बाबा केदार के धाम में लगने लगी फिल्में हस्तियो की भी हाजरी  खिलाड़ी फेम अभिनेता अक्षय कुमार के बाद फायर ब्रांड अभिनेत्री कंगना रनौत ने भी भगवान केदारनाथ के दर्शन किये



ऋषिकेश/केदारनाथ 24 मई। ग्यारहवें ज्योर्तिलिंग श्री केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं के पहुंचने का क्रम जारी है वहीं इस बार फिल्मी हस्तियां एक के बाद एक भगवान केदारनाथ के दर्शन को पहुंच रही है।

बीते मंगलवार को खिलाड़ी फेम अभिनेता अक्षय कुमार बाबा केदारनाथ के दर्शन को पहुंचे थे तो आज बुद्धवार फायर ब्रांड अभिनेत्री कंगना रनौत ने भगवान केदारनाथ के दर्शन किये।

इस अवसर पर श्री बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी)मुख्य कार्याधिकारी /केदारनाथ उत्थान चैरिटेबल ट्रस्ट के संयुक्त सचिव योगेन्द्र सिंह ने कंगना रनौत का स्वागत कर भगवान केदारनाथ जी का प्रसाद, भस्म, रूद्राक्ष माला भेंट की।अभिनेत्री कंगना रनौत ने कहा कि उन्होंने भगवान केदारनाथ सभी के कल्याण की प्रार्थना की कहा कि वह समर्पण भाव से केदारनाथ पहुंची हैं।

यहां आकर सनातन धर्म के प्रति उनकी आस्था, प्रण को अधिक शक्ति मिली है। वह आम तीर्थयात्रियों के बीच दर्शन को पहुंची तथा तीर्थयात्रियों तथा तीर्थ पुरोहितों से भी मिली।

इस अवसर पर मंदिर समिति कार्याधिकारी आरसी तिवारी तथा तीर्थपुरोहित भी मौजूद रहे।

बीकेटीसी के मुख्य कार्याधिकारी योगेन्द्र सिंह ने बताया कि महामंडलेश्वर स्वामी 1008 कैलाशानंद जी महाराज भी कंगना रनौत के साथ ही भगवान केदारनाथ के दर्शन को पहुंचे प्रात: को स्वामी जी का श्री बदरीनाथ दर्शन का भी कार्यक्रम था लेकिन मौसम खराब होने के कारण बदरीनाथ के कार्यक्रम में बदलाव किया गया।

बीकेटीसी के मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि फिल्म अभिनेत्री क़गना रनौत ने केदारनाथ यात्रा व्यवस्था के लिए मंदिर समिति तथा प्रशासन की भी प्रशंसा की।

ऋषिकेश हुआ जी-20 सम्मेलन में आने वाले विदेशी मेहमानों के लिए पूरी तरह तैयार उत्तराखंड की संस्कृति, पारंपरिक व्यंजन और गंगा आरती रहेगी मुख्य आकर्षण का केंद्र कार्यक्रम की सफलता के लिए पूरे क्षेत्र को 5 जोन 10 सेक्टर में बांटा सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी तंत्र के एजेंडे पर करेंगे गंभीरता‌ पूर्वक मंथन -धामी



