मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में प्रदेश की अर्थव्यवस्था ने लगाई बड़ी छलांग , प्रदेश की अर्थव्यवस्था विकास दर ने राष्ट्रीय औसत विकास दर को पछाड़ते हुए निकली आगे, आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट वर्ष 2023-24 के आंकड़े हुए जारी पढ़िए किस-किस चीज में निकला उत्तराखंड आगे



देहरादून 29 फरवरी। प्रदेश की अर्थव्यवस्था मैं विकास दर ने लंबी चलांग लगाते हए  राष्ट्रीय औसत विकास दर को पीछे छोड़ दिया है।

आर्थिक सर्वेक्षण वर्ष 2023 24 के आंकड़े के अनुसार यह रिपोर्ट सामने आई है। यह  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के कुशल नेतृत्व में प्रदेश की अर्थव्यवस्था ने बड़ी छलांग लगाई है यह तथ्य आर्थिक सर्वेक्षण रिपोर्ट वर्ष 2023-24 में सामने आया है, जिसमें स्पष्ट है कि प्रदेश की विकास दर 7.58 फीसदी रही है, जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है।

वर्ष 2023-24 में अर्थव्यवस्था का आकार बढ़कर 346.20 हजार करोड़ रूपए पहुंच गया है, जबकि 2022-23 में इसका आकार 303.78 हजार करोड़ रूपए था। उत्तराखण्ड में प्रति व्यक्ति आय में भी 12.64 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।

आर्थिक सर्वेक्षण से स्पष्ट है कि राज्य की अर्थव्यवस्था में सेकेंडरी सेक्टर का सबसे अधिक 46.84%, दूसरे नंबर पर सर्विस सेक्टर का 43.17%, वहीं प्राइमरी सेक्टर यानी एग्रीकल्चर का अर्थव्यवस्था में 9.99% योगदान रहा है।

उत्तराखण्ड में बेरोजगारी दर में भी भारी कमी देखने को मिली है। 2021- 22 में उत्तराखंड में 8.4 प्रतिशत बेरोजगारी दर थी, जो 2022-23 में घटकर 4.9 प्रतिशत रह गई।

बहुआयामी गरीबी में भी भारी गिरावट आई है। वर्ष 2015-16 में उत्तराखण्ड में बहुआयामी गरीबी की दर 17.67 थी जो साल 2019-21 में घटकर 9.67 फ़ीसदी रह गई। इन पांच साल के अंतराल में राज्य के कुल 9,17,299 लोग बहुआयामी गरीबी से बाहर निकले हैं।

उत्तराखण्ड में 1,25,000 लखपति दीदी बनाने का लक्ष्य है। इसके विपरीत अभी तक 68 हजार 579 लखपति दीदी बनाई जा चुकी हैं।

उत्तराखंड में वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने 89 हजार 230 करोड रुपए का बजट किया पेश, उत्तराखंड में धामी सरकार ने बजट पेश करने के समय की परिपाटी को भी बदला, उत्तराखण्ड को वैश्विक स्तर पर नई पहचान प्रदान करने में यह बजट महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा: पुष्कर सिंह धामी



देहरादून 27 फरवरी । उत्तराखंड में आज बजट सत्र के दौरान धामी सरकार में वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने 89 हजार 230 करोड रुपए का बजट पेश किया। जो कि उत्तराखंड सरकार का अब तक का सबसे बड़ा बजट है।

जिसको लेकर उत्तराखंड में धामी सरकार ने आज एक और परंपरा  भी बदली है ,  अलग राज्य बनने के बाद से ही उत्तराखंड में बजट पेश करने का वक्त शाम 4 बजे ही रहा। परंतु धामी सरकार के द्वारा आज दोपहर 12:30 बजे ही बजट पेश कर दिया गया।  मतलब 2023 तक सभी सरकारों ने शाम 4 बजे बजट पेश किया गया था। 

