द्वारा विश्व कीर्तिमान ‘हार्वर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड’ से, संगोष्ठी का उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री धामी, राज्यपाल गुरमीत सिंह विधानसभा अध्यक्ष रितु खंडूरी द्वारा होगा 



ऋषिकेश 15 अक्टूबर।  हरिद्वार लोकसभा सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ के साहित्य पर हिमालय विरासत न्यास एवं स्याही ब्लू बुक्स द्वारा विगत वर्ष शुरू की गई।ऑनलाइन श्रृंखला के 75 ऐपिसोड पूर्ण होने और डॉ. निशंक का नाम ‘वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड’ के पश्चात ‘हार्वर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड’ लंदन में भी दर्ज होने के उपरान्त ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन आश्रम में दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है।

इसमे देश और विदेशों के 400 से अधिक साहित्यकार, समीक्षक एवं शिक्षाविद भाग ले रहे हैं। इसी संगोष्ठी में डॉ. निशंक को ‘हार्वर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड’ लन्दन के प्रतिनिधि द्वारा विश्व कीर्तिमान का प्रमाण पत्र प्रदान किया जायेगा।

इस अवसर पर उत्कृष्ट साहित्यिक उपलब्धियों के लिए महर्षि यूरोपियन रिसर्च यूनिवर्सिटी नीदरलैण्ड द्वारा डॉ. निशंक को मानद पी.एच.डी. प्रदान की जायेगी।
ज्ञात हो कि गत 16 फरवरी 2022 से डॉ. निशंक के साहित्य पर हिमालय विरासत न्यास उत्तराखण्ड एवं स्याही ब्लू बुक्स नई दिल्ली के द्वारा प्रत्येक रविवार को 4ः00 से 5ः00 बजे सांय को ‘डॉ. निशंक का रचना संसार’ नाम से ऑनलाइन संगोष्ठी आयोजित की जाती रही है।

इसके लगातार निर्वाध 50 श्रृंखलायें पूर्ण होने पर ‘वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड’ द्वारा संज्ञान लिया गया और इसे विश्व कीर्तिमान घोषित किया गया। पुनः 75 श्रृंखलायें पूर्ण होने पर हार्वर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड लंदन द्वारा भी डॉ. निशंक के नाम यह कीर्तिमान दिया गया। इस प्रकार डॉ. निशंक विश्व के ऐसे पहले साहित्यकार बन गये हैं, जिनके साहित्य पर लगातार बिना रूके सबसे लम्बी साहित्यिक चर्चा हुई है।

रचना संसार की हीरक जयन्ती ऋषिकेश के परामार्थ निकेतन आश्रम में दो दिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय संगोष्ठी के रूप में मनाई जा रही है। अपनी तरह के इस साहित्यिक कुंभ में देश और विदेशों के 400 से अधिक साहित्यकार जमा हो रहे हैं जो डॉ. निशंक के साहित्य पर चर्चा करेंगे।
संगोष्ठी का उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी 16 अक्टूबर 2022 को करेंगे, जबकि 17 अक्टूबर 2022 को प्रदेश के राज्यपाल ले.ज. (से.नि.) गुरुमीत सिंह तथा विधान सभा अध्यक्ष ऋतु खण्डूडी करेंगे।
संगोष्ठी में दो दर्जन से अधिक देशों के साहित्यकार और हिन्दी सेवी भी जुड़ेंगे। हिमालय विरासत न्यास की अध्यक्ष  आश्ना नेगी और संगोष्ठी के संरक्षक डॉ. योगेन्द्रनाथ शर्मा ‘अरुण’ ने बताया कि इस साहित्यिक महाकुंभ में देश के लगभग सभी राज्यों के हिन्दी सेवी, समीक्षक और शिक्षाविदों के अतिरिक्त अनेकों विश्वविद्यालयों के कुलपति और उप कुलपति शिरकत करेंगे।

ऋषिकेश: युवा न्याय संघर्ष समिति द्वारा अनिश्चितकालीन धरने की हुईं शुरुआत , राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने धरने में शिरकत कर दिया समर्थन