ऋषिकेश, 23 मई ।भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में देश के विभिन्न राज्यों में आयोजित की जा रही, जी‌-20 सम्मेलन की श्रृंखला में‌‌ उत्तराखंड के ‌टिहरी जिले के नरेंद्र नगर शहर में 24 से 25 मई तक चलने वाले दो दिवसीय सम्मेलन के लिए उत्तराखंड सरकार ने पूरी तरह से तैयार कर ली है, सम्मेलन में अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी तंत्र के एजेंडे पर जहां गंभीरता पूर्वक मंथन किया जाएगा, वही विदेशी मेहमान पहाड़ की संस्कृति और गंगा की विशेषता को भी नजदीक से महसूस करेंगे ।उल्लेखनीय है कि टिहरी जिले के नरेंद्र नगर के आनंदा और गॉडविन होटल में 24 और 25 मई को यह बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें जी-20 देशों के प्रतिनिधि अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी संघ को मजबूत करने पर गंभीर रूप से मंथन करेंगे, बैठक के बाद विदेशी मेहमानों को परमार्थ निकेतन की गंगा आरती से दिव्य और आध्यात्मिक अनुभव कराया जाएगा। इसी के साथ‌ विदेशी मेहमानों को नरेंद्र नगर के निकट ओणी गांव ले जाया जाएगा , जहां पहाड़ के गांव में रहने वाले लोगों के जीवन को नजदीक से समझने का अवसर भी मिलेगा, 24 मई को सभी विदेशी मेहमान जौली ग्रांट एयरपोर्ट पहुंचेंगे। जहां उन्हें उत्तराखंड के कलाकार राज्य की पर्वतीय संस्कृति से रूबरू कराते हुए पारंपरिक नृत्य और वाद्य यंत्रों की टीम से उनका स्वागत करेंगे। एयरपोर्ट के अंदर और बाहर दीवारों पर बनाई गई, पहाड़ की समृद्ध संस्कृति को दर्शाती आकृतियां भी मेहमानों के लिए आकर्षण का केंद्र रहेगी। इसके बाद सभी मेहमान नरेंद्र नगर पहुंचेंगे, प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सम्मेलन के दौरान भ्रष्टाचार पर प्रभावी नियंत्रण के लिए उत्तराखंड में कई महत्वपूर्ण कदम उठाए जाने की रणनीति पर विचार किया जाएगा। उनका कहना था कि देश का सबसे कठोर नकल विरोधी कानून उत्तराखंड राज्य में लागू किया गया है। इसके अंतर्गत जनता की शिकायतों का समाधान करने के लिए 1064 बेव ऐप लॉन्च किया गया है। अपणी सरकार पोर्टल, ईकैबिनेट, ईऑफिस, सीएम डैसबोर्ड उत्कर्ष, सीएम हेल्पलाइन 1905, सेवा का अधिकार और ट्रांसफर एक्ट की पारदर्शी व्यवस्था बनाकर राज्य में भ्रष्टाचार के समूल नाश का प्रयास भी उत्तराखंड की सरकार द्वारा किया जा रहा है।

मुनी की रेती पहुंचने पर विदेशी मेहमानों को आकर्षित करेगा जानकी पुल

मुनि की रेती क्षेत्र को बड़ी खूबसूरती और कलात्मक तरीके से सजाया गया है। यूं तो माँ गंगा के पावन तट पर आम दिनों में भी अलग अनूभूति का अहसास होता है लेकिन जी-20 में प्रतिभाग करने आ रहे, विदेशी मेहमानों को उत्तराखंड की संस्कृति से रूबरू कराने के भी पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। जानकी सेतु पर जहां बजरंग बली जी की भव्य आकृति मेहमानों को आकर्षित करेगी, तो गंगा घाटों पर लगी रेलिंग इत्यादि की भी साज-सज्जा अपनी ओर आकर्षित कर रही है।

-कार्यक्रम की सफलता के लिए पूरे क्षेत्र को 5 जोन 10 सेक्टर में बांटा गया है-श्वेता चौबे

पौड़ी की वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्वेता चौबे ने कहा कि‌‌ 24 मई को ऋषिकेश के परमार्थ निकेतन के घाट पर जी 20 सम्मेलन के चलते आयोजित गंगा आरती में प्रतिभाग करने आ रहे, विदेशी मेहमानों की सुरक्षा व्यवस्था और स्वागत किया जाना अतिथि देवो भव की तरह हमारा कर्तव्य है। जिसके चलते 5 जोन, 12 सेक्टर, इसके अतिरिक्त दो कंपनी ,एक प्लाटून पीएसी एक बम निरोधक दस्ता, तीन टीमें जल पुलिस, 5 एएसपी, 8 सी ओ , 10 एस एच ओ, एसआई 47, 10 महिलाएं उप निरीक्षक 206 कांस्टेबल जिसमें महिलाएं भी शामिल रहेगी। उन्होंने कहा कि आरती के समय कुछ समय के लिए पुलों पर आवाजाही रोकने के साथ पुलों को सभी के लिए खोल दिया जाएगा, यह व्यवस्था की हुई और पौड़ी पुलिस के समन्वय के आधार पर की जाएगी
जिसे देखते हुए विदेशी मेहमानों को जानकी पुल से परमार्थ निकेतन लाया जाना सुनिश्चित किया गया।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकेश में ट्रांजिट कैंप, के साथ आंतरिक रोड , ट्रांजिट कैंप निर्माण परियोजना का किया उद्घाटन, यात्रा में आ रही चुनौती के बावजूद, सरकार यात्रियों की सुख-सुविधाओं पर दे रही ध्यान‌- धामी



ऋषिकेश , 17 मई । प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी , पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, शहरी एवं विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल नगर निगम महापौर अनीता ममगांई ने संयुक्त रूप से ऋषिकेश में 2225.42 लाख से ट्रांजिट कैंप, परिसर ऋषिकेश में 474 लाख की लागत से आंतरिक रोड एवं सरफेस पार्किंग के साथ यात्रियों के लिए रजिस्ट्रेशन ऑफिस कम ट्रांजिट कैंप निर्माण परियोजना का उद्घाटन किया।

बुधवार की दोपहर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्रांजिट कैंप पर उक्त निर्माण कार्यों का उद्घाटन करने के उपरांत उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार के लिए चार धाम यात्रा पर आने वाले यात्री अतिथि देवो भव की तरह है, जिन्हें सभी सुख सुविधाएं देना सरकार का कर्तव्य है। इसी को ध्यान में रखकर राज्य सरकार द्वारा ऋषिकेश सहित चारों धामों में यात्रियों के रहने व उनको सस्ता और अच्छा स्वादिष्ट भोजन उपलब्ध कराए जाने के लिए व्यवस्था की गई है, धामी का कहना था कि सरकार के समक्ष पिछले वर्षो की अपेक्षा इस वर्ष की यह यात्रा चुनौतीपूर्ण है। क्योंकि चारों धामों में इस वर्ष वर्षा के साथ बर्फबारी लगातार हो रही है, जिसके बावजूद भी यात्रियों के उत्साह में कोई कमी नहीं देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि चारों धामों में यात्रा करने के लिए यात्री अपनी मोक्ष की कामना के साथ परिवार में भगवान से सुख शांति की दुआएं करने के लिए श्रद्धा पूर्वक आता है, जिन्हें सुख सुविधाएं उपलब्ध करवाया जाना सरकार का कर्तव्य है। इसी को ध्यान में रखते हुए ऋषिकेश में भी सभी प्रकार की सुविधाएं सरकार की ओर से उपलब्ध करवाई गई है।

उन्होंने कहा कि जो भी यात्री चारों धामों की यात्रा पर जाए वह अपना पंजीकरण ऑनलाइन ऑफलाइन अवश्य कराएं ,क्योंकि उसका डाटा सरकार के पास रखा जा रहा है। यहां खोले गए पंजीकरण कार्यालय का मंतव्य भी यही है, कि यात्रा पर जाने वाले सभी यात्रियों का लेखा-जोखा सरकार के पास रहे। इस पंजीकरण से सरकार के पास भी चार धामों में जाने वाले यात्रियों का पूरा लेखा-जोखा रहता है। इस अवसर पर स्थानीय नागरिकों के साथ काफी संख्या में अधिकारी भी मौजूद थे।

विश्व विख्यात सिखों के धाम हेमकुंड साहिब की यात्रा पर जाने वाले पहले जत्थे को दिखाई राज्यपाल ,मुख्यमंत्री ने ऋषिकेश में हरी झंडी विश्व में हेमकुंड साहिब की यात्रा का अपना अलग महत्व है,- गुरमीत सिंह 84 के दंगों के पीड़ितों के जख्मों पर मलहम लगाने का कार्य भी भाजपा की सरकार ने ही किया है -पुष्कर सिंह धामी



