मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रेल मंत्री से “वंदे भारत एक्सप्रेस” के संचालन एवं पर्वतीय क्षेत्रों में रेल सेवा के विस्तार के दृष्टिगत रेललाइन निर्माण की यथाशीघ्र स्वीकृति प्रदान करने हेतु किया अनुरोध, केंद्रीय रेल मंत्री ने हर सम्भव सहयोग को किया आश्वस्त



देहरादून नई दिल्ली 3 नवंबर। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज नई दिल्ली में केंद्रीय रेल मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव से भेंट कर प्रदेश में सुदृढ़ रेल कनेक्टिविटी के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा की।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री  धामी ने रेल मंत्री से लखनऊ से देहरादून के मध्य “वंदे भारत एक्सप्रेस” के संचालन एवं पर्वतीय क्षेत्रों में रेल सेवा के विस्तार के दृष्टिगत बहुप्रतीक्षित टनकपुर-बागेश्वर रेललाइन निर्माण की यथाशीघ्र स्वीकृति प्रदान करने हेतु अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री ने अहमदाबाद से काठगोदाम, हरिद्वार और देहरादून को जोड़ने हेतु सीधी रेल सेवा शुरू करने, दून एक्सप्रेस में कोटद्वार के कोच का व जनता एक्सप्रेस में रामनगर के कोच का पुनः परिचालन करने एवं टनकपुर से राजस्थान के मेहंदीपुर बालाजी तक नई रेल सेवा प्रारम्भ करने का अनुरोध किया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि रेल सेवाओं के विस्तार से प्रदेशवासियों एवं पर्यटकों के लिए आने वाले समय में यातायात सुगम होगा साथ ही पर्यटन प्रमुख राज्य होने के कारण प्रदेश की आर्थिकी भी सशक्त होगी। केंद्रीय रेल मंत्री ने हर सम्भव सहयोग के प्रति मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को आश्वस्त किया।

प्रसिद्ध सुपरस्टार फिल्म अभिनेता रजनीकांत पहुंचे भगवान बदरीविशाल के दर्शन हेतू श्री बदरीनाथ धाम



ऋषिकेश/श्री बदरीनाथ धाम/ गोपेश्वर 12 अगस्त। प्रसिद्ध फिल्म अभिनेता रजनीकांत ने आज देर शाम भगवान बदरीविशाल के दर्शन किये।

इस अवसर पर श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति की ओर से उनका स्वागत किया गया तथा भगवान बदरीविशाल का प्रसाद एवं तुलसी माला भेंट की।

बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया की जाने-माने फिल्म अभिनेता रजनीकांत दयानंद आश्रम ऋषिकेश से आज शनिवार को बदरीनाथ धाम पहुंचे तथा शायंकाल को भगवान बदरीविशाल के दर्शन किये।

उन्होंने भगवान बदरीविशाल की शायंकालीन पूजा -स्वर्ण आरती में भी शामिल हुए। मंदिर दर्शन के पश्चात फिल्म अभिनेता बदरीनाथ धाम के रावल ईश्वर प्रसाद नंबूदरी से भी मिले।फिल्म अभिनेता ने कहा कि बदरीनाथ धाम के दर्शन से वह अभिभूत है भगवान से जन कल्याण तथा देश के सुख समृद्धि की कामना करते है। और आज वह बदरीनाथ में ही प्रवास करेंगे।

इस अवसर पर धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, सहायक अभियंता गिरीश देवली, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, वेदपाठी रविन्द्र भट्ठ, नायब रावल अमरनाथ नंबूदरी, ईओ नगर पंचायत सुनील पुरोहित थाना प्रभारी केसी भट्ट, नोडल अधिकारी विवेक थपलियाल, प्रबंधक अजय सती विकास सनवाल आदि मौजूद रहे।

पूर्व क्रिकेटर व पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू परिवार संग ऋषिकेश गंगा तट से परिवार और होने वाली बहू की तस्वीरें की साझा , ट्विटर पर अपनी होने वाली बहू का दिया परिचय 



ऋषिकेश,28 जून । पूर्व क्रिकेटर व पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू के बेटे करण सिद्धू की सगाई हो गई है। उन्होंने ट्विटर पर अपनी होने वाली बहू का परिचय दिया और उसकी तस्वीरें साझा कीं। यह सभी सब तस्वीरें ऋषिकेश गंगा तट की है। सिद्धू यहां रविवार की रात पहुंच गए थे। मंगलवार को वह यहां से वापस लौट गए।

