मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकेश में ट्रांजिट कैंप, के साथ आंतरिक रोड , ट्रांजिट कैंप निर्माण परियोजना का किया उद्घाटन, यात्रा में आ रही चुनौती के बावजूद, सरकार यात्रियों की सुख-सुविधाओं पर दे रही ध्यान- धामी
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकेश में ट्रांजिट कैंप, के साथ आंतरिक रोड , ट्रांजिट कैंप निर्माण परियोजना का किया उद्घाटन, यात्रा में आ रही चुनौती के बावजूद, सरकार यात्रियों की सुख-सुविधाओं पर दे रही ध्यान- धामी
ऋषिकेश , 17 मई । प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी , पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, शहरी एवं विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल नगर निगम महापौर अनीता ममगांई ने संयुक्त रूप से ऋषिकेश में 2225.42 लाख से ट्रांजिट कैंप, परिसर ऋषिकेश में 474 लाख की लागत से आंतरिक रोड एवं सरफेस पार्किंग के साथ यात्रियों के लिए रजिस्ट्रेशन ऑफिस कम ट्रांजिट कैंप निर्माण परियोजना का उद्घाटन किया।
बुधवार की दोपहर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्रांजिट कैंप पर उक्त निर्माण कार्यों का उद्घाटन करने के उपरांत उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार के लिए चार धाम यात्रा पर आने वाले यात्री अतिथि देवो भव की तरह है, जिन्हें सभी सुख सुविधाएं देना सरकार का कर्तव्य है। इसी को ध्यान में रखकर राज्य सरकार द्वारा ऋषिकेश सहित चारों धामों में यात्रियों के रहने व उनको सस्ता और अच्छा स्वादिष्ट भोजन उपलब्ध कराए जाने के लिए व्यवस्था की गई है, धामी का कहना था कि सरकार के समक्ष पिछले वर्षो की अपेक्षा इस वर्ष की यह यात्रा चुनौतीपूर्ण है। क्योंकि चारों धामों में इस वर्ष वर्षा के साथ बर्फबारी लगातार हो रही है, जिसके बावजूद भी यात्रियों के उत्साह में कोई कमी नहीं देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि चारों धामों में यात्रा करने के लिए यात्री अपनी मोक्ष की कामना के साथ परिवार में भगवान से सुख शांति की दुआएं करने के लिए श्रद्धा पूर्वक आता है, जिन्हें सुख सुविधाएं उपलब्ध करवाया जाना सरकार का कर्तव्य है। इसी को ध्यान में रखते हुए ऋषिकेश में भी सभी प्रकार की सुविधाएं सरकार की ओर से उपलब्ध करवाई गई है।
उन्होंने कहा कि जो भी यात्री चारों धामों की यात्रा पर जाए वह अपना पंजीकरण ऑनलाइन ऑफलाइन अवश्य कराएं ,क्योंकि उसका डाटा सरकार के पास रखा जा रहा है। यहां खोले गए पंजीकरण कार्यालय का मंतव्य भी यही है, कि यात्रा पर जाने वाले सभी यात्रियों का लेखा-जोखा सरकार के पास रहे। इस पंजीकरण से सरकार के पास भी चार धामों में जाने वाले यात्रियों का पूरा लेखा-जोखा रहता है। इस अवसर पर स्थानीय नागरिकों के साथ काफी संख्या में अधिकारी भी मौजूद थे।