ऋषिकेश 17 मई‌‌ । आगामी 20 मई से प्रारंभ होने वाली विश्व विख्यात सिखों के धाम श्री हेमकुंड साहिब की यात्रा के पहले जत्थे को प्रदेश के राज्यपाल पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, अल्पसंख्यक आयोग के पूर्व अध्यक्ष नरेंद्र जीत सिंह बिंद्रा, पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, क्षेत्रीय विधायक शहरी विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल, कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल, नगर निगम महापौर अनीता ममगांई , परमार्थ निकेतन के प्रमाणिक स्वामी चिदानंद मुनि ,ने हरी झंडी दिखाकर हेमकुंड साहिब के लिए बोले सो निहाल, सत श्री अकाल के उद्घोष के साथ रवाना किया।

बुधवार की दोपहर ऋषिकेश लक्ष्मण झूला मार्ग पर स्थित हेमकुंड गुरुद्वारे में आयोजित कार्यक्रम के दौरान पहले सभी मुख्य अतिथियों ने शब्दवाणी में प्रतिभाग किया। इससे पूर्व सभी अतिथियों ने अजायबघर में शहीदों की प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। उसके उपरांत हरी झंडी दिखाई ।इस दौरान प्रदेश के राज्यपाल पूर्व लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह उपस्थिति को संबोधित करते हुए कहा कि सिख समाज का इतिहास बड़ा ही क्रांतिकारी रहा है, हेमकुंड साहिब की यात्रा का अपना अलग महत्व है, जहां गुरु गोविंद सिंह ने कई वर्षों तक तपस्या की है, इसके बाद यह पवित्र स्थान बन गया। जिसके बनाने के लिए कई महान हस्तियों ने काफी मेहनत की है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उनकी सोच मानवता को आगे ले जाने की रही है, जिसके चलते आज यात्रा को सुगम बनाने में काफी सहयोग मिला है। उन्होंने कहा कि आज भारत की सीमाओं पर भी उन्हीं की सोच के कारण सेना का मनोबल बढ़ा है। उन्होंने कहा कि सिख समाज के पंच प्यारे और निशान साहिब भारत में सिख समाज की मानवता का नेतृत्व भी करते हैं, जिनके माध्यम से एक एक व्यक्ति को सवा लाख का दर्जा उपलब्ध है। यह यात्रा मनुष्य के जीवन को तारने की यात्रा है।

प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि सरकार का प्रयास है, कि हेमकुंड जाने वाले किसी भी श्रद्धालुओं को किसी भी प्रकार की परेशानी का यात्रा के दौरान सामना न करना पड़े, उन्होंने कहा कि विगत 22 अप्रैल से चार धाम यात्रा प्रारंभ हो गई है। उन्होंने कहा कि विगत वर्ष चार धाम यात्रा के लिए 50लाख से अधिक यात्रियों ने पंजीकरण कराया था ,इस बार सरकार के सामने चुनौती है ।कि यात्रा को सफलतापूर्वक संपन्न कराया जाए, उन्होंने कहा कि इस बार यात्रा के दौरान बड़ी मात्रा में चार धामों में बर्फ पड़ रही है ,जो कि सरकार के सामने चुनौती है। लेकिन उसके बावजूद भी यात्रा पर जाने वाले यात्रियों का उत्साह कम नहीं दिख रहा है। उन्होंने यात्रियों से अपील की है, कि वह मौसम का हाल जानने के बाद ही अपनी यात्रा की शुरुआत करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि किसी भी यात्री को यात्रा के दौरान परेशानी होगी, तो उन्हें ऐसा लगता है कि यह उनके मुख्य सेवक को परेशानी हो रही है। उन्होंने कहा कि हेमकुंड साहिब की यात्रा भी काफी कष्टदायक है, उसके बावजूद सरकार यात्रा को सुगम बनाने के लिए अपनी ओर से पूरा प्रयास कर रही है। धामी ने हेमकुंड साहिब की यात्रा को सुगम बनाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी धन्यवाद अर्पित किया ,जिनके माध्यम से गोविंदघाट से हेमकुंड तक रोड का निर्माण किया जा रहा है। जिसके माध्यम से बुजुर्ग भी आसानी से यात्रा कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि ऋषिकेश से कर्णप्रयाग रेल लाइन, और ऑल वेदर रोड का का काम भी तेजी के साथ चल रहा है। उन्होंने कहा कि सिख समाज ने आताताईयो के जुर्मो को भी सहन किया है, उनका कहना था कि 1984 के दंगे में शहीद हुए लोगों को राहत दिलाए जाने का कार्य भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने ही किया है। उन्होंने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि जो सत्ता में रहे उन्होंने सिख समाज के उत्थान के लिए कोई भी कार्य नहीं किया है। उत्तराखंड कि धरती देवताओं की धरती है जहां सभी देवताओं ने तप किया है,इस दौरान गुरुद्वारे में आसपास के क्षेत्रों के सभी गुरुद्वारों के अध्यक्षों ने सभी मुख्य अतिथियों को सरोपा भेंट कर सम्मानित भी किया ।

