अयोध्या में उत्तराखंड सरकार करेगी राज्य अतिथि गृह का निर्माण, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विशेष प्रयासों के फलस्वरूप यूपी सरकार ने करी जमीन आवंटित



ऋषिकेश देहरादून 6 जनवरी। अयोध्या में बनाए जा रहे भगवान राम के भव्य मंदिर के पास ही उत्तराखण्ड सरकार राज्य अतिथि गृह का निर्माण करेगी।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विशेष प्रयासों के फलस्वरूप उत्तर प्रदेश सरकार ने अयोध्या में राज्य अतिथि गृह के लिए भूमि आवंटित कर दी है। अयोध्या में उत्तर प्रदेश आवास एवं विकास परिषद की ओर से कुल 4700.23 वर्ग मीटर भूमि उत्तराखंड के राज्य अतिथि गृह के लिए आवंटित की गई है।

जहां उत्तराखण्ड सरकार द्वारा अतिथि गृह का निर्माण करेगी। अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को नवनिर्मित मंदिर में राम लला के मूर्त रूप का प्राण प्रतिष्ठा किया जायेगा, जिसका उत्साह पूरे देश में देखने को मिल रहा है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तरायणी मेला भी इसी थीम पर आयोजित करने के निर्देश दिए हैं।

बता दें कि विगत दिनों मुख्यमंत्री  पुष्कर सिंह धामी ने जनभावनाओं के अनुरूप अयोध्या में राम मंदिर के समीप उत्तराखण्ड सरकार का राज्य अतिथि गृह बनाने के लिए भू-खंड खरीद के प्रस्ताव को अनुमोदन दिया था, जिसके बाद राज्य संपत्ति विभाग की एक टीम ने अयोध्या में स्थलीय निरीक्षण किया था।

श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र से पूजित अक्षत कलश तीर्थ नगरी ऋषिकेश के तमाम मंदिरों में स्थापना के लिए हुए कूच, अक्षत कलशों के संग सभी क्षेत्रों से आई राम भक्तों की टोलियां ने बैंड बाजा के साथ किया नगर भ्रमण 



ऋषिकेश, 27 दिसंबर ‌। अयोध्या में भगवान श्री राम के पावन मंदिर की उद्घाटन तिथि 22 जनवरी तय होने के बाद राम भक्तों में हर्षोल्लास बना हुआ है जिसको लेकरआज  राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र से लाए गए पूजित अक्षत कलशो‌ं ‌का तीर्थ नगरी ऋषिकेश के त्रिवेणी घाट पर विधि विधान से ‌ पूजन कर नगर क्षेत्र के अलग-अलग क्षेत्रों में ‌स्थित मंदिरों में कलश स्थापना के लिए कूच किए गए।

बुधवार की सुबह त्रिवेणी घाट पर आयोजित कलश पूजन कार्यक्रम के दौरान स्वामी ह्रयग्रिवाआचार्य और स्वामी परमानंद ने उपस्थित को संबोधित करते हुए कहा कि आज अयोध्या में बनाया जा रहा , मंदिर हिंदू समाज की एकता का प्रतीक है। अगर हिंदू समाज‌ एकत्रित ना होता तो मंदिर का निर्माण होना संभव नहीं था, इसके निर्माण को रोकने के लिए पूर्ववर्ती सरकारों द्वारा निहत्था साधु संतों और हिंदू समाज पर बर्बर गोलियां चलाकर उनकी हत्या की गई है। जिसके कारण सरयू का जल पूरी तरह रक्तरंजित हो गया था। लेकिन 500 वर्षों का कलंक समाप्त होने के बाद अब मंदिर का निर्माण पूर्ण होने जा रहा है।

जिसके सभी भक्तों को दर्शन करने चाहिए।श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र से पूजित अक्षत कलशों का क्षेत्र के ब्राह्मणों द्वारा ‌विधिविधान से हनुमान चालीसा के साथ पूजन किया गया। इस दौरान‌ स्थापना नगर क्षेत्र के भिन्न-भिन्न मंदिरों में की गई , नगर कार्यक्रम प्रमुख दीपक तायल के अनुसार नगर के अलग-अलग क्षेत्र में पूजित मंदिरों में स्थापित अक्षत कलशों के माध्यम से‌ श्री राम भक्त घर-घर पूजित अक्षत का वितरण 1 जनवरी से 15 जनवरी तक करेंगे।

उन्होंने कहा कि यह कार्य सभी दल संगठन से ऊपर उठकर समस्त हिंदू समाज द्वारा किया जाएगा,और 22 जनवरी को श्री राम जन्मभूमि मंदिर स्थापना दिवस को धूमधाम से मनाएगा। इस अवसर पर कलशों की स्थापना करने से पूर्व सभी क्षेत्रों से आई राम भक्तों की टोलियां ने बैंड बाजा के साथ नगर भ्रमण भी किया।

