लोकसभा चुनाव 2024 के चुनावी नतीजे आने से पहले ही भाजपा प्रत्याशी को मिली जीत, पढ़िए पूरी खबर कोन प्रत्याशी किस सीट से हुए विजय


लोकतंत्र के महापर्व लोकसभा चुनाव 2024 के चुनावी नतीजे भले ही 4 जून को आएंगे,लेकिन पूरे देश में एक सीट ऐसी भी है जहा का परिणाम अभी से सामने आ गया है इस सीट पर बीजेपी के उम्मीदवार ने जीत दर्ज कर अभी से ही पार्टी का खाता खोल दिया है। यह सीट गुजरात राज्य की सूरत लोकसभा सीट है। जहा से भारतीय जनता पार्टी के मुकेश दलाल विजयी हुए।

पिछले दो-तीन दिनों से सूरत लोकसभा सीट पर हाई वोल्टेज ड्रामा चल रहा है। कांग्रेस प्रत्याशी नीलेश कुंभानी के फॉर्म को लेकर बीजेपी की ओर से आपत्ति दर्ज करायी गयी थी। कल रविवार को सुनवाई हुई और कांग्रेस प्रत्याशी का पर्चा अमान्य कर रद्द कर दिया गया।

सूरत लोकसभा सीट पर कांग्रेस उम्मीदवार का फॉर्म रद्द होने के बाद कुल 9 उम्मीदवार मैदान में थे। जिनमें से निर्दलीय समेत 7 उम्मीदवारों ने अपना फॉर्म वापस ले लिया है। अब केवल एक ही उम्मीदवार बचा था। इस बीएसपी उम्मीदवार प्यारेलाल ने सूरत कलेक्टोरेट पहुंचकर अपना नामांकन वापस ले लिया है। बीजेपी उम्मीदवार के खिलाफ कोई प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार नहीं होगा और ऐसे में बीजेपी उम्मीदवार को निर्विरोध घोषित कर दिया गया है।

इसके साथ ही लोकसभा चुनाव 2024 में सूरत देश की पहली निर्विरोध सीट बन गई है।

आपको बता दें कि मुकेश दलाल यहां से निर्विरोध निर्वाचित हुए है। क्योंकि इस सीट पर नामांकन वापिसी के आखिरी दिन निर्दलीय प्रत्याशियों के साथ साथ बसपा प्रत्याशी प्यारे लाल भारती ने भी अपना नामांकन वापस लिया जबकि एकमात्र बचे विपक्षी दल कांग्रेस के प्रत्याशी निलेश कुंभानी का पर्चा प्रस्तावकों की वजह से खारिज हो चुका है। जिसके चलते सूरत के चुनावी रण में केवल भाजपा उम्मीदवार मुकेश दलाल ही रह गए थे। विदित है कि गुजरात की सभी 26 लोकसभा सीट पर तीसरे चरण में (7 मई) को वोटिंग होगी। जिसके लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 19 अप्रैल जबकि नामांकन वापिसी की तारीख 22 अप्रैल रखी गई। लेकिन कोई अन्य प्रत्याशियों के ना होने के चलते वह निर्विरोध चुन लिए गए है।

याद रहे कि सूरत लोकसभा सीट से देश के पूर्व प्रधानमंत्री मोरारजी देसाई 5 बार लोकसभा सांसद रहे लेकिन वर्ष 1989 से इस सीट पर लगातार भाजपा जीतती आ रही है।

सुनवाई कल हुई और कांग्रेस उम्मीदवार के फॉर्म पर प्रस्ताव के तौर पर हस्ताक्षर करने वाले जगदीश सावलिया, रमेश पोलारा और ध्रुविन धमेलिया चुनाव अधिकारी के सामने पेश हुए और कहा कि उन्होंने फॉर्म पर हस्ताक्षर नहीं किए हैं और एक हलफनामा भी दाखिल किया है। इसके बाद इसपर सुनवाई हुई और बाद में चुनाव अधिकारी ने उनका पर्चा रद्द कर दिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *