धर्मशालाओं के ट्रस्टियों और व्यापारियों के बीच चल रहे विवाद को लेकर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने ट्रस्टियों को सोपा ज्ञापन



ऋषिकेश 29 मार्च। तीर्थ नगरी ऋषिकेश में धर्मशालाओ के ट्रस्टियों और व्यापारियों के बीच में पिछले 3 महीने से चल रहे विवाद के बीच उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल संघर्ष समिति  के प्रतिनिधि मंडल  द्वारा एक ज्ञापन धर्मशाला के ट्रस्टीयो को सोपा गया। 

शुक्रवार को उद्योग  प्रतिनिधिमंडल संघर्ष समिति के द्वारा पंजाब सिंध क्षेत्र तथा व्यापारियों की बीच चल रहे किराया संबंधी विवाद के संबंध में एक ज्ञापन पंजाब सिंध क्षेत्र ट्रस्ट को शीघ्र समस्या निस्तारण हेतु दिया गया जिसमें साफ-साफ कहा गया कि पिछले 3 महीने से जिस तरह से विवाद को लंबित किया जा रहा है अब यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

अगले तीन से चार दिन के अंदर इस संबंध में बैठक सुनिश्चित करें तथा व्यापारी हितों का ध्यान रखते हुए शीघ्र उचित निर्णय ले अन्यथा व्यापारी समाज अपने इस आक्रोश को बहुत ज्यादा दिन तक रोक नहीं पाएगा जिसके परिणाम स्वरुप लोकतांत्रिक तथा शांतिपूर्ण तरीके से ट्रस्ट के विरोध में धरना प्रदर्शन एवं सभी संभव लोकतांत्रिक तरीकों से विरोध किया जाएगा ।

ज्ञापन देने हेतु जिला अध्यक्ष नरेश अग्रवाल जिला महामंत्री दीपक कुमार तायल नगर अध्यक्ष ललित मोहन मिश्रा वरिष्ठ व्यापारी नेता राजकुमार अग्रवाल संजय शास्त्री राकेश अग्रवाल अंशुल अरोड़ा भारत भूषण कुंदनानी जितेंद्र आनंद विवेक गोस्वामी सुनील कुमार उपस्थित रहे

ट्रस्टियों द्वारा दुकानों के मनमानी किराए वृद्धि एवं व्यापारियों के हितों को लेकर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल संघर्ष समिति के द्वारा संबंधित पक्षों के साथ वार्ता, आगे की रणनीति हुई तैयार , 5 फरवरी तक व्यापारीयो से उनकी शिकायतें तथा सुझाव मांगे



ऋषिकेश 30 जनवरी। तीर्थ नगरी ऋषिकेश में कुछ समय पूर्व धर्मशाला के ट्रस्टियों द्वारा दुकानों के मनमानी किराए वृद्धि को लेकर तथा व्यापारीयो के उत्पीड़न से परेशान होकर एक व्यापारी द्वारा आत्महत्या का असफल प्रयास कर लेने के बाद  उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल संघर्ष समिति द्वारा संबंधित पक्षों के साथ एक बैठक कर वार्ता की गई। जिसमें आगे की रणनीति तैयार की गई। 

जिसमे तमाम विरोध प्रदर्शन के बावजूद मनमानी किराया वृद्धि सहित व्यापारी हितों के खिलाफ हो रहे प्रयासों के विरोध में उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल संघर्ष समिति के द्वारा संबंधित पक्षों के साथ वार्ता गत दिवस संपन्न हुई । इस बैठक के बाद 30 तारीख को होने वाली आमसभा को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया गया था।

संघर्ष समिति की बैठक में कल हुई वार्ता के विषय में समीक्षा बैठक की गई तथा साथ ही समस्त व्यापारियों से आह्वान किया की समिति तथा संबंधित पक्षों के बीच अगली बैठक 7 फरवरी को निर्धारित हुई है अतः 5 फरवरी तक समस्त व्यापारी गण अपनी अपनी शिकायतें तथा सुझाव संघर्ष समिति के सदस्यों तक पहुंचाने प्रयास करें ताकि अपने विषय को मजबूती के साथ रखा जा सके।

बैठक में प्रांतीय उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल के जिला महामंत्री दीपक कुमार तायल , व्यापारी नेता राजकुमार अग्रवाल एडवोकेट जितेंद्र अग्रवाल, रविंद्र अग्रवाल, राकेश अग्रवाल, अंशुल अरोड़ा, युवा व्यापार मोर्चा के जिला अध्यक्ष पवन शर्मा, महामंत्री नगर व्यापार मंडल प्रतीक कालिया ,पंकज शर्मा ,पंकज चावला तथा श्री जितेंद्र आनंद जी उपस्थित रहे।b

