चारधाम यात्रा 2024 की तैयारी को लेकर गढ़वाल मंडल आयुक्त ने ऋषिकेश में व्यवस्थाओं का किया मौका मुआवना ,  विगत वर्षों की कमियों को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष बेहतर व्यवस्थाएं अमल में लाई जाएं: विनय शंकर पांडेय



ऋषिकेश, 28 मार्च । चार धाम यात्रा की तैयारी को लेकर गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने यात्रा के प्रवेश द्वार ऋषिकेश में व्यवस्थाओं का मौका मुआवना किया। इस दौरान उन्होंने अधीनस्थ अधिकारियों को समय पर यात्रा तैयारी पूरी करने के लिए निर्देशित भी किया।

बुधवार को आयुक्त गढ़वाल मंडल विनय शंकर पांडे ऋषिकेश स्थित चारधाम बस ट्रांजिट कैंप पहुंचे। उन्होंने ट्रांजिट कैंप से संचालित होने वाली यात्रा की व्यवस्थाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने यहां बनने वाले पंजीकरण काउंटर, डॉरमेट्री तथा परिसर में की जाने वाली व्यवस्थाओं को परखा।

पत्रकारों से बातचीत करते हुए आयुक्त गढ़वाल मंडल विनय शंकर पांडेय ने कहा कि चारधाम यात्रा की तैयारी को लेकर यात्रा से संबंधित सभी जनपदों के जिला अधिकारियों से लगातार संपर्क स्थापित किया जा रहा है। अभी तक की यात्रा व्यवस्थाएं अपने निर्धारित लक्ष्य के साथ पूरी की जा रही है। उन्होंने बताया कि विगत वर्षों की कमियों को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष बेहतर व्यवस्थाएं अमल में लाई जाएंगी।

उन्होंने कहा कि ऋषिकेश में यात्रा बस ट्रांसिट कैंप में बने चार यात्री आवास (डोर मैट्रिक) को इस बार वातानुकूलित बनाया जाएगा। इसके अलावा धमों के पैदल मार्गों पर तीर्थ यात्रियों के लिए गर्म पानी की व्यवस्था की जा रही है। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश में पर्याप्त संख्या में पंजीकरण काउंटर खोले जा रहे हैं, ताकि यहां तीर्थ यात्रियों को शीघ्र पंजीकरण मिल पाए। पंजीकरण काउंटर पर बढ़ती गर्मी को देखते हुए वाटर कूलर की भी व्यवस्था की जाएगी।

उन्होंने बताया कि बस ट्रांजिट कैंप तथा अन्य प्रमुख स्थानों पर बड़ी एलईडी स्क्रीन लगाकर चार धाम यात्रा से संबंधित जानकारी, अपडेट, मार्गों की स्थिति तथा मौसम फोरकास्ट जारी किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि ऋषिकेश तथा यात्रा मार्ग के सभी पड़ाव पर सार्वजनिक शौचालय में स्वच्छता की बेहतर व्यवस्था की जाएगी। प्रत्येक शौचालय में तीन कर्मचारी आठ-आठ घंटे के लिए नियुक्त किए जाएंगे। तीर्थ यात्राओं की संख्या बढ़ने पर कुमाऊं मंडल से अतिरिक्त बसें मंगाई जाएगी।

ऋषिकेश अथवा हरिद्वार में डिमांड के मुताबिक भेजी जाएंगे, ताकि कहीं भी यात्राओं का बैकलॉग ना बढ़े। उन्होंने बताया कि इस बार जब भी यात्री, यात्रा के लिए अपना पंजीकरण करेंगे उन्हें एक स्लिप उपलब्ध कराई जाएगी। जिस पर सभी तरह की यात्रा सूचनाओं तथा प्रमुख मोबाइल नंबर उपलब्ध होंगे। ताकि यात्री, यात्रा के दौरान आने वाली समस्याओं से सक्षम अधिकारियों को अवगत करा सके।

उन्होंने सभी विभागीय अधिकारियों को समय पर यात्रा तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर अपर आयुक्त नरेंद्र क्वीरियाल, उप जिलाधिकारी कुमकुम जोशी, निजी सचिव एके श्रीवास्तव आदि मौजूद रहे।

संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति ने चार धाम यात्रा 2024 में बड़े व्हीलबेस बसों का किया विरोध, फैसले के खिलाफ जायेगे उच्च न्यायालय



ऋषिकेश, 17 मार्च ‌।  संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति ने चार धाम यात्रा 2024 के दौरान ‌पर्वतीय मार्गों पर 174 तथा 177 व्हीलबेस की बसों को अनुमति दिए जाने का विरोध किया है। परिवहन संस्थाओं ने स्पष्ट किया कि यदि यह फैसला वापस नहीं लिया जाता है,तो इसके खिलाफ न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जाएगा। इसी के साथ यात्रा पर अन्य प्रति से अवैध रूप से जाने वाले वाहनों को भी शक्ति से रोका जाएगा।

आगामी चार धाम यात्रा को लेकर सभी नौ परिवहन संस्थाओं ने संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति का गठन किया है। इस वर्ष चार धाम यात्रा इसी यात्रा व्यवस्था समिति के अंतर्गत संचालित होगी। रविवार को प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान संयुक्त रोटेशन यात्रा व्यवस्था समिति के अध्यक्ष संजय शास्त्री ने देते हुए ‌कहा कि संयुक्त रोटेशन कई वर्षों से चार धाम यात्रा का संचालन कर रहा है, जिससे शासन प्रशासन को भी बड़ी राहत मिलती है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष भी संयुक्त रोटेशन तीर्थ यात्रा को बेहतर यात्रा सुविधा प्रदान करेगा। उन्होंने बताया कि परिवहन विभाग के अधिकारी वर्षों से पर्वतीय मार्गों पर यातायात व्यवस्था तथा चार धाम यात्रा संचालित कर रही निजी परिवहन संस्थाओं को नुकसान पहुंचाने का काम कर रही है। उन्होंने बताया कि हाल में ही पर्वतीय मार्गों पर 174 तथा 177 व्हीलबेस की बसों को संचालन की अनुमति जारी की गई है, जो उत्तराखंड के परिवहन व्यवसाय के लिए उचित नहीं है। उन्होंने कहा कि पर्वतीय मार्गों पर अब तक 166 व्हीलबेस की बसों का संचालन किया जा रहा है, बड़े व्हीलबेस की बसों के संचालन से बड़ी संख्या में उत्तराखंड के परिवहन व्यवसाय प्रभावित होंगे।

उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर संयुक्त रोटेशन उच्च न्यायालय की शरण में जाएगा। उन्होंने कहा कि बिना किसी सर्वे तथा आपसी सुझाव एवं बातचीत के इस तरह के फैसले लेना कतई उचित नहीं है। संयुक्त रोटेशन के पूर्व अध्यक्ष सुधीर राय ने कहा कि प्रत्येक वर्ष चार धाम यात्रा में बाहरी राज्यों के वाहनों का दखल बढ़ रहा है। जिससे स्थानीय परिवहन व्यवसाययों को बड़ा नुकसान उठाना पड़ रहा है।

उन्होंने कहा कि बड़े व्हीलबेस की बसों को अनुमति दिए जाने से यह व्यवस्था और भी बिगड़ जाएगी। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से अधिकारियों की सोची समझी साजिश है। संयुक्त रोटेशन के पदाधिकारियो का कहना था कि अभी तक परिवहन विभाग तथा शासन प्रशासन में चार धाम यात्रा को लेकर संयुक्त रोटेशन के साथ कोई बैठक अथवा वार्ता नहीं की है, जो प्रशासन के उदासीन रवैया को दर्शाता है

। उन्होंने शीघ्र बैठक बुलाकर परिवहन व्यवसाययों के सुझाव शामिल करने की मांग की। पत्रकार वार्ता में यातायात के पूर्व अध्यक्ष मनोज ध्यानी, रूप कुंड के भोपाल सिंह नेगी, यातायात के पूर्व निदेशक दाता राम जोशी, ट्रक यूनियन के अध्यक्ष दिनेश बहुगुणा, बालवीर रौतेला, विनोद प्रसाद भट्ट, योगेश उनियाल आदि उपस्थित थे।

