ऋषिकेश 23 अप्रैल। ऋषिकेश योग नगरी रेलवे स्टेशन से 22 मई से शुरू होने जा रही 7 ज्योतिर्लिंग यात्रा ट्रेन, पैकेज में क्या क्या सुविधा होगी उपलब्ध, पढ़िए पूरी खबर 



ऋषिकेश 23 अप्रैल। ऋषिकेश योग नगरी रेलवे स्टेशन से 22 मई से  7 ज्योतिर्लिंग यात्रा ट्रेन शुरू होने जा रही है। जिसमे आईआरटीसी द्वारा विशेष पैकेज दिए जा रहे हैं। 

22 मई को योगनगरी ऋषिकेश रेलवे स्टेशन से सात ज्योतिर्लिंग यात्रा ट्रेन रवाना होगी। यह ट्रेन 11 रात और 12 दिन का सफर तय कर दो जून को वापस योगनगरी रेलवे स्टेशन पहुंचेगी। आईआरसीटीसी ने इस विशेष ट्रेन में पैकेज की व्यवस्था है।

आईआरसीटीसी उत्तर क्षेत्र लखनऊ के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत कुमार सिन्हा ने बताया, इस ट्रेन में योगनगरी ऋषिकेश, हरिद्वार, मुरादाबाद, बरेली, शाहजहांपुर, हरदोई, लखनऊ, कानपुर, उरई वीरांगना लक्ष्मीबाई ललितपुर से यात्री बैठकर और उतर सकेंगे। यात्रा के दौरान ओंकारेश्वर, महाकालेश्वर, सोमनाथ, भेंट द्वारका, द्वारकाधीश मंदिर, नागेश्वर, त्रयंबकेश्वर, घृष्णेश्वर और भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग के दर्शन कराए जाएंगे।

इस स्पेशल ट्रेन में कुल बर्थ 767-2 एसी (कुल 49 सीटें), 3 एसी (कुल 70 सीटें) एवं स्लीपर (कुल 648 सीटें) होंगी। पैकेज में यात्रियों को नाश्ता, दोपहर और रात का शाकाहारी भोजन परोसा जाएगा। एसी और नान एसी बसों के माध्यम से स्थानीय स्तर पर भ्रमण कराया जाएगा। पैकेज में इकोनॉमी, स्टैंडर्ड, कंफर्ट क्लास की व्यवस्था होगी। इसमें ईएमआई की सुविधा भी है। इस पैकेज की बुकिंग पहले आओ पहले पाओ के आधार पर की जाएगी।

10 मई से प्रारंभ होने जा रही चार धाम यात्रा 2024 को लेकर प्रशासन पर व्यवस्थाएं दुरुस्त न करने के लगे आरोप  प्रशासन की आड़ में ऋषिकेश बस अडडे में भारी अव्यवस्था होने से देश प्रदेश के श्रद्धालुओं व प्रदेश की छवि पर विपरीत प्रभाव: नवीन रमोला 



 ऋषिकेश, 21 अप्रैल । आगामी 10 मई से प्रारंभ होने वाली चार धाम यात्रा 2024 को लेकर प्रशासन द्वारा अभी तक रोटेशन बस अड्डे पर किसी भी प्रकार की सुविधा उपलब्ध नहीं कराई गई है।

यह आरोप संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के अध्यक्ष नवीन रमोला ने रविवार को‌ पत्रकार वार्ता के दौरान  लगाते हुए कहा कि आगामी 10 मई से प्रदेश के चार धाम के कपाट देव दर्शन के लिए खुल रहे है। चार धाम यात्रा प्राचील काल से ऋषिकेश से प्रारम्भ होती रही है, जिसके चलते देश प्रदेश के सभी श्रद्वालु ऋषिकेश अर्न्तराजीय बस अड्डे से भारी संख्या में बसें बुक कराते हैं। सभी प्रकार की सूचना शासन प्रशासन को कार्यालय बस अड्डे से दी जाती है, बाहरी राज्यों से भारी संख्या में बसे यहाँ पर पार्किंग करती है तथा इसी बस अड्डे से पर्वतीय व दूरस्थ प्रदेशो हेतु  बसे दैनिक सेवाये प्रदान करती है। 

रमोला ने आरोप लगाते हुए कहा कि स्थानीय प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन की आड़ में बस अडडे में भारी अव्यवस्था है जहाँ कहीं स्थानीय दुकानदारों द्वारा सड़कों पर अतिक्रमण कर दिया गया है।पार्किंग की जगह सभी बसे अव्यवस्थित रूप से खड़ी रहती है , बस अडडे में बिना रोक टोक दारू, ड्रक्स गाँजा व अन्य नशीली वस्तुओं का अवैध संचालन जारी है इससे देश प्रदेश के श्रद्धालुओं पर व प्रदेश की छवि पर विपरीत प्रभाव पड़ता है।
उन्होने कहा कि हेली सेवा में भारी धांधली, जिसके कारण यात्रा बाधित हो रही है, ऋषिकेश संयुक्त रोटेशन बस स्टैंड पर अतिक्रमण से स्थानीय नागरिकों  और यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ा। स्थानीय व्यापारी भी परेशान है हमारे पास 2200 वाहनों का बेड़ा है।
यहाँ पर अवैध रूप  से हो रहे धंधों  को रोकने के लिए  एक पुलिस चौकी है परन्तु स्टाफ की कमी से सक्षम रूप से सेवा प्रदान नहीं कर सकती है। सबसे महत्वपूर्ण इस बस अड्डे पर यथाशीर्घ अतिक्रमण को हटाने की व्यवस्था नशा कारोबार को पूर्णतया समाप्त तथा वाहनों की पार्किंग के लिए सुनियोजित व्यवस्था अति आवश्यक है। इस पर अविलम्ब संज्ञान लेने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि इस संबंध में बीती 7 अप्रैल को मुख्यमंत्री, उत्तराखण्ड सरकार को भी ज्ञापन देकर हमने अपनी  समस्याओं से अवगत कराया गया था। 
इस अवसर पर  यात्रा व्यवस्था समिति के पूर्व अध्यक्ष सुधीर राय संजय शास्त्री, मनोज ध्यानी, गोपाल नेगी, मदन कोठारी, बलबीर सिंह रोतेला, सुनील उनियाल, आदि मौजूद थे।

भारतीय सेना के बैंड के भक्तिमय स्वर लहरियों के बीच श्री केदारनाथ धाम के कपाट शीतकाल के लिए हुए बंद ,ढाई हजार तीर्थयात्री कपाट बंद होने के बने साक्षी, श्री गंगोत्री धाम के कपाट कल 14 नवंबर को हुए बंद हुए , श्री यमुनोत्री धाम और श्री बद्रीनाथ धाम के कपाट कब होंगे बंद पढ़िए पूरी खबर



केदारनाथ धाम: 15 नवंबर। शीतलहर तथा बर्फ के बीच श्री केदारनाथ धाम के कपाट आज भैयादूज बुधवार कार्तिक मास शुक्ल पक्ष द्वितीया, वृश्चिक राशि, ज्येष्ठा नक्षत्र के शुभ अवसर पर प्रात: साढ़े आठ बजे विधि- विधान से शीतकाल हेतु बंद हो गये। आजकल श्री केदारनाथ क्षेत्र बर्फ की चादर ओढ़े है आधा फीट तक बर्फ मौजूद है आज कपाट बंद के के समय मौसम साफ रहा।

कपाट बंद होने के अवसर पर मंदिर को विशेष रूप से फूलों से सजाया गया था और ढाई हजार से अधिक तीर्थयात्री कपाट बंद होने के गवाह बने इस दौरान सेना के भक्तिमय धुनों के साथ जय श्री केदार तथा ऊं नम् शिवाय के उदघोष से केदारनाथ गूंज उठा।कपाट बंद होने के बाद भगवान केदारनाथ की पंचमुखी डोली हजारों तीर्थयात्रियों के साथ सेना के बैंड बाजों के साथ पैदल प्रथम पड़ाव रामपुर के लिए प्रस्थान हुई।

श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति ( बीकेटीसी) अध्यक्ष अजेंद्र अजय मंगलवार को कपाट बंद की तैयारियों हेतु श्री केदारनाथ पहुंच गये थे आज इस अवसर पर उनके साथ असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व शर्मा की धर्मपत्नी मीडिया दिग्गज रिनिकी भुयान शर्मा तथा परिजन भी कपाट बंद होने के अवसर पर मौजूद रहे।‌यह सभी अतिथि मंगलवार को ही केदारनाथ धाम पहुंच गये थे।

कपाट बंद होने के अवसर पर बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की प्रेरणा तथा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के मार्गदर्शन में श्री केदारनाथ यात्रा का सफलतापूर्वक समापन हो रहा है इस यात्रावर्ष साढ़े उन्नीस लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने भगवान केदारनाथ के दर्शन किये। उन्होंने यात्रा से जुड़े सभी संस्थानों को भी बधाई दी।

बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह ने बताया कि केदारनाथ धाम में कपाट खुलने की तिथि से मंगलवार 14 नवंबर रात्रि तक 1957850(उन्नीस लाख सत्तावन हजार आठ सौ पचास ) तीर्थयात्रियों ने दर्शन किये।आज ब्रह्ममुहुर्त में श्री केदारनाथ मंदिर के कपाट खुल गये। मंदिर में नित्य नियम पूजा- अर्चना तथा दर्शन हुए तत्पश्चात कपाट बंद होने की प्रक्रिया के तहत स्वयंभू शिवलिंग से श्रृंगार अलग कर केदारनाथ रावल भीमाशंकर लिंग की उपस्थिति में पुजारी शिवलिंग ने स्थानीय शुष्क पुष्पों, ब्रह्म कमल, कुमजा,राख से समाधि रूप दिया गया। इस दौरान श्री बदरीनाथ- केदारनाथ मंदिर समिति अध्यक्ष अजेंद्र अजय पूरे समय मौजूद रहे। साथ ही जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन के अधिकारीगण, मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह, तीर्थपुरोहित समाज के पदाधिकारी मौजूद रहे। ठीक साढ़े छ: बजे मंदिर गर्भ गृह में समाधि पूजा समापन की गयी तत्पश्चात मंदिर के अंदर सभामंडप में स्थित छोटे मंदिरों को भी बंद किया गया इसके बाद ठीक साढ़े आठ बजे केदारनाथ मंदिर के दक्षिण द्वार को बंद कर दिया गया तथा उसके तुरंत बाद पूरब द्वार को भी बंद किया गया।इस अवसर पर भारतीय सेना, आईटीबीपी तथा दानीदाताओं ने तीर्थयात्रियों के लिए भंडारे आयोजित किये थे।

बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि कपाट बंद होने के बाद आज श्री केदारनाथ भगवान की पंचमुखी डोली पहले पड़ाव रामपुर पहुंचेगी। 16 नवंबर को पंचमुखी डोली गुप्तकाशी पहुंचेगी। 17 नवंबर शुक्रवार को भगवान केदारनाथ जी की पंचमुखी मूर्ति शीतकालीन पूजा स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ पहुंचेगी।इसके पश्चात शीतकालीन पूजास्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर उखीमठ में श्री केदारनाथ भगवान की शीतकालीन पूजा शुरू हो जायेगी।

इस अवसर पर मंदिर समिति सदस्य श्रीनिवास पोस्ती,बीकेटीसी मुख्यकार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह, तहसीलदार दीवान सिंह राणा कार्याधिकारी आरसी तिवारी, केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी, थाना प्रभारी मंजुल रावत प्रदीप सेमवाल, अरविंद शुक्ला, देवानंद गैरोला उम्मेद नेगी, कुलदीप धर्म्वाण, ललित त्रिवेदी सहित जनप्रतिनिधि तीर्थपुरोहित एवं हज़ारों तीर्थयात्री मौजूद रहे।

उल्लेखनीय है कि श्री बदरीनाथ धाम के कपाट 18 नवंबर को बंद हो रहे है। श्री गंगोत्री धाम के कपाट अन्नकूट गोवर्धन पूजा के अवसर पर मंगलवार पूर्वाह्न 14 नवंबर को बंद हुए श्री यमुनोत्री धाम आज दोपहर में शीतकाल हेतु बंद हो रहे है।

कांवड़ मेले की सुरक्षा को लेकर मुनी की रेती पुलिस ने चप्पे-चप्पे पर चलाया सघन चेकिंग अभियान,  



ऋषिकेश 6 जुलाई। कांवड़ मेले में नीलकंठ महादेव के दर्शनों को आ रहे कावड़ियों और यात्रियों की सुरक्षा को लेकर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद टिहरी गढ़वाल नवनीत भुल्लर के निर्देशानुसार आज मुनी की रेती पुलिस द्वारा सघन चेकिंग अभियान चलाया गया।

कांवड़ मेला की सुरक्षा को लेकर  वीरेन्द्र दत्त ढोबाल अपर पुलिस अधीक्षक टिहरी गढ़वाल एवम रवींद्र कुमार चमोली क्षेत्राधिकारी नरेन्द्र नगर के निर्देशन में  प्रभारी निरीक्षक मुनि की रेती रितेश शाह द्वारा  बम डिस्पोजल स्क्वाड, डॉग स्क्वायड, क्यू आर टी,जल पुलिस, टीम के साथ जानकी पुल, आस्था पथ, कैलाश गेट पार्किंग, चंद्रभागा पार्किंग में विशेष चेकिंग आभियान चलाया गया। एवम ड्यूटी में लगे पुलिस बल को आवश्यक निर्देश दिए गए।

कावड़ यात्रा की तैयारियों को लेकर टिहरी, पौड़ी, देहरादून जिले के तमाम पुलिस कर्मियों की वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने करी बैठक, 4 जुलाई से शुरू हो रही है श्रावण मास की कावड़ यात्रा कांवडियों के साथ सभी पुलिसकर्मी अतिथि देवो भव का व्यवहार अपनाएं- करण सिंह



ऋषिकेश , 01 जुलाई ।आगामी 4 जुलाई से प्रारंभ होने वाली श्रावण मास की कावड़ यात्रा की तैयारी को लेकर टिहरी, पौड़ी, देहरादून जिले के तमाम पुलिस कर्मियों की गढ़वाल के आईजी करण सिंह, एडीजी इंटेलिजेंट ए पी अंशुमान ,एडीजी एलओ वी मुरुगेशन , और डीआईजी देहरादून जिले के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुंवर सिंह ने ऋषिकेश में बैठक लेकर उन्हें कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा के साथ सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाए जाने के निर्देश दिए।

शनिवार की दोपहर देहरादून मार्ग पर आयोजित वेडिंग पॉइंट में डीआईडी कुंवर सिंह ने कहा कि आगामी 4 जुलाई से श्रावण मास की कांवड़ यात्रा के दौरान हरिद्वार से नीलकंठ तक कांवड यात्रा मे तीन से चार करोड कांडियो की संख्या जलाभिषेक करने के लिए पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है ।जिनकी सुरक्षा को लेकर पूरे मेले को चार जोन मे बांटा गया है।