धर्मशाला एवं ट्रस्टों के द्वारा व्यापारी उत्पीड़न के विरोध में आगामी आंदोलन की रूपरेखा को‌ अमलीजामा, उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल संघर्ष समिति द्वारा 16 जनवरी को क्षेत्र रोड बाजार में प्रदर्शन के बाद देंगे धरना ,



ऋषिकेश, 13 जनवरी ।उद्योग व्यापार प्रतिनिधिमंडल संघर्ष समिति की बैठक धर्मशाला एवं ट्रस्टों के द्वारा व्यापारी उत्पीड़न के विरोध में आगामी आंदोलन की रूपरेखा को‌ अमलीजामा पहनाया गई।

शनिवार को आयोजित ब‌ैठक में समिति के अध्यक्ष नरेश अग्रवाल द्वारा बताया गया कि 7 दिन पूर्व ट्रस्टों को दिए गए पत्र का अभी तक कोई जवाब नहीं आया है, ना ही उन्होंने कोई संपर्क करने का प्रयास किया है ।यह उनकी हठधर्मिता एवं व्यापारियों की अनदेखी करने की चेष्टा दर्शाता है जिसके चलते समस्त व्यापारी अपनी मांगों के लिए लोकतांत्रिक तरीके से संघर्ष का रास्ता अपनाने के लिए मजबूर है। समिति के सभी सदस्यों के द्वारा अध्यक्ष को हर तरह के आंदोलन तथा कार्यवाही के लिए समर्थन देने की घोषणा की गई।

इसी कड़ी में यह तय हुआ कि 16 जनवरी को सुबह समय 11:30 बजे अधिक से अधिक व्यापारी क्षेत्र रोड बाजार पर एकत्रित होकर व्यापारी एकता का परिचय देंगे, तथा व्यापारी उत्पीड़न के विरुद्ध धरना प्रदर्शन दिया जाएगा तथा संबंधित पक्षों को सांकेतिक रूप से व्यापारी हितों के विरुद्ध कार्य न करने की हिदायत दी जाएगी।

यदि इसके बावजूद भी वह अपनी हठहधर्मिता को नहीं छोड़ते हैं तो संघर्ष समिति नगर के समस्त व्यापारियों के साथ बड़े से बड़े आंदोलन के लिए भी संकल्प लेती है।

बैठक में  जिला महामंत्री दीपक कुमार तायल, नगर अध्यक्ष ललित मोहन मिश्रा, पूर्व राज्य मंत्री संदीप गुप्ता, एडवोकेट जितेंद्र अग्रवाल, पूर्व मंडी समिति अध्यक्ष राकेश अग्रवाल, युवा जिलाध्यक्ष पवन शर्मा, रविंद्र अग्रवाल ,संजय शास्त्री, अंशुल अरोड़ा, जितेंद्र आनंद, भारत भूषण कुंदनानी, दीपक धमीजा, विवेक गोस्वामी, पंकज शर्मा उपस्थित थे।

धार्मिक संस्थाओं और ट्रस्टों द्वारा व्यापारी को उत्पीड़न करने के विरोध में उद्योग व्यापार मंडल ने उनको ज्ञापन सौंप चेताया 



ऋषिकेश, 05 जनवरी ।उद्योग व्यापार प्रतिनिधि ‌मण्डल‌ ‌संघर्ष समिति ने धार्मिक संस्थाओं और ट्रस्टों के द्वारा किए जा रहे, व्यापारी उत्पीड़न के विरोध में ट्रस्टों को व्यापारियों का उत्पीड़न तुरंत प्रभाव से बंद करने तथा आगे की लिए एक रूपरेखा बनाने हेतु ज्ञापन सौंपा गया।

जिला उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने धार्मिक ट्रस्टों और संस्थाओं को दिए गए ज्ञापन में चेतावनी स्वरूप कहा कि यदि उनके द्वारा किसी व्यापारी का उत्पीड़न किया गया तो संघर्ष समिति नगर के समस्त व्यापारियों के साथ मिलकर हर तरह के आंदोलन के लिए तैयार है, पूर्व में उत्पीड़न के प्रताड़ित होने के कारण एक व्यापारी के साथ जो घटना घटी ,उसकी पुनरावृति ना हो इसकी जिम्मेदारी ट्रस्टों को लेनी होगी।