ऋषिकेश में चार धाम यात्रा 2024 की तैयारी को लेकर सभी विभाग के अधिकारियों के संग संपन्न हुई समीक्षा बैठक गढ़वाल आयुक्त ने 16 अप्रैल से पहले सभी तैयारीयो को पूर्ण करने के दिए निर्देश 



ऋषिकेश, 22 फरवरी । चार धाम यात्रा 2024 की तैयारी को लेकर गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने सभी अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए यात्रा से पूर्व सभी कार्यों को आगामी 16 अप्रैल तक संपादित किए जाने के निर्देश दिए।

गुरुवार को ऋषिकेश नगर निगम के स्वर्ण जयंती सभागार में आयोजित चार धाम यात्रा 2024 की तैयारी को लेकर सभी विभागों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने विगत 2023 में संपन्न हुई चार धाम यात्रा से सबक लेते हुए सभी विभागों के साथ समीक्षा की, वर्ष 2024 की यात्रा को सकुशल संपन्न करवाए जाने के लिए निर्देशित किया।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस वर्ष की यात्रा को एक चैलेंज के रूप में लिया है, जिसमें किसी प्रकार की चार धाम पर आने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना न करना पड़े, इसके लिए समय से पूर्व सभी कार्यों को पूर्ण कर लिया जाए ।

बैठक में बताया गया कि 2023 में 10 लाख से अधिक यात्रियों ने चार धाम की यात्रा की थी, उस दौरान देखने में आया था कि यात्रियों को पंजीकरण के दौरान काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था, इस वर्ष सभी धामों में पंजीकरण की व्यवस्था की गई है, जिससे यात्रियों को किसी प्रकार की सुविधा का सामना न करना पड़े। इसी के साथ बद्रीनाथ और सीता पुल के निकट पार्किंग की व्यवस्था को सुनिश्चित किए जाने के लिए अतिरिक्त व्यवस्था की जाएगी, इसी के साथ बैठक में यात्रा मार्गो को गड्ढा मुक्त बनाए जाने के लिए अभी से तैयारी किए जाने के लिए निर्देशित भी किया गया।

बैठक में यात्रियों की सुविधा के लिए शुद्ध पेयजल के साथ गर्म पानी की व्यवस्था और केदारनाथ, यमुनोत्री में खच्चरों के समय से पूर्व पंजीकरण किए जाने और उनके लिए गर्म पानी की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के के साथ उन खच्चरों को यात्रा में जाने दिया जाएगा, जिनका पंजीकरण होगा, अन्यथा सभी खच्चरों को रोक दिया जाएगा।

बैठक में यह भी कहा गया कि बीमार और चोटिल खच्चर नहीं भेजे जाने के लिए निर्देशित भी किया। बैठक में हाईटेक शौचालय की व्यवस्था किए जाने के लिए भी निर्देशित किया गया। सभी कार्यों को 16 अप्रैल तक संपूर्ण किए जाने के लिए निर्देशित किया। बैठक में आपदा संबंधी उपकरणों के पुराने होने के कारण नए उपकरण खरीदे जाने का प्रस्ताव भी रखा गया।

बैठक के दौरान यात्रियों की समस्याओं के निस्तारण के लिए कंट्रोल रूम पर आने वाली शिकायतों का तत्काल निराकरण किया जाने को कहा गया, बैठक में जनपद स्तर पर जिला अधिकारियों के नियंत्रण में यात्रियों की सहायता हेतु मार्ग बारिश होने पर संबंधित जिलों में आपदा प्रबंधन विभाग एवं पुलिस विभाग की सहायता से तत्काल निराकरण किए जाने को कहा गया, यात्रा के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग द्वारा मुख्य यात्रा मर्दों को गड्ढा मुक्त एवं डामरीकरण किए जाने के दौरान यात्रा प्रारंभ होने के दौरान ब्लास्टिंग और बड़े मरम्मत कार्यों को पूरी तरह से बंद किए जाने को कहा गया है। इसी के साथ यात्रा मार्ग पर डेंजर जोन पर सूचना पट लगाए जाने और बुलडोजर जेसीबी पोकलैंड मशीनों को सड़क किनारे उचित स्थान पर रखे जाने की व्यवस्था किए जाने के निर्देश भी दिये।

