2 दिन पूर्व ऋषिकेश आईडीपीएल में हुई लाखों रुपए की ज्वैलरी और नकदी की चोरी का हुआ खुलासा, तीन चोरों को चोरी के माल सहित किया गिरफ्तार, चोर लग्जरी क्रेटा कार से आए थे चोरी करने, घर का भेदी (सगी मौसी का लड़का) ही निकला घटना का मास्टर माइन्ड
ऋषिकेश 12 मई। 2 दिन पूर्व हुई थाना ऋषिकेश आईडीपीएल में लाखों रुपए सोने के आभूषण और नगदी की चोरी की घटना का 24 घंटे के अन्दर अनावरण करते हुए घटना में संलिप्त तीन अभियुक्तों को चोरी में प्रयुक्त क्रेटा गाडी के साथ गिरफ्तार कर लिया गया है।
बताते चलें की 09/05/22 को वसीम खान पुत्र स्व0 मौ0 तहसीन खान निवासी बी 1385 आईडीपीएल ऋषिकेश द्वारा कोतवाली ऋषिकेश में प्रार्थना पत्र देकर अवगत कराया कि आज सुबह वह एंव उनकी पत्नी अपने-अपने कार्य के लिए अपने कार्यस्थल गये थे एंव दोपहर जब उनकी पत्नी घर वापस आयी तो जानकारी हुई कि अज्ञात चोरो द्वारा उनके घर की अलमारी में रखी नगदी व लाखो रुपयो के सोने के आभूषण चोरी कर लिये है। वसीम खान द्वारा दिये गये प्रार्थना पत्र के आधार पर तत्काल् संबंधित धाराओं के अंतर्गत अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया।
चोरी की घटना को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने एक टीम गठित की जिस पर सीसीटीवी कैमरो से मिली फुटेज के आधार पर पुलिस टीम को घटना स्थल के पास एक संदिग्ध क्रेटा गाडी घूमती हुई दिखाई दी, जिसके सम्बन्ध में जानकारी हेतु पुलिस टीम द्वारा आने जाने वाले मार्गों के सीसीटीवी कैमरों की फुटेजों को चैक करते हुए मुखबिर तत्रं को सक्रिय किया गया, ।
इस दौरान मुखबिर द्वारा पुलिस टीम को सूचना दी गयी कि घटना में संलिप्त जिस सफेद क्रेटा कार व संदिग्ध व्यक्तियों को आप तलाश कर रहे हैं, वे बिलासपुर थाना दनकोर के रहने वाले हैं तथा चोरी किये गये सामान को बेचने के लिये मेरठ की तरफ जाते दिखाई दिये हैं, जिनके पास चोरी के रूपये व ज्वैलरी भी है। इस सूचना पर पुलिस टीम को तत्काल सम्बन्धित क्षेत्र को रवाना किया गया। पुलिस टीम को मेरठ बाईपास में बागपत फ्लाई ओवर से लगभग 200 मीटर आगे एक पेड़ के नीचे खड़ी एक संदिग्ध सफेद क्रेटा गाड़ी, जिसके पीछे यूपी-12-बीएल-4888 नम्बर की नम्बर प्लेट लगी थी, दिखाई दी।
जिसमें सवार तीन व्यक्तियों से पूछताछ करने पर उनके द्वारा अपना नाम: 1- इनाम खान पुत्र स्व0 आबिद खान निवासी ग्राम बिलासपुर थाना दनकौर, जिला गौतमबुद्धनगर, उ0प्र0, उम्र 24 वर्ष (घटना का मास्टरमांइड) 2- सोहेल खान पुत्र निजाम खान निवासी ग्राम बिलासपुर थाना दनकौर, जिला गौतमबुद्धनगर, उ0प्र0, उम्र 27 वर्ष। 3- समीर कुरैशी पुत्र भोलू निवासी ग्राम बिलासपुर, थाना दनकौर, जिला गौतमबुद्धनगर, उ0प्र0, उम्र 18 वर्ष।बताया।
