ऋषिकेश 04 दिसंबर। आज गीता आश्रम ऋषिकेश में गीता जयंती पर्व श्रद्धा भक्ति पूर्वक मनाया गया। गीता जयंती पर्व को मनाते हुए गीता आश्रम में गीता पाठ, यज्ञ आदि धार्मिक अनुष्ठान किए गए।
इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी असंग आनंद, ने कहा कि सनातन धार्मिक ग्रंथों एवं पुराणों में वर्णित है कि भगवान श्रीकृष्ण ने महाभारत युद्ध के दौरान कुरुक्षेत्र में परम मित्र अर्जुन को गीता उपदेश दिया था। इसके लिए गीता जयंती का विशेष महत्व है। खासकर मार्गशीर्ष यानी अगहन का महीना बेहद शुभ होता है। भगवान श्रीकृष्ण ने गीता उपदेश के दौरान कहा था कि “मैं महीनों में अगहन का महीना हूं”।
सनातन धर्म में गीता को पवित्र ग्रंथ माना गया है। सर्वप्रथम भगवान श्रीकृष्ण जी ने अपने शिष्य अर्जुन को गीता ज्ञान दिया था। इस ग्रंथ में 18 अध्याय हैं। इनमें व्यक्ति जीवन का संपूर्ण सार बताया गया है। साथ ही धार्मिक, कार्मिक, सांस्कृतिक और व्यहवाहरिक ज्ञान भी दिया गया है। इस ग्रंथ के अध्ययन और अनुसरण कर व्यक्ति की दिशा और दशा दोनों बदल सकती है। साथ ही व्यक्ति को मरणोपरांत भगवत धाम की प्राप्ति होती है।
इस अवसर पर महामंडलेश्वर स्वामी ललित आनंद गिरी स्वामी, सर्व आत्मानंद स्वामी ,राघवेन्द्र आनंद, डॉक्टर सुनील थपलियाल ,विनायक भट्ट , प्रधानाचार्य संस्कृत विद्यालय उदय नारायण पांडे ,दिव्यानंद शास्त्री, शकुंतला राजपूत, पूर्व चेयरमैन नगर पंचायत लाला इंद्र प्रकाश अग्रवाल ,अतुल शाह, आदेश तोमर, प्रमिला शाह, राजेंद्र चौहान ,रवि शर्मा, एडवोकेट गीता चैतन्य आदि महानुभाव ने भी गीता जयंती के बारे में अपने विचार व्यक्त किए ।
जिस पर वक्ताओं ने कहा की गीता हमारे जीवन की अमूल्य निधि है गीता सभी शास्त्रों का सार है और गीता आश्रम में आश्रम के संस्थापक ब्रह्मलीन स्वामी वेद व्यासानंद जी ने गीता का विश्वव्यापी प्रचार प्रसार किया और गीता संदेश मासिक पत्रिका के माध्यम से आज भी गीता का प्रचार प्रसार 66 वर्षों से निरंतर किया जा रहा है गीता के सर्वभूत हिते रता के सिद्धांत का प्रतिपादन किया जा रहा है।
इस अवसर पर आश्रम में गीता पाठ, यज्ञ आदि धार्मिक कार्यक्रम संपन्न हुए। ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ दीपक गुप्ता ने आगंतुक सभी महानुभावों का आभार व्यक्त किया कार्यक्रम का संचालन भानु मित्र शर्मा ने किया। उपस्थित महानुभावो में चंद्र मित्र शुक्ल ,त्रिभुवन उपाध्याय ,प्रेम प्रसाद ,लक्ष्मण सिंह पुंडीर ,उदयराम अशोक शर्मा ,रविकांत, दया जोशी, रमेश पचीसिया कोमल शर्मा ,आदि अनेक लोग उपस्थित थे।
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