देवभूमि उत्तराखंड में लैंड जिहाद के बाद अब लव जिहाद के भी मामले आने लगे सामने, मुस्लिम युवक द्वारा अपनी पहचान छुपा महिला को प्यार के जाल में फंसा कर उसके साथ कई बार किया दुष्कर्म, आरोपी हुआ गिरफ्तार, महिला आयोग हुआ सख़्त, कड़ी कार्यवाही के निर्देश



ऋषिकेश /नैनीताल 13 मई। उत्तराखंड में अभी लैंड जेहादजिहाद का मामला थमा नहीं था जिसको लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने लैंड जेहादजिहाद को लेकर सख्त आदेश दिए थे परंतु अब यहां भी लव जेहाद के मामले भी सामने आ रहे हैं।

इसी कड़ी में उत्तराखंड के नैनीताल जिले के हल्द्वानी के मुखानी थाना अंतर्गत एक मुस्लिम युवक फरमूद द्वारा अनमोल बनकर अपनी सहकर्मी युवती से दोस्ती और उसके बाद प्यार में फंसा कर उसके साथ कई बार दुष्कर्म का मामला सामने आया है ।  जिसको लेकर उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने कड़ा रुख किया है।

उन्होंने कहा है कि इस प्रकार का प्रकरण सामने आना अत्यंत चिंता का विषय है। देवभूमि में ऐसा होना दुर्भाग्यपूर्ण है।मामले में स्वतः संज्ञान लेते हुए महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल ने एसएसपी नैनीताल से फोन पर वार्ता करते हुए मामले में जानकारी ली और इस मामले में सख्ताई से कार्यवाही करने के निर्देश दिए है।

एसएसपी ने बताया कि मामले के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है और उक्त अपराधी के विरुद्ध कार्यवाही करते उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।महिला आयोग की अध्यक्ष ने एसएसपी को फोन और निर्देशित किया कि उनके क्षेत्र के अंर्तगत जितने भी बाहरी व्यक्ति है चाहे वह नौकरीपेशा हो या रेड़ी ठेली वाले उनका सत्यापन के लिये चैकिंग अभियान चलाएं और बाहर से रहने आने वाले लोगो का पहाड़ के भोले भाले लोगो को धोखे में रखकर उनका उपयोग व उनके साथ गलत करने वाले लोगो के विरुद्ध कड़ाई से कार्यवाही करें।

महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने मामले को लेकर सख्ते में है उन्होंने मामले की निंदा करते हुए कहा कि ऐसे मामले राज्य में होना बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है और यदि किसी भी धर्म की आस्था के प्रतीकों का इस्तेमाल करते हुए अपनी पहचान छुपा कर यदि किसी भी महिला के साथ गलत किया जाएगा तो उसे बक्शा नही जाएगा।उन्होंने कहा कि राज्य में अब सख्त धर्मांतरण कानून भी बना है देवभूमि को दूषित करने वाले ऐसे अपराधियों को बिल्कुल नही छोड़ा जाएगा।

साथ ही उन्होंने अपील भी की है कि परिवारों को आवश्यकता है कि वो अपने बच्चों की मॉनिटरिंग भी अवश्य करें कि उनके संपर्क में कौन लोग है या सोशियल मीडिया के माध्यम से कहीं कोई पारिवारिक व्यक्ति भटकाव की ओर तो नही है। यदि कोई ऐसा है तो उसकी काउन्सलिंग की जाए।