अपने टि्वटर हैंडल पर कांग्रेसी नेता नवजोत सिंह सिद्धू ने तस्वीरों के साथ लिखा-बेटा अपनी प्यारी मां की सबसे बड़ी इच्छा का सम्मान करता है। इस शुभ दुर्गा-अष्टमी के दिन मां गंगा की गोद में, एक नई शुरुआत, हमारी होने वाली बहू इनायत रंधावा से मिलिए।

सिद्धू ने बताया कि उनके बेटे ने अपनी मां की इच्छा को पूरा किया और गंगा नदी के तट पर अपनी मंगेतर को ‘प्रॉमिस बैंड’ बांधा। इस दौरान परिवार की खुशियों को साफ तौर पर सभी के चेहरे पर देखा जा सकता है।

नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल पर तस्वीरों को शेयर किया। तस्वीरों में सिद्धू को अपनी पत्नी नवजोत कौर, बेटी राबिया सिद्धू, बेटे करन सिद्धू और इनायत रंधावा के साथ देखा जा सकता है।नवजोत सिंह सिद्धू एक माह के भीतर दूसरी बार ऋषिकेश आए हैं।

इससे पूर्व वह 29 मई को अपनी पत्नी और परिवार संग ऋषिकेश के मुनिकीरेती स्थित एक होटल में ठहरे थे। इस दौरान उन्होंने आसपास क्षेत्र में घूमने के साथ राफ्टिंग भी की थी। दूसरी बार वह बीते रविवार की रात इसी होटल में आकर ठहरे थे। सोमवार को उन्होंने मुनिकीरेती खारा स्त्रोत के समीप अपने परिवार और होने वाली बहू के साथ फोटो खिंचाई और टि्वटर हैंडल पर शेयर की है।

टि्वटर में बड़ी संख्या में लोग उन्हें इस खुशी के मौके पर बधाइयां दे रहे हैं। और अपनी पत्नी की सेहत की भी  जानकारी  दी है।

बता दें कि सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर कैंसर से जूझ रही हैं. वर्तमान में उनकी कीमोथेरेपी हो रही है। रविवार को कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर अपनी पत्नी के कीमोथेरेपी की जानकारी दी थी।

उन्होंने लिखा था कि आज तीसरा कीमो हुआ है। एक दृढ़ व्यक्ति के लिए कुछ भी नामुमकिन नहीं है।सिद्धू ने बताया था कि उनकी पत्नी का इलाज यमुनानगर के वारयम सिंह हास्पिटल में हो रहा है, जहां डा. रुपिंदर बत्रा (टाटा मेमोरियल के पूर्व आन्कोलाजिस्ट) उनकी देखरेख कर रहे हैं। कांग्रेस नेता ने यह भी बताया था कि डा. बत्रा उनका भी इलाज कर चुके हैं। इसके लिए उन्होंने डाक्टर का शुक्रिया भी कहा।

फिल्म “आस्था” उत्तराखंड में होगी आगामी दिसंबर माह तक रिलीज  ऋषिकेश में फिल्म सिटी के निर्माण के साथ उत्तराखंड में भी मुंबई कि तरह फिल्म बनाने वाले डायरेक्टरों का बने संगठन : जयप्रकाश कंसवाल 



ऋषिकेश, 12 मई । उत्तराखंड में दिसंबर माह तक ब्लू ऑरेंज फिल्म इंटरनेशनल के बैनर तले बनी कॉमेडियन फिल्म आस्था उत्तराखंड में आगामी दिसंबर माह तक मार्केट में दिखाई देगी।

यह जानकारी शुक्रवार को ऋषिकेश प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान फिल्म के निर्माता जयप्रकाश कंसवाल ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए दी, उन्होंने कहा कि आस्था फिल्म की शूटिंग उत्तराखंड में 75% लोकल आर्टिस्ट और टेक्निशियन के साथ की जाएगी,इस आस्था फिल्म का बजट दो से तीन करोड़ के बीच रहेगा। जो कि राजन एन लायलपुरी द्वारा लिखित है। और वह इस फिल्म का निर्देशन कर रहे हैं।

