ऋषिकेश,01अक्टूबर । आज़ादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत नगर पंचायत स्वर्गाश्रम जोंक और स्वच्छ सुलभ फ़ाउंडेशन की ओर से कबाड़ से बने यूजफुल चीज़ों की लक्ष्मणझूला में प्रदर्शनी लगाई गई। साथ ही लोगों को जागरुक किया गए की कबाड़ में जाने वाले चीज़ों को वे घर में गार्डन के कार्यों में प्रयोग में लाये।
शुक्रवार को नगर पंचायत स्वर्गाश्रम-जोंक के लक्ष्मणझूला क्षेत्र में लगी प्रदर्शनी का शुभारंभ चैयरमेन माधव अग्रवाल व अधिशासी अधिकारी मंज़ू चौहान ने किया। इस दौरान उन्होंने कहा नगर में
स्वच्छ सुलभ फाउंडेशन की टीम लोगों को बेकार और कबाड़ में फैंके जानी वाली वस्तुओं को यूजफुल बनकर गार्डन व अन्य साज सज्जा में प्रयोग लाने को जागरूक कर रही है। इसी क्रम में शुक्रवार को प्रदर्शनी लगाई गयी। जिसमें लोगों को प्लास्टिक को कबाड़ में फ़ैकने के बजाय कैसे उसे यूजफुल बनाया जा सकता है कि जानकारी भी दी गई।
फ़ाउंडेशन की अध्यक्ष पार्वती नेगी ने कहा कि आज पर्यावरण के लिए प्लास्टिक बहुत बड़ा अभिशाप है ऐसे में इसे फ़ैकने के बजाय उपयोग में लाकर कुछ हद तक हम पर्यावरण में ज़हर घुलने से बचा सकते हैं।
फ़ाउण्डेशन के डायरेक्टर विजय शंकर राय ने कहा कि फ़ाउंडेशन महिलाओं की टीम और सेवानिवृत्त बैंक कर्मी महेश चिटकारिया के सहयोग से बेकार कोल्डड्रिंक्स की बोतल, पानी की बोतल, दही के प्लास्टिक की डिब्बे, टीन, नारियल, पुराने टायर, जूते के डिब्बे, बेकार तौलिए सहित अन्य चीज़ों में रंग भरकर घरों में साज सज्जा के लिए और गार्डन में फूल के पौधे, तुलसी, हरी मिर्च लगाने में यूज किया जा सकता है।
सेवानिवृत्त बैंक कर्मी महेश चिटकारिया ने बताया
पुराने टायरों का इस्तेमाल आप गमले से लेकर सेंट्रल टेबल तक बनाने में कर सकते हैं। बेकार हो चुके टायरों का प्रबंधन सबसे कठिन होता है, लिहाजा इनका पुन: इस्तेमाल करके आप पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान दे सकते हैं। बताया प्लास्टिक, गत्ते, खराब टायर सहित अन्य बेजान चीजों को रंग करके उसे उपयोग में ला सकते हैं
बनाएं मजेदार गमले
कैसा रहेगा, अगर टायर गमलों में तब्दील हो जाएं? जी हां, ये हो सकता है। टायरों को रंग-बिरंगे शेड्स में रंग लीजिए और उनका इस्तेमाल अपने गार्डन एरिया में पौधे लगाने के लिए कीजिए।
तैयार करिए रंगबिरंगा झूला
आपके घर के आसपास पेड़ हैं तो आप बच्चों में काफी लोकप्रिय हो सकते हैं। टायर को मजेदार रंगों में रंगें और इसे मजबूत रस्सी के सहारे पेड़ की शाखा पर लटका दें। हो गया झूला तैयार।
आरामदायक आसन
एक टायर को कपड़े से कवर कर लें। फिर उसमें कुछ कुशन रख दें। लीजिए तैयार हो गई बैठने की सीट। आप टायर को पेंट भी कर सकते हैं और उसमें एक पुराना गद्दा रख अपने पैट के लिए बना सकते हैं शानदार बिस्तर।
प्रदर्शनी में मौके पर सभासद जितेंद्र धाकड, सरोज देवी, प्रेम चंद अवस्थी, क्लर्क अनिल राणा, सफाई निरीक्षक अर्जुन भंडारी, मुरली शर्मा, मनमोहन सेमवाल, रिया शर्मा, प्रियंका मदवान, राकेश, समीर, सुशील, आदि मौजूद थे।

















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