ऋषिकेश 13 अक्टूबर। युवा न्याय संघर्ष समिति द्वारा आयोजित अनिश्चितकालीन धरने की शुरुआत की गई जिसमें बड़ी संख्या में सभी दलों के लोगों ने पहुंचकर अपना समर्थन दिया ।

साथ ही अंकिता हत्याकांड में छुपे वीआईपी के नाम को उजागर करने व विधानसभा बैकडोर भर्ती में दोषी पूर्व विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल को मंत्री पद से बर्खास्त कर पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गोविंद सिंह कुंजवाल सहित अन्य दोषियों पर जॉंच कर क़ानूनी कार्रवाई की माँग को लेकर धरना देकर अपना रोष प्रकट किया । कार्यक्रम की शुरुआत और समापन जनगीत के साथ किया गया ।
धरने पर राज्यसभा सांसद प्रदीप टम्टा ने धरने को अपना समर्थन देते हुऐ कहा कि आज पूरे प्रदेश में क़ानून व्यवस्था बहुत बुरी तरह से ख़राब हो चुकी है अंकिता के पिता को न्याय माँगने के लिये दर दर की ठोकरें खानी पड़ी परन्तु सरकार पाँच दिनों तक मूक दर्शक बनी रही और आज भी सरकार हत्याकांड में शामिल आरएसएस से जुड़े नेता के परिवार के लोगों को बचाने का काम कर रही है।

वीआईपी के नामों उजागर करने में कोई कार्यवाही नहीं कर रही है और ऐसी घटनाओं से पूरा प्रदेश पीड़ित है चाहे वह उत्तरकाशी की घटना हो या कुमाऊँ के जगदीश की मौत की घटना हो सभी फेल क़ानून व्यवस्था के कारण घटित हुई दूसरी ओर सरकार ने जब विधानसभा भर्तियों को निरस्त कर दिया तो भर्ती देने वाले को अभी तक क्यों मंत्री मण्डल में बना रखा है कहीं ना कहीं ये सरकार का दोहरा चरित्र है सरकार को तत्काल प्रभाव से प्रेमचंद अग्रवाल को बर्खास्त करना चाहिये ।
महिला नेत्री प्रमिला रावत व कुसुम जोशी ने कहा कि हम लगातार पहले दिन से ही अंकिता हत्याकांड में दोषियों पर कार्यवाही की माँग कर रहे हैं परन्तु सरकार ने चुप्पी साध रखी है ये सरकार भ्रष्टाचार में पूरी तरह डूबी हैं इसलिये प्रदेश में ये हाल है ।
कम्युनिस्ट पार्टी के इंद्रेश मैखुरी व यूकेडी के नेता मोहन सिंह असवाल ने कहा कि हमें अंकिता के साथ साथ हर उस युवा के न्याय की लड़ाई लड़नी चाहिये जिनके साथ इस सरकार में अन्याय हो रहा है आज पूरे प्रदेश में एक के बाद एक आपराधिक घटनायें हो रही हैं परन्तु कोई सुध लेने वाला नहीं गाँव में होने वाले अपराधों पर पुलिस राजस्व पुलिस का मामला कह कर पल्ला झाड़ने का काम करती है ।इस आंदोलन को हमें दबने नहीं देना है हमें अब सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ बड़े आंदोलन करने होंगे ।
कार्यक्रम का संचालन संयोजक दीपक जाटव व मीडिया प्रभारी संजय सिल्सवाल ने संयुक्त रूप से किया ।
कार्यक्रम में कांग्रेस नेता जयेन्द्र रमोला, स्वराज सेवा दल के रमेश जोशी, कुसुम जोशी, उषा चौहान, वेद प्रकाश शर्मा सहित कई वक्ताओं ने अपने विचार रखे ।