इस फिल्म के निर्माता भोला हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार की नीतियों से‌ वह बहुत खुश हैं ,जिसके कारण वह अपने आप को ‌सम्मानित महसूस कर रहे हैं। क्योंकि उत्तराखंड सरकार फिल्म निर्माताओं को स्थान‌ के साथ सुरक्षा भी ‌उपलब्ध करवा रही है। जिसके कारण बॉलीवुड के बड़े प्रोड्यूसरों का उत्तराखंड के कलाकारों पर विश्वास बन रहा है, जिसके कारण बड़ी संख्या में कलाकार फिल्म में प्रतिभाग कर रहे हैं। पूरी पिक्चर उत्तराखंड पर आधारित रहेगी, जो पूरी तरह भगवान पर आधारित है।

जिसमें दो युवा है ,एक भगवान पर आस्था रखता है ।और एक नास्तिक है। जो की कॉमेडियन भी है। और यह फिल्म दिसंबर माह तक मार्केट में आ जाएगी। कंसवाल ने बताया कि ‌,उनके द्वारा चाहत ,तीरछी टोपीवाला, एक और एक ग्यारह, बैक टू बैक, फिल्में भी बनाई गई है। उन्होंने कहा कि वह उम्मीद करते हैं, कि ऋषिकेश में फिल्म सिटी का निर्माण किया जाए, जिसमें स्थानीय कलाकारों को जोड़ा जाए। उनका कहना था कि वह चाहते हैं, कि उत्तराखंड में भी मुंबई कि तरह फिल्म बनाने वाले डायरेक्टरों का संगठन बनाया जाए।

पत्रकार वार्ता में फिल्म के लेखक मोहित कुमार, राजेश कंसवाल, इकबाल दरबार आदि भी मौजूद थे।

ऋषिकेश में बॉलीवुड कॉमेडियन अभिनेता संजय मिश्रा ने वेद मंत्रों के बीच संतों से लिया आशीर्वाद – व्यक्तिगत पूजा करने आए थे संजय



ऋषिकेश,0 8 मई ।तीर्थ नगरी ऋषिकेश में बॉलीवुड कॉमेडियन अभिनेता संजय मिश्रा के पहुंचने पर तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य व ऋषि कुमार ने वेद मंत्रों के बीच संतों से आशीर्वाद लिया।

सोमवार की सुबह महंत रवि प्रपन्नाचार्य ने रघुनाथ मंदिर में उनकी पारिवारिक पूजा करवा कर मां गंगा का दूधाअभिषेक किया।

इस अवसर पर रवि प्रपन्नाचार्य ने बताया कि बॉलीवुड अभिनेता संजय मिश्रा अपने पारिवारिक कार्यक्रम के तहत ऋषिकेश पूजा अर्चना कर मुंबई के लिए रवाना हो गए।

उन्होंने बताया कि तीर्थ नगरी में मुझे संतों का आशीर्वाद मिला है, इससे बड़ा सौभाग्य मेरे लिए और कुछ नहीं है। उन्होंने समस्त मानव मात्र से अपील की कि प्रकृति के संतुलन और गंगा को स्वच्छ बनाकर रखें, गंगा के किनारे पौधारोपण करें। इस कलिकाल में गंगा ही साक्षात प्रमाण है , मुझे मां गंगा ने बुलाया और मेरे परिवार को मां गंगा ने आशीर्वाद दिया महंत रवि महाराज ने गोमुख का पवित्र जल एवं उत्तरीय रुद्राक्ष संजय मिश्रा को पहना कर उन्हें आशीर्वाद दिया।

संजय मिश्रा भारतीय फ़िल्म के हास्य अभिनेता भी है। जिन्होंने अधिकतर हिन्दी फ़िल्मों और टेलीविज़न धारावाहिकों में अभिनय किया है। 2015 में इन्हें आँखों देखी के लिए फ़िल्मफ़ेयर क्रिटिक अवॉर्ड फ़ॉर बेस्ट एक्टर से नवाजा गया। वह हाल ही में टोटल धमाल में दिखाई दिए।

इस अवसर पर फिल्म अभिनेता संजय मिश्रा ने‌ गंगा सेवा एवं पर्यावरण सुरक्षा समिति के संरक्षक चंद्रवीर पोखरियाल, राहुल शर्मा गंगा सभा के अध्यक्ष, अभिषेक शर्मा, राम चौबे, दीपक दरगन ,आचार्य अजय भट्ट आदि भी उपस्थित थे।