बैठक में बताया गया कि , राम झूला, लक्ष्मण झूला, मुनिकीरेती स्थित पार्किंग के लिए जाने वाले समस्त छोटे बड़े वाहनों को श्यामपुर चौकी हरिद्वार बायपास मार्ग से नटराज चौक होते हुए मुनि की रेती भेजा जाएगा, कावड़ियों के किसी भी वाहन को नटराज चौक से शहर के अंदर नहीं आने दिया जाएगा, इसी के साथ नीलकंठ पैदल जाने वाले कांवडियों के समस्त छोटे बड़े वाहनों को आईडी पीएल कैनाल गेट से होते हुए लेबर कॉलोनी स्थित विस्थापित पार्किंग में पार्किंग करवाया जाएगा, इतना ही नहीं काव॔ड़िए बैराज पुल होते हुए पैदल लेकर जाएंगे,पोंटा साहिब देहरादून से आने वाले कांवरियों के वाहनों को भानियावाला रानीपोखरी से नटराज चौक लाते हुए चंद्रभागा मुनि की में भेजा जाएगा।

बैठक में यह भी बताया गया कि दबाव बढ़ने पर श्यामपुर सडको का चौड़ीकरण नहीं हो पाने और रेलवे फाटक होने के कारण ऋषिकेश श्यामपुर बोटल नेक पर यदि काम किया जाता है तो हरिद्वार से आने वाले कांवडियों के वाहनों को नेपाली फार्म से भानियावाला ,रानी पोखरी से नटराज पार्किंग में भेजा जाएगा। इसी के साथ चंद्रभागा, मुनि की पार्किंग जाने की स्थिति में हरिद्वार और चीला से आने वाले कांवडियों के वाहनों को रानी पोखरी से नटराज होते मनसा देवी से आईडी पर पार्किंग में पार्क कराया जाना सुनिश्चित किया गया है ।चीला मार्ग पर बारिश में अन्य किसी अन्य कारण से बारिश होने पर नीलकंठ राम झुला, मुनी की रेती से आने वाले कांवरियों को बैराज पुल से मंडी ,तहसील श्यामपुर से उसे हरिद्वार की ओर भेजा जाएगा।

बैठक में यह भी बताया गया कि चीला मार्ग का प्रयोग केवल निकासी के लिए वापस आने वाले कांवडियों को बैराज चीला मार्ग से होते हुए चंडी चौक भेजें। रेलवे स्टेशन ऋषिकेश पर आने वाले कांवडियों को ले जाने वाले विक्रम ऑटो डीजीबीआर चौक से नटराज चौक होते हुए मुनी की रेती जाएंगे। यातायात व्यवस्था को सुचारू बनाए रखने के लिए शहर की लोकल स्वारियो को शहर के अंदर लाने और ले जाने के लिए केवल पास धारकों को ही आने दिया जाएगा ।जिन्हें निकट भविष्य में गोष्टी कर पास आवंटित की जाएंगे ।

बैठक में यह भी बताया गया कि मुख्य श्रावण मास के प्रत्येक रविवार से मंगलवार के मध्य श्रद्धालुओं की अत्यधिक भीड़ रहती है। इस कारण मुख्य मार्ग में जाम की स्थिति बनी रहती है। जिसके कारण वनवे की व्यवस्था की जाएगी , इस दौरान हरिद्वार की ओर से आने वाले वाहन श्यामपुर बाईपास से नटराज चौक ढलवाला होते हुए मुनि की रेती और लक्ष्मण झूला तथा वापसी में छोटे वाहन कैलाश गेट से चंद्रभागा पुल , घाट चौक होते हुए हरिद्वार को जाएंगे। भीड़ की अधिकता को देखते हुए शहर के अंदर माल वहाको के आने जाने का समय 10:00 से 4:00 बजे तक रखा जाएगा ।इसके अतिरिक्त कोई माल बाहन शहर के अंदर नहीं आएगा ,विस्थापित कॉलोनी से आगे बैराज रोड पर बैरिकेडिंग लगाकर वाहनों को ऋषिकेश और नीलकंठ की तरफ जाने से रोका जाएगा। हरिद्वार की तरफ से आने वाले लोगों को रेलवे स्टेशन ओर चंद्रभागा नदी में पार्किंग कराया जाएगा ।इसी के साथ यह भी बताया कि ड्यूटी के दौरान सभी पुलिसकर्मी सोशल मीडिया की संवेदनशीलता पर भी ध्यान रखेंगे ,घाटों पर कांवडियों की सुरक्षा के लिए जल पुलिस, गोताखोर तैनात रहेंगे। टिहरी के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लक्ष्मण झूला पुल बंद होने के कारण नीलकंठ जाने वाले यात्रियों के लिए बैराज, जानकीपुल और गरुड़ चट्टी पुल ही उपलब्ध है ।जहां विशेष पुलिस बल की आवश्यकता है।

बैठक में टिहरी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत भुल्लर,पौड़ी वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे,देहरादून कुंवर सिंह सहित जिले के तमाम पुलिस अधिकारी और पुलिसकर्मी भी मौजूद थे।

जी-20 में शिरकत करने आए विदेशी मेहमानों के लिए की गई गंगा आरती के बाद स्थानीय नागरिकों ने त्रिवेणी घाट की सजावट को किया बदरंग  इलेक्ट्रिक दिए, एलईडी झालर, सजावटी फूलों को तहस-नहस कर किया नेस्तनाबूद, विदेशी मेहमानों के लिए बनाए गए भोजनालय मे घुस मिष्ठान और खाने के पैकेट को लेकर की छीना झपटी -सुरक्षा की दृष्टि से एसडीएम और पुलिस को संभालना पड़ा मोर्चा