जिनकी तलाशी लेने पर तीनों व्यक्तियों के पास से
1- रु0 3,40,000/- नगद (तीन लाख चालीस हजार रुपये,
2- पीली धातु के दो कड़े,
3- पीली धातु का एक हार जिस पर झालर हैं।
4- पीली धातु के कान के दो झालरदार झुमके
5- एक मांग टीका 6- पीली धातु के दो चोड़े कडे 7- पीली धातु का एक गले का हार झालरदार 8- पीली धातु की एक पतली चेन 9- पीली धातु के कान के दो झालरदार टाप्स 10- कान के दो झालरदार झुमके 11- पीली धातु की एक गोल नथ 12- पीली धातु का गले का हार 13- पीली धातु के दो कान के कुण्डल 14- कार हुण्डई क्रेटा न0: यूपी-12-बीएल-4888 बरामद हुए।
जिसके सम्बन्ध में सख्ती से पूछताछ करने पर उनके द्वारा उक्त आभूषण व नकदी को ऋशिकेष आईडीपीएल क्षेत्र में एक घर से चोरी किया जाना स्वीकार किया गया। जिस पर उपरोक्त अभियुक्तो को मौके से मेरठ बाईपास बागपत फ्लाईओवर के 200 मीटर आगे से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्तों को समय से मा0 न्यायालय के समक्ष पेश किया जायेगा। अभियुक्तों के आपराधिक इतिहास की जानकारी की जा रही है।
पूछताछ में अभियुक्त सोहेल खान द्वारा बताया गया कि मै इनाम का पुराना दोस्त हूँ तथा मेरा बिलासपुर में ठेकेदारी का काम है। घटना में इस्तेमाल की गई गाड़ी हुण्डई क्रेटा न0 यूपी-12-बीएल-4888 मैने तीन- चार महीने पहले बुलन्दशहर से खरीदी थी। इनाम ने मुझे बताया कि आईडीपीएल ऋषिकेश में उसकी खाला के बच्चे रहते है, जिनके पास काफी पैसा है और वह दोपहर मे घर को खाली छोडकर काम पर चले जाते है तथा घर की चाबी वही रखी रहती है, हम लोग आराम से चोरी कर सकते है, जिससे हमें काफी माल मिल सकता है। जिस पर मैं लालच में आ गया और चोरी की घटना को अंजाम देने के लिये अपने एक अन्य साथी समीर कुरैशी को साथ लेकर इनाम के साथ आईडीपीएल ऋषिकेश आया। ईनाम के बताये अनुसार मैं और समीर एक गली में इनाम की खाला के घर म0नं0- 1385 में गये तथा घर के बाहर लगे कूलर से चाबी उठाकर मेन गेट खोलकर हम घर के अन्दर चले गये, इनाम घर के बाहर मेन रोड पर खडा होकर आने-जाने वाले लोगों पर नजर रखते हुए फोन पर ही हमें घर के अन्दर की जानकारी दे रहा था। ईनाम से बात करते हुए हमने बैड व अलमारी खोलकर ज्वैलरी व पैसे चोरी कर लिये तथा घर के पीछे का दरवाजा खुला छोडकर हम घर के मेन गेट पर पुनः ताला लगाकर मुख्य हाईवे पर आ गये, जहा पहले से ही इनाम गाडी में हमारा इन्तेजार कर रहा था। फिर हम लोग गाडी से मुख्य हाईवे से हरिद्वार होते हुए मंगलौर के रास्ते गंगनहर वाली पटरी से वापस चले गये। बिलासपुर मे हमे सभी पहचानते थे इसलिए हम चोरी के पैसो व ज्वैलरी का बटवारा कर आज ज्वैलरी को मेरठ बेचने जा रहे थे, कि तभी देहरादून पुलिस द्वारा हमे पकड लिया गया।
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