चारधाम यात्रा 2024 की तैयारी को लेकर गढ़वाल मंडल आयुक्त ने ऋषिकेश में व्यवस्थाओं का किया मौका मुआवना ,  विगत वर्षों की कमियों को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष बेहतर व्यवस्थाएं अमल में लाई जाएं: विनय शंकर पांडेय



ऋषिकेश, 28 मार्च । चार धाम यात्रा की तैयारी को लेकर गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने यात्रा के प्रवेश द्वार ऋषिकेश में व्यवस्थाओं का मौका मुआवना किया। इस दौरान उन्होंने अधीनस्थ अधिकारियों को समय पर यात्रा तैयारी पूरी करने के लिए निर्देशित भी किया।

बुधवार को आयुक्त गढ़वाल मंडल विनय शंकर पांडे ऋषिकेश स्थित चारधाम बस ट्रांजिट कैंप पहुंचे। उन्होंने ट्रांजिट कैंप से संचालित होने वाली यात्रा की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने यहां बनने वाले पंजीकरण काउंटर, डॉरमेट्री तथा परिसर में की जाने वाली व्यवस्थाओं को परखा।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए आयुक्त गढ़वाल मंडल विनय शंकर पांडेय ने कहा कि चारधाम यात्रा की तैयारी को लेकर यात्रा से संबंधित सभी जनपदों के जिला अधिकारियों से लगातार संपर्क स्थापित किया जा रहा है। अभी तक की यात्रा व्यवस्थाएं अपने निर्धारित लक्ष्य के साथ पूरी की जा रही है। उन्होंने बताया कि विगत वर्षों की कमियों को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष बेहतर व्यवस्थाएं अमल में लाई जाएंगी।

उन्होंने कहा कि ऋषिकेश में यात्रा बस ट्रांसिट कैंप में बने चार यात्री आवास (डोर मैट्रिक) को इस बार वातानुकूलित बनाया जाएगा। इसके अलावा धमों के पैदल मार्गों पर तीर्थ यात्रियों के लिए गर्म पानी की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश में पर्याप्त संख्या में पंजीकरण काउंटर खोले जा रहे हैं, ताकि यहां तीर्थ यात्रियों को शीघ्र पंजीकरण मिल पाए। पंजीकरण काउंटर पर बढ़ती गर्मी को देखते हुए वाटर कूलर की भी व्यवस्था की जाएगी।

उन्होंने बताया कि बस ट्रांजिट कैंप तथा अन्य प्रमुख स्थानों पर बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाकर चार धाम यात्रा से संबंधित जानकारी, अपडेट, मार्गों की स्थिति तथा मौसम फोरकास्ट जारी किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि ऋषिकेश तथा यात्रा मार्ग के सभी पड़ाव पर सार्वजनिक शौचालय में स्वच्छता की बेहतर व्यवस्था की जाएगी। प्रत्येक शौचालय में तीन कर्मचारी आठ-आठ घंटे के लिए नियुक्त किए जाएंगे। तीर्थ यात्राओं की संख्या बढ़ने पर कुमाऊं मंडल से अतिरिक्त बसें मंगाई जाएगी।

ऋषिकेश अथवा हरिद्वार में डिमांड के मुताबिक भेजी जाएंगे, ताकि कहीं भी यात्राओं का बैकलॉग ना बढ़े। उन्होंने बताया कि इस बार जब भी यात्री, यात्रा के लिए अपना पंजीकरण करेंगे उन्हें एक स्लिप उपलब्ध कराई जाएगी। जिस पर सभी तरह की यात्रा सूचनाओं तथा प्रमुख मोबाइल नंबर उपलब्ध होंगे। ताकि यात्री, यात्रा के दौरान आने वाली समस्याओं से सक्षम अधिकारियों को अवगत करा सके।

उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को समय पर यात्रा तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर अपर आयुक्त नरेंद्र क्वीरियाल, उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी, निजी सचिव एके श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।

ऋषिकेश में चार धाम यात्रा 2024 की तैयारी को लेकर सभी विभाग के अधिकारियों के संग संपन्न हुई समीक्षा बैठक गढ़वाल आयुक्त ने 16 अप्रैल से पहले सभी तैयारीयो को पूर्ण करने के दिए निर्देश 