परन्तु अब धामी सरकार ने इस परंपरा को बदल दिया है। आज विधानसभा में दोपहर साढ़े 12 बजे बजट पेश किया गया। वित्त मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने 89 हजार 230 करोड़ रुपये का बजट पेश किया। ये उत्तराखंड के इतिहास का अब तक का सबसे बड़ा बजट है। सरकार का दावा है कि हर तबके के कल्याण के लिए बजट में प्रावधान किया गया है। महिला कल्याण को लेकर भी बजट में तमाम बातें कही गई हैं। सरकार ने मिलेट मिशन के लिए 7 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है। ग्रामीण इलाकों में मिनी स्टेडियम बनाने के लिए 15 करोड़ रुपये, राष्ट्रीय खेलों के आयोजन के लिए 230 करोड़ रुपये का बजट रखा गया है। जमाने बांध और लखवाड़ परियोजना के लिए भी सरकार ने अलग से बजट का प्रावधान किया है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में हमारी डबल इंजन सरकार ने आज उत्तराखण्ड के समग्र विकास के दृष्टिगत ₹89,230 करोड़ का समावेशी एवं विकासोन्मुखी बजट पेश किया है।

उन्होने यह भी कहा कि उन्नत कृषि, बेहतर शिक्षा व्यवस्था, स्वास्थ्य सुविधाओं का विस्तार, महिला सशक्तिकरण, विकसित पर्यटन क्षेत्र, युवाओं के उत्थान और बुजुर्गों के लिए विशेष योजनाओं के संचालन के साथ ही उत्तराखण्ड को वैश्विक स्तर पर नई पहचान प्रदान करने में यह बजट महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उत्तराखण्ड में टनकपुर, काशीपुर व कोटद्वार रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास शिलान्यास समारोह में मुख्यमंत्री ने किया वर्चुअल रूप से प्रतिभाग,प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शिता और स्पष्ट विजन के कारण ही आज ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रैल योजना का 50 फीसदी से अधिक कार्य पूर्ण: पुष्कर सिंह धामी



देहरादून 26 फरवरी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून स्थित विधानसभा भवन से टनकपुर, काशीपुर व कोटद्वार रेलवे स्टेशन के पुनर्विकास शिलान्यास समारोह में वर्चुअल रूप से प्रतिभाग किया। उन्होंने प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी एवं रेलमंत्री  अश्विनी वैष्णव का आभार प्रकट किया।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किए गए 554 रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास शिलान्यास के वृहद कार्य ने देश में आज एक और नया कीर्तिमान बनाया है।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड में 40 करोड़ रूपए से अधिक की लागत से पुनर्विकास के लिए चयनित इन तीनों रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास से कुमाऊँ क्षेत्र में Rail Connectivity बढ़ने के साथ ही लोगों को स्टेशन पर अत्याधुनिक सुविधाएं भी मिल सकेंगी। आज जहां एक ओर Broad Gauge Rail Line से मानव रहित Rail Crossing को खत्म कर भारतीय Railway को पहले से कहीं अधिक सुरक्षित बनाया गया है तो भारतीय रेलवे की रफ्तार भी पहले से कहीं अधिक बढ़ चुकी है।

मुख्यमंत्री ने कहा, कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की दूरदर्शिता और स्पष्ट विजन के कारण ही आज ऋषिकेश-कर्णप्रयाग Rail Line का 50 फीसदी से अधिक कार्य पूर्ण हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा प्रारंभ की गई। 

उन्होने कहा कि  #AmritBharatStationScheme, रेलवे स्टेशनों के पुनर्विकास और बदलते भारत का प्रतिबिंब है। रेलवे स्टेशन “मॉडर्न विजन” के साथ विकसित किए जा रहे हैं, लेकिन इस विकास के बीच भी, हमने अपनी संस्कृति और विरासत को कतई नहीं भुलाया है। जिन स्टेशनों के पुनर्विकास की नींव आज रखी गई है। उन्हें स्थानीय संस्कृति, विरासत और वास्तुकला के आधार पर विकसित किया जाएगा।

