बडे पारिवहन कारोबारियों के समर्थन में छोटे वाहन चालको ने सड़क से हटाए अपने वाहन

परिवहन कारोबारी 50% सवारियों के साथ किराए में वृद्धि किए जाने की कर रहे हैं मांग

-सरकार ने नहीं सुनी तो तमाम वाहन स्वामी 25 मई को आरटीओ कार्यालय में जमा करेंगे अपने परमिट- सुधीर राय

ऋषिकेश, 11 मई ।परिवहन कारोबारियों द्वारा 50% सवारियों के साथ किराए में वृद्धि करने एवं टैक्स माफ किये जाने की मांग को लेकर की जा रही, हड़ताल के समर्थन में आज से छोटे वाहन संचालकों ने भी अपने वाहनों को सडक से हटा लिया है। जिससे एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने वाले आमजन को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा। यहां बताते चलें, कि उत्तराखंड सरकार द्वारा सभी प्रकार के वाहनों में बिना किराया बढ़ाए 50% सवारी बैठाए जाने का ऐलान किया था ।जिसका समस्त परिवहन संचालकों ने सरकार के आदेश के पारित किए जाने के बाद से ही विरोध करना शुरू कर दिया था ।जिसके चलते उत्तराखंड में बड़े वाहन स्वामीयों ने अपने वाहन 25 मई को परमिट आरटीओ कार्यालय में जमा कर वाहनों को खड़ा किए जाने का ऐलान किया है। जिनके समर्थन में आज से छोटे वाहन संचालक ने भी अपने वाहनों को सडक से हटाकर हड़ताल पर चले गए हैं।

     यातायात एवं सहकारी संघ के अध्यक्ष मनोज ध्यानी का कहना था, कि समस्त परिवहन संचालक सरकार के निर्णय के विरोध में 50% सवारियों के साथ किराया दोगुना करने एवं 2 साल का टैक्स माफ किए जाने की सरकार से मांग कर रहे हैं। लेकिन सरकार द्वारा उनकी मांगों पर कोई विचार नहीं किया जा रहा है ।उनका कहना था ,कि एक और सरकार ने चार धाम यात्रा पर कोरोना संक्रमण को देखते हुए जहां रोक लगा दी है। वहीं सरकार ने उत्तराखंड में चलने वाली बसों में बिना किराया बढ़ाएं 50% सवारियों को बैठाए जाने का तुगलकी फरमान जारी किया है ।जिसके कारण तमाम वाहन स्वामियों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि महंगाई के चलते पेट्रोल ,डीजल सहित तमाम मोटर पार्ट्स के दाम भी आसमान को छू रहे हैं। जिससे वाहन स्वामियों को अपने वाहन चलाना दूभर हो गया है ।जिसके चलते वाहन स्वामीयों के सामने रोजी रोटी का भी संकट उत्पन्न हो गया है ।और उन्हें अपनी 2 जून की रोटी खानी भी मुश्किल में पड़ गई है ।

       संयुक्त रोटेशन व्यवस्था समिति के अध्यक्ष सुधीर राय का कहना था ,कि कोरोना संक्रमित काल में वाहन स्वामियों के सामने आए रोजी रोटी के संकट को देखते हुए उनके द्वारा सरकार से बस संचालकों, चालकोंं व परिचालकों को सामान्य स्थिति होने तक आर्थिक पैकेज दिए जाने की मांग भी की गई है । अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो 25 मई को तमाम वहान स्वामी अपनी गाड़ियों को आरटीओ कार्यालय में खड़ा करने के उपरांत परमिट भी जमा करा देंगे ।वही उत्तराखंड टैक्सी यूनियन के अध्यक्ष विजय पाल सिंह रावत का कहना था, कि ऋषिकेश से प्रतिदिन 150 से 200 से अधिक सुमो, जीप एवं टैक्सी पर्वतीय क्षेत्रों में विभिन्न मार्गों पर संचालित हो रही हैं ।

जो कि हजारों की संख्या में यात्रियों को उनके गंतव्य तक पहुंचाती है। लेकिन सरकार की स्पष्ट नीति ना होने के कारण तमाम वाहन चालक परेशान है ।जिसे देखते हुए आज से तमाम छोटे वाहनों केशव चालकों तथा चालको ने अनिश्चितकालीन हड़ताल प्रारंभ कर दी है। जिसके कारण किसी भी वाहन चालक ने अपने वाहनों को सड़कों पर नहीं उतारा है ।जिससे एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाने वाले तमाम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।

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