बैठक में यह भी कहा गया कि ‌यात्रा मार्ग पर जाम से बचने के लिए डंपिंग जोन का समतलीकरण कर उनका उपयोग दिन में भारी वाहन, लारिया, ट्रेलरो को पार्किंग किए जाने के लिए किया जाए, आरटीओ चेक पोस्ट पर यात्रियों की सुविधा के लिए मेडिकल कैंप भी लगाया जाएगा, इसी के साथ हरिद्वार और ऋषिकेश आरटीओ ऑफिस पर भी जो अपना पंजीकरण करवाने गाड़ियां आती है उनके लिए ग्रीन कार्ड ‌की व्यवस्था किए जाने की बात‌ भी कही गई।

बैठक में बताया गया कि ग्रीन कार्ड की व्यवस्था अब ऑनलाइन हो गई है, परंतु उसके बावजूद उन्हें चेक किए जाने की व्यवस्था भी है जिसमें मात्र 10 मिनट का समय लगता है। चार धाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों के चालकों की सुविधा के लिए रुद्रप्रयाग और चमोली बद्रीनाथ में विश्राम गृह बनाए गए हैं। शराब पीकर वाहन चलाने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। शटल सेवा के को सूचित रूप से चला जाने के लिए और अधिक में पावर लगाई जाने की मांग भी रखी गई।

जिलाधिकारी पौड़ी आशीष कुमार, जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग सौरभ गैहरवाल, देहरादून जिलाधिकारी सोनिका, जिला अधिकारी चमोली हिमांशु खुराना, कटक मुख्य कार्य अधिकारी योगेंद्र सिंह, सहायक आयुक्त नरेंद्र सिंह क्यूरियाल,‌ साहित्य सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

पर्यटन सचिव ने चार धाम यात्रा व्यवस्था का किया निरीक्षण , बसों की उपलब्धता न होने पर आरटीओ प्रशासन को लताड़ा



ऋषिकेश ,0 5 जून।  सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने ऋषिकेश आईएसबीटी पर पहुंचकर चार धाम यात्रा के दौरान व्यवस्थाओं का निरीक्षण करने के उपरांत बताया कि अधिकारियों के बीच आपसी तालमेल न होने के कारण यात्रियों को अपने धामों पर जाने के लिए परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

उल्लेखनीय है कि सचिव पर्यटन दिलीप कुमार जावलकर और पर्यटन विभाग के सचिव सी रविशंकर ने रविवार की सुबह ऋषिकेश पहुंच कर उत्तराखंड परिवहन निगम संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति, पंजीकरण कार्यालय स्वास्थ्य चिकित्सा और नगर निगम की स्वच्छता व्यवस्था का अधिकारियों संग निरीक्षण किया।

इस दौरान आईएसबीटी पर उपस्थित चार धाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों ने उन्हें अवगत कराया कि वह पिछले कई दिनों से धर्मशाला में अपना स्लाट के हिसाब से पंजीकरण करवाकर ठहरे हैं। परंतु उन्हें बसें उपलब्ध नहीं करवाई जा रही है ।जिस पर पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर ने आरटीओ प्रशासनअरविंद पांडे से बसों के संबंध में जब जानकारी उपलब्ध की तो वह संतोषजनक उत्तर नहीं दे पाए, जिसके बाद उन्होंने उन्हें जमकर डांट भी लगाई ।

जिसके बाद उन्हें सभी विभागों से तालमेल बैठाकर यात्रियों को चार धाम यात्रा पर भेजने में सहयोग करने के लिए निर्देशित भी किया। इसी के साथ उन्होंने परिवहन निगम के प्रभारी भारती को भी रोडवेज की बसों के संबंध में जानकारी जुटाई तो उन्होंने बताया कि अभी वह चार धाम के लिए बसें उपलब्ध नहीं करवा रहे हैं उनके पास मात्र 20 बसे है। 6 बसे शेष है । जिसमें से वह दो धामों के लिए रवाना कर रहे हैं।

