ऋषिकेश 18अप्रैल। नवयुवक द्वारा आत्महत्या का प्रयास करने पर परिजनों द्धारा चीख-पुकार मचाने पर वहां से गस्त कर रहे पुलिस कर्मियों द्वारा घर का दरवाजा तोड़ युवक को फांसी के फंदे से उतार कर उसकी जान बचा ली गई।
पुलिस कर्मियों के इस सराहनीय कार्य को वहां पर मौजूद किसी ने वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया है जिस पर पुलिसकर्मियों के इस सराहनीय कार्य के लिए हर कोई इनकी तारीफ कर रहा है। यह घटना सिविल लाईन कोतवाली क्षेत्र रुड़की की है।
जानकारी के मुताबिक, कॉन्स्टेबल विकास त्यागी व होमगार्ड सुनील बीती रविवार की रात करीब 2 बजे गश्त करते हुए बंदा रोड के पास पहुंचे। जहां उन्हें अचानक एक घर से जोर-जोर से पुरुष व महिलाओं के रोने और चिल्लाने की आवाज आई। किसी अनहोनी की आशंका के चलते दोनों तुरंत उस घर में पहुंचे। उन्होंने जब घर के अंदर प्रवेश किया तो परिवार के लोग घबराहट में चीखते हुए इधर-उधर भागते नजर आए।
पूछताछ करने पर उन्होंने बताया कि उनके बेटे ने कमरे में फांसी लगा ली है और कमरा अंदर से बंद है। जिसे देख पूरा परिवार सहमा हुआ था। पता चला कि युवक अनस ने प्रथम तल पर स्थित अपने कमरे को अंदर से लॉक कर फांसी लगा ली है। दोनों जवानों ने तत्काल प्रथम तल पर जाकर खिड़की से देखा तो युवक फांसी के फंदे पर चुन्नी के सहारे लटका हुआ था। बिना समय गवाएं दोनों कर्मियों ने दरवाजा तोड़ा और कमरे में जाकर उसे नीचे उतारा।
जिसके बाद उसे तत्काल सरकारी अस्पताल ले गए। समय से इलाज मिलने से अनस उम्र 18 वर्ष की जान बच गई। युवक अब अस्पताल से वापस अपने घर आ गया है और पूरी तरह से स्वस्थ है। युवक किस वजह से सुसाइड करने जा रहा था, इसका अभी खुलासा नहीं हो पाया है।
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