विधानसभा अध्यक्ष ने केंद्रीय रसायन एवं उर्वरक मंत्री ओर शिक्षा मंत्री से बंद पडे,आईडीपीएल ऑक्सीजन प्लांट को पुनर्जीवित किए जाने की कि मांग
ऋषिकेश,0 3 मई। देश वर्तमान में कोविड-19 की दूसरी लहर से जूझ रहा है एवं इस महामारी को रोकने हेतु कोरोना के ईलाज से संबंधित दवाइयों की आवश्यकता एवं ऑक्सीजन की क़िल्लत को देखते हुए उत्तराखंड विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने रसायन एवं उर्वरक मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा को पत्र लिखकर ऋषिकेश स्थित आईडीपीएल में दवाइयों के उत्पादन एवं बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट को पुनर्जीवित किए जाने के संबंध में आग्रह किया। विधानसभा अध्यक्ष ने इस संबंध में केंद्रीय शिक्षा मंत्री व हरिद्वार से सांसद रमेश पोखरियाल निशंक को भी पत्र लिखा है। विधानसभा अध्यक्ष ने रसायन एवं उर्वरक मंत्री को पत्र के माध्यम से अवगत किया कि इंडियन ड्रग्स एंड फार्मास्यूटिकल लिमिटेड (आईडीपीएल) ने अपने स्थापना के समय से ही 40 से अधिक दवाएं जिनमें एंटीमलेरियल( क्लोरोक्वीन) , टेट्रासाइक्लिन, डॉक्सीसाइक्लिन कैप्सूल आदि की निर्बाध आपूर्ति की है।उन्होंने कहा है कि वर्तमान में यह कंपनी सिक यूनिट की श्रेणी में है एवं यहां सीमित मात्रा में ही दवा का उत्पादन किया जा रहा है।
विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि वैश्विक आपदा के समय में सर्वाधिक प्रयोग की जाने वाली एंटीबायोटिक व बुखार से संबंधित अनेकों दवाओं का निर्माण आवश्यकता पड़ने पर इस फैक्ट्री में किया जा सकता है। अग्रवाल ने कहा कि यहां सभी प्रकार की उच्च गुणवत्ता की मशीनें उपलब्ध है एवं कच्चा माल उपलब्ध करा दिया जाने पर न्यूनतम समय में ही कोरोना के इलाज से संबंधित दवाइयों का उत्पादन किया जा सकता है।वही अग्रवाल ने रसायन मंत्री डीवी सदानंद गौड़ा एवं केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल से आईडीपीएल में वर्षो से बंद पड़े ऑक्सीजन प्लांट को पुनर्जीवित करवाए जाने के संबंध में आवश्यक कार्यवाही करने का आग्रह किया।विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि आईडीपीएल में यदि कोरोना से संबंधित दवाइयों का उत्पादन एवं ऑक्सीजन प्लांट को पुनर्जीवित किया जाता है तो प्रदेश के साथ-साथ देश की जनता को भी इस महामारी के समय में लाभ प्रदान किया जा सकता है।
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