ऋषिकेश,29 जून ।उत्तराखंड में आयोजित तीन दिवसीय जी-20  की बैठक  के दौरान ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर हुई विदेशी मेहमानों के स्वागत में गंगा आरती जहां भक्ति और श्रद्धा भाव  के साथ शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुई, वही आरती के आधे घंटे बाद त्रिवेणी घाट पर करोड़ की लागत से मंसूरी देहरादून विकास प्राधिकरण सहित स्थानीय सभी विभागों द्वारा की गई, सुंदरता पर उस समय पलीता लग गया ।जब शहर के लोग घाट पर लगे फूलों ,एलईडी, सुंदर सभी देवी देवताओं के साथ गढ़वाल की संस्कृति से जुड़ी यादगार को उठाकर ले जाने लगे। जिन्हें रोकने के लिए उप जिलाधिकारी व स्थानीय प्रशासन को त्रिवेणी घाट पर मोर्चा संभालना पड़ा।

उल्लेखनीय है कि 28 जून को विदेशी मेहमानों के स्वागत में ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट  सहित पूरे नगर को रंगाई पुताई किए जाने के साथ सभी दुकानों पर एकरूपता लाने के लिए सुंदर होल्डिंग बोर्ड के अतिरिक्त त्रिवेणी घाट पर कमल ,गेंदे ,चमेली  रात की रानी के फूलों के साथ इलेक्ट्रिक एलईडी से सजाया गया था ।परंतु आरती के उपरांत रात्रि 10:00 बजे जैसे ही पुलिस प्रशासन ने त्रिवेणी घाट को आम जनता के लिए खोला ,घाट की सजावट देखने के लिए हजारों की संख्या में स्थानीय नागरिक वहां पहुंच गए ,और देखते ही देखते  प्रशासन द्वारा की गई सजावट को तहस-नहस कर पूरी तरह से नेस्तनाबूद कर दिया।

जिसके चलते त्रिवेणी घाट से लगाए गए लगभग 4000 ऑटोमेटिक जलने वाले दिए, लगभग 200 एलईडी झालर, फूलों के गुलदस्ते ,गमले यहां तक की हरियाली के लिए लगाई गई घास तो ले ही गए साथ ही विदेशी मेहमानों के लिए बना बनाए गए भोजनालय में भी सैकड़ों लोग घुस गए,  जहां से वह इड़ली डोसा बड़े ,मिष्ठान शाही भोग भी ले गए ,इसी के साथ कारीगरों के लिए रखे गए लगभग 300 खाने के डिब्बे भी छीना झपटी में ले गए। यह सारी घटना 15 से 30 मिनट के अंदर घटी।

जिसे देखकर उप जिलाधिकारी सौरभ अस्वाल , कोतवाली के वरिष्ठ एसएसआई डीपी काला और चौकी प्रभारी विनोद कुमार को मोर्चा संभालना पड़ा, जिन्होंने पूरे घाट को खाली करवा दिया गया।

वही कुछ स्थानीय नागरिकों का कहना था कि यदि यह सुंदरता बनी रहती  तो लोगों द्वारा खींची जाने वाली सेल्फी और फोटूएं पूरी दुनिया में ऋषिकेश का मान बढ़ाने और यादगार के रूप में  सहायक होती।

डीएम ने 4 जुलाई से शुरू होने जा रहे श्रावण मास की कावड़ यात्रा की तैयारी को लेकर संबंधित विभागों के अधिकारियों के साथ की बैठक



ऋषिकेश ,28 जून ।आगामी 4 जुलाई से प्रारंभ होने वाली श्रावण मास की कावड़ यात्रा की तैयारी को लेकर जिलाधकारी सोनिका ने ऋषिकेश में तमाम विभागों के अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें कांवड़ यात्रियों की सुरक्षा के साथ सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाए जाने के निर्देश दिए।

