प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन पर बहनों ने भाईयों की कलाई पर बांधी राखी, 

ऋषिकेश,19 अगस्त। भाई और बहन के प्रेम का प्रतीक रक्षा बंधन राज्य भर में धूमधाम से मनाया गया। बहनों ने भाईयों की कलाई पर राखी बांधी। इसके बाद ‌भाइयों ने रक्षा का संकल्प के साथ ही बहनों को उपहार भेंट किए।

सोमवार को राज्य भर में रक्षा बंधन के पर्व की धूम रही। घरों से लेकर बाजार तक में पर्व का उत्साह देखा गया। इस बार रक्षा बंधन के पर्व पर पंच महायोग का संयोग रहा। इस संयोग ने इस वर्ष के रक्षा बंधन पर्व को खास बना दिया।

सुबह से 10 घंटे तक भद्राकाल रहा। दोपहर 1.24 बजे के बाद शुभ मुहूर्त की शुरूआत हुई। हालांकि बहनों द्वारा भाइयों की कलाई पर राखी बांधने का क्रम सुबह से शुरू हो गया था।दोपहर डेढ बजे के बाद रक्षा बंधन का पर्व अपने चरम पर रहा। बाजार से लेकर ट्रेफिक तक में इसका असर देखा गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रक्षाबंधन के अवसर पर बहनों को अपने भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए बसों में निशुल्क आगे जाने की व्यस्था की थी, जिसके कारण बसों में महिलाओं की काफी भीड़ देखी गई।
नगर में धूमधाम के साथ रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया गया विदेशी साधकों ने भी भाइयों को राखी बांधी
वैदिक फाउंडेशन हिमालय योगालय आश्रम में स्पेन हंगरी के आए साधकों ने अपने गुरु की आज्ञा अनुसार विगत कई वर्षों से रक्षाबंधन का त्योहार धूमधाम के साथ मनाते हुए भाइयों की कलाई में रक्षा सूत्र बंधा
इस अवसर पर साधकों ने संकल्प लिया कि वह गंगा पर्यावरण की रक्षा के लिए आगे आएंगे तथा गंगा के आसपास की गंदगी साफ करेंगे बताया कि अगर कोई गंगा को दूषित करता है तो उसे जागरुक कर समझने का काम करेंगे रक्षाबंधन पर स्पेन के साधकों ने आश्रम में छायादार पौधा रोपण किया इस मौके पर भैरवी चैतन्य आरती चैतन्य ने तुलसी मानस मंदिर के महंत रवि प्रपन्नाचार्य महाराज की कलाई में राखी बांधी उनके उज्जवल भविष्य एवं दीर्घायु की कामना करी
गंगा वाटिका योगालय आश्रम में स्पेन के साधकों ने आश्रम में भाई बहनों को आपस में रक्षा सूत्र बांधकर जनमानस को संदेश देने का काम किया रक्षा सूत्र बांधने पर साधकों ने एक दूसरे को मिठाई खिलाकर साधु को ने गंगा को शुद्ध रखने एवं पर्यावरण की रक्षा करने का भी संकल्प लिया। 

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