शुक्रवार को संघर्ष समिति ने पंजाब सिंध क्षेत्र ट्रस्ट, बाबा काली कमली वाला पंचायती क्षेत्र तथा निर्मला शर्मा ट्रस्ट को ज्ञापन सोपा गया ।

संघर्ष समिति के सभी सदस्य संयुक्त रूप से पीड़ित व्यापारी के घर पर जाकर उन्हें हर तरह के सहयोग का आश्वासन दिया तथा उनके द्वारा लड़ी गई ,इस लड़ाई में हर तरह के सहयोग का वादा किया।

इस अवसर पर जिला अध्यक्ष नरेश अग्रवाल के नेतृत्व में जिला महामंत्री से दीपक कुमार तायल, वरिष्ठ व्यापारी नेता राजकुमार अग्रवाल ,पूर्व राज्य मंत्री संदीप गुप्ता, पूर्व मंडी परिषद अध्यक्ष राकेश अग्रवाल ,वरिष्ठ अधिवक्ता जितेंद्र अग्रवाल ,जिला अध्यक्ष युवा मोर्चा पवन शर्मा ,पंकज शर्मा, पंकज चावला, रविंद्र अग्रवाल ,भारत भूषण कुंदनानी, अंशुल अरोड़ा , संजय शास्त्री, जितेंद्र आनंद, विवेक गोस्वामी, अभिनव गोयल आदि उपस्थित रहे।

राज्य कर विभाग की 16 टीमों ने देहरादून ऋषिकेश समेत कई शहरों में की छापेमारी 12 फर्मों के 16 व्यापारिक प्रतिष्ठानों में छापेमारी कर 12 करोड़ की पकड़ी गई जीएसटी चोरी  पिछले 4 वर्षों से आंखों में धूल झोंक कर रहे थे फर्जी तरीके से व्यापार



देहरादून 28 दिसम्बर 2023 ।उत्तराखण्ड राज्य  में बिटुमिन तथा फ्यूल ऑयल का व्यवसाय कर रही 12 फर्मों के 16 व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर आयुक्त, राज्य कर के निर्देशों पर गठित राज्य कर विभाग की टीमों ने जीएसटी चोरी कर रही  देहरादून, ऋषिकेश, हरिद्वार, रूड़की, काशीपुर, हल्द्वानी और रूद्रपुर स्थित फर्मों पर छापेमारी की बड़ी कार्यवाही की है। प्रथम दृष्ट्या इन फर्मों द्वारा कुल ₹ 12 करोड़ से ऊपर की जीएसटी चोरी का मामला सामने आया है।

राज्य कर मुख्यालय, देहरादून की और से  विगत कुछ दिनों से इन 12 फर्मों के लेन-देन पर निगाह रखी जा रही थी तथा फर्मों द्वारा उत्तराखण्ड राज्य से बाहर स्थित फर्मों के बिलों की आड़ में बोगस आईटीसी का लाभ लेकर अपनी जीएसटी देयता को समायोजित किया जा रहा था। इन फर्मों की और से  अपनेे व्यापार से संबंधित फर्जी संव्यवहारों को छिपाने के लिये बिल टू शिप टू का मोड्यूल का सहारा लिया जा रहा था।

इन फर्मों के ई-वे बिल में प्रयुक्त वाहनों की जांच में पाया गया कि वे ई-वे बिल बनाये जाने की तिथियों के दौरान ई-वे बिल में प्रदर्शित स्थलों के मार्ग पर स्थित टोल प्लाजा को पार नहीं कर रहे थे या ई-वे बिल बनाये जाने की तिथियों के दौरान किसी अन्य स्थल के टोल प्लाजा को पार कर रहे थे। इन फर्मों के सप्लायर फर्मों की बैकवॉड चैन की जांच करने पर यह पाया गया कि ये सप्लायर फर्में या तो अस्तित्वहीन अथवा विभाग की और से  पंजीयन निरस्त किया गया  हैं। इन में से कुछ फर्में ऐसे माल की ट्रेडिंग दिखा रही थी, जिनको उनकी और से कभी खरीदा ही नहीं गया था। इन फर्मों द्वारा ऐसा विगत 04 वर्षों (2020-21 से 2023-24 तक) से किया जा रहा था।

