कोविड-19 में समाज के डर, निराशा, लाचारी और नकारात्मकता को दूर करने के लिए लाइव वेबीनार के माध्यम से मुहिम की शुरुआत

ऋषिकेश 16 मई । “इंटरनेशनल डे ऑफ लिविंग टुगेदर इन पीस” के अवसर पर कोविड-19 के पश्चात समाज से डर, निराशा, लाचारी और नकारात्मकता को दूर करने के लिए आत्मविश्वास पैदा करने के उद्देश्य से  लाइव वेबीनार के माध्यम से एक मुहिम की शुरुआत हुई है।लाइव वेबीनार के माध्यम से कई बुद्धिजीवियों ने कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रभाव एवं इस चुनौतीपूर्ण समय से उबरने के लिए अपने विचार रखे।

इस दौरान महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी महाराज, उत्तराखंड विधानसभा के अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल, पतंजलि के महासचिव आचार्य बालकृष्ण, एम्स झारखंड के निदेशक सौरव वर्शनि, उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार, सूफी गायक कैलाश खेर, इंडिया फाउंडेशन के निदेशक शौर्य डोभाल, भारतीय बास्केटबॉल के पूर्व कैप्टन तृदीप राय, आयुर्वेद लिमिटेड के अध्यक्ष सुनील रेख़ी, फिजियोथेरेपिस्ट डॉ अरविंद यादव, हिमालयन अस्पताल के कैंसर इंस्टिट्यूट के डायरेक्टर सुनील सैनी सहित अन्य नामचीन लोगों ने कार्यक्रम के साथ लाइव जुड़कर अपने वक्तव्य से समाज को प्रेरित करने का काम किया। इस लाइव वेबीनार के कार्यक्रम में देश के 400 से अधिक छात्रों एवं लोगों ने प्रतिभाग किया।

इस दौरान महामंडलेश्वर अवधेशानंद गिरी महाराज ने कहा कि वायरस से हमें डरने की नहीं, बल्कि इससे लड़ने की आवश्यकता है। डर हर वक्त सिर्फ कमजोर करता है। अगर हम सकारात्मक सोच और पूरी हिम्मत एवं आत्मविश्वास के साथ इसका मुकाबला करें तो यह डर हम पर हावी हो ही नहीं सकता।
इस अवसर पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि यह एक-दूसरे पर अंगुली उठाने का समय नहीं है। यह एक साथ मिलकर खड़े होने का समय है-एक राष्ट्र के रूप में ही नहीं, बल्कि पूरे मानव समाज के रूप में। उन्होंने कार्यक्रम के माध्यम से आध्यात्मिक, धार्मिक गुरु-संस्थाएं, सामाजिक व उद्यमी संस्थाओं समेत समाज के अन्य समुदाय से मिलकर कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में समाज व सरकार की मदद करने का अनुरोध किया।

पतंजलि के महासचिव आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि संयम, अनुशासन एवं कोरोना मुक्ति के नीति-नियमों से समृद्ध होकर कोरोना व्याधि एवं संकट के बीच भी जीवन को आनंदित बना सकते हैं, समाज और राष्ट्र के लिए भी ज्यादा उपयोगी साबित हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि सदा उत्साहित रहकर खुद को ऊर्जा से भरपूर रखें, इससे व्यक्तित्व को नई पहचान एवं आत्मविश्वास मिलेगा।
इस अवसर पर सूफी गायक कैलाश खेर ने कहा कि हमें अब प्रकृति का संरक्षण करना ही होगा एवं कोरोना की इस लड़ाई में जुनून के साथ काम करना होगा।इस दौरान कैलाश खेर ने अपने एक गाने “इश्क जुनून हद से बढ़ जाए” को गुनगुना कर प्रेरित करने का काम किया।
डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि हमें वर्ल्ड शांति की ओर जाना होगा।उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में मिशन हौसला शुरू कर लोगों को उत्साहित करने का कार्य किया जा रहा है।
लाइव वेबीनार के माध्यम से कोविड-19 के कारण समस्या का सामना कर रहे भारत सरकार, कोरोना योद्धाओं और अन्य लोगों के प्रयास को सुनने, पहचानने, सम्मान और सराहना करने की सोच के साथ समाज के बुद्धिजीवियों को जोड़कर समाज में सकारात्मकता फैलाने एवं शांति का संदेश देने का काम किया गया है।

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