ऋषिकेश, 22 फरवरी । चार धाम यात्रा 2024 की तैयारी को लेकर गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने सभी अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए यात्रा से पूर्व सभी कार्यों को आगामी 16 अप्रैल तक संपादित किए जाने के निर्देश दिए।

गुरुवार को ऋषिकेश नगर निगम के स्वर्ण जयंती सभागार में आयोजित चार धाम यात्रा 2024 की तैयारी को लेकर सभी विभागों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने विगत 2023 में संपन्न हुई चार धाम यात्रा से सबक लेते हुए सभी विभागों के साथ समीक्षा की, वर्ष 2024 की यात्रा को सकुशल संपन्न करवाए जाने के लिए निर्देशित किया।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस वर्ष की यात्रा को एक चैलेंज के रूप में लिया है, जिसमें किसी प्रकार की चार धाम पर आने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना न करना पड़े, इसके लिए समय से पूर्व सभी कार्यों को पूर्ण कर लिया जाए ।

बैठक में बताया गया कि 2023 में 10 लाख से अधिक यात्रियों ने चार धाम की यात्रा की थी, उस दौरान देखने में आया था कि यात्रियों को पंजीकरण के दौरान काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था, इस वर्ष सभी धामों में पंजीकरण की व्यवस्था की गई है, जिससे यात्रियों को किसी प्रकार की सुविधा का सामना न करना पड़े। इसी के साथ बद्रीनाथ और सीता पुल के निकट पार्किंग की व्यवस्था को सुनिश्चित किए जाने के लिए अतिरिक्त व्यवस्था की जाएगी, इसी के साथ बैठक में यात्रा मार्गो को गड्ढा मुक्त बनाए जाने के लिए अभी से तैयारी किए जाने के लिए निर्देशित भी किया गया।

बैठक में यात्रियों की सुविधा के लिए शुद्ध पेयजल के साथ गर्म पानी की व्यवस्था और केदारनाथ, यमुनोत्री में खच्चरों के समय से पूर्व पंजीकरण किए जाने और उनके लिए गर्म पानी की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के के साथ उन खच्चरों को यात्रा में जाने दिया जाएगा, जिनका पंजीकरण होगा, अन्यथा सभी खच्चरों को रोक दिया जाएगा।

बैठक में यह भी कहा गया कि बीमार और चोटिल खच्चर नहीं भेजे जाने के लिए निर्देशित भी किया। बैठक में हाईटेक शौचालय की व्यवस्था किए जाने के लिए भी निर्देशित किया गया। सभी कार्यों को 16 अप्रैल तक संपूर्ण किए जाने के लिए निर्देशित किया। बैठक में आपदा संबंधी उपकरणों के पुराने होने के कारण नए उपकरण खरीदे जाने का प्रस्ताव भी रखा गया।

बैठक के दौरान यात्रियों की समस्याओं के निस्तारण के लिए कंट्रोल रूम पर आने वाली शिकायतों का तत्काल निराकरण किया जाने को कहा गया, बैठक में जनपद स्तर पर जिला अधिकारियों के नियंत्रण में यात्रियों की सहायता हेतु मार्ग बारिश होने पर संबंधित जिलों में आपदा प्रबंधन विभाग एवं पुलिस विभाग की सहायता से तत्काल निराकरण किए जाने को कहा गया, यात्रा के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग द्वारा मुख्य यात्रा मर्दों को गड्ढा मुक्त एवं डामरीकरण किए जाने के दौरान यात्रा प्रारंभ होने के दौरान ब्लास्टिंग और बड़े मरम्मत कार्यों को पूरी तरह से बंद किए जाने को कहा गया है। इसी के साथ यात्रा मार्ग पर डेंजर जोन पर सूचना पट लगाए जाने और बुलडोजर जेसीबी पोकलैंड मशीनों को सड़क किनारे उचित स्थान पर रखे जाने की व्यवस्था किए जाने के निर्देश भी दिये।

बैठक में यह भी कहा गया कि ‌यात्रा मार्ग पर जाम से बचने के लिए डंपिंग जोन का समतलीकरण कर उनका उपयोग दिन में भारी वाहन, लारिया, ट्रेलरो को पार्किंग किए जाने के लिए किया जाए, आरटीओ चेक पोस्ट पर यात्रियों की सुविधा के लिए मेडिकल कैंप भी लगाया जाएगा, इसी के साथ हरिद्वार और ऋषिकेश आरटीओ ऑफिस पर भी जो अपना पंजीकरण करवाने गाड़ियां आती है उनके लिए ग्रीन कार्ड ‌की व्यवस्था किए जाने की बात‌ भी कही गई।