प्रथम दृष्ट्या इन फर्मों का कुल ₹ 12 करोड़ से ऊपर की जीएसटी चोरी का मामला सामने आया है। छापेमारी की कार्यवाही देर रात तक चली तथा छापे के दौरान फर्मों के व्यापार स्थल से टीमों ने अभिलेख अपने कब्जे में लिए हैं, जिनका विश्लेषण का कार्य गतिमान है। इन फर्मों ने जांच के दौरान ही ₹ 1.13 करोड़ रुपये जीएसटी मौके पर ही जमा भी करा दिया है। विभाग की ओर से छापेमारी की इस बड़ी कार्यवाही में कुल 16 टीमें गठित करते हुये 60 अधिकारियों को शामिल  किया गया था। 

आयुक्त कर ने दिए हैं चोरी करने वाली फार्मो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई के निर्देश 

आयुक्त, राज्य कर डॉ अहमद इकबाल की और से  बोगस बिलिंग या फर्जी इनपुट का लाभ उठाकर कर चोरी करने वाली अन्य फर्मों को चिन्हित कर उनके विरूद्ध कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। आयुक्त कर द्वारा सभी करदाताओं से यह भी अपील की  गई हे कि वे समय से रिटर्न दाखिल करते हुए देय कर को जमा करें तथा यदि इस संबंध में कोई समस्या हो तो हेल्पलाइन नं.- 1800120122277 से सम्पर्क कर सकते हैं ।

कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने बिल लाओ इनाम पाओ योजना के तहत लक्की ड्रा के लाभार्थियों को किए पुरस्कार वितरित



ऋषिकेश 10 नवंबर 2023 ।क्षेत्रीय विधायक व मंत्री डॉ प्रेमचंद अग्रवाल ने बिल लाओ इनाम पाओ योजना के तहत जून, जुलाई, अगस्त और सितंबर माह के लक्की ड्रा के लाभार्थियों को पुरस्कार वितरित किये। इस दौरान डॉ अग्रवाल ने मोबाइल फ़ोन, स्मार्ट वाच और हेड फ़ोन वितरित किये।

शुक्रवार को जीएसटी भवन में आयोजित कार्यक्रम में डॉ अग्रवाल ने बताया कि योजना के अन्तर्गत दिनांक 01 सितम्बर, 2022 से अब तक 48,658 उपभोक्ता पंजीकृत हुये हैं, जिनके द्वारा 246,178 बिल अपलोड किये गये हैं तथा जिनका कुल मूल्य रु0 93,45 करोड़ है। बताया कि दिनांक 01 अप्रैल, 2023 से दिनांक 31 अक्टूबर, 2023 अब तक 18,437 उपभोक्ता पंजीकृत हुये हैंए जिनके द्वारा 159,263 बिल अपलोड किये गये हैं तथा जिनका कुल मूल्य रु0 52.12 करोड़ है । यह आंकड़े दर्शाते हैं कि योजना को लेकर जनता में असीम उत्साह है एवं उनके द्वारा अधिकाधिक बिलों को अपलोड किया गया है।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि इस योजना के अंतर्गत पुरस्कार विजेताओं तथा पुरस्कार वितरण में पूर्ण पारदर्शिता रहे इसीलिए इस सम्पूर्ण प्रक्रिया में कोई मानवीय हस्तक्षेप नहीं रखा गया है। सम्पूर्ण कार्यवाही इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से पूर्ण की जाती है।

डॉ अग्रवाल ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा पूर्व में दिनांक 01 सितम्बर, 2022 से दिनांक 31 मार्च, 2023 तक लागू बिल लाओ ईनाम पाओ योजना को दिनांक 30 नवम्बर, 2023 विस्तारित किया गया है । बताया कि योजना को दिनांक 01 अप्रैल, 2023 से, ऑनलाइन खरीद पर प्राप्त बिलों को छोड़कर, जीएसटी के अंतर्गत समस्त कराधेय वस्तुओं तथा सेवाओं के विरुद्ध जारी बी2सी बिलों पर लागू किया गया है । इसके अंतर्गत दिनांक 30 नवम्बर, 2023 तक BLIP एप पर बिल अपलोड करने वाले ग्राहकों को मासिक पुरस्कारों के अंतर्गत 1500 पुरस्कार दिए जायेंगे तथा दिनांक 01 सितम्बर, 2022 से दिनांक 30 नवम्बर, 2023 तक अपलोड किये गए बिलों पर ग्राहकों को दिनांक 30 नवम्बर, 2023 के पश्चात मेगा पुरस्कार भी दिए जायेंगे।