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत कार्यवाह अनिल मित्तल,जिला प्रचारक ‌नीतिन कुमार, कार्यक्रम प्रमुख दीपक तायल, शहर जिला कार्यवाह राकेश शर्मा, नगर संघचालक भारत‌ भूषण‌ कुंदनानी, स्वामी ह्रयग्रिवाआचार्य,‌ मधुबन आश्रम के प्रमुख अध्यक्ष स्वामी परमानंद, नीरज सेहरावत,राहुल मनमीत, सुदामा सिंगल, गजेंद्र नेगी, राजेंद्र प्रसाद पांडे, राजेश गौतम, पवन शर्मा,रामकृपाल गौतम, रणवीर सिंह, अभिनव पाल, शंभू पासवान, अशोक अग्रवाल, हर गोपाल अग्रवाल, अनीता रैना, विकास गर्ग, आशुतोष, विकास सेमवाल, पंकज शर्मा,महिपाल त्यागी, सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।

तीर्थ नगरी ऋषिकेश में भी राम भक्तो की टोलियों द्वारा होगा राम नाम का आव्हान 1 जनवरी से राम भक्त टोलियों द्वारा प्रत्येक घरों में पहुंच वितरित किया जायेगा अक्षत  अयोध्या में आयोजित भगवान श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह   प्रत्येक घरों में दीप उत्सव के रूप में होगा



ऋषिकेश ,23 दिसम्बर। आगामी 22 जनवरी को अयोध्या में आयोजित भगवान श्री राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के दौरान तीर्थ नगरी ऋषिकेश के तमाम गांव मोहल्लों कॉलोनियों में स्थित मंदिरों में राम भक्त एकत्रित होकर हनुमान चालीसा व भजन व शंख ध्वनि घंटे घड़ियाल बजाने के साथ भगवान की आरती करेंगे, वही सांय काल‌ में श्री राम जय राम जय जय राम विजय महामंत्र का 108 बार सामुहिक जाप कर अपने घरों को लड़ियों से सजाते हुए पांच दीपक जलाएंगे।

यह निर्णय आदर्श ग्राम स्थित सरस्वती शिशु विद्या मंदिर में आयोजित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के नगर संघचालक भारत भूषण कुंदनानी की अध्यक्षता व‌ श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के कार्यक्रम संयोजक दीपक तायल के संचालन में आयोजित राम भक्तों की बैठक में लिया गया।

जिसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला प्रचारक नितिन कुमार ने बताया कि 25 दिसंबर को जिला स्तर पर सभी समितियां का एक कार्यक्रम त्रिवेणी घाट पर आयोजित किया गया है, जहां जिला टोलियां को अयोध्या से आए अक्षत कलशों का वितरण किया जाएगा ।

उसके पश्चात 27 दिसंबर को ऋषिकेश की तमाम नगर में बनी टोलियों को अक्षत कलश सोंपे जाएंगे। जिन्हें टोलियां अपने-अपने मोहल्ले में धूमधाम के साथ ले जाए जाने के उपरांत अपने मोहल्ले के मंदिरों में स्थापित करेगी। इसके पश्चात सभी राम भक्तों की टोलियां एक जनवरी से प्रत्येक घर में अयोध्या से आए अक्षत (हल्दी लगे चावल )भगवान श्री राम के मंदिर का चित्र व कार्यक्रम संबंधी पत्रक श्रद्धा पूर्वक पहुंचाए जाने का कार्य करेंगे। और उनसे आग्रह करेंगे, कि वह 22 जनवरी को अपने मोहल्ले के व घर में स्थापित किए गए मंदिर में स्थित देवी- देवता का भजन कीर्तन आरती पूजा के साथ श्री राम जय राम जय जय राम विजय महामंत्र का 108 बार सामुहिक जाप करें। इसी के साथ हनुमान चालीसा, सुंदरकांड ,राम रक्षा स्त्रोत आदि का सामूहिक पाठ भी करें। जिससे सभी देवी- देवता प्रसन्न होंगे और वातावरण सर्वत्र सात्विक एवं राम मय हो जाएगा। इसी के साथ टोलियों में शामिल राम भक्त यह भी आग्रह करेंगे, कि अयोध्या में आयोजित होने वाले 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह को इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के माध्यम से प्रसारित किए जाने‌ वाले सीधे प्रसारण को भी देखें।

दीपक तायल ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा के दिन सांयकाल सूर्यास्त के बाद अपने घर के सामने देवताओं की प्रसन्नता के लिए पांच दीपक अवश्य जलाएं, दीप मालाएं सजा कर खुशियां मनांए, यह कार्यक्रम विश्व के करोड़ों घरों में आयोजित कर भगवान श्री राम के अयोध्या में स्थापित किए जाने वाले मंदिर की खुशी में दीप उत्सव के रूप में मनाया जाएगा।

इसी के साथ घरों पर जाने वाली सभी राम भक्त टोलियां राजनीति से ऊपर उठकर सभी दलों व सामाजिक राजनीतिक लोगों से यह भी आग्रह करेगी, कि प्राण प्रतिष्ठा के उपरांत प्रभु श्री राम लला के नवनिर्मित मंदिर के दर्शन के लिए वह अपने समय अनुसार अयोध्या में परिवार सहित पहुंचकर भगवान श्री राम के मंदिर के दर्शन करें।

बैठक में कार्यक्रम के सह‌‌ संयोजक नीरज सहरावत, मनमोहन त्यागी, दीपक धमीजा, श्याम बिहारी, सहित टोलियां के प्रमुख भी उपस्थित थे।