धरने में संयोजक अरविन्द हटवाल, सुरेन्द्र नेगी, ग्राम प्रधान विजयपाल जोठुडी, हिमांशु रावत, उप प्रधान रोहित नेगी,विजय पाल रावत,पार्षद राकेश सिंह, देवेंद्र प्रजापति,जितेंद्र पाल,गौरव राणा,  जगत सिंह नेगी,  राधा रमोला,  शकुंतला शर्मा, मधु मिश्रा, दिनेश उत्तराखंडी,योगेश पाल,पूर्व प्रधान कमला शर्मा,के.एस राणा, गौरव कुमार राणा, सन्नी प्रजापति,प्रवीण जाटव, सुमित त्यागी, जतिन जाटव,सरोज़नी ठपलियाल,जगदम्बा प्रसाद रतूड़ी,मोहन सिंह असवाल,रविंद्र राणा,देवेश्वर प्रशाद रतूड़ी,हरेंद्र सिंह रावत,अभय वर्मा,उषा चौहान,लक्ष्मी कैथैत,गुड्डी डबराल,सावित्री देवी,सौरव वर्मा, इमरान सैफी, धर्मेंद्र गुलियाल,बलवीर सिंह रावत,बी.डी पाण्डेय,दिनेश पोखरियाल,नीरज शर्मा,मनोज रावत,कैलाश सेमवाल,मनीष व्यास,राजेंद्र ग़ैरोला,विक्रम भंडारी,अजय रमोला,दीपा चमोली,राजेंद्र कोठारी,विजय सिंह राणा,रघुवीर सिंह गुनसोला,राजेश शाह,चंदन सिंह पँवार,विना बहगुणा,गम्भीर सिंह गुलियाल,प्रकाश डोभाल,चंद्रा रावत,सुमन गावड़ी, अंशुल त्यागी, विद्यावती देवी, गौरव यादव, यश अरोड़ा, पंकज गुप्ता, मनोज रावत, प्रॉपर्टी एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय गर्ग, धर्मानंद लखेडा, कांता कण्डवाल, हरेन्द्र भण्डारी, शशि शेखर, नीरज शर्मा, योगेश पाल, नीरज चौहान, शेर सिंह रावत, लल्लन राजभर, पूर्व प्रधान सतीश रावत, मनीष व्यास, गोकुल रमोला, हरभजन चौहान, तेजपाल कलूडा, राकेश कंडियाल, रवि राणा, संजय चौरसिया, देवी प्रसाद व्यास, सोहन सिंह रौतेला, विनय चौहान, धर्मेन्द्र गुलियाल, गम्भीर गुलियाल, हरि सिंह भण्डारी, अमित पाल, जयपाल बिट्टू, आदि भारी संख्या में सामाजिक व राजनीति लोग शामिल हुए ।

कैबिनेट बैठक में मुख्य फैसलों पर मुख्यमंत्री धामी सरकार ने लगाई मुहर, अंकिता हत्याकांड से राजस्व पुलिस की कार्यशैली पर उठे प्रश्नचिन्ह पर 1500 गांव को किया जायेगा सिविल पुलिस में शामिल



ऋषिकेश देहरादून 12 अक्टूबर। उत्‍तराखंड के मुख्‍यमंत्री पुष्‍कर सिंह धामी की अध्‍यक्षता में बुधवार को सचिवालय में कैबिनेट बैठक हुई। बैठक में कुल 26 प्रस्‍ताव आए। बैठक में उत्तराखंड लॉजिस्टिक नीति प्रस्ताव पास किया गया। वहीं कहा गया कि विशेष आवश्यकता वाले बच्चों को 143 विशेष शिक्षक दिए जाएंगे। आज कैबिनेट बैठक में इन मुख्य फैसलों पर पुष्कर सिंह धामी सरकार ने मुहर लगा दी है। 

  • दुर्घटना राहत निधि में 1 लाख की धनराशि बढ़ाकर 2 लाख की गई

  • आवास विभाग में लैंड यूज फीस में बढ़ाई गई

  • पेट्रोल पंप में भी कॉमर्शियल रेट लागू होंगे

  • उत्तराखंड न्यायिक सेवा नियमावली में संशोधन हुआ

  • राज्य सरकार कृषी विभाग में बागवानी मिशन के अंतर्गत सब्सिडी में 50 फीसदी राशि देगी

  • शिक्षा विभाग में 60 दिन से अधिक अनुपस्थित रहने वाले बच्चों के नियम में संशोधन किया गया है। अब बच्‍चा 30 दिन में ही आउट ऑफ स्कूल माना जायेगा