इस अवसर पर महिला आयोग अध्यक्ष कुसुम कंडवाल जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान, भाजपा के जिलाध्यक्ष रविंद्र राणा, कांग्रेसी नेता जयेंद्र रमोला, मदन मोहन शर्मा, सरदार गोविंद सिंह, बूटा सिंह, नगर निगम पार्षद गुरविंदर सिंह, प्रतिक कालिया ,सरदार गोल्डी , बलजीत सिंह सोनी,पंकज शर्मा, राजपाल सिंह ठाकुर,परमजीत सिंह, के साथ बड़ी संख्या में सात संगत भी उपस्थित थीं।

चारों धामों की यात्रा कर अहमदाबाद के यात्रियों से भरी बस  सड़क पर पलटी 27 लोग हुए घायल, ऋषिकेश चिकित्सालय और एम्स में कराया भर्ती



ऋषिकेश, 13 मई । चारों धामों की यात्रा कर अहमदाबाद के यात्रियों को लेकर ऋषिकेश लौट रही 1 बस के ऋषिकेश बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित कोडियाला के निकट सड़क पर अचानक पलट जाने के परिणाम स्वरूप बस में सवार 27 लोग घायल हो गए, जिसमें 4 लोगों को ऋषिकेश राजकीय चिकित्सालय और 23 लोगों को एम्स में भर्ती कराया गया है।

शनिवार को अहमदाबाद गुजरात निवासी भावनाबेन ने बताया कि एक ही परिवार के 27 लोग विगत 3 मई को अहमदाबाद से चार धाम यात्रा पर गए थे ,इस दौरान उन्होंने चारों धामों की यात्रा कुशलतापूर्वक की लेकिन जब वह वापस दिल्ली के लिए लौट रहे थे।

तो अचानक उनकी बस यूपी 17 ए 7489 अचानक सड़क पर पलट गई , बस के पलटने से आधा घंटा पहले एक स्थान पर सभी लोगों ने एक साथ खाना खाया था, जो कि कुछ ही दूर चली थी, कि पलट गई, जिन्होंने दिल्ली से अहमदाबाद के लिए ट्रेन पकड़नी थी।

बस में घायल 4 लोग जिसमें भावनाबेन पत्नी प्रकाश भाई 55 वर्ष, परीता धवल पत्नी धवल कुमार 24 वर्ष, मनीषा बेन पत्नी मुकेश भाई 47 वर्ष, गौरी बैन पत्नी रमेश भाई 52 वर्ष को राजकीय चिकित्सालय लाया गया और बाकी 23 लोगों को एम्स में उपचार हेतु ले जाया गया है। जहां उनका उपचार जारी है।

केदारनाथ में फिर टूटा ग्लेशियर, विगत सायं से भैंरों गदेरे एवं कुबेर ग्लेशियर पर ग्लेशियर टूटने से केदारनाथ यात्रा का आवागमन हो रहा है बार-बार बंद, प्रशासन द्वारा अपील यात्रा मार्ग पूरी तरह से सुचारू न होने तक केदारनाथ की यात्रा पर न जाएं



ऋषिकेश रूद्रप्रयाग 4 मई। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार ने अवगत कराया है कि श्री केदारनाथ धाम यात्रा मार्ग विगत सायं को भैंरों गदेरे एवं कुबेर ग्लेशियर पर ग्लेशियर टूटने के कारण केदारनाथ यात्रा मार्ग आवागमन हेतु बंद हो गया था।

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित के निर्देशन में यात्रा मार्ग को सुचारू करने के लिए डीडीएमए, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, एनडीआरएफ, वाईएमएफ व पुलिस के जवानों ने दोनों ग्लेशियरों से बर्फ हटाने का कार्य किया जा रहा है। भैंरों ग्लेशियर से बर्फ हटाने का कार्य पूर्ण कर लिया गया है जबकि कुबेर ग्लेशियर पर बर्फ हटाने का कार्य किया जा रहा है जो कि पैदल यात्रा कर रहे तीर्थ यात्रियों के लिए ही यात्रा मार्ग खोल दिया गया था किन्तु 2 बजकर 25 मिनट पर भैरों ग्लेशियर पर दुबारा ग्लेशियर टूटने के कारण यात्रा मार्ग आवाजाही हेतु पूर्णतः बंद हो गया है ।

जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने केदारनाथ धाम पैदल यात्रा कर रहे तीर्थ यात्रियों से अपील की है कि यात्रा मार्ग पूरी तरह से सुचारू न होने तक केदारनाथ की यात्रा पर न जाएं जिस स्थान पर हैं उसी स्थान पर सुरक्षित रहें ।

उन्होंने यह भी कहा कि जो यात्री हैली सेवा से दर्शन करना चाहते हैं वो हैली सेवा के माध्यम से केदारनाथ धाम के दर्शन कर सकते हैं । उन्होंने यात्रा मार्ग में दोनों ग्लेशियर पर तैनात डीडीआरएफ, एसडीआरएफ, एन डी आर एफ, वाईएमएफ व पुलिस के जवानों को निर्देश दिए कि अपनी सुरक्षा के साथ ही तीर्थ यात्रियों की सुरक्षा का भी विशेष ध्यान रखें ।

केदारनाथ धाम के लिए यात्रियों के रजिस्ट्रेशन पर फिर से 3 मई तक लगी रोक, मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनी मे भारी बारिश और बर्फबारी के दृष्टिगत यात्रियों की सुरक्षा हेतु प्रशासन ने उठाया कदम



ऋषिकेश/ रुद्रप्रयाग29 अप्रैल। उत्तराखंड में मौसम विभाग द्वारा जारी चेतावनी मे बारिश और बर्फबारी की भारी संभावना को देखते हुए चार धाम यात्रा में विश्व प्रसिद्ध धाम केदारनाथ की यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन पर फिलहाल प्रशासन द्वारा 3 मई तक रोक लगा दी गई है।

गढ़वाल अपर आयुक्त प्रशासन नरेंद्र सिंह क्वारियाल ने बताया कि मौसम विभाग द्वारा जारी की गई एडवाइजरी के तहत केदारनाथ धाम जाने वाले यात्रियों की सुरक्षा के लिए 3 मई तक पर्यटन विभाग ने रजिस्ट्रेशन पर रोक लगाई है क्योंकि 1 मई तक के लिए फिलहाल केदारनाथ धाम के 30,000 से अधिक रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं जबकि प्रशासन द्वारा केदारनाथ धाम में 18000 यात्रियों के लिए ही व्यवस्था हो पाती हैं । जिनके पहले से रजिस्ट्रेशन  हो रखे हैं उनके लिए फिलहाल कोई रोक नहीं है। केदारनाथ धाम आने वाले यात्रियों को बारिश तथा बर्फबारी से होने वाली परेशानियों से बचने और उनकी सुरक्षा की दृष्टि से पर्यटन विभाग प्रशासन द्वारा आगे के लिए फिलहाल 3 मई तक रजिस्ट्रेशन पर रोक लगा दी गई है। जो कि अगले आदेश तक मान्य रहेगा।

भगवान बद्री विशाल के कपाट खुले : देखें वीडियो



वैदिक मंत्रों उच्चारण और सेना के बैंड की धुन के साथ भगवान बद्री विशाल के कपाट श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खुले
-भगवान बद्री विशाल के कपाट खुलने के साक्षी बने हजारों की संख्या में पहुंचे श्रद्धालु
-मंदिर के दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की नहीं होगी असुविधा -अजेंद्र अजय

