ऋषिकेश , 27 सितंबर। भारत के बड़े शहरों की तर्ज पर संतो की तपस्थली गंगा किनारे थाना मुनि की रेती क्षेत्र तपोवन में आयोजित युवाओं को अध्यात्म से दूर कर चरित्रहीन बनाने व हर तरह का नशा, अश्लीलता व हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत पहुंचाने के लिए 28 सितंबर से आयोजित ऐसे ही एक समारोह को प्रशासन द्वारा गंभीरता से लेकर निरस्त किए जाने के बाद संतों ने राहत की सांस ली है।
समाज सेवी चन्द्रभूषण शर्मा व दिव्यांशु नेगी ने बताया कि एशिया के नंबर 1 बड़े म्यूजिक शो का दावा करने वाले संस्था द्वारा भारत के बड़े शहरों जैसे गोवा, हैदराबाद दिल्ली एनसीआर में इस तरह के आयोजन कर रहें है, इन आयोजनों में जनमानस को धर्म व अध्यात्म से दूर कर चरित्रहीन बनाने व हर तरह का नशा, अश्लीलता व हिन्दुओं की धार्मिक भावनाओं को आहत करने का एजेण्डा चलता रहा है, इसी एजेंडे के चलते यह आयोजन 28 व 29 सितंबर को ऋषिकेश के एक रिजॉर्ट’ में किया जा रहा था, जिसकी अनुमति भी प्रशासन से ले ली गयी थी, जैसे ही सनातन से जुड़े लोगों को इस आयोजन की भनक लगी उन्होंने तत्काल इस पर आपत्ति जताते हुए प्रशासन को इनके पिछले आयोजनों में हुए नियमों के उल्लंघन तथा धार्मिक भावनाओं को आहत करने संबंधी तथ्य उपलब्ध करवा कर इसकी अनुमति रद्द करने की मांग की , जिसे प्रशासन स्तर पर गंभीरता से लिया गया।और अंततोगत्वा प्रशासन को अनुमति निरस्त करनी पड़ी ।
इसके बाद गंगा प्रेमियों व सनातन धर्मियों संतो में हर्ष देखा जा रहा है। जिसके लिए उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि भविष्य में बिना गहनता से जांच किये बिना इस प्रकार के किसी भी कार्यक्रम को अनुमति न दी जाए ।
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