महाशिवरात्रि पर नीलकंठ सहित तीर्थ नगरी के शिवालयों में भोले के भक्तों ने हर हर महादेव के साथ किया जलाभिषेक भोले के भक्तों की सुरक्षा के लिए की गई थी कड़ी सुरक्षा व्यवस्था सोमेश्वर और वीरभद्र मंदिर पर लगे मेले
ऋषिकेश, 18 फरवरी ।महाशिवरात्रि के अवसर पर विख्यात नीलकंठ सहित ऋषिकेश तीर्थ नगरी के तमाम शिवालयों में भोले के भक्तों ने त्रिवेणी घाट ,लक्ष्मण झूला ,स्वर्ग आश्रम के घाटों पर शनिवार को गंगा में डुबकी लगाकर हर हर महादेव के उद्घोष के साथ शिवलिंग पर जलाभिषेक , रुद्री पाठ और रुद्रा महायज्ञ भी किया। वही इस दौरान प्राचीन सोमेश्वर और वीरभद्र मंदिर पर मेलों का आयोजन भी किया गया। नीलकंठ महादेव मंदिर के दर्शन करने और जलाभिषेक के लिए लाखों की संख्या में शुक्रवार से ही भोले के भक्त पहुंचने लगे थे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात था।
एसएसपी पोडी श्वेता चौबे, एडिशनल एसपी शेखर सुयाल ,एसडीएम यम्केश्वर सहित तमाम अधिकारी मौके पर पहुंचकर स्वयं स्थिति का जायजा ले रहे थे।महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर, आज नीलकंठ महादेव मंदिर मैं दर्शन करने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंचे, भारी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने को लेकर ,पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे,चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात किया गया था, वहीं जंगली जानवरों की आमद को रोकने के लिए वन विभाग की टीम भी लगातार गश्त करती रही , पिछले 3 दिनों से भारी संख्या में श्रद्धालु नीलकंठ महादेव के दर्शन करने के लिए नीलकंठ मंदिर पहुंचे , अलग-अलग राज्यों से आए लोगों ने नीलकंठ महादेव के दर्शन करने जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए जगह-जगह भंडारों का आयोजन भी किया था। चारों तरफ भोलेनाथ के जयकारों की गूंज से माहौल काफी भक्ति में हो गया था , लोग भगवान शिव के दर्शन करने के लिए नीलकंठ महादेव मंदिर जा रहे हैं, इसी के साथ ऋषिकेश के प्रसिद्ध सोमेश्वर ,वीरभद्र ,चंदेश्वर और पातालेश्वर मंदिरों में रात्रि 12:00 बजे के बाद से ही जलाभिषेक करने वाले शिव भक्तों का पहुंचना प्रारंभ हो गया था। जिसके कारण मंदिरों के बाहर लंबी लंबी लाइन लगी थी। जिन्होंने हर हर महादेव के साथ अपनी मनोकामना की सिद्धि के लिए रुद्राभिषेक कर शिवलिंग पर जलाभिषेक किया। ऋषिकेश कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था ग्रामीण पुलिस अधीक्षक कमलेश उपाध्याय के नेतृत्व में कोतवाली प्रभारी निरीक्षक खुशीराम पांडे संभाले हुए थे। उसके बावजूद भी देश के विभिन्न प्रांतों से जलाभिषेक करने के लिए वीरभद्र सोमेश्वर और चंदेश्वर मंदिर पर पहुंचने वाले अपने वाहनों से श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा ,हालांकि नगर में प्रवेश करने वाले तमाम वाहनों के लिए श्यामपुर बाईपास और बैराज से नीलकंठ भेजा जा रहा था ।जिनकी वापसी गरुड़ चट्टी पुल से की गई थी ,इस दौरान सोमेश्वर महादेव और वीरभद्र मंदिर पर मेलों का आयोजन भी किया गया था जहां लोगों ने चाट पकौड़ी के साथ झूलों का आनंद भी लिया।
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