पुलिस हिरासत से छूटकर गंगा में कूदने वाले केदार भंडारी मामले में डीआईजी ने की जांच शुरू शनिवार परमार्थ निकेतन में हुई चोरी के संबंध में कर्मचारियों और प्रबंधकों से की पूछताछ
ऋषिकेश,07अक्टूबर । लक्ष्मण झूला थाने की पुलिस हिरासत से छूटकर गंगा में कूदने वाले केदार भंडारी मामले में डीआईजी गढ़वाल करण सिंह नगन्याल ने जांच शुरू करते हुए शुक्रवार को मामले में सबसे पहले परमार्थ निकेतन में हुई चोरी के संबंध में कर्मचारियों और प्रबंधकों से पूछताछ करते गहराई में जाने का प्रयास किया, जिसके चलते उन्होंने लक्ष्मण झूला थाने पहुंचकर. अधीनस्थ पुलिस अधिकारियों से भी जानकारी जुटाई।
जिसके बाद थाने का निरीक्षण करने के बाद उन्होंने वह बैरक भी देखी, जहां केदार सिंह को बैठाया गया था. थाने में सीसीटीवी कैमरे देखते हुए अधीनस्थ अधिकारियों से घटना के बारे में विस्तृत जानकारी हासिल की. इस मामले में तत्कालीन थाना प्रभारी संतोष कुंवर को भी लक्ष्मणझूला थाने में तलब किया गया. डीआईजी ने संतोष कुंवर से भी पूछताछ कर मामले की पूरी जानकारी ली।
उल्लेखनीय है कि 22 अगस्त को चुनेर गांव का केदार भंडारी अग्निवीर भर्ती के लिए कोटद्वार आया था. वापसी में वह तपोवन के होटल में रुका. जहां उस पर परमार्थ निकेतन में चोरी करने का आरोप लगा. मामले में मुनिकी रेती थाना पुलिस ने आरोपी को पकड़ कर लक्ष्मण झूला थाना पुलिस के हवाले कर दिया. परमार्थ निकेतन की ओर से आरोपी के पकड़े जाने पर अभी तककोई तहरीर नहीं दी गई है. इसलिए पुलिस ने केदार सिंह को बैरक में एक पीआरडी जवान की निगरानी में बैठा दिया. जहां से छूटकर उसने गंगा में छलांग लगा ली तब से अब तक उसका कहीं कोई भी पता नहीं है जिसके बाद उसके पिता ने न्यायालय में मामले की जांच कराए जाने के लिए गुहार लगाई है। किस की जांच की जा रही है।
Leave a Reply