आंदोलनरत कुश्ती पहलवान सरकार से नाराज होकर अपने मेडलो को गंगा में विसर्जित करने पहुंचे , गंगा सभा ने किया विरोध



30 मई। कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर केस दर्ज होने के बावजूद भी गिरफ्तारी ना होने से नाराज  आंदोलनरत भारतीय पहलवान दिल्ली से निकलकर हरिद्वार पहुंचे। जहां उन्होंने विरोध स्वरूप अपने मेडल गंगा में विसर्जित करने हरकी पैड़ी पहुंचे।

हालांकि गंगा सभा के विरोध पर सभी पहलवान हर की पैड़ी से सटे नाई सोता घाट पहुंचे। जहा पहले से पहुंचे किसान नेता नरेश टिकैत का भी उनको साथ मिला। हरिद्वार पहुंचे आंदोलनकारी पहलवानों के जत्थे में महिला पहलवान साक्षी मलिक, संगीता फोगाट और विनेश फोगाट सहित अन्य खिलाड़ी शामिल थे साथ ही उनके समर्थन में कई लोग मौजूद रहे। पहलवानों के अचानक हरिद्वार पहुंचने से उत्तराखंड की राजनीति में भी सरगर्मी तेज हो गई।

दूसरी ओर हर की पैड़ी की कार्यकारी संस्था श्री गंगा सभा ने वहां पहुंचे पहलवानों का विरोध किया। जिसके बाद सभी पहलवान नाई सोता घाट पहुंचे।

वहीं, किसान नेता नरेश टिकैत भी हरिद्वार पहुंच गए हैं। उन्होंने पहलवानों से मुलाकात की और सरकार को घेरा। उन्होंने कहा कि पहलवान और उनके मेडल तिरंगे की शान  है।

बताते चलें कि, कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह पर पॉक्सो एक्ट समेत कई धाराओं में केस दर्ज होने के बाद भी उनकी गिरफ्तारी न होने पर महिला पहलवान आंदोलनरत हैं। अब उन्होंने अपने मेडल को गंगा में विसर्जित करने का ऐलान किया है। इतना ही नहीं पहलवान दिल्ली से मेडल लेकर हरिद्वार पहुंच चुके हैं। उन्होंने हरिद्वार में गंगा में अपने पदकों का विसर्जित करने का ऐलान किया है।

गंगा सभा के अध्यक्ष नितिन गौतम ने कहा है कि हरकी पैड़ी लाखों करोड़ों हिंदुओं की आस्था का स्थल है। यहां पर किसी भी राजनीतिक मुद्दे को तूल देने के लिए कोई भी कृत्य बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहलवानों को यहां मेडल विसर्जन नहीं करने दिया जाएगा। उनसे निवेदन है कि वो इस तरह का कृत्य हरकी पैड़ी पर न करें।