अंकिता भंडारी हत्याकांड की एसआईटी जांच से आंदोलनकारियों ने जताई नाराजगी, गुरिल्ला वार की तरह पूरे उत्तराखंड में चलाया जाएगा आंदोलन, जिसकी जानकारी एलआईयू और पत्रकारों को भी नहीं दी जाएगी



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ऋषिकेश,0 1 नवम्बर । पिछले काफी समय से ऋषिकेश हरिद्वार मार्ग पर स्थित कोयल ग्रांट में अंकिता भंडारी हत्याकांड की निष्पक्ष जांच, और वीआईपी का नाम उजागर किए जाने को लेकर किए जा रहे धरने में सरकार की ओर से एसआईटी की जांच पर आंदोलनकारियों ने प्रश्न लगाते हुए आंदोलन को उग्र करते हुए गुरिल्ला वार की तरह  आंदोलन को चलाए जाने का ऐलान किया।

मंगलवार को धरना स्थल पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए आंदोलन के प्रमुख संजय सिल्सवाल,शकुंतला रावत , प्रमिला रावत ,हिमांशु रावत , प्रवीण जाटव ,दीपक जाटव, ने कहा कि वह उत्तराखंड के डीजीपी और एसआईटी प्रमुख पी रेणुका से सोमवार को मिले थे, परंतु उनके द्वारा पूछे गए अंकिता हत्याकांड ,पोस्टमार्टम की रिपोर्ट ,वीआईपी का नाम और अन्य सवालों के संतोषजनक जवाब नहीं दिए गए। जिससे लगता है कि वह सरकार के दबाव में आकर उनकेेे आंदोलन को गंभीरता से नहीं ले रहे हैंं।

जबकि अंकिता भंडारी द्वारा अपने दोस्त से की गई चैटिंग के दौरान वीआईपी के वनन्तरा में आने की बात कही गई थी, लेकिन पी रेणुका ने उस बात को भी टाल दिया, जिससे आंदोलनकारियों में रोष उत्पन्न हो गया है।

जिसके बाद उन्होंने निर्णय लिया कि आंदोलन को पूरे उत्तराखंड में उग्र रूप देते हुए गुरिल्ला वार की तरह चलाया जाएगाा। जिसकी जानकारी एलआईयू सहित पत्रकारों को भी नहीं दी जाएगी। क्योंकि वह भी उनके आंदोलन को तोड़ने का प्रयास कर रहे हैं।