  • महिला आरक्षण पर अध्यादेश के लिए सीएम को अधिकृत किया गया

  • औद्योगिक सेवा निति का प्रख्यापन किया गया

  • उत्तराखंड की अपनी लॉजेस्टिक नीति लागू की गई

  • व्यापारियों का दुर्घटना बीमा 5 लाख से बढ़ाकर 10 लाख किया गया

  • हरिद्वार यूनिवर्सिटी को कैबिनेट की मिली मंजूरी

  • महंगाई भत्ता ओर बोनस के लिए मंत्रिमंडल ने सीएम को अधिकृत किया

  • उत्तराखंड मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट सदन के पटल पर रखी जायेगी

  • केदारनाथ में मास्टर प्लान के अंतर्गत आने वाले प्रभवितों को मिलेगा लाभ,

  • राजश्व पुलिस से रेगुलर पुलिस तैनात करने के मामले में पहले चरण में 6 पुलिस स्टेशन और 20 पुलिस चौकी बनेंगी

  • जहां पर्यटन ज्यादा बढ़ा है वह क्षेत्र रेगुलर पुलिस में आएगा

वहीं वनन्तरा रिर्साट प्रकरण के बाद प्रदेश में अब राजस्व क्षेत्रों में सिविल पुलिस की तैनाती करने की कवायद शुरू हो गई है। इस कड़ी में शासन ने पुलिस मुख्यालय से प्राथमिकता के आधार पर पुलिस क्षेत्र में शामिल किए जाने वाले राजस्व क्षेत्रों के प्रस्ताव देने को कहा है, जिस पर मुख्यालय ने प्रस्ताव देने शुरू भी कर दिए हैं।

अब इन सभी प्रस्तावों को संकलित कर कैबिनेट के सम्मुख लाया जाएगा। कैबिनेट की अनुमति के बाद राजस्व क्षेत्रों में पुलिस की तैनाती कर दी जाएगी। प्रदेश के राजस्व क्षेत्रों में अंग्रेजों के समय से पटवारी पुलिस यानी राजस्व पुलिस व्यवस्था चली आ रही है।

दरअसल, प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में पहले सिविल पुलिस की आवश्यकता थी भी नहीं। अमूमन यहां कभी भी बड़े स्तर के आपराधिक मामले सामने नहीं आए। जमीन व आपसी झगड़ों का समाधान गांव के पटवारी आसानी से कर लेते थे। ग्रामीण भी इसी व्यवस्था में खुश थे। प्रदेश में पहले पुलिस की पारंपरिक छवि अच्छी नहीं थी।

यही कारण रहा कि राज्य गठन के बाद जब भी पर्वतीय क्षेत्रों में थाने व चौकियां खोलने का प्रयास होता तो स्थानीय जनप्रतिनिधि से लेकर जनता इसका विरोध करती। इसी कारण किसी सरकार ने इस व्यवस्था को बदलने की जरूरत न समझी और न ही रुचि दिखाई।

अब प्रदेश में पर्यटन व्यवसाय तेजी से बढ़ रहा है। इसके साथ ही यहां अपराध भी बढ़े हैं। वनन्तरा रिसार्ट प्रकरण के बाद राजस्व क्षेत्रों में सिविल पुलिस की तैनाती की आवश्यकता महसूस हुई।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रदेश के राजस्व क्षेत्रों को चरणबद्ध तरीके से सिविल पुलिस के दायरे में लिया जाएगा। इसके अंतर्गत राजस्व पुलिस के दायरे में आने वाले 7500 गांवों में से पहले चरण में 1500 गांवों को लिया जाएगा। ये गांव वे होंगे, जहां पर्यटन की गतिविधियां बढ़ी हैं। अब इसी कड़ी में शासन ने पुलिस मुख्यालय से प्रस्ताव आमंत्रित किए हैं।

उत्तराखंड भाजपा ने घोषित किये 7 मोर्चो के प्रभारी



देहरादून 3 अक्टूबर। भाजपा ने अपने संगठन के 7 मोर्चो के प्रभारी घोषित कर दिये हैं। भारतीय जनता पार्टी प्रदेश अध्यक्ष श्री महेंद्र भट्ट के निर्देशानुसार पार्टी के मोर्चों के प्रभारियों की नियुक्ति की गई हैं ।