हिन्दी फ़िल्म जगत की प्रसिद्ध अभिनेत्री काजोल देवगन और तनीषा मुखर्जी पहुंची ऋषिकेश, की गंगा आरती



ऋषिकेश, 18 मार्च। हिन्दी फिल्म जगत की प्रसिद्ध अभिनेत्री काजोल देवगन और उनकी बहन तनीषा मुखर्जी दोनों बहने आज जौली ग्रांट एयरपोर्ट से ऋषिकेश पहुंची। वहां से वह गंगा आरती के लिए आज ऋषिकेश स्थित परमार्थ निकेतन पहुंची।

जहां उन्होंने परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती से आशीर्वाद लेकर विश्व विख्यात गंगा आरती में सहभाग किया ।

इस अवसर पर स्वामी चिदानन्द सरस्वती  ने कहा कि फिल्में समाज का दर्पण होती हैं। आज का युवा फिल्मों के माध्यम से बहुत कुछ ग्रहण करता है। अभिनेता और अभिनेत्री युवाओं के रोल माॅडल होते हैं इसलिये जरूरी है कि फिल्में उत्कृष्ट समाज को प्रतिबिंबित करती हो।स्वामी  ने कहा कि वर्तमान समय में पूरे विश्व के सामने ग्लोबल वार्मिग और क्लाइमेंट चेंज की समस्यायें विद्यमान है। अगर फिल्मों के माध्यम से पर्यावरण और जल संरक्षण का संदेश प्रसारित किया जाये तो उसका असर गहरा और दूर तक होगा।फिल्मों के माध्यम से समाज का उत्कृष्ट स्वरूप प्रस्तुत करने के साथ ही हरियाली संवर्द्धन, पारम्परिक जीवन शैली और भारत की उत्कृष्ट जीवन शैली को प्रस्तुत किया जाये तो पीढ़ी दर पीढ़ी इस संदेश को प्रसारित किया जा सकता है।

इस मौके पर प्रसिद्ध फिल्म अभिनेत्री काजोल ने कहा कि परमार्थ निकेतन की न केवल भारत में बल्कि वैश्विक स्तर पर एक उत्कृष्ट पहचान है। स्वामी जी ने भारतीय संस्कृति और संस्कारों की दिव्यता को बनाये रखने के लिये अद्भुत कार्य किये है। इस संदेेश को आज हम सभी यहां से लेकर जा रहे हैं।

स्वामी चिदानन्द सरस्वती  ने काजोल देवगन, तनीषा मुखर्जी और उनकी सभी सहेलियों को रूद्राक्ष का पौधा भेंट कर उनका अभिनन्दन किया।