इस अवसर पर संबंधित पदाधिकारी व अधिकारी उपस्थित रहे।

जौनसार बावर सेवानिवृत कर्मचारी मण्डल द्वारा आयोजित दो दिवसीय जौनसार बावर सांस्कृतिक महोत्सव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया प्रतिभाग



देहरादून 25 फरवरी। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने देहरादून में जौनसार बावर सेवानिवृत कर्मचारी मण्डल द्वारा आयोजित दो दिवसीय जौनसार बावर सांस्कृतिक महोत्सव के समापन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में प्रतिभाग किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने जौनसार बावर भवन निर्माण के लिए 2 करोड़ 50 लाख रुपए देने की घोषणा की। उन्होंने कहा कि इस भवन का उपयोग जरूरतमंद छात्रों के अध्ययन के लिये भी किया जाए।

उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड अध्यात्म और योग की भूमि होने के साथ-साथ संस्कृति, साहित्य और कला की भूमि भी है। उत्तराखण्ड ही नहीं राष्ट्रीय स्तर पर अगर कहीं पौराणिक लोक संस्कृति को जीवित रखने और संजोए रखने का कार्य प्रमुखता से किया गया है तो वो हमारा जौनसार बावर का क्षेत्र है।

उन्होंने कहा कि यह सांस्कृतिक समारोह हमारी विलुप्त होती लोक विरासत को संरक्षण प्रदान करने के साथ आने वाली पीढ़ी को हमारी लोक संस्कृति से परिचित कराने का कार्य कर रहा है।

इस अवसर पर विकासनगर विधायक  मुन्ना सिंह चौहान, जिला पंचायत अध्यक्ष  मधु चौहान, सेवावृत्त कर्मचारी मण्डल के अध्यक्ष  रणवीर सिंह तोमर, संरक्षक  तुलसी सिंह तोमर, उपाध्यक्ष  अतर सिंह, सूचना विभाग के संयुक्त निदेशक  के.एस. चौहान समेत विभिन्न लोग मौजूद रहे।

एम्स ऋषिकेश में नेशनल मेडिकोज ऑर्गनाइजेशन के दो दिवसीय राष्ट्रीय अधिवेशन का मुख्यमंत्री ने किया शुभारंभ, स्वास्थ्य के क्षेत्र में लाभार्थियों तक सुविधाओं को पहुंचाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार के परस्पर समन्वय से हो रहा कार्यों का सफल सम्पादन: पुष्कर सिंह धामी 