बैकुंठ वासी श्री बद्री विशाल मंदिर के कपाट वैदिक मंत्रों उच्चारण और सेना के बैंड की धुन के साथ श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ सुबह 7:10 पर खुले, हजारों श्रद्धालुओं के जय बद्री विशाल के उद्घोष से गूंज उठा बद्री विशाल



ऋषिकेश 27 अप्रैल। उत्तराखंड के विश्वविख्यात  भगवान बद्री विशाल मंदिर के कपाट गुरुवार की सुबह सात बजकर 10 मिनट पर वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ हजारों की संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं की मौजूदगी में जय बद्री विशाल के उद्घोष के साथ खोल दिये है।

भगवान बद्री विशाल के भक्तों के दर्शनार्थ खोले जाने वाले कपाट की प्रक्रिया बुधवार से ही प्रारंभ हो गई थी जिस की तैयारी को लेकर बद्री केदार मंदिर समिति के अध्यक्ष अजय अजेंद्र ने समिति के अधिकारियों व कर्मचारियों के साथ तैयारियों की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया था कि भगवान बद्री विशाल के दर्शन करने के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधाओं का सामना ना करना पड़े जिसके लिए स्वच्छता के साथ सुरक्षा का मुख्य रूप से ध्यान रखा जाए। जिसके चलते आज सुबह सेना के बैंड की धुन पर वैदिक मंत्रोच्चारण के बीच भगवान बद्री विशाल के कपाट हजारों श्रद्धालुओं की मौजूदगी में बजे रात के मुख्य पुजारी रावल ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी  द्वारा खोले गए।

जिसके बाद श्रद्धालुओं में भगवान बद्री विशाल के दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं ने विष्णु सहस्रनाम का जब करते हुए भगवान बद्री विशाल के दर्शन किए। इस दौरान ज्योतिष पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के अतिरिक्त बीकेटीसी के उपाध्यक्ष किशोर पवार सीओ योगेंद्र सिंह धर्माधिकारी राधा कृष्ण थपलियाल आशुतोष डिमरी बृजेश शशि प्रकाश रावत के कंडारी के अतिरिक्त बीकेटीसी के कर्मचारियों ने भगवान बद्री विशाल के दर्शन करने के लिए पहुंचे हजारों की संख्या में सरदारों का पुष्प वर्षा कर स्वागत भी किया ।

इस दौरान ऋषिकेश से प्रतिवर्ष मंदिर को पुष्पों से सजाने वाले बद्रीनाथ पुष्प सेवा समिति के अध्यक्ष राकेश बर्थवाल ने बताया कि उनकी समिति द्वारा पिछले कई वर्षों से मंदिर की साज-सज्जा को गेंदे के फूलों से सजाया जा रहा है। वही यात्रा प्रशासन भी यात्रा को लेकर चौकन्ना नजर आ रहा है जिसके द्वारा यात्रियों की सुविधा के लिए बड़े पैमाने पर तैयारियां की गई है।

विश्व प्रसिद्ध बाबा केदारनाथ के धाम के कपाट वैदिक मंत्रोचार के साथ सुबह 6:20 पर श्रद्धालुओं के लिए खुले, बाबा केदारनाथ की डोली पहुंचने पर हेलीकॉप्टर से हुई पुष्प वर्षा



ऋषिकेश केदारनाथ 25 अप्रैल। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में से एक विश्वप्रसिद्ध बाबा केदारनाथ धाम के कपाट ग्रीष्मकालीन के लिए मंगलवार को सुबह 6:20  पर वैदिक मंत्रोच्चारण और विधि विधान से आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिये गये। कपाट खुलने पर श्रद्धालुओं द्वारा बम बम भोले जय बाबा केदार के उद्घोष के साथ केदारनाथ घाटी पुरी बाबा केदारनाथ के रंग में सराबोर हो गई

बताते चले बाबा केदार की डोली केदारनाथ पहुंची थी जिस पर प्रशासन द्वारा हेलीकॉप्टर से भी पुष्प वर्षा की गई। मगर भारी बर्फबारी और बारिश के कारण श्रद्धालुओं के सामने बाबा केदारनाथ के द्वार पहुंचने में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।