बुधवार की दोपहर नगर निगम के सभागार में आयोजित बैठक में जिलाधकारी सोनिका ने कहा कि आगामी 4 जुलाई से श्रावण मास की कांवड़ यात्रा के दौरान बड़ी संख्या में नीलकंठ में जलाभिषेक करने के लिए कावड़िये पहुंच रहे हैं ।जिनके लिए नगर निगम द्वारा समय से पहले ऋषिकेश के आईडीपीएल क्षेत्र में बनने वाली पार्किंग मे साफ सफाई, झाड़ियों की कटिंग ,प्रकाश व्यवस्था के साथ मोबाइल टॉयलेट और स्वास्थ्य विभाग द्वारा बनाए जाने वाले सभी शौचालयों की नियमित रूप से सफाई के साथ पीने के पानी के और शौचालय में पानी की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए। इसी के साथ नीलकंठ यात्रा मार्ग पर प्रकाश की व्यवस्था विद्युत पोल लगाए जाना सुनिश्चित किया जाए , विधुत विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि पार्किंग स्थल से विस्थापित कॉलोनी, कैनाल गेट तक विद्युत पोल लगाकर उन पर शीघ्र तार खींचने के साथ स्ट्रीट लाइट लगा दी जाए, इस दौरान यह भी सुनिश्चित किया जाए कि विद्युत पोलों की झूलने वाली बिजली की तारों को खींचकर बांधा जाए ताकि कांवड़ियों के वाहनों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े। चिकित्सा विभाग से अपेक्षा व्यक्त की गई है कि वह पार्किंग में 6 स्थाई चिकित्सा केंद्र खोलें, इसी के साथ श्यामपुर चौकी और नटराज चौक पर मेडिकल कैंप लगाया जाए,कांवड़ मेले के दौरान 108 एंबुलेंस लगाई जाए ।यह सेवा रायवाला से ऋषिकेश तक जारी रखी जाए ,उन्होंने यह भी कहा कि पर्याप्त संख्या में इस दौरान जीवन रक्षक दवाइयां भी पर्याप्त मात्रा में होनी चाहिए ।खाद्य सुरक्षा विभाग को निर्देशित करते हुए कहा कि यात्रा के दौरान ठेली, ढाबा, रेस्टोरेंट आदि में खाद्य पदार्थों की चेकिंग कर नकली दूध मिलावटी खाद्यान्न पेयजल आदि का निरीक्षण नियमित रूप से करें। इसी के साथ खाद्य पदार्थों की स्वच्छता बनाए रखने रेट लिस्ट के साथ पीने का स्वच्छ पानी उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें ।आबकारी विभाग से अपेक्षा की है कि वह कावड़ यात्रा मार्ग पर अवैध शराब की चेकिंग एवं शराब की दुकानों के खुलने का समय भी निश्चित करें। जल संस्थान को निर्देशित करते हुए कहा कि पार्किंग स्थल पर पानी के टैंकरों की व्यवस्था सुनिश्चित कर ली जाए, लोक निर्माण को निर्देशित किया कि वह सभी मार्गों को दुरुस्त कर लें। वन विभाग से अपेक्षा की है कि कावड़ यात्रा के दौरान जंगली हाथियों से सुरक्षा की दृष्टि से लगातार निगरानी की जाए।पुलिस विभाग को निर्देशित किया कि वह ट्रैफिक रूट प्लान के अनुसार ही नीलकंठ जाने वाले यात्रियों को सुविधा उपलब्ध कराएं।

बैठक में जिलाधिकारी सोनीका, एडीएम फाइनेंस ए के बरनवाल, रामजी शरण ,उप जिलाधिकारी सौरभ अस्वाल, नगर निगम के मुख्य आयुक्त राहुल कुमार गोयल, डॉ के एस शर्मा ,रामपाल ,आर एस खाती , आर टीओ मोहित कोठारी, अरविंद पांडे ,विवेक शाह, सुनील देवली, एसके वर्मा, दीपक, प्रेरणा बिष्ट ,गणेश भट्ट, प्रदीप रावत, विधुत विभाग के एक्सियन शक्ति प्रसाद, अमित कुमार वर्मा, सीपी सिंह, अनिल नेगी ,प्रवीण सिंह, नगर निगम के एस एन ए रमेश रावत ,नगर कोतवाल खुशीराम पांडे, एस एस आई डी पी काला, सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

जी-20 के लिए त्रिवेणी घाट पर गंगा की जलधारा को घाट पर लाकर बनने वाले टापू के सौंदयीकरण का काम रुका – मुख्य विकास अधिकारी ने किया त्रिवेणी घाट का निरीक्षण



ऋषिकेश, 14 जून। जी-20 शिखर सम्मेलन के तहत इस माह के अंतिम सप्ताह में त्रिवेणी घाट पर विदेशी मेहमान गंगा आरती में शामिल होंगे। इस आयोजन को यादगार बनाने के लिए सभी विभागों ने पूरी ताकत झोंक रखी है। आरती स्थल के सामने गंगा के बीच टापू के सौंदयीकरण के कार्य जिलाधिकारी देहरादून के निर्देश पर किया जा रहा था।  यह काम स्थाई प्रवृत्ति का ना होने के कारण रोक दिया गया है। शेष घाट पर काम जारी है। सिंचाई विभाग के अधिकारी इस मामले में साफ तौर पर कुछ भी कहने से बच रहे हैं।

बुधवार को जी-20 शिखर सम्मेलन के तहत विदेशी मेहमानों के लिए आयोजित की जा रही त्रिवेणी घाट पर गंगा आरती के लिए किए जा रहे विकास कार्यों का निरीक्षण करने पहुंची मुख्य विकास अधिकारी झरना कमठान ने सभी निर्माण कार्यों को 20 जून तक पूरा करने के लिए बोला, जिसकी मॉनिटरिंग के लिए उच्च स्तरीयअधिकारी त्रिवेणी घाट पर ही बैठेंने को भी कहा गया है। 