डॉ अग्रवाल ने बताया कि इसके अतिरिक्त अपलोड किये गए प्रत्येक बिल पर customer reward प्रोग्राम लागू करते हुए प्रत्येक अपलोडेड बिल पर पॉइंट्स दिए जाने की व्यवस्था है, जो पुरस्कार/ कैश बैक/ डिस्काउंट कूपन के रूप में दिए जायेंगे । इस योजना में जीएसटी के अंतर्गत पंजीकृत ऐसे व्यापारियों को भी पुरस्कृत किया जायेगा, जिनके प्रतिष्ठान से सर्वाधिक बिल अपलोड किये जायेंगे तथा उनके द्वारा ग्राहकों से सर्वाधिक संख्या में एप डाउनलोड करवाना सुनिश्चित करते हुए योजना के वृहद प्रचार प्रसार में योगदान दिया जाएगा । इस प्रकार योजना की परिधि को अत्यधिक विस्तृत करते हुए इसे अधिक आकर्षक बनाया गया है।

डॉ अग्रवाल ने बताया कि गत वर्ष 2022-23 (माह अक्टूबर तक) रु0 4328 करोड़ राजस्व की तुलना में संगत वर्ष 2023-24 (माह अक्टूबर तक) में रु0 4776 करोड़ राजस्व प्राप्त किया गया है, जो कि लगभग 09% अधिक है। वर्ष 2023-24 के लिए राज्य कर विभाग हेतु बजटीय राजस्व लक्ष्य रु0 8814 करोड़ रखा गया है l इस क्रम में माह अक्टूबर, 2023 तक निर्धारित राजस्व लक्ष्य रु0 4861 करोड़ के सापेक्ष रु0 4776 करोड़ की प्राप्ति कर ली गयी है, जो कि निर्धारित राजस्व लक्ष्य का लगभग 98% है।

पुरस्कार वितरण समारोह का मंच संचालन RJ काव्या द्वारा किया गया। पुरस्कार वितरण समारोह में पुरस्कार विजेताओं सहित श्री आई0एस0बृजवाल, अपर आयुक्त (विशेष वेतनमान) राज्य कर,  अनिल सिंह, अपर आयुक्त राज्य कर,  अमित गुप्ता, अपर आयुक्त राज्य कर,  पी0एस0डुंगरियाल, अपर आयुक्त राज्य कर,  संजीव सोलंकी, संयुक्त आयुक्त राज्य कर,  एस0एस0तिरुवा, संयुक्त आयुक्त राज्य कर,  जगदीश सिंह, उपायुक्त राज्य कर सहित अन्य विभागीय अधिकारी तथा कर्मचारी उपस्थित थे।

हरिद्वार से ऋषिकेश के बीच प्रस्तावित मेट्रो रेल लाइन के कार्य के लिए सर्वे का कार्य‌ हुआ प्रारंभ, पूर्व में भूगर्भीय विभाग द्वारा भूमि के सैंपल भी लिए जा चुके, उत्तराखंड के पांच शहरों में भी सर्वे का कार्य काफी तेजी के साथ हो रहा है पूर्ण, दीपावली से पहले सर्वे की रिपोर्ट मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को की जाएगी प्रेषित – दीपक कुमार



ऋषिकेश, 28 अक्टूबर ‌।यूएमटी अर्बन मास ट्रांजिट कंपनी द्वारा हरिद्वार से ऋषिकेश के बीच प्रस्तावित मेट्रो रेल लाइन के कार्य के लिए सर्वे का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है।

उल्लेखनीय है की कंपनी द्वारा रुड़की हरिद्वार ऋषिकेश, देहरादून ,मंसूरी विकास नगर में प्रस्तावित मेट्रो रेल लाइन बिछाए जाने के लिए 10 अक्टूबर से सर्वे का कार्य प्रारंभ कर दिया गया है ।जिसके अंतर्गत ऋषिकेश में तीन टीम सर्वे का कार्य कर रही है ।

यह जानकारी कंपनी के ट्रैफिक सर्वे साइड इंचार्ज (प्रोजेक्ट कोऑर्डिनेटर) दीपक कुमार ने देते हुए बताया कि यह सर्वे का कार्य दीपावली से पूर्व पूर्ण कर लिया जाएगा। जिसकी रिपोर्ट उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को प्रेषित की जाएगी।

दीपक कुमार ने बताया कि इस सर्वे के दौरान 20 प्रकार के सर्वे किया जा रहे हैं । इससे पूर्व भूगर्भीय विभाग द्वारा भूमि के सैंपल लिए जा चुके हैं।

