ऋषिकेश,0 1 जनवरी । भारत के विख्यात फोटोग्राफर राकेश सहाय की याद में रविवार को त्रिवेणी घाट पर फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। त्रिवेणी घाट पर आयोजित फोटो प्रदर्शनी का शुभारंभ पत्रकार हरीश तिवारी ने दीप प्रज्वलित कर किया, इस दौरान उन्होंने उपस्थित को संबोधित करते हुए कहा कि राकेश सहाय एक फोटोग्राफर ही नहीं थे, ,वह पर्यावरण और जल जंगल जमीन के प्रति चिंतक भी थे। जिन्होंने अपनी फोटोग्राफी के माध्यम से तीनों के प्रति उसे भी दुनिया के सामने प्रदर्शित करने का कार्य किया है ।जिसके कारण वह भारत के साथ दुनिया में भी फोटोग्राफी के लिए जाने जाते हैं, फोटो प्रदर्शनी का आयोजन करने वाले मनोज रांगढ़ ने राकेश सहाय की याद में लगाई गई प्रदर्शनी के बारे में विस्तृत रूप से जानकारी देते हुए बताया कि 2015 के अंतिम दिन सूर्यास्त होने से पहले आखरी रचनात्मक तस्वीर ली थी, जिसे उन्होंने फेसबुक पर लोड किया और उसे नाम दिया साल का अंतिम सूर्यास्त और वन्य जीव रिजर्व में नए साल का स्वागत करने के लिए नागपुर में देर शाम उड़ान भरी , जिसके बाद उन्हें 1 जनवरी 2016 कि सुबह दिल का दौरा पड़ा और उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया।उन्होंने कहा कि कारपोरेट के फोटो शूट उनकी फोटोग्राफी का क्षेत्र रहा है। जिन्होंने डिजाइनरों के लिए भी कार्य किया और आर्किटेक्ट और आउटडोर विषयों पर कलाकारों के लिए स्टूडियो फोटोग्राफी को बढ़ावा दिया वह एक उत्सुक वन्य जीवन और प्रकृति पर फोटोग्राफरी से व्यापक रूप से कार्य किया, उन्होंने इन चीजों पर अपनी यात्रा कई देशों में की ,और कई गैर सरकारी संगठनों और शैक्षणिक संस्थाओं के लिए काम भी किया है उन्होंने पश्चिमी और मध्य हिमालय पर्वतमाला परिदृश्य में कश्मीर से उत्तराखंड वनस्पतियों और जीवो की विस्तृत तस्वीर को कैमरे में कैद किया, जोकि स्वतंत्र फोटोग्राफी करने से पहले स्टेबल कि हांगकांग आधारित एशियाई पत्रिका एशिया पत्रिकाओं में नियमित रूप से काम करते रहें, जिनके द्वारा कैमरे में कैद की गई फोटो आज दुनिया कि कई मैग्जीनों मैं छपती रही है । इस अवसर पर फोटोग्राफर थीरिस कपूर, डॉक्टर जेपी मेहता, प्रदीप नेगी राहुल तलवार, सुनील रोमिंन, त्रिभुवन राणा, ,बजरंगी लोकेश कुमार, डॉ मनोज रागढ़ सहित अन्य फोटोग्राफर भी उपस्थित थे।
Leave a Reply