ऋषिकेश 24 फरवरी । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अधिवेशन में आए चिकित्सक एवं छात्रों का उत्तराखंड में स्वागत करते हुए कहा कि स्वामी विवेकानंद को अपना आदर्श मानने वाला यह संगठन निरंतर ’नर सेवा नारायण सेवा’ के भाव से देश में अपनी स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहा है। देश के विभिन्न स्थानों पर चिकित्सकों और छात्रों द्वारा स्वास्थ्य से जुडे विभिन्न विषयों पर चिंतन करना सराहनीय प्रयास है। इस प्रकार ’’स्वास्थ्य सेवा से राष्ट्र सेवा’’ और ’’स्वास्थ्य सेवा ही राष्ट्र सेवा’’ के सिद्धांत को अपनाकर संगठन द्वारा अंत्योदय की भावना से कार्य किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल नेतृत्व में भारत में स्वास्थ्य के क्षेत्र में पिछले 10 वर्षों में ऐतिहासिक कार्य हुए हैं। साथ ही स्वास्थ्य के विभिन्न क्षेत्रों में निरंतर सुधार जारी है, इनमें सस्ते उपचार व दवाइयां, ग्रामीण स्तर पर आधुनिक स्वास्थ्य सुविधाएं, मानव संसाधन का विकास और स्वास्थ्य सेवा तक पहुंच बढ़ाने के लिए तकनीक का उपयोग आदि शामिल है। उन्होंने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार स्वास्थ्य सेवा में अंत्योदय की सोच के साथ कार्य कर रही है। पिछले दस वर्षों में देश में 200 से अधिक नए मेडिकल कॉलेजों का निर्माण हुआ है। वर्तमान में 22 से अधिक एम्स में लोगों को स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। साथ ही योग और आयुष को लेकर देश में और अधिक जागरूकता आई है। विश्व में योग को लेकर आकर्षण बढ़ा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वच्छ भारत अभियान एवं जल जीवन मिशन ने कई रोगों की रोकथाम में सहायता की है। पोषण अभियान देश में कुपोषण को नियंत्रित करने में सहायक सिद्ध हुआ है। राष्ट्रीय टेली-मेडिसिन सेवा-ई-संजीवनी ने सूचना और संचार प्रौद्योगिकी का उपयोग सुदूर क्षेत्र में स्थित रोगियों के डायग्नोसिस, उपचार और प्रबंधन को सक्षम करने के लिए किया है। इनके उपयोग से सुदूर गांव में रहने वाला कोई व्यक्ति भी शहरों में रहने वाले चिकित्सकों से शुरुआती परामर्श प्राप्त कर सकता है। स्वास्थ्य क्षेत्र के बुनियादी ढांचे को मजबूत करने के लिए आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन शुरू किया गया है। जो स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक सुदृढ़ बनाने में मील का पत्थर साबित होगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में लाभार्थियों तक सुविधाओं को पहुंचाने के लिए केंद्र एवं राज्य सरकार के परस्पर समन्वय से कार्यों का सफल सम्पादन किया जा रहा है। प्रदेश में सभी को निःशुल्क स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान करने के साथ ही कैशलेस उपचार देने की दिशा में अटल आयुष्मान योजना प्रभावी साबित हो रही है। अब तक करीब 55 लाख से ज्यादा लोगों का आयुष्मान कार्ड होल्डर के रूप में पंजीकरण हो चुका है। अटल आयुष्मान योजना और आयुष्मान कार्ड की सहायता से 5 लाख से अधिक मरीजों ने समय पर अपना इलाज भी कराया है। प्रदेश सरकार जच्चा-बच्चा की सुरक्षा के लिए प्रदेश सरकार कई योजनाएं चला रही है। गर्भवती महिलाओं के लिए ’जननी सुरक्षा योजना’ के अंतर्गत मातृ एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए इस योजना का संचालन किया जा रहा है। इन्द्रधनुष योजना के तहत बच्चों का निःशुल्क टीकाकरण किया जा रहा है। आमजन की मधुमेह, रक्तचार, स्तन कैंसर एवं मुंह के कैंसर की निःशुल्क जाँच तथा स्क्रीनिंग के लिए हैल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर संचालित किए जा रहे है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हैल्थ एण्ड वेलनेस सेन्टर के माध्यम से आम जनमानस को उनके क्षेत्रों में स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने के लिए जन आरोग्य अभियान का आयोजन किया जा रहा है। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन का उद्देश्य क्षय रोगियों को रोग मुक्त करना है, जिसके लिए भारत को क्षय मुक्त बनाने के लिए 2025 का लक्ष्य रखा गया है। जबकि राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2024 तक इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए धरातल पर कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान प्रधानमंत्री जी के नेतृत्व में भारत ने संपूर्ण विश्व का नेतृत्व किया। कोरोनाकाल में देश के साथ विदेशों में भी निःशुल्क वैक्सीन दी गई। प्रधानमंत्री जी द्वारा शुरू किए गए हर अभियान का लाभ अंतिम छोर पर खड़े व्यक्ति को मिल रहा है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए लक्ष्य की प्राप्ति के लिए राज्य सरकार ’’विकल्प रहित संकल्प’’ के आधार पर निरंतर कार्य कर रहे हैं। सभी के सहयोग से हम स्वस्थ, समृद्ध, सशक्त और आत्मनिर्भर उत्तराखण्ड का निर्माण करने में सफल होंगे।

इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद्र अग्रवाल, डॉ. धन सिंह रावत, निदेशक एम्स प्रो. मीनू सिंह, आरएसएस सह सरकार्यवाह डॉ. कृष्ण गोपाल, परमार्थ निकेतन के परमाध्यक्ष स्वामी चिदानंद मुनि एवं अन्य लोग मौजूद थे।

देश में पहली बार उत्त्तराखण्ड में UCC कानून लाने के लिए पूर्व महापौर ने मुख्यमंत्री का जताया आभार



ऋषिकेश 24 फरवरी ।  मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ऋषिकेश आगमन पर नि. वर्तमान महापौर अनिता ममगाईं ने UCC लाने के लिए जताया आभार और इस दौरान अनेक भाजपा कार्यकर्ताओं संग उन्हें एक धार्मिक पुस्तक भी भेंट की।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के ऋषिकेश आगमन पर नि.वर्तमान महापौर ने उनका स्वागत किया साथ ही भारतीय जनता पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ उन्हें धार्मिक पुस्तक स्वर्वेद भेंट की. एम्स में एक कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का नि. वर्तमान महापौर अनिता ममगाई ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ आभार भी जताया सबसे पहले देश में उत्त्तराखण्ड में UCC कानून लाने के लिए। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नि. महापौर को धन्यवाद कहा और वे सभी कार्यकर्ताओं से बड़े स्नेह से मिले एम्स हेलीपैड पर। मुलाकात के बाद अनिता ममगाईं ने कहा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में राज्य विकास के नए मुकामों से जुड़ रहा है. हमें ख़ुशी है उत्तराखंड में देश में सबसे पहले UCC लागू किया है. इसका श्रेय  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व को जाता है।उन्हीं की दृढ़ इच्छा से यह संभव हो पाया है. हमने उनका आज आभार व्यक्त किया।

उनको इस दौरान एक धार्मिक पुस्तक स्वर्वेद भी भेंट की. मुलाकात के दौरान पंकज शर्मा, नितिन सक्सेना, विवेक शर्मा, अमनदीप नेगी, विशाल शाही आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।

छात्रों एवं युवाओं के कौशल विकास हेतु एनएसई की गौरव योजना एवं शोध अनुदान वितरण का मुख्यमंत्री ने किया शुभारंभ, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के साथ हुआ हमारा समझौता एक गेमचेंजर साबित होने जा रहा: पुष्कर सिंह धामी



देहरादून 23 फरवरी । देहरादून में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज द्वारा युवाओं के कौशल विकास हेतु संचालित योजना का शुभारम्भ एवं MoU व मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा शोध प्रोत्साहन योजना का शुभारम्भ एवं DBT के माध्यम से शोध अनुदान राशि का हस्तान्तरण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। 

मुख्युमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आज मुख्यमंत्री आवास सभागार में उच्च शिक्षा विभाग के अंतर्गत छात्रों एवं युवाओं के कौशल विकास हेतु नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की गौरव योजना और मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा शोध प्रोत्साहन योजना एवं शोध अनुदान वितरण का शुभारंभ किया।

मुख्यमंत्री ने बताया कि उच्च शिक्षा शोध प्रोत्साहन योजना एवं शोध अनुदान वितरण के अंतर्गत प्राप्त हुए 500 शोध प्रस्तावों में से चयनित 44 शोध प्रस्तावों के लिए लगभग 3 करोड़ 66 लाख रूपए की शोध अनुदान राशि स्वीकृत की गई है। इसकी प्रथम किश्त के रूप में लगभग 1 करोड़ 83 लाख रुपए सीधे DBT के माध्यम से हस्तांतरित किए गए हैं।

इस अवसर पर उच्च शिक्षा ग्रहण कर रहे राज्य के युवाओं के कौशल संवर्धन और उनको प्लेसमेंट देने के लिए उच्च शिक्षा विभाग द्वारा नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के साथ गौरव योजना के लिए एमओयू भी साइन किया गया।