इसी के साथ उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की भी जानकारी जुटाई वहां भी उन्हें संतोषजनक उत्तर नहीं मिल पाया मौके पर मौजूद डॉक्टर रोहित उपाध्याय को उन्होंने तत्काल व्यवसाय के जाने के लिए निर्देशित किया।

निरीक्षण के दौरान उन्होंने यात्रा परिसर सहित सुलभ शौचालय उत्तराखंड परिवहन निगम पंजीकरण कार्यालय यात्री विश्राम करो संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति और आरटीओ विभाग के कार्यालय का निरीक्षण भी किया।

इस अवसर पर दिलीप जावलकर ,अपर सचिव पर्यटन सी रवी शंकर, अपर आयुक्त गढ़वाल मंडल नरेंद्र सिंह क्यूरियाल , पुलिस अधीक्षक ग्रामीण कमलेश उपाध्याय, पुलिस क्षेत्राधिकारी डीसी ढोंडियाल, नगर निगम के कार्यवाहक आयुक्त आनंद सिंह मिश्रवाण , विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।

यात्रियों के साथ पंजीकरण के नाम पर ठगी करने वाले एजेंटों के विरूद्ध की जाएगी प्रभावी कार्रवाई -जन्मेजय खंडूरी



ऋषिकेश ,02 जून‌  । देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जन्मेजय खंडूरी ने कहा कि चार धाम यात्रा के दौरान यात्रियों के साथ होने वाली किसी भी प्रकार की घटना से निपटने के लिए ऋषिकेश में पर्याप्त संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। जो कि यातायात के साथ कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रभावी कार्रवाई भी करेगा ।

यह जानकारी जन्मेजय खंडूरी ने चार धाम यात्रा के चलते ऋषिकेश में ट्रैवल एजेंटों द्वारा यात्रियों के साथ पंजीकरण कराए जाने के नाम पर की गई, धोखाधड़ी जैसी घटनाओं से निपटने के लिए पुलिस कर्मचारियों को निर्देशित करते हुए कहां की यदि कहीं से भी इस प्रकार की सूचना प्राप्त हो, तो वह तुरंत उनके विरूद्ध मुकदमा दर्ज कर प्रभावी कार्रवाई करें ।

जन्मेजय खंडूरी का कहना था की उत्तराखंड प्रशासन ने चार धाम यात्रा को चुनौती के रूप में स्वीकार किया है ।जहां यात्रियों के साथ किसी भी प्रकार की कानून व्यवस्था से जुड़ी समस्या को आड़े आने नहीं दिया जाएगा। यदि यात्रियों के साथ ट्रैवल एजेंटों या साइबर कैफे के संचालकों द्वारा ठगी जैसी घटनाएं की जाएंगी, तो उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी ।

उन्होंने बताया कि अभी तक ऋषिकेश में एक ट्रैवल एजेंट और साइबर कैफे के विरुद्ध कार्रवाई की गई है जन्मेजय खंडूरी गुरुवार को ऋषिकेश में चार धाम यात्रा के दौरान कानून व्यवस्था का निरीक्षण करने पहुंचे थे । उन्होंने पुलिसकर्मियों से भी आग्रह किया है कि वह यात्रियों के साथ नम्र व्यवहार अपनाएं।

उनके साथ , ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कमलेश उनियाल,ऋषिकेश पुलिस क्षेत्राधिकारी डी सी ढोंडियाल, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रवि कुमार सैनी, यातायात निरीक्षक हितेश सहा सहित अन्य अधिकारी भी मौजूद थे।

चार धाम जाने वाले यात्रियों के पंजीकरण का 3000 की जगह 5000 का स्लाट किया जारी , पंजीकरण कराने वाले यात्रियों की सुविधा के लिए टोकन सिस्टम लागू किया चार धाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों का अतिथि देवो भव के अनुसार होगा स्वागत – डॉ आर राजेश



