देहरादून /ऋषिकेश 9 मई ।उत्तराखंड प्रदेश में इस समय कोरोना के जानलेवा हमले को देखते हुए सभी को कोरोना वैक्सीन की डोज दी जा रही है ,जिसमें इस समय कोविडशील्ड वैक्सीन लगाने के लिए प्रदेश में 18 से 44 साल की उम्र के व्यक्तियों को 10 मई से कॉविड सील वैक्सीन लगाई जानी है ।
लेकिन सत्ता की हनक के आगे प्रशासन के लोग किस तरह नतमस्तक हो जाते हैं इसकी रवानगी आज देखने को मिली । अक्सर विवादों में रहने वाले खानपुर के भाजपा विधायक कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के 25 वर्षीय युवा पुत्र कुंवर दिव्य प्रताप सिंह चैंपियन को दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में वैक्सीन की पहली डोज नियमों को ताक पर रखकर लगा ली गई।
बताते चलें को कोवैक्सीन प्रदेश के गिने-चुने केंद्रों में ही उपलब्ध है और इसके लिए चिकित्सा कर्मियों को प्राथमिकता दी गई है । जिसकी शुरुआत 10 मई से होनी थी परंतु 10 मई से पहले ही शनिवार को इसकी पहली डोज विधायक पुत्र को उपलब्ध करा दी गई। इस मामले में मेडिकल कॉलेज अस्पताल के प्राचार्य डॉ आशुतोष सयना ने इस पर कहा कि वह कुछ भी नहीं कर सकते थे। जबकि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक का कहना है कि सभी जनप्रतिनिधियों विधायकों चाहे वह सत्ता पक्ष के हो या विपक्ष के सभी को मिलकर इस विपदा में कोरोना के खिलाफ जंग लड़नी है ऐसे में किसी को भी कोई भी गलत कदम नहीं उठाना चाहिए जो सरकार द्वारा तय गाइडलाइन के विपरीत हो।
इसके अलावा भी केंद्र सरकार के आंकड़ों के मुताबिक उत्तराखंड में विधायक पुत्र के मामले के अलावा 44 साल से कम उम्र के 18 युवाओं को भी व्यक्ति लग चुकी है वैक्सीन की इस पात्रता पर केंद्र ने भी सवाल उठाए हैं।
जहां प्रदेश में कई दफा कम उम्र के फ्रंट लाइन वर्करों को पोर्टल ना खुलने की बात कहकर वैक्सीन लगाने से मना कर दिया जाता है ,वहीं विधायक पुत्र के लिए ऐसे किसी भी तरह के प्रतिबंध नजर नहीं आने से प्रशासन पर सवाल खड़े होते हैं, जिससे यह मामला गरमा गया है।
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