मुख्यमंत्री ने कहा कि विगत कुछ वर्षों में राज्य के उच्च शिक्षा के गुणात्मक विकास के लिए अनेक योजनाओं के माध्यम से सरकार द्वारा लगातार अभिनव प्रयास किए गए हैं। इन्हीं प्रयासों की श्रृंखला में राज्य की महत्वाकांक्षी योजना “मुख्यमंत्री उच्च शिक्षा शोध प्रोत्साहन योजना“ की शुरुआत की गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में अनेक विकास कार्य हो रहे हैं। विकसित भारत के लिए यह अमृत काल है। विकसित भारत बनाना 140 करोड़ देशवासियों का संकल्प है।

उन्होंने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के मुंबई रोड शो के दौरान नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के साथ हुआ हमारा समझौता एक गेमचेंजर साबित होने जा रहा है।मुख्यमंत्री ने कहा कि 2025 तक इस क्षेत्र में पांच गुना विस्तार की संभावनाएं हैं और NSE के सहयोग से हम उच्च शिक्षा में अध्यनरत छात्रों सहित अन्य युवाओं को इसके लिए उपयुक्त मानव संसाधन के रूप में परिवर्तित कर सकते हैं, जिसके दूरगामी परिणाम दिखेंगे।

इस अवसर पर शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, कृषि मंत्री  गणेश जोशी, सचिव उच्च शिक्षा शैलेश बगौली, मैनेजिंग डायरेक्टर एवं सीईओ एनएसई  आशीष चौहान, पूर्णकालिक सदस्य सेबी कमलेश चन्द्र वार्ष्णेय, वाइस चेयरमैन हायर एजूकेशन कमेटी  देवेन्द्र भसीन, सचिव आर. मीनाक्षी सुंदरम सहित संबंधित पदाधिकारी एवं अधिकारीगण उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री ने क्षेत्रीय कनेक्टिविटी स्कीम के अंतर्गत संचालित की जा रही हेली सेवा का किया वर्चुअल रूप से शुभारम्भ, सेवा के प्रारंभ होने से सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को यात्रा करने के लिए एक नया और बेहतर विकल्प मिला: पुष्कर सिंह धामी



 देहरादून 22 फरवरी । मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मुख्यमंत्री आवास, सभागार में नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में हल्द्वानी से मुनस्यारी, पिथौरागढ़, चम्पावत हेतु क्षेत्रीय कनेक्टिविटी स्कीम के अंतर्गत संचालित की जा रही हेली सेवा का वर्चुअल रूप से शुभारम्भ किया।

मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री  नरेंद्र मोदी और केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री  ज्योतिरादित्य सिंधिया का हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस हवाई सेवा की लम्बे समय से प्रतीक्षा थी, इससे जहां एक ओर पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा, वहीं रोजगार के नए अवसर भी सृजित होंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देहरादून से पिथौरागढ़ तक फिक्सड विंग एयरक्राफ्ट सेवाएं विगत 30 जनवरी 2024 से शुरू की जा चुकी है। इस सेवा के प्रारंभ होने से सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों को यात्रा करने के लिए एक नया और बेहतर विकल्प मिला है।

कार्यक्रम में रक्षा एवं पर्यटन राज्य मंत्री अजय भट्ट ने दिल्ली से वर्चुअल रूप में सम्बोधित करते हुए कहा कि पिथौरागढ़ व चम्पावत के विकास के लिए केंद्र ने 140 करोड़ रूपए की स्वीकृति प्रदान की है। जो भी योजना भेजी जाएगी, उसे शत प्रतिशत स्वीकृति प्रदान की जाएगी।

इस अवसर पर  मोहन सिंह बिष्ट,  जोगिंदर सिंह रौतेला,  गिरीश जोशी,  गणेश भंडारी,  दीपिका बोरा,  धन सिंह,  प्रदीप रावत सहित सम्बंधित पदाधिकारी व अधिकारी उपस्थित थे।

10 साहित्यकारों को मुख्यमंत्री द्वारा उत्तराखंड साहित्य गौरव सम्मान से नवाजा गया,उत्तराखण्ड की पहचान भाषा और साहित्य की सेवा करने वाले राज्य के रुप में: पुष्कर सिंह धामी