 उल्लेखनीय है कि त्रिवेणी घाट में जहां नियमित आरती होती है उसके सामने गंगा काफी दूर बहती है। सिंचाई विभाग की ओर से गंगा की मुख्यधारा से एक धारा निकाली गई है जो आरती स्थल के पास से होकर बहती है। ऋषिकेश में आरती के आयोजन की तैयारी का जायजा लेने के लिए जिलाधिकारी देहरादून तीन बार यहां आ चुकी है। उनका हमेशा यही फोकस रहा है, कि आरती भव्य हो और आरती स्थल के सामने टापू का विशेष सौंदयीकरण होना चाहिए। जिसके लिए उन्होंने निर्देशित किया था, कि इस पर लाइटिंग, फुलवारी व पेड़ पौधे आदि लगाए जाए। जिसके बाद से सिंचाई विभाग दिन रात इस काम को पूरा करने में जुटा हुआ है। कई मशीनें यहां लगाई गई हैं, जो टापू के लेबल को बराबर करने के साथ-साथ एकरूपता प्रदान करने का काम कर रही हैं। दो दिन पूर्व जिलाधिकारी सोनिका यहां का निरीक्षण करके गई थी, उन्होंने 20 जून तक हर हाल में काम पूर्ण करने के निर्देश दिए थे।

बीते सोमवार की शाम कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल यहां निरीक्षण करने पहुंचे थे। उन्होंने कार्यों में गुणवत्ता और स्थाई प्रकृति के काम करने के लिए कहा था।

जिसके बाद त्रिवेणी घाट में टापू के सौंदयीकरण का कार्य रोक दिया गया। घाट में अन्य क्षेत्र का सौंदयीकरण के कार्य अन्य दिनों की तरह जारी था। टापू के ऊपर काम करने के लिए लगाई गई मशीनें अचानक खामोश हो गई। यहां पर सीवर पंपिंग स्टेशन के पास गंगा की मुख्यधारा से पानी बैक मारने लगा और जहां काम चल रहा है वहां धारा में पानी आ गया। यहां काम पर लगी मशीनों का कुछ हिस्सा भी पानी में डूब गया। टापू के सौंदयीकरण का काम अचानक काम बंद होने से सभी लोग सकते में हैं। अब तक इस काम में सरकार के लाखों रुपये खर्च हो चुके हैं ,और काफी समय भी बर्बाद हो चुका है। अधिकारी साफ-साफ कुछ भी कहने से बच रहे हैं।

 सहायक अभियंता सिंचाई विभाग अनुभव नौटियाल का कहना है कि उच्चाधिकारियों के निर्देश पर अब टापू का  सुंदरीकरण नहीं किया किया जा रहा है। शेष काम अपने निर्धारित समय में पूर्ण होगा। 

निरीक्षण के दौरान बिजली विभाग के एक्सईएन ने बताया कि जी-20 के दौरान लगभग छः करोड़ की लागत से विद्युत के कार्य किए जा रहे हैं। जिसमें दो बड़े ट्रांसफार्मर  भी लगाए गए हैं निरीक्षण के दौरान उप जिलाधिकारी सौरभ अस्वाल, तहसीलदार डॉक्टर अमृता शर्मा‌ सहित सभी विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।

ऋषिकेश त्रिवेणी घाट में आयोजित होने जा रही जी-20 विदेशी मेहमानों के लिए गंगा आरती की तैयारियों को लेकर निगम पार्षदों की मोजूदगी में संबंधित विभागों के अधिकारियों से महापौर ने लिया फीडबैक



ऋषिकेश 7 जून। नगर निगम महापौर अनिता ममगाई ने जी-20 कार्यक्रम के तहत जून माह के अंतिम सप्ताह में ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट में आयोजित होने जा रही विदेशी डेलीगेट्स की सांध्य आरती की तैयारियों को परखने के लिए निगम पार्षदों की मोजूदगी में विभिन्न विभागों के अधिकारियों की बैठक ली।

बुधवार को नगर निगम के स्वर्ण जंयती सभागार में आयोजित बैठक में महापौर ने तमाम विभागीय अधिकारियों से कार्यो का फीडबैक लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रस्तावित कार्यों के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाओं में तेजी लाई जाए।  जिस विभाग को जो जिम्मेदारी सौंपी गई है, संबंधित अधिकारी उसकी नियमित समीक्षा करें।

उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि निर्माण कार्यों के दौरान तमाम विभाग आपसी तालमेल के साथ कार्य करें ताकि जनता को अनावश्यक परेशानियों से प्रभावित ना होना पड़े।

उन्होंने कहा कि अनेकों स्थानों पर पथ प्रकाश व्यवस्था, सीवर लाईन की टूटफूट सहित पेयजल लाईन छतिग्रस्त हुई हैं इसका अधिकारी तुरंत संज्ञान लें।उन्होंने कहा कि देवभूमि ऋषिकेश में जी-20 के लिए आये विदेशी मेहमानों की त्रिवेणी घाट में आयोजित सांध्य आरती में शिरकत से ऋषिकेश को  वैश्विक पटल पर नई पहचान मिलेगी। जी-20 देशों के प्रतिनिधि ऋषिकेश में गंगा आरती में भी प्रतिभाग करेंगे। इससे मां गंगा के धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व से भी सम्मेलन के प्रतिभागी परिचित हो सकेंगे।

महापौर ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव’ के समय भारत द्वारा आयोजित किया जाने वाला जी-20 शिखर सम्मेलन 2023 अपने आप में गर्व की बात है। इस महा आयोजन का ऋषिकेश को सांध्य आरती के माध्यम से आतिथ्य का मौका मिलना किसी बड़ी उपलब्धि से कम नही है। उन्होंने बैठक में त्रिवेणी घाट पर गमलों के माध्यम से ग्रीनरी बढ़ाने का निर्देश दिया ताकि परिदृश्य को सुन्दर स्वरूप दिया जा सके।  गंगा आरती में अतिथियों के बैठने के लिए सीटिंग प्लान तैयार कर सुव्यवस्थित एवं सुविधाजनक व्यवस्था कराने के निर्देश सहित  घाट पर स्पेशल लाइटिंग व अन्य सजावट किये जाने का भी महापौर ने निर्देश दिया।

