नगर निगम ऋषिकेश महापौर द्वारा बुलाई गई आपदा प्रबंधन को लेकर बैठक, गंगानगर क्षेत्र में जल भराव से पीड़ितो ने सैकड़ो की संख्या में बैठक के बीच पहुंचकर काटा हंगामा, जल भराव की समस्या का समाधान न होने पर महापौर ने अधिकारियों के सिर फोड़ा ठीकरा निगम का कार्यकाल समाप्ति के अंतिम 1 घंटे तक मैं अधिकारियों का कान पकड़ करवाऊंगी विकास कार्य – मंमगाई



ऋषिकेश, 26 अगस्त ।शहर में प्राकृतिक आपदा के दौरान प्रभावित क्षेत्रों में जल भराव की समस्याओं का समाधान न किए जाने के लिए नगर निगम की महापौर अनीता ममगाई ने निगम के अधिकारियों के सिर पर ठीकर फोड़ते हुए, उन्हें समस्या का समाधान तत्काल किए जाने के लिए निर्देशित किया।

इस बीच गंगानगर क्षेत्र में जल भराव से पीड़ितो ने सैकड़ो की संख्या में बैठक के बीच पहुंचकर हंगामा भी काटा ,जो की समस्या का समाधान किए जाने तक हंगामा करते रहे ।

उल्लेखनीय है कि शनिवार को नगर निगम सभागार में आयोजित की गई महापौर अनीता ममगाई की अध्यक्षता में आपदा समीक्षा बैठक में तहसील प्रशासन, निगम प्रशासन, लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, जल संस्थान सीवर सभी विभाग के अधिकारी मौजूद रहे, जहां निगम की महापौर अनीता मंमगाई ने उपस्थित को संबोधित करते हुए कहा कि नगर निगम बोर्ड का 3 माह का समय शेष है, जिसके अंतिम 1 घंटे पहले तक सभी जनता को दिए गए कार्यों को पूरा किए जाने के आश्वासनो को पूरा करना है। जिन्हे कार्यकाल समाप्ति के अंतिम 1 घंटे तक मैं अधिकारियों का कान पकड़ करवाऊंगी।

उन्होंने कहा कि आज वर्षा के कारण हुए पूरे क्षेत्र में जल भराव और आपदा की स्थिति पैदा हो गई है। जिसमें लोगों के मकान भी गिर रहे हैं । जिसमे अधिकारियों की काफी लापरवाही रही है ,जो की जनता के हित में नहीं है। उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जब अधिकारी जी-20 के दौरान विदेश से आने वाले मेहमानों की मेहमान बाजी के लिए शहर को सुंदर बना सकते हैं , तो आपदा जैसी स्थिति के कार्य क्यों नहीं हो रहे हैं।

नगर निगम महापौर और पार्षदों ने पिछले दिनों पूरे 40 वार्डों में 20-20 लाख के होने वाले कार्यों की जानकारी भी प्राप्त की, उनका कहना था कि यदि इस स्वीकृत लागत से सभी वार्डों में कार्य हो जाते तो जल भराव की स्थिति पैदा ना होती ।

इस दौरान उप जिलाधिकारी योगेश मेहरा ने कहा कि उन्होंने अभी हाल ही में ऋषिकेश का कार्यभार संभाला है ,इस दौरान उन्होंने 15 वार्डों में आपदा संबंधी कार्यों की समीक्षा की है ।जहां आवश्यकता अनुसार राशन भी वितरित किया गया है लेकिन नगर निगम से आपदा संबंधित कोई भी एस्टीमेट प्राप्त नहीं हुआ है । आपदा के दौरान यदि किसी को राहत राशि नहीं प्राप्त हुई है, तो वह उन्हे सूची उपलब्ध करा दे।

निगम के नगर आयुक्त राहुल गोयल ने कहा कि आपदा के दौरान पूरे क्षेत्र का निरीक्षण कर लिया गया है। तत्काल एस्टीमेट बनाकर निर्माण कार्यों के साथ रहात पहुंचाए जाने का कार्य किया जाएगा।

बैठक के बीच गंगानगर के निगम पार्षद बृजपाल राणा के नेतृत्व में जल भराव की समस्या को लेकर सैकड़ो की संख्या में लोग बैठक में पहुंच गए ,जिन्होंने नारेबाजी करते हुए निगम के अधिकारियों और पार्षदों के विरुद्ध नारेबाजी शुरू कर दी, जो कि अधिकारियों के आश्वासन के बाद ही वापस लौटे।

इस बीच नगर निगम के पार्षद बृजपाल राणा ने निगम की महापौर को समस्या के समाधान के लिए एक ज्ञापन भी दिया।

बैठक के दौरान निगम के पार्षद गुरविंदर सिंह गुरी, देवेंद्र प्रजापति, राकेश मियां ने निगम के जूनियर इंजीनियर पर कार्यों में लापरवाही किए जाने का आरोप भी लगाया जिसे लेकर काफी देर तक बैठक में हंगामा होता रहा ।