प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया कि पार्टी प्रदेश उपाध्यक्ष श्री शैलेन्द्र बिष्ट को युवा मोर्चा, श्री कुलदीप कुमार को महिला मोर्चा, प्रदेश महामंत्री श्री खिलेन्द्र चौधरी को किसान मोर्चा, श्री राजेन्द्र बिष्ट को अनुसूचित जाति मोर्चा, प्रदेश उपाध्यक्ष श्री मुकेश कोली को अल्पसंख्यक मोर्चा, श्रीमती नीरू देवी को अनुसूचित जनजाति मोर्चा, प्रदेश महामंत्री श्री आदित्य कोठारी को ओबीसी मोर्चा के प्रभारी की जिम्मेदारी दी गयी ।

अंकिता भंडारी के हत्यारों को सजा दिलाए जाने की मांग को लेकर ऋषिकेश में छुटपुट घटनाओं को छोड़कर आंशिक रूप से रहा बाजार बंद



ऋषिकेश, 2 अक्टूबर  ‌‌। अंकिता भंडारी के दोषियों को सजा दिलाए जाने के साथ भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच की मांग को लेकर राज्य बंद के दौरान ऋषिकेश तीर्थ नगरी में छूट पुट घटनाओं को छोड़कर आंशिक रूप से ग्रामीण क्षेत्र से शहर तक बंद रहा।‌‌‌‌

 रविवार को राज्य बंद को‌ सभी राजनीतिक दलों का भी समर्थन प्राप्त था। जिसे लेकर सभी दलों के नेता सुबह से ही सड़कों पर उतर गए थे और अंकिता भंडारी के दोषियों को सजा दिलाने भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच कराए जाने की मांग को लेकर नारेबाजी करते हुए बाजार बंद करा रहे थे इस दौरान तिराहे पर एक दुकानदार से उस समय बंद करा रही महिलाओं की दुकान को बंद कराए जाने को लेकर कहासुनी भी हो गई जिसके बाद अन्य दुकानदारों ने दुकानदार व महिलाओं को समझा-बुझाकर शांत किया।

बंद का असर ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर ‌शहर तक देखने को मिला। बाजार बंद करवाने वालों में कांग्रेस नेता राजेंद्र गैरोला , व्यापारी नेता हर गोपाल अग्रवाल, अरविंद हटवाल , नवलकपूर, मोहन सिंह अस्वाल, हेमंत ढंग सहित अन्य लोग भी मौजूद थे।

कूड़ा उठान की लड़खड़ाती व्यवस्था से नाराज पार्षदों का ऋषिकेश नगर निगम के खिलाफ फूटा गुस्सा , नगर आयुक्त का घेराव कर आक्रोश जताते हुए करी जमकर नारेबाजी



ऋषिकेश 1 अक्टूबर। -नगर निगम के विभिन्न क्षेत्रों में कूड़ा उठान की लड़खड़ाती व्यवस्था से नाराज निगम पार्षदों ने सहायक नगर आयुक्त का घेराव कर निगम प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की।

व्यवस्था में शीघ्र सुधार की मांग को लेकर पार्षदों के प्रतिनिधिमंडल ने इस संदर्भ में नगर आयुक्त को प्रेषित ज्ञापन भी सौंपा।

शनिवार को नगर में लड़खड़ती कूड़ा उठान व्यवस्था से गुस्साए पार्षद सहायक नगर आयुक्त से मिले और एक सप्ताह से नगर के विभिन्न क्षेत्रों में कूड़ा उठान ना होने पर अपना आक्रोश जताया।

इस दौरान सहायक नगर आयुक्त को अवगत कराया गया कि कूड़ा उठान व्यवस्था में अवरोध उत्पन्न होने से जनता में जबरदस्त आक्रोश है।इससे बीमारियों के फेलने का भी लोगों को डर सताने लगा है।

प्रेषित ज्ञापन में व्यवस्था में सुधार के साथ ट्रेंचिंग ग्राऊंड में हो रहे अतिक्रमण पर भी ध्यान आकृष्ट कराकर कारवाई की मांग की गई है।ज्ञापन देने व प्रदर्शन करने वालों में देवेंद्र प्रजापति, राकेश सिंह ,विजय बडोनी,चेतन चौहान,लव कांबोज,प्रमोद शर्मा आदि शामिल थे।