ऋषिकेश 5 अक्टूबर । हरिद्वार जनपद के लालढांघ से 50 बारातियों से भरी बस के अनियंत्रित होने पर खाई में गिर जाने से अभी तक 26 बारातियों की मौत की खबर आ रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बुधवार को सिमडी, पौड़ी में हुई बस दुर्घटना स्थल का जायजा लिया। इस अवसर पर उनके साथ पूर्व मुख्यमंत्री एवं सांसद डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक भी मौजूद थे।
हादसा मंगलवार शाम को हुआ था, लेकिन इलाका दुर्गम होने के चलते बुधवार को भी राहत और बचाव कार्य जारी है. हादसे का कारण आधिकारिक तौर पर तो अभी नहीं पता चल सका है, लेकिन प्रत्यक्षदर्शियों से कुछ जानकारी मिल रही हैं. एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि उसने सड़क पर सांप देखा और गाड़ी रोक दी. तभी बस वाले ने उन्हें ओवरटेक किया और आगे निकल गया. आगे थोड़ी दूर जाते ही बस गहरी खाई में जा गिरी।
जानकारी के मुताबिक बस में बाराती सवार थे. बस लालढंग से निकली थी और जिस प्रत्यक्षदर्शी ने ये जानकारी दी वो बस के आगे चल रही दूल्हे की गाड़ी का ड्राइवर है. उसने घटना को याद करते हुए बताया कि हमारी गाड़ी में दूल्हा बैठा था और हम बस के आगे चल रहे थे. तभी अचानक हमें सड़क पर सांप दिखा तो हमने गाड़ी रोक ली. वहीं बस वाले ने हमें ओवरटेक किया और आगे निकल गया. प्रत्यक्षदर्शी के मुताबिक इसके बाद वो भी बस के पीछे चल दिए, लेकिन थोड़ी दूर निकलते ही बस खाई में गिर गई.
प्रत्यक्षदर्शी ने कहा कि जैसे ही बस गिरी तुरंत इसकी सूचना पुलिस को दी गई. उन्होंने बताया कि सबसे पहले घटनास्थल पर आस-पास के गांव वाले पहुंचे और गांव वालों ने ही फंसे हुए लोगों को शुरुआत में निकालने का काम किया. कुछ लोग सड़क पर ही गिर गए थे.
प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि हादसे के समय ड्राइवर वाली साइड से कुछ टूटने की जोरदार आवाज आई थी. दूल्हे की गाड़ी के ड्राइवर ने बताया कि शायद वो आवाज कमानी या पट्टे के टूटने की थी. इस दुर्घटना को लेकर कई सवाल उठ रहे हैं. बताया जा रहा है कि बस ओवरलोड थी और उसमें 50 लोग सवार थे.
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक बस लालढांग से बीरोंखाल के एक गांव जा रही थी तभी रात करीब साढ़े सात बजे के आस-पास वो दुर्घटना का शिकार हो गई. हादसा सिमरी मोड़ के आस-पास हुआ. पुलिस के मुताबिक बचाव और तलाशी अभियान रातभर चला और बुधवार सुबह भी ये जारी रहा।
सिमड़ी में हुई वाहन दुर्घटना एवं राहत-बचाव कार्यों की मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन से पूरी जानकारी ली।
मुख्यमंत्री ने रेस्क्यू कर रहे एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, फायर ब्रिगेड, स्थानीय पुलिस, राजस्व पुलिस और इस कार्य में लगे विभिन्न विभागीय कार्मिकों को तेजी से रेस्क्यू कार्य करने के निर्देश दिए। उन्होंने स्थानीय प्रशासन को घायलों का त्वरित और समुचित उपचार करने के निर्देश दिए। प्रभावित परिवारों से मुलाकात करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि घायलों को उचित उपचार दिया जा रहा है। राज्य सरकार की ओर से प्रभावितों को हर संभव मदद दी जायेगी।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी और हरिद्वार सांसद रमेश पोखरियाल निशंक के साथ विधायक लैंसडाउन दिलीप रावत, गढ़वाल आयुक्त सुशील कुमार, डीआईजी करण सिंह नगन्याल, जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदण्डे, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान भी उपस्थित थे।