अक्टूबर 2026 तक ऋषिकेश हरिद्वार गंगा कॉरिडोर का कार्य होगा पूरा, मुख्यमंत्री ने दिए निर्देश



ऋषिकेश देहरादून 13 जुलाई। मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी गुरूवार को सचिवालय में राज्य के विभिन्न शहरों में नवीन टाउनशिप विकसित किये जाने के सबंध में बैठक ली।

मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिये कि हरिद्वार-ऋषिकेश गंगा कोरिडोर बनाने की कार्यवही शीघ्र शुरू की जाए। इसके क्रियान्वयन के लिए बनाये जाने वाली कम्पनी के लिए भी शीघ्र कैबिनेट में प्रस्ताव लाया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अक्टूबर 2026 तक हरिद्वार-ऋषिकेश गंगा कोरिडोर का सम्पूर्ण कार्य पूर्ण हो यह सुनिश्चित किया जाए।मुख्यमंत्री ने बैठक के दौरान अधिकारियों को निर्देश दिये कि राज्य में मैदानी क्षेत्रों में 05 एवं पर्वतीय क्षेत्रों में 03 टाउनशिप विकसित किये जाने की दिशा में भी तेजी से कार्य किये जाएं। गढ़वाल एवं कुमाऊँ क्षेत्र में एक-एक हिल स्टेशन विकसित किये जाने की दिशा में किये जा रहे प्रयासों को भी शीघ्र अन्तिम रूप दिया जाए।

बैठक में शहरी विकास मंत्री  प्रेमचन्द अग्रवाल, मुख्य सचिव डॉ. एस.एस.संधु, अपर मुख्य सचिव  राधा रतूड़ी, श्री आनन्द वर्धन, सचिव श्री आर. मीनाक्षी सुंदरम,  दिलीप जावलकर,  विनय शंकर पाण्डेय, श्री एस.एन पाण्डेय,  वी. षणमुगम, उपाध्यक्ष एम.डी.डी.ए बंशीधर तिवारी एवं संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।

उत्तराखंड सरकार के मंत्रिमंडल में जल्द ही होने जा रहा फेरबदल, नए विधायकों को मिलने जा रहा मौका, तो वहीं वर्तमान मंत्रियों की भी बढ़ रही बेचैनी, राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार हुआ गर्म



देहरादून 20 जून.। उत्तराखंड राज्य में मंत्रिमंडल को लेकर लगाए जा रहे कयासों की राजनीतिक गलियारों में अचानक चर्चा तेज हो गई हैं कारण आलाकमान द्वारा मुख्यमंत्री से मंत्रियों की फाइनल रिपोर्ट को मांगे जाना जिसके आधार पर राज्य में मंत्रियों का विस्तारीकरण और मंत्रियों की कुर्सियों का आना जाना तय माना जा रहा है।

सूत्रों के अनुसार भारतीय जनता पार्टी के चल रहे महा संपर्क अभियान के बाद पार्टी आलाकमान उत्तराखंड में मंत्रियों के बदले जाने को लेकर फैसला कर सकता है। जिससे कई नए विधायकों को कैबिनेट का दर्जा तो वहीं कई पुराने दिग्गज मंत्रियों को कुर्सी जाने का  खतरा भी सता रहा है।

मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पार्टी आलाकमान को यह मैसेज दिया गया है कि कुछ मंत्रियों के कारण पार्टी के साथ ही सरकार की छवि भी राज्य में खराब हो रही है वही मुख्यमंत्री जिस तेजी से रिजल्ट देने की कोशिश कर रहे हैं उसमें भी इन मंत्रियों की वजह से रुकावटें पैदा हो रही है।ऐसे में पार्टी के सूत्रों के मुताबिक जल्द ही ऐसे तमाम मंत्रियों को धामी मंत्रिमंडल से बाहर का रास्ता दिखाया जा सकता है । इनकी जगह पर कुछ युवा और अनुभवी चेहरों को मौका मिल सकता है ।

ज्ञात रहे कि तीन मंत्रियों की कुर्सी राज्य में पहले ही खाली है हाल ही में चंदन राम दास के निधन के बाद चौथी कुर्सी भी खाली हो गई माना जा रहा है। सूत्रों की माने तो दो से तीन मंत्रियों की कर्सी खतरे में है इसका आभास इन मंत्रियों को भी है इनके लिए जून – जुलाई काटना अब भारी दिखाई दे रहा है ऐसे में माना जा रहा है जल्द ही मुख्यमंत्री की रिपोर्ट आलाकमान की टेबल पर होगी । प्रदेश में आने वाले नए संभावित कैबिनेट मंत्रियों के रूप में विकासनगर के तेज तर्रार  अनुभवी विधायक मुन्ना सिंह चौहान, देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी, रुद्रप्रयाग विधायक भरत सिंह चौधरी, केदारनाथ विधायक शैलारानी रावत, सहित कई नाम दौड में शामिल हैं। आने वाले समय में इनमें से किन विधायकों की लॉटरी लगती है जिन्हें मौके के रूप में कैबिनेट मंत्री का पद मिल सकता है और किन मंत्रियों की छुट्टी होती है यह देखने वाली बात है।