ऋषिकेश में चार धाम यात्रा 2024 की तैयारी को लेकर सभी विभाग के अधिकारियों के संग संपन्न हुई समीक्षा बैठक गढ़वाल आयुक्त ने 16 अप्रैल से पहले सभी तैयारीयो को पूर्ण करने के दिए निर्देश 


ऋषिकेश, 22 फरवरी । चार धाम यात्रा 2024 की तैयारी को लेकर गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने सभी अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए यात्रा से पूर्व सभी कार्यों को आगामी 16 अप्रैल तक संपादित किए जाने के निर्देश दिए।

गुरुवार को ऋषिकेश नगर निगम के स्वर्ण जयंती सभागार में आयोजित चार धाम यात्रा 2024 की तैयारी को लेकर सभी विभागों के साथ समीक्षा बैठक करते हुए गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने विगत 2023 में संपन्न हुई चार धाम यात्रा से सबक लेते हुए सभी विभागों के साथ समीक्षा की, वर्ष 2024 की यात्रा को सकुशल संपन्न करवाए जाने के लिए निर्देशित किया।

उन्होंने कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस वर्ष की यात्रा को एक चैलेंज के रूप में लिया है, जिसमें किसी प्रकार की चार धाम पर आने वाले यात्रियों को परेशानियों का सामना न करना पड़े, इसके लिए समय से पूर्व सभी कार्यों को पूर्ण कर लिया जाए ।

बैठक में बताया गया कि 2023 में 10 लाख से अधिक यात्रियों ने चार धाम की यात्रा की थी, उस दौरान देखने में आया था कि यात्रियों को पंजीकरण के दौरान काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था, इस वर्ष सभी धामों में पंजीकरण की व्यवस्था की गई है, जिससे यात्रियों को किसी प्रकार की सुविधा का सामना न करना पड़े। इसी के साथ बद्रीनाथ और सीता पुल के निकट पार्किंग की व्यवस्था को सुनिश्चित किए जाने के लिए अतिरिक्त व्यवस्था की जाएगी, इसी के साथ बैठक में यात्रा मार्गो को गड्ढा मुक्त बनाए जाने के लिए अभी से तैयारी किए जाने के लिए निर्देशित भी किया गया।

बैठक में यात्रियों की सुविधा के लिए शुद्ध पेयजल के साथ गर्म पानी की व्यवस्था और केदारनाथ, यमुनोत्री में खच्चरों के समय से पूर्व पंजीकरण किए जाने और उनके लिए गर्म पानी की व्यवस्था सुनिश्चित किए जाने के के साथ उन खच्चरों को यात्रा में जाने दिया जाएगा, जिनका पंजीकरण होगा, अन्यथा सभी खच्चरों को रोक दिया जाएगा।

बैठक में यह भी कहा गया कि बीमार और चोटिल खच्चर नहीं भेजे जाने के लिए निर्देशित भी किया। बैठक में हाईटेक शौचालय की व्यवस्था किए जाने के लिए भी निर्देशित किया गया। सभी कार्यों को 16 अप्रैल तक संपूर्ण किए जाने के लिए निर्देशित किया। बैठक में आपदा संबंधी उपकरणों के पुराने होने के कारण नए उपकरण खरीदे जाने का प्रस्ताव भी रखा गया।

बैठक के दौरान यात्रियों की समस्याओं के निस्तारण के लिए कंट्रोल रूम पर आने वाली शिकायतों का तत्काल निराकरण किया जाने को कहा गया, बैठक में जनपद स्तर पर जिला अधिकारियों के नियंत्रण में यात्रियों की सहायता हेतु मार्ग बारिश होने पर संबंधित जिलों में आपदा प्रबंधन विभाग एवं पुलिस विभाग की सहायता से तत्काल निराकरण किए जाने को कहा गया, यात्रा के दौरान राष्ट्रीय राजमार्ग विभाग द्वारा मुख्य यात्रा मर्दों को गड्ढा मुक्त एवं डामरीकरण किए जाने के दौरान यात्रा प्रारंभ होने के दौरान ब्लास्टिंग और बड़े मरम्मत कार्यों को पूरी तरह से बंद किए जाने को कहा गया है। इसी के साथ यात्रा मार्ग पर डेंजर जोन पर सूचना पट लगाए जाने और बुलडोजर जेसीबी पोकलैंड मशीनों को सड़क किनारे उचित स्थान पर रखे जाने की व्यवस्था किए जाने के निर्देश भी दिये।

बैठक में यह भी कहा गया कि ‌यात्रा मार्ग पर जाम से बचने के लिए डंपिंग जोन का समतलीकरण कर उनका उपयोग दिन में भारी वाहन, लारिया, ट्रेलरो को पार्किंग किए जाने के लिए किया जाए, आरटीओ चेक पोस्ट पर यात्रियों की सुविधा के लिए मेडिकल कैंप भी लगाया जाएगा, इसी के साथ हरिद्वार और ऋषिकेश आरटीओ ऑफिस पर भी जो अपना पंजीकरण करवाने गाड़ियां आती है उनके लिए ग्रीन कार्ड ‌की व्यवस्था किए जाने की बात‌ भी कही गई।

बैठक में बताया गया कि ग्रीन कार्ड की व्यवस्था अब ऑनलाइन हो गई है, परंतु उसके बावजूद उन्हें चेक किए जाने की व्यवस्था भी है जिसमें मात्र 10 मिनट का समय लगता है। चार धाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों के चालकों की सुविधा के लिए रुद्रप्रयाग और चमोली बद्रीनाथ में विश्राम गृह बनाए गए हैं। शराब पीकर वाहन चलाने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी। शटल सेवा के को सूचित रूप से चला जाने के लिए और अधिक में पावर लगाई जाने की मांग भी रखी गई।

जिलाधिकारी पौड़ी आशीष कुमार, जिलाधिकारी रुद्रप्रयाग सौरभ गैहरवाल, देहरादून जिलाधिकारी सोनिका, जिला अधिकारी चमोली हिमांशु खुराना, कटक मुख्य कार्य अधिकारी योगेंद्र सिंह, सहायक आयुक्त नरेंद्र सिंह क्यूरियाल,‌ साहित्य सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

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