सर्वे के अंतर्गत कंपनी द्वारा नगरीय क्षेत्र में मार्गो का मैप तैयार किए जाने के साथ ट्रैफिक का विश्लेषण, भीड़भाड़ वाले क्षेत्र के परीक्षण के अतिरिक्त पर्यटन क्षेत्र से जुड़े कार्यों का भी निरीक्षण करेंगे। जिसके अंतर्गत देखा जाएगा कि मेट्रो के दौरान कहां से उसका मार्ग निर्धारित किया जाएगा, जिसमें यह भी देखा जाएगा की यदि मेट्रो का आवागमन शुरू किया जाता है। तो उसमें यात्रियों के किराए और समय की दूरी में कितना अंतर है ,पार्किंग पर्यटक और यात्रियों का कितना समय और उसे पर खर्च किए जाने वाले धन का भी आकलन किया जाएगा। कंपनी द्वारा इस कार्य को किए जाने के लिए मार्गो पर कुछ कैमरे भी लगाए गए हैं। जिनके माध्यम से सभी प्रकार के ट्रैफिक की गतिविधियों का आंकलन किया जा रहा है। यह कार्य उत्तराखंड के पांच शहरों में काफी तेजी के साथ किया जा रहा है।

तीर्थ नगरी में दीपावली के पटाखे बिक्री को लेकर एसडीएम ने अधिकारियों सहित व्यापारियों को लेकर बुलाई बैठक, शहर से बाहर पटाखे की बिक्री को लेकर नहीं बनी व्यापारियों की सहमति 



ऋषिकेश ,25 अक्टूबर ‌।आगामी दीपावली पर्व पर लगने वाले पटाके को लेकर व्यापारियों के साथ बैठक में चर्चा की। जिसमें व्यापारियों ने एक राय से कहा कि बाजार से बाहर पटाखे की बिक्री मंजूर नहीं की जाएगी।

बुधवार को तहसील परिसर में आयोजित उपजिलाधिकारी योगेश मेहरा द्वारा बैठक में दीपावली के मौके पर बाजार में लगने वाले पटाके को लेकर चर्चा के दौरान प्रशासन का कहना था, कि दीपावली पर्व पर बाजार में अत्यधिक भीड़ का दबाव रहता है। जिससे दमकल विभाग की गाड़ियों के आवागमन में अवरोध होता है ,किसी अनहोनी से बचाव हेतु पटाके किसी खुली जगह पर लगने चाहिये।

इस अवसर पर व्यापार मंडल के अध्यक्ष ललित मोहन मिश्रा ने कहा कि व्यापारी सदा से ही अपनी सुरक्षा को लेकर सतर्क रहता है ,तथा गाड़ियों के आवागमन हेतु काफी चौड़ा रास्ता भी रहता है ।हर पटाके लगाने वाला दुकानदार रेत ,पानी तथा फायर की दृष्टि से व्यवस्था भी रखता है। पटाखे की बिक्री के लिए स्थान शहर से बाहर जाने को लेकर व्यापार मंडल बिल्कुल सहमत नहीं है।

इस मौके पर महामंत्री प्रतीक कालिया ने कहा कि इस त्योहार के सीजन में छोटे व्यापारी की कुछ आमदनी हो जाती है पटाके का स्थान बाहर जाने से व्यापार बिल्कुल चौपट हो जाएगा। अतः सभी व्यापारियों के लिए शहर से बाहर पटाखे की बिक्री को बिल्कुल भी मंजूर नहीं किया जाएगा।

बैठक की अध्यक्षता कर रहे उपजिलाधिकारी मेहरा ने कहा कि इस मुद्दे पर पुनः एक बैठक दो -तीन में कर कोई सहमति निकाल निर्णय लिया जाएगा।

इस अवसर पर  घाट रोड व्यापार मंडल के अध्यक्ष पवन शर्मा , पटाका यूनियन के राजपाल ठाकुर , मुखर्जी रोड के अध्यक्ष विवेक वर्मा , कोतवाल श्री खुशीराम पाण्डेय , एस एस आई डीपी काला विद्युत विभाग के उपखंड अधिकारी अरविंद नेगी , जल संस्थान से अनिल नेगी आदि भी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने हेक्सावेयर टेक्नोलॉजी के स्थानीय कार्यालय का किया शुभारंभ, हेक्सावेयर टेक्नोलॉजी आईटी सेवाओं के विस्तार में मील का पत्थर होगी साबित : पुष्कर सिंह धामी



ऋषिकेश देहरादून 14 अक्टूबर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज देहरादून में हेक्सावेयर टेक्नोलॉजी के स्थानीय कार्यालय का शुभारंभ किया।