इस बीच नगर निगम पार्षद विपिन पंत ने अमित ग्राम शहीद स्मारक की क्षति ग्रस्त पुलिया जो कि चार दिन पहले टूट गई है ,ओर पुलिया पांच गाँव को जोड़ने का काम करती है। जिसका लोक निर्माण विभाग द्वारा निर्माण कराया गया था जो कि पूरी तरह से क्षति ग्रस्त हो गया है। जंगल से आने वाले पानी के कारण वार्ड सं 35 की अधिकंश नालीयां क्षति ग्रस्त हो गई है। का मामला भी उठाया। बैठक में नगर निगम के पार्षद भी मौजूद थे।

 

तीर्थ नगरी में आसमान से बरस रही आफत के बाद चारों और जल प्रलय के तांडव का महापौर ने किया निरीक्षण



ऋषिकेश 14 अगस्त।  तीर्थ नगरी में आसमान से बरस रही आफत के बाद चारों और जल प्रलय दिखाई दे रहा है। वहीं गंगा उफान पर है, जिसके चलते तटीय इलकों में लगातार कटाव हो रहा है।

नगर निगम महापौर अनिता ममगाई लगातार ग्राऊंड जीरो पर उतरकर बारिश के तांडव की चपेट में आये लोगों को हर संभव मदद जुटाने में लगी हुई हैं।

सोमवार को दिनभर महापौर शहर के एक कोने से लेकर निगम की सीमा के अंतिम छोर पर बाढ़ प्रभावितों से हुए नुकसान और उनको राहत पहुंचाने में जुटी रही।विभिन्न स्थानों पर  प्रभावितों के लिए महापौर द्वारा भोजन की व्यवस्था भी कराई गई।

इस दौरान उन्होंने स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को काम में और तेजी लाने के निर्देश दिए।

महापौर ने कहा कि जल्द ही हालात सामान्य होंगे, पूरी स्थिति का विश्लेषण कर नुकसान की भरपाई सरकार द्वारा कराया जाएगी। महापौर ने बताया कि बरसाती तांडव से  विभिन्न क्षेत्रों में घरों में हुए जलभराव से स्थिति चुनौतीपूर्ण है।फंसे हुए लोगों को निकालना हमारी प्राथमिकता है।

उन्होंने  बताया कि हमारी प्राथमिकता है कि घरों में फंसे लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जाए।

महापौर से लगाई खांड गांव को नगर निगम में शामिल करने की गुहार महापौर ने दिया सकरात्मक कारवाई का आश्वासन बोर्ड में प्रस्ताव है पारित, निर्णय ले शासन-महापौर



ऋषिकेश, 29 मई । खांड गांव को ऋषिकेश नगर निगम में शामिल करने की मांग जोर पकड़ने लगी है। इस संदर्भ में क्षेत्र के प्रतिनिधिमंडल ने महापौर अनिता ममगांई से मुलाकात कर उनसे क्षेत्र की समस्याओं एवं उनके निराकरण के लिए खांड गांव को नगर निगम में शामिल कराने की गुहार लगाई।

महापौर के पुष्कर मंदिर स्थित कैंप कार्यालय पहुंचे क्षेत्र के प्रतिनिधिमंडल ने अवगत कराते हुए महापौर को बताया कि खांड गांव ग्राम सभा एवं नगर निगम का हिस्सा ना होने की वजह से केन्द्र एवं उत्तराखंड सरकार द्वारा दी जा रही तमाम सुविधाओं से वंचित है। स्वच्छ जल,सीवर एवं अन्य मौलिक सुविधाओं का लाभ भी क्षेत्र में रह रहे हजारों लोगों को नही मिल पा रहा है।

प्रतिनिधि मंडल ने महापौर को ये भी अवगत कराया कि वर्षों से इस संदर्भ में किए जा रहे संघर्षों के बावजूद महज आश्वासनों के क्षेत्र की जनता को कुछ भी नही मिल पाया है।

प्रतिनिधिमंडल की तमाम बातें गौर से सुनने के बाद महापौर ने कहा कि खांड गांव को नगर निगम में शामिल कराकर क्षेत्र के लोगों को तमाम आवश्यक सुविधाएं दिलाने के लिए निगम कटिबद्ध है। इसको लेकर नगर निगम बोर्ड का सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव भी हो चुका है। निर्णय शासन को लेना है। वह जल्द ही इस बाबत मुख्यमंत्री से मिलकर जल्द से जल्द खांड गांव को नगर निगम में शामिल करने का अनुरोध करेंगी।

प्रतिनिधिमंडल में हरीश पंत,पीएस पटेल, शोभाराम भट्ट, निर्मल बहुगुणा, रोशन लाल ध्यानी, हुकुम सिंह रावत आदि शामिल रहे।