बैठक में मोजूद पार्षदों ने सांध्य आरती के जरिए ऋषिकेश को जी-20 के सम्मेलन में शिरकत कर रहे डेलीगेट्स की मेजबानी के मिले अवसर को ऋषिकेश के लिए सौभाग्य की बात बताते हुए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार जताया।

इस दौरान एसडीएम सौरव असवाल ,प्रभारी नगर आयुक्त  तनवीर मारवा ,सहायक नगर आयुक्त रमेश रावत, अधिशासी अभियंता दिनेश उनियाल अधिशासी ,अभियंता हरीश बंसल जल संस्थान, एसडीओ अनिल नेगी जल संस्थान,नमामि गंगे से कपिल गुप्ता,मनीष शर्मा, विपिन पंत, विजय बडोनी, मनीष मनवाल, प्रियंका यादव, रूपा देवी, जगत नेगी, विकाश तेवतिया, गुरविंदर सिंह,  भगवान पंवार, बिरेंदर रमोला, देवेंद्र पर्जपति, विजेंदर मोगा, जयेश राणा, सोनू प्रभाकर, राकेश सिंह, राधा रमोला, रीना शर्मा, उमा राणा, लक्ष्मी रावत, विजय लक्ष्मी , शकुंतला शर्मा, पुष्पा मिस्रा, शौकत, प्रमोद शर्मा, अनीता प्रधान, कमलेश जैन आदि मोजूद रहे।

नगर निगम महापौर के पत्र को प्रधानमंत्री कार्यालय ने लिया गंभीरता से जून माह में ‌ आयोजित ‌जी-20 सम्मेलन के दौरान विदेशी मेहमान त्रिवेणी घाट पर करेंगे, गंगा आरती सम्मेलन के नोडल अधिकारी ने त्रिवेणी घाट सहित सड़कों का किया अधिकारियों के संग निरीक्षण 15 दिन में किए जाएंगे सभी निर्माण कार्य -पंकज पांडे



ऋषिकेश ,30 मई।  आगामी 25 से 26 जून को ऋषिकेश में आयोजित होने वाली जी-20 की दूसरी बैठक के दौरान ऋषिकेश के गंगा घाट पर आयोजित होने वाली आरती में विदेशी मेहमानों की मेजबानी को लेकर मंगलवार की देर शाम को बैठक के नोडल अधिकारी, नगर सचिव पंकज पांडे ने तमाम अधिकारियों के साथ स्थलीय निरीक्षण किया।15 दिन में सभी सौंदरीयकरण और निर्माण कार्य किए जाने के अधिकारियों को दिए निर्देश।

आगामी जून माह में ऋषिकेश में आयोजित जी-20 सम्मेलन की तैयारी को लेकर मंगलवार की देर शाम को जी -20 सम्मेलन के नोडल अधिकारी ने ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट का स्थलीय निरीक्षण किया जिसके बाद पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने बताया कि नगर निगम महापौर अनिता ममगांईं द्वारा जी-20 सम्मेलन के दौरान सम्मेलन में भाग लेने के लिए आने वाले विदेशी मेहमानों के आरती की ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर करवाए जाने को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा गया था, जिसे प्रधानमंत्री कार्यालय ने गंभीरता से लेते हुए उत्तराखंड सरकार को आरती कराए जाने की संभावनाओं के मद्देनजर शासन को लिखा है।

जिसके चलते ऋषिकेश त्रिवेणी घाट पर विदेशी मेहमानों के द्वारा की‌ जाने वाली गंगा आरती के दौरान विदेशी मेहमानों का भव्य स्वागत किस प्रकार किया जाए, जिसके चलते त्रिवेणी घाट सहित नगर की तमाम नालियों और सड़कों का भी निर्माण किया जाना है। यह सभी कार्य आगामी 15 दिनों में पूर्ण किए जाएंगे। जिसकी तैयारियां सभी विभागों द्वारा की जानी है।

निरीक्षण के दौरान ऋषिकेश के उप जिलाधिकारी सौरभ असवाल, राहुल कुमार‌ मुख्य नगर आयुक्त, राम जी शरण, नगर निगम महापौर अनीता ममगांईं ,तहसीलदार डॉ. अमृता शर्मा, जल संस्थान के अधिशासी अभियंता हरीश बंसल, धीरेंद्र कुमार , पुलिस क्षेत्राधिकारी संदीप नेगी, अधीक्षण अभियंता पी डब्लू डी अनिल पांगती, विद्युत विभाग के अधिशासी अभियंता शक्ति सिंह ,सहायक नगर आयुक्त आयुक्त रमेश सिंह रावत, अधिशासी अभियंता दिनेश उनियाल , जेई तरुण लखेड़ा, महेंद्र सिंह, ऋषिकेश कोतवाली प्रभारी निरीक्षक खुशीराम पांडे सहित तमाम विभागों के अधिकारी मौजूद थे।