“दोस्त-दुश्मन” एक लेख हरीश भट्ट की कलम से 



जिंदगी के सफर में हजारों- लाखों मुसाफिर मिलते है. इन मुसाफिरों में ही आपके दोस्त छिपे होते है. इनमें से जिनकी बातें आपको प्रभावित करती है या आपकी बातें जिनको प्रभावित करती है, वह आपके दोस्त बन जाते है. बाकी फिर वैसे ही छूट जाते है अजनबियों की तरह. यहां पर गौर करने की बात है कि आपके दोस्त भले ही अजनबियों की तरह हजारों-लाखों की भीड़ में छिपे होते है, पर आपका दुश्मन आपके दोस्तों में ही छिपा हुआ होता है. बस जरूरत होती है उसको पहचानने की. अनजाने लोग आपके दोस्त तो हो सकते है, पर आपके दुश्मन नहीं. क्योंकि जिसका खुद से कोई मतलब नहीं या जिससे कोई मतलब नहीं, वह दुश्मनी निभाकर क्या करेगा. लेकिन यह सच है कि दोस्त हमेशा पराया और दुश्मन हमेशा अपना ही निकलता है. उसकी दुश्मनी की वजह भी साफ होती है. कभी एक ही रास्ते के हम राही जब एक-दूसरों की जरूरत या उम्मीदों पर खरा नहीं उतरते, तो वह आपस में दुश्मनी की शक्ल में अख्तियार कर लेते है. चाहे बात रामायाण की हो या महाभारत की. इनमें भी दुश्मनी की शुरूआत अपनों से हुई है और उसका अंत युद्घ के रूप में हुआ है. किसी वजह से अनजान दुश्मन आ जाए तो उससे निपटा जा सकता है. लेकिन यदि अपने भी दुश्मन के साथ जाकर मिल जाए, तो अपनी हार निश्चित ही समझिए. यूं ही थोड़े कहा जाता है कि घर का भेदी लंका ढहाए. महापंडित रावण को तो भगवान श्रीराम भी मारने में असक्षम थे, तब ऐसे में रावण के भाई विभीषण ने ही उनकी मदद की थी. भले ही वह असत्य की बजाय सत्य के साथ था. इस प्रकरण से एक संदेश तो साफ मिलता है कि अगर किसी भी वजह से दुश्मनी निभाने का मौका आ ही जाए तो सबसे पहले अपने विभीषण जैसे दोस्तों और अपनों को दूर किया जाए. इसलिए सफलता हासिल करनी है तो कभी भी ऐसा कुछ मत कीजिए कि अपने आपके दुश्मन हो जाए. दुश्मनों से कभी भी दोस्त जैसा व्यवहार न करिए और न ही कभी दोस्तों से दुश्मनों जैसा. दोस्त को दोस्त ही रहने दिया जाए और दुश्मन को दुश्मन. इस बात को साबित करने के लिए सरबजीत का मामला ही काफी है. भारत पाक की ओर दोस्ती का हाथ बढ़ाता रहा है और पाकिस्तान ने दोस्ती कैसे निभाई आज हर कोई जानता है. यूं तो सीखने के लिए एक उम्र कम पड़ती है, लेकिन सीखने वालों के एक क्षण ही काफी होता है. बस शर्त एक ही है कि सीखने की लालसा होनी चाहिए. जिंदगी यूं ही सिखाती रहती है और हम सीखते रहते है.
-हरीश भट्ट

प्यार के पाचवें मौसम की खुशबू के बीच प्रेमी युगलों ने जमकर किया सेलीब्रेट वैलेंटाइन डे वैलेंटाइन डे पर शहीदों के लिए दिखा बेपनाह प्यार



ऋषिकेश 14 फरवरी ।आखिरकार आज वो दिन आ ही गया, जिसका युवाओं को शिद्दत से था इंतजार ।हां हम बात कर रहे हैंवैलेंटाइन डे की जिसे ऋषिकेश में प्रेमी युगलों ने जमकर सेलीब्रेट किया।शादीशुदा जोड़ो पर भी प्रेम दिवस का खुमार मंगलवार को खूब चढ़ता दिखाई दिया।उन्होंने भी अलग अलग अंदाज में वैलेंटाइन डे सेलीब्रेट किया।प्रेम का प्रतीक पर्व वेलेंटाइन डे यूं तो पश्चिमी सभ्यता का प्रतीक है। लेकिन आज हर कोई इसके रंग में रंगा नजर आ रहा है।

वैलेनटाइन्स-डे के मौके पर तीर्थ नगरी में युवाओं समेत कपल्स में काफ़ी उत्साह देखने को मिला। बाज़ारों में वैलेनटाइन्स-डे के मौके पर कोई अपने पति के लिए गिफ्ट खरीदने के लिए मसरूफ़ दिखा तो कोई अपने पार्टनर के साथ गिफ्ट खरीदते दिखे।हर साल की तरह वैलेनटाइन्स-डे के मौके पर फूलों की जमकर बिक्री हुई। प्यार के इज़हार के इस दिन को मनाने के लिए लोगों ने खुशगवार मौसम में खुलकर वैलेनटाइन्स-डे मनाया।कुछ युवाओं से बात करने पर उन्होंने बताया कि वेलेंटाइन डे पर्व प्रेम का प्रतीक है इसलिए वह अपनों को भी तरह तरह के गिफ्ट देकर उनको प्यार का एहसास कराते हैं। इसके साथ ही इस पर्व को लोग अपने घर परिवार वालों के साथ भी मनाते हैं। इस दिन पर जिनकी शादी की सालगिरह होती है उनके लिए यह दिन खास होता है।

युवाओं से हटकर कुछ और लोगों से इसके बारे में जानकारी ली गई उन लोगों ने कहा कि प्यार के मायने को समझने की जरूरत है। प्रेम करना कोई गुनाह नहीं होता है लेकिन इसमें किसी तरह की अभद्रता व दिखावा नहीं होना चाहिए।