ऋषिकेश ,02 जून । जिलाधकारी डॉ.आर राजेश ने बताया कि चार धाम यात्रा के दौरान पंजीकरण करवाने वाले यात्रियों का स्लाट 3000 से बढ़ाकर 5000 कर दिये जाने के ‌साथ आज से यात्रियों की सुविधा के लिए पंजीकरण के लिए टोकन सिस्टम प्रारंभ कर दिया गया है। यात्रियों का ऋषिकेश में अतिथि देवो भव के साथ ‌किया जाएगा स्वागत।

जिला अधिकारी डॉ आर राजेश ने गुरुवार को ऋषिकेश आईएसबीटी पर यात्रियों को हो रही पंजीकरण के दौरान असुविधाओं को सुधारे जाने की दिशा में किए गए, निरीक्षण के उपरांत पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि पिछले दो-तीन दिनों से चार धाम यात्रा पर जाने वाले यात्रियों की संख्या में वृद्धि होने के बाद कुछ अव्यवस्थाओं की जानकारी प्राप्त हुई थी ।

जिसे शासन ने गंभीरता से लिया है। स्थानीय अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के बाद बस टर्मिनल कंपाउंड में सो रहे यात्रियों की सुविधा के लिए 4 मोबाइल शौचालय ,पीने के पानी के लिए टैंकरों की व्यवस्था के अतिरिक्त पंजीकरण कार्यालय के बाहर यात्रियों को धूप से बचाने के लिए लगाए गए टेंट को बढा दिया गया है।

उन्होंने बताया किआईएसबीटी पर पीने के पानी के टैंकर और यात्रियों की सुविधा के लिए दो और कूलर लगाए जाने की व्यवस्था की जा रही है। इसी के साथ आज से पंजीकरण के लिए टोकन सिस्टमिक प्रारंभ कर दिया गया है , उनके बैठने के लिए सीसीआर के माध्यम से बेंचे भी लगाई जा रही है।उन्होंने आईएसबीटी पर पंजीकरण कार्यालय सहित तमाम व्यवस्थाओं का मौके पर निरीक्षण किया।

उन्होंने कहा कि ऋषिकेश में पहले यात्रियों का पंजीकरण स्लाट 3000 था, जिसे अब बढ़ाकर 5000 कर दिया गया है यदि आवश्यकता पड़ी तो इसे और बढ़ा दिया जाएगा ।इसके बाद यात्रियों को कोई परेशानी नहीं होगी। उन्होंने बताया कि ऋषिकेश में पेयजल और विद्युत व्यवस्था को 24 घंटे जारी रखा जाएगा ।उन्होंने यह भी कहा कि जो लोग बस टर्मिनल कंपाउंड में सो रहे हैं ।उनके लिए प्रशासन द्वारा नगर के पास वेडिंग पॉइंट में ठहरने की व्यवस्था की गई है ।जिससे किसी को परेशानियों का सामना ना करना पड़े।

इसी के साथ उन्होंने पंजीकरण की लाइन में लगे यात्रियों के बेहोश होने की घटना को भी गंभीरता से लिया। उन्होंने कहा कि चार धाम यात्रा के लिए ऋषिकेश में पर्याप्त बसों की संख्या भी है ।जिनके माध्यम से यात्रियों को पंजीकरण के उपरांत ही चार धाम के लिए रवाना किया जा रहा है। जिला अधिकारी स्वास्थ्य की दृष्टि से सभी यात्रियों से आग्रह किया है ।कि वह अपना स्वास्थ्य परीक्षण करने के उपरांत ही अपनी यात्रा प्रारंभ करें।

धर्मशाला और आश्रम में ठहरे यात्रियों तो वहीं पर पंजीकरण के लिए टोकन उपलब्ध कराए जाएंगे।जिला अधिकारी के साथ निरीक्षण के दौरान आरटीओ अरविंद पांडे ,उप जिलाधिकारी शैलेंद्र सिंह नेगी, तहसीलदार अमृता शर्मा, ऊर्जा निगम के सहायक अभियंता अरविंद नेगी ,नगर निगम आयुक्त गिरीश चंद्र गुणवंत, सहित तमाम विभागों के अधिकारी मौजूद थे।