उन्होंने आशा व्यक्त की कि जिस उद्देश्य को लेकर इस कार्यालय का शुभारंभ किया गया है, उस उद्देश्य में हेक्सावेयर टेक्नोलॉजी अवश्य सफल होगी। उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में देश तेजी से प्रगति कर रहा है। य

ह क्षेत्र सशक्तीकरण का माध्यम बन रहा है और लोगों को आत्मनिर्भरता की ओर ले जाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नया भारत टेक्नोलॉजी का न सिर्फ कंज्यूमर है बल्कि टेक्नोलॉजी के विकास में और उसके क्रियान्वयन में भी सक्रिय भूमिका निभा रहा है। 2G, 3G, 4G के समय भारत टेक्नोलॉजी के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहा लेकिन 5G के साथ ही भारत ने नया इतिहास रच दिया है।

उन्होंने कहा कि 5G के साथ भारत पहली बार टेलीकॉम टेक्नोलॉजी में ग्लोबल स्टेंडर्ड तय कर रहा है। भारत में डिजिटलाइजेशन तेजी से हो रहा है। #DigitalBharat देश के विकास के विस्तृत विजन का एक महत्वपूर्ण अंग है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि टेक्नोलॉजी को आम लोगों तक पहुंचाना ही इस विजन का लक्ष्य है। आज हमारे छोटे व्यापारी, छोटे उद्यमी, कारीगर सबको #DigitalBharat ने एक मंच प्रदान किया है, एक बाजार उपलब्ध कराया है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश ने डिजिटलाइजेशन के क्षेत्र में तेजी से प्रगति की है। कुछ वर्षों में UPI तेजी से हमारी अर्थव्यवस्था और आदतों का हिस्सा बन गया है। यह डिजिटल भारत की नींव है तथा अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति तक डिजिटल सेवाएं पहुंचाने का माध्यम है।

उन्होंने कहा कि राज्य में टेक्नोलॉजी के साथ व्यवस्थाओं को बेहतर बनाने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं।

उन्होंने आशा व्यक्त किया कि हेक्सावेयर टेक्नोलॉजी का यह कार्यालय आईटी सेवाओं के विस्तार में मील का पत्थर साबित होगा।

संघर्षपूर्ण जीवन की मिसाल बने लाला शिव चरण लाल जी, चने बेचने से लेकर कैसे बने ” श्री शिव शंकर तीर्थ यात्रा ” के संस्थापक, आइए जानें उनकी सफलता का प्रेरणादायी परिचय



ऋषिकेश:  60 साल पूर्व ऋषिकेश में विश्व प्रसिद्ध लक्ष्मण झूला पर बंदरो को खिलाने के लिए चने बेचने वाले कर्म योगी ईमानदार व्यक्तित्व के धनी लाल शिवचरण लाल जी आज देशभर में कामयाब धार्मिक रेल तीर्थ यात्रा संचालक के रूप में जाने जातें है।

उनकी श्री शिव शंकर तीर्थ यात्रा की प्रसिद्धि का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि आज देश भर में इससे मिलते जुलते नाम वाली 13 तीर्थ यात्रा संचालन में लगी है। संघर्षपूर्ण जीवन की मिसाल बने शिवचरण लाल के हर संघर्ष में पत्नी ने उनका साथ दिया। सादा जीवन जीने वाले शिवचरण लाल के लिए कामयाबी का यह सफर अनेक उतार चढ़ावों से भरा रहा है।

हिंडौन सिटी राजस्थान में घासीराम अग्रवाल के यहां 22 दिसंबर 1932 को जन्में लाला शिवचरण दो दर्जा पास थे। पिता की गांव में परचून की दुकान थी। पिता भी धार्मिक प्रवृति के थे। उन्होने कडी मेहनत के बल पर आगे बढने की ठानी और गांव छोडकर आगरा जा पहुंचे। दो वर्ष तक आगरा में सब्जी की ठेली लगाने वाले शिवचरण लाल के ताऊ के लडके रामधन प्रसाद ने उनकी आर्थिक सहायता की और 1959 में वह अपने दो पुत्रो लक्ष्मी नारायण और भगवान दास, पुत्री रूकमणि देवी व पत्नी संपति देवी को साथ लेकर ऋषिकेश आ गए। यहां टालवाली धर्मशाला के एक छोटे से कमरे में पूरा परिवार रहा करता था। शिवचरण लाल ने 1960 में बन्दरो को खिलाने के लिए चने बेचने का काम शुरू किया।उस वक्त लक्ष्मण झूला मार्ग स्थित लुरिंदा मंडी में बस स्टेंड हुआ करता था।

पुराने दिनो को याद करते हुए शिवचरण बताते है कि छोटे से कमरे में छह लोगो के लिए जगह नही होती थी इसलिए समीप ही भारतीय स्टेट बेंक के चबूतरे पर वह रात गुजारा करते थे। एक साल बाद उन्होने फेरी लगाकर धार्मिक पुस्तकें व धार्मिक तस्वीरें बेचने का काम शुरू किया। ऋषिकेश में 1962 में उन्हें बस अडडें में पुस्तक बेचने की स्टॉल मिल गई। पत्नी संपति देवी बारह घण्टे तक एक ही आसन में बेठकर फोटो में फ्रेम चढ़ाने का काम करती थी। बाद में चमेली बाई धर्मशाला में कमरा लेकर उन्होने धार्मिक पुस्तकें बेचने के काम को आगे बढाया। जब 1963 में रेलवे स्टेशन में उन्हे स्टॉल मिली तो इसके बाद उनका काम आगे बढता गया। हऱिद्वार मार्ग स्थित पुरानी चुंगी पर उस वक्त बसें रूका करती थी। वह पत्नी के साथ दोनो कंधो पर बीस बीस किलो की धार्मिक पुस्तकें लादकर सुबह चार बजे बस स्टेण्ड पंहुच जाते थे।

लाला शिवचरण लाल कहते थे कि उस वक्त रेलवे स्टेशन पर स्पेशल ट्रैन आती थी। पहली बार 1974 में उन्होने स्पेशल तीर्थ यात्रा के तहत रेल का एक डिब्बा बुक कराकर यात्रा पर भेजा, मगर पैसो की कमी के कारण उन्हे काम बन्द करना पडा। इसके बाद 1980 में स्वर्गाश्रम स्थित गीता आश्रम के संस्थापक स्वामी वेद व्यासानन्द महाराज ने स्पेशल ट्रेन निकाली जिसमें उन्हे मैनेजर बनाकर यात्रा पर भेजा। बदले में उन्हे पंद्रह हजार रूपये मेहनताना मिला। इसी तरह 1981 में परमार्थ निकेतन ने स्पेशल यात्रा निकाली इसमें भी उन्हें ही मैनेजर बनाकर भेजा गया।

शिवचरण लाल बताते है कि गीता आश्रम द्वारा संचालित स्पेशल यात्रा के दौरान उनका संपर्क दिल्ली के एक व्यापारी श्री भगवान दास गोयल से हुआ। इस व्यापारी ने उनका हौसला बढाया। स्पेशल यात्रा संचालित करने के लिए पैसा तो दिया ही, यात्रियों की व्यवस्था भी की। तब से उनका काम चल पडा। आज पूरे देश में लाला शिवचरण लाल को धोती वाला बाबा के नाम से जाना जाता है। उनके काम में हाथ बटाने वाले उनके पुत्र भगवान दास ने बताया कि 42 वर्ष में अब तक हम दो लाख से अधिक लोगों को देश के विभिन्न तीर्थ स्थलों की यात्रा करा चुके है।

यात्रा पूरी तरह धार्मिक तरीके से कराई जाती है जिसमे यात्रियों को वैष्णव भोजन, सत्संग, भजन कीर्तन, सामान्य चिकित्सा, धार्मिक स्थलों की पूर्ण जानकारी मुहैया कराई जाती है। वृद्व तीर्थयात्रियों का विशेष ध्यान रखा जाता है जिसके लिए पर्याप्त व्यक्तियों की यात्रा में ड्यूटी लगाई जाती है। इतना ही नहीं, यात्रा के पडाव में यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था और तीर्थ स्थल तक जाने के लिए बसों का भी प्रबन्ध किया जाता है। बस के द्वारा उतराखण्ड के चार धाम की यात्रा भी कराई जाती है। लंबे संघर्ष के बाद इस मुकाम तक पहुंचे लाला शिवचरण लाल अग्रवाल ने आज भी सादगी नही छोडी है आज भी वह पुराने दिनों को नही भुले है। आम आदमी की तरह उन्होंने चारपाई पर सोना नही छोडा है। उनका मानना है कि काम में ईमानदारी, निष्ठा, सेवा व समर्पण हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। हमारा ध्येय पैसा कमाना नहीं बल्कि तीर्थ यात्री की आत्म संतुष्टि है।

श्री शिवशंकर तीर्थ यात्रा ऋषिकेश

(1967 से आपकी सेवा में) संस्थापक

(स्व0 लाला श्री शिवचरणलाल अग्रवाल)

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