वैलेंटाइन डे पर गुलाब के रंग में बाजार

मंगलवार की सुबह से ही वैलेंटाइन डे को देखते हुए फूलों की दुकान सुबह से ही सज गई थी जहां खरीदारों ने गुलाब की कलियों को काफी संख्या में खरीद कर अपने प्यार का इजहार किया वही फूल बेचने वाली मनचंदा का कहना था कि आज सुबह से ही गुलाब के फूलों की बिक्री अन्य दिनों की अपेक्षा अच्छी खासी रही।बाजारों में भी छाई गुलदस्तों की रंगतफूलों के बाजार में वैसे तो देशी और विदेशी फूलों की काफी वैरायटी थी, परंतु सर्वाधिक लाल गुलाब के फूलों के गुलदस्ते ही ज्यादा सजे थे, जिनकी कीमत सामान्य दिनों की अपेक्षा काफी थी।शहर के बाजारों में हर एक पर्व पर अलग ही रंग देखने को मिलता है। इसी तरह के प्यार का संदेश देने वाले वैलेंटाइन डे पर भी यहां के सभी बाजारों की रौनक देखने लायक रही।खासतौर पर त्रिवेणी घाट और बहत्तर सीढ़ी घाट के समीप फूलों की दुकानें आज दिनभर ग्राहकों से गुलजार रही। इसके साथ ही यहां टैडी बियर, चॉकलेट सहित अन्य तरह के उपहारों की खरीदारी भी आम दिनों के मुकाबले अधिक हुई। वैलेंटाइन डे को लेकर आम तौर पर युवाओं में सर्वाधिक खुमार देखने को मिलता है, मगर यहां बाजारों में हर उम्र के लोग फूलों की खरीदारी करते दिखे। दुकानदारों का कहना है कि वैलेंटाइन पर आम दिनों के मुकाबले फूल एवं गुलदस्तों की अच्छी बिक्री होती है, हालांकि यह बात अलग है कि सर्वाधिक मांग गुलाब के फूलों की ही रहती है। यही कारण है कि गुलाब के फूलों के दाम भी इन दिनों में बढ़ जाते हैं।

वैलेंटाइन डे पर शहीदों के लिए दिखा

बेपनाह प्यार शहर में जहां आज वैलेंटाइन डे का खुमार छाया रहा, वही वैलेंटाइन डे के दिन लोगों का वही जोश और प्यार पुलवामा हमले में शहीद हुए सेना के 42 जवानों के लिए भी दिखा। दरअसल आज के ही दिन पुलवामा हमले में हमारे देश के 42 जवान शहीद हुए थे, इसी के चलते लोगों ने वैलेंटाइन डे को शहीदी दिवस के रूप में भी मनाया।अधिवक्ता अमित वत्स ने बताया देश के जवानों को अपने वतन से इतना प्यार था कि वो इस प्यार भरे दिन ही अपने वतन के लिए कुर्बान हो गए। ऐसे में इस दिन को वैलेंटाइन डे के रूप में न मनाकर शहीदी दिवस के रूप में ही मनाना चाहिए। भाजपा नेता प्रदीप दूबे का कहना है कि इस बात को उन्हे कभी नहीं भुलना चाहिए कि हमारे देश के जवानों के चलते ही हम अपने घरों में चैन की नींद सो पाते हैं। हमारे देश के जवानों के कारण हमारा हर देशवासी सुरक्षित है और हमें उनके बलिदान को हर पल याद करना चाहिए। इसलिए इस दिन उनके परिवारों के दुख में शामिल होने और उनके द्वारा दी गई कुर्बानियों को याद कर इस दिन को शहीदी दिवस के रूप में मनाने का निश्चय लिया है।

भारतीय क्रिकेट के पूर्व कप्तान विराट कोहली अपनी पत्नी बॉलीवुड सिनेस्टार अनुष्का शर्मा संग ऋषिकेश स्थित प्रधानमंत्री के आध्यात्मिक गुरु दयानंद आश्रम में ध्यान और योग के साथ ले रहे हैं संतों का आशीर्वाद, देखिए एक्सक्लूसिव वीडियो



ऋषिकेश 31 जनवरी।  भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली अपनी पत्नी बॉलीवुड की सिनेस्टार अनुष्का शर्मा और अपनी मां सरोज कोहली के साथ नरेंद्र मोदी के आध्यात्मिक गुरु दयानंद सरस्वती के ऋषिकेश स्थित दयानंद आश्रम में कल शाम से मौजूद हैं।

जहां पर आज सुबह उन्होंने उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार और उनकी बेटी कुहू से भी मुलाकात की।रात को वह यहीं आश्रम में ही प्रवास किया। शाम करीब साढ़े सात बजे उन्होंने आश्रम की रसोई में बना भोजन किया ।

विराट कोहली से मुलाकात करने के पश्चात डीजीपी अशोक कुमार ने पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया वे यहां अपनी बेटी के साथ जरूरतमंदों को कंबल वितरण करने आए थे , साथ ही उनकी बेटी और उन्होंने विराट कोहली के साथ भी मुलाकात की, विराट कोहली के साथ उनका और उनकी बेटी का मिलने का यह दूसरा अनुभव है जो की बहुत अच्छा रहा उन्होंने विराट कोहली को बहुत सहज और सौम्य बताया।

इसके पश्चात उन्होंने आज साधु-संतों को भंडारा कराते हुए उनका आशीर्वाद भी प्राप्त किया। इससे पूर्व आज विराट कोहली और अनुष्का शर्मा ने गंगा के दर्शन की और सुबह गंगा किनारे चहलकदमी भी की इसके पश्चात उन्होंने सुबह आज योग और ध्यान भी किया।

विराट कोहली और अनुष्का शर्मा को देखने के लिए आज आश्रम में उनके फैंस की भारी भीड़ मौजूद रही जिससे विराट कोहली और अनुष्का शर्मा लगातार बचते नजर आए।

भारतीय क्रिकेटर स्टार विराट कोहली परिवार संग पहुंचे ऋषिकेश, नरेंद्र मोदी के आध्यात्मिक गुरु दयानंद स्वामी आश्रम में जमाया डेरा



ऋषिकेश 31 जनवरी। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली अपनी मां सरोज कोहली और पत्नी अभिनेत्री अनुष्का शर्मा के साथ प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आध्यात्मिक गुरु स्वामी दयानंद सरस्वती के ऋषिकेश स्थित आश्रम में पहुंचे।

यहां उन्होंने गुरु की समाधि पर पुष्प अर्पित कर ध्यान लगाया।भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान विराट कोहली परिवार के साथ सोमवार सुबह जनपद पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर ब्लाक स्थित मोहनचट्टी के एक रिसार्ट में पहुंचे।शाम करीब पांच बजे विराट, अनुष्का और उनकी मां सरोज ऋषिकेश के शीशम झाड़ी स्थित स्वामी दयानंद आश्रम पहुंचे।

बता दें कि स्वामी दयानंद सरस्वती प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आध्यात्मिक गुरु थे। उनसे मुलाकात करने के लिए प्रधानमंत्री स्वयं यहां आए थे। बाद में स्वामी दयानंद सरस्वती ब्रह्मलीन हो गए। उन्होंने आश्रम पहुंचने के बाद सबसे पहले स्वामी दयानंद सरस्वती की समाधि स्थल पर उनकी प्रतिमा में पुष्प अर्पित कर पूजा अर्चना की। उन्होंने यहां करीब 20 मिनट तक ध्यान भी लगाया।आश्रम परिसर में स्थित भगवान शंकर के मंदिर में उन्होंने पूजा-अर्चना की आश्रम आगमन के बाद विराट, अनुष्का और उनकी मां सरोज ने दयानंद आश्रम के अध्यक्ष स्वामी साक्षातकृता नंद महाराज से आशीर्वाद लिया।

रात को वह यहीं आश्रम में ही प्रवास किया। शाम करीब साढ़े सात बजे उन्होंने आश्रम की रसोई में बना भोजन किया। उन्होंने अपने ही कक्ष में रोटी, सब्जी, खिचड़ी, कढ़ी खाई ।

आश्रम के प्रबंधक गुणानंद रयाल ने बताया कि आश्रम पद्धति के अनुरूप विराट व उनका परिवार यहां अपना समय व्यतीत कर रहे हैं। आश्रम में नियमित होने वाली सुबह सात से नौ के बीच योग क्लास में भी वह शामिल होंगे।