बैठक में बताया गया कि ग्रीन कार्ड की व्यवस्था अब ऑनलाइन हो गई है, परंतु उसके बावजूद उन्हें चेक किए जाने की व्यवस्था भी है जिसमें मात्र 10 मिनट का समय लगता है। चार धाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों के चालकों की सुविधा के लिए रुद्रप्रयाग और चमोली बद्रीनाथ में विश्राम गृह बनाए गए हैं। शराब पीकर वाहन चलाने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। शटल सेवा के को सूचित रूप से चला जाने के लिए और अधिक में पावर लगाई जाने की मांग भी रखी गई।

जिलाधिकारी पौड़ी आशीष कुमार, जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग सौरभ गैहरवाल, देहरादून जिलाधिकारी सोनिका, जिला अधिकारी चमोली हिमांशु खुराना, कटक मुख्य कार्य अधिकारी योगेंद्र सिंह, सहायक आयुक्त नरेंद्र सिंह क्यूरियाल,‌ साहित्य सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ऋषिकेश में ट्रांजिट कैंप, के साथ आंतरिक रोड , ट्रांजिट कैंप निर्माण परियोजना का किया उद्घाटन, यात्रा में आ रही चुनौती के बावजूद, सरकार यात्रियों की सुख-सुविधाओं पर दे रही ध्यान‌- धामी



ऋषिकेश , 17 मई । प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी , पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, शहरी एवं विकास मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल नगर निगम महापौर अनीता ममगांई ने संयुक्त रूप से ऋषिकेश में 2225.42 लाख से ट्रांजिट कैंप, परिसर ऋषिकेश में 474 लाख की लागत से आंतरिक रोड एवं सरफेस पार्किंग के साथ यात्रियों के लिए रजिस्ट्रेशन ऑफिस कम ट्रांजिट कैंप निर्माण परियोजना का उद्घाटन किया।

बुधवार की दोपहर प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने ट्रांजिट कैंप पर उक्त निर्माण कार्यों का उद्घाटन करने के उपरांत उन्होंने कहा कि उत्तराखंड सरकार के लिए चार धाम यात्रा पर आने वाले यात्री अतिथि देवो भव की तरह है, जिन्हें सभी सुख सुविधाएं देना सरकार का कर्तव्य है। इसी को ध्यान में रखकर राज्य सरकार द्वारा ऋषिकेश सहित चारों धामों में यात्रियों के रहने व उनको सस्ता और अच्छा स्वादिष्ट भोजन उपलब्ध कराए जाने के लिए व्यवस्था की गई है, धामी का कहना था कि सरकार के समक्ष पिछले वर्षो की अपेक्षा इस वर्ष की यह यात्रा चुनौतीपूर्ण है। क्योंकि चारों धामों में इस वर्ष वर्षा के साथ बर्फबारी लगातार हो रही है, जिसके बावजूद भी यात्रियों के उत्साह में कोई कमी नहीं देखी जा रही है। उन्होंने कहा कि चारों धामों में यात्रा करने के लिए यात्री अपनी मोक्ष की कामना के साथ परिवार में भगवान से सुख शांति की दुआएं करने के लिए श्रद्धा पूर्वक आता है, जिन्हें सुख सुविधाएं उपलब्ध करवाया जाना सरकार का कर्तव्य है। इसी को ध्यान में रखते हुए ऋषिकेश में भी सभी प्रकार की सुविधाएं सरकार की ओर से उपलब्ध करवाई गई है।

उन्होंने कहा कि जो भी यात्री चारों धामों की यात्रा पर जाए वह अपना पंजीकरण ऑनलाइन ऑफलाइन अवश्य कराएं ,क्योंकि उसका डाटा सरकार के पास रखा जा रहा है। यहां खोले गए पंजीकरण कार्यालय का मंतव्य भी यही है, कि यात्रा पर जाने वाले सभी यात्रियों का लेखा-जोखा सरकार के पास रहे। इस पंजीकरण से सरकार के पास भी चार धामों में जाने वाले यात्रियों का पूरा लेखा-जोखा रहता है। इस अवसर पर स्थानीय नागरिकों के साथ काफी संख्या में अधिकारी भी मौजूद थे।