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सनातन धर्म की रक्षा के लिये संत और समाज का समन्वय आवश्यक- महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी, -समस्या के समाधान खोजने के लिए हरिद्वार में 17 दिसंबर से आयोजित की गई तीन दिवसीय धर्म संसद


ऋषिकेश,15 दिसम्बर । श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने कहा कि भारत मे लगातार घटते हुए हिन्दू जनसंख्या अनुपात ने तय कर दिया है, कि 2029 में भारत का प्रधानमंत्री मुसलमान होगा। समस्या का समाधान खोजने के लिए हरिद्वार में 17 दिसंबर से आयोजित की गई है तीन दिवसीय धर्म संसद ।

यह बात बुधवार को योगध्यान आश्रम में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने कहा कि वर्तमान में घटते हुए हिन्दू जनसंख्या अनुपात ने तय कर दिया है कि 2029 में भारत का प्रधानमंत्री मुसलमान होगा।अगर ऐसा हुआ तो केवल अगले बीस वर्षों में 40 प्रतिशत हिन्दुओ का कत्ल हो जाएगा,50 प्रतिशत हिन्दू धर्म परिवर्तन करके मुसलमान बन जायेंगे, और बचे हुए 10 प्रतिशत हिन्दू या तो शरणार्थी शिविर में रहेंगे ,या विदेशों में रहेंगे ।

जो कि धीरे धीरे समाप्त हो जाएंगे।भारत का प्रधानमंत्री मुसलमान होने का अर्थ अपनी अंतिम शरणस्थली में सनातन का सम्पूर्ण विनाश होगा।इस समस्या पर विचार करके इसका समाधान खोजने के लिए ही 17,18 और 19 दिसम्बर को हरिद्वार में होने वाली धर्म संसद के लिए समर्थन जुटाने के लिए वह ऋषिकेश का दौरा कर रहे हैं ।
उन्होंने बताया कि धर्म संसद में सम्पूर्ण देश से सौ से ज्यादा हिन्दू संगठनों के प्रतिनिधि और धर्मगुरु भाग लेंगे।

इस अवसर पर स्वामी अमृतानंद ने कहा कि आज हिन्दू समाज अपने धर्म को ना जानने के कारण इस दुर्गति को प्राप्त हुआ है।अगर हिन्दू समाज को अपने अस्तित्व को बचाना है, तो अपने धर्म को समझ कर संघर्ष करना पड़ेगा।अगर हिन्दू समाज अब भी संघर्ष नहीं करेगा तो कोई भी देवता या अवतार अब हिन्दू को बचा नहीं सकता।अब हिन्दू को अपने बच्चों के भविष्य को नेताओ के भरोसे पर न छोड़कर स्वयं प्रयास करना पड़ेगा।

उत्तराखंड हिन्दू युवा वाहिनी के गोविन्दा ,जीतू रन्धावा सहित अनेक कार्यकर्ताओ ने योगध्यान मन्दिर में धर्म रक्षा के लिये घूम रहे इन संतो का फूल माला और शाल ओढ़ाकर सम्मान किया। पत्रकार वार्ता में स्वामी योग सिद्धार्थ , स्वामी अमृतानंद ,स्वामी सत्यवृतानंद सरस्वती ,स्वामी बलराम मुनि स्वामी सुनील भी उपस्थित थे।


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