देहरादून 21 फरवरी। देश और उत्तराखंड प्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए 10 साहित्यकारों को मुख्यमंत्री द्वारा उत्तराखंड साहित्य गौरव सम्मान से नवाजा गया। 

बुधवार को  सर्वे चौक स्थित आई0आर0डी0टी0 सभागार में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखंड भाषा संस्थान में प्रदेश और देश के विभिन्न हिस्सों से आये 10 साहित्यकारों को उत्तराखंड साहित्य गौरव सम्मान प्रदान किये।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखण्ड की पहचान एक ऐसे राज्य के रूप में है, जहां भाषा और साहित्य की सेवा करने वाले सुमित्रानंदन पंत जी एवं अनेक विभूतियों ने अपनी रचनाओं से उत्तराखण्ड की चिंतन परंपरा को विराट भावभूमि प्रदान की है।

मुख्यमंत्री ने साहित्यकारों, भाषाविदों एवं शोधार्थियों से अनुरोध किया कि वे भाषा संस्थान के साथ मिलकर भाषाई विकास के लिए कार्य करें और इस संस्थान को देश के प्रतिष्ठित संस्थान के तौर पर विकसित करने के लिए मिलकर कार्य करें।

इस अवसर पर सचिव विनोद रतूड़ी, प्रो0 कुमुदिनी नौटियाल, प्रो0 लक्ष्मण, बीना वेंजवाल, प्रतिबिम्ब बड़थ्वाल, नवीन लोहानी, लोक गायक  नरेन्द्र सिंह नेगी,  हयात सिंह रावत सहित बड़ी संख्या में साहित्यकार व साहित्य प्रेमी उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी कैबिनेट मंत्रियों डॉ प्रेमचंद अग्रवाल व अन्य सदस्यों के साथ अयोध्या में श्री रामलला के दर्शन कर हुए भावुक, उत्तराखंड वासियों के लिए अयोध्या में 4700 वर्ग मीटर में बनने वाले अतिथि गृह के लिए सरकार ने करी 32 करोड रुपए की धनराशि स्वीकृत



ऋषिकेश 19 फरवरी 2024 । उत्तराखंड मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपनी कैबिनेट के मंत्रियों डॉ प्रेमचंद अग्रवाल व अन्य सदस्यों के साथ अयोध्या में श्री रामलला के दर्शन कर भावुक हुए। उन्होंने राम मंदिर के आंदोलन के दौरान अपने संघर्षों को याद किया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार प्रभु श्री राम की नगरी अयोध्या में उत्तराखंड वासियों के लिए राज्य अतिथि गृह बनाने की तैयारी कर चुकी है। इसके लिए सरकार की ओर से 4700 वर्ग मीटर में बनने वाले अतिथि गृह के लिए हमारी सरकार ने 32 करोड रुपए की धनराशि स्वीकृत की है।

मंगलवार को दर्शन कर डॉ अग्रवाल ने कहा कि श्रीरामजी के बाल स्वरूप के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का साक्षी पूरा विश्व रहा। श्रीराम मंदिर के लिए 500 वर्षों का लंबा इंतजार करना पड़ा। कहा कि प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी की दृढ़ इच्छाशक्ति और अथक प्रयासों तथा सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद देशवासियों की मुराद पूरी हुई।

डॉ अग्रवाल ने कहा कि श्री रामचंद्र जी के बाल स्वरूप की मूर्ति बहुत आकर्षक है। उनके दर्शन करने पर उनके चेहरे से नज़र नहीं हट पाती है। उन्होंने कहा कि श्रीराम मंदिर के कोसों दूर तक सकारात्मक माहौल है। वहाँ जाने से शरीर में अध्यात्म ऊर्जा आती है।

इस मौके पर मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी, कैबिनेट मंत्री  सतपाल महाराज,  सुबोध उनियाल, डॉ धन सिंह रावत,  रेखा आर्य तथा राज्यसभा सांसद  नरेश बंसल भी उपस्थित रहे।