ऋषिकेश ,02अक्टूबर । पांडू गुफा के संस्थापक ब्रह्मलीन मंहत गोपाल गिरि के निर्वाण और जयंती दिवस के अवसर पर मायाकुंड स्थित भगवान गिरिआश्रम में रुद्रा अभिषेक किये जाने के साथ संत गोष्ठी का आयोजन किया गया ।जिसमें संतो ने ऋषिकेश तीर्थ नगरी में संतो के आश्रमों को भूमाफियाओं द्बारा किये जा रहे, खुर्द बुर्द पर चिंता व्यक्त की गई।
शनिवार को आयोजित षड दर्शन साधु समाज अखिल भारतीय धर्म रक्षा समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष मंहत गोपाल गिरी की अध्यक्षता में संगोष्ठी के के दौरान भगवान गिरि आश्रम के संचालक महंत भूपेंद्र गिरि व अन्य संतो ने कहा कि ऋषिकेश धार्मिक नगरी के साथ संतो की नगरी भी जहां सैकड़ों वर्षों तक संतो ने गंगा किनारे के साथ पहाड़ों में तपस्या कर समाचार मार्गदर्शन किया है इसी तपस्या के कारण उनके भक्तों द्वारा ऋषिकेश में देश दुनिया से आने वाले भक्तों की सुविधा के लिए धर्म शालाओं के साथ आश्रमों का निर्माण किया था, परंतु वर्तमान में आश्रमों धर्मशाला ऊपर भू माफियाओं की नजर लगी है जो कि इन्हे खुर्द बुर्द कर रहे है ।जिन्हे बचाया जाना अत्यंत आवश्यक है ।
जिसके लिए सभी संतो को एक जुट होकर आंदोलन किये जाना चाहिए ।इस अवसर पर पांडव गुफा के संस्थापक बाबा मनोहर गिरि व ब्रम्हलीन मंहत गोपाल के जीवन पर भी विस्तार पूर्वक प्रकाश डालते हुए उनके बताये मार्ग पर चलने का आह्वान किया। इस दौरान कपिल मुनि, राजेंद्र दास, परिक्षित गिरी, महानिवाणी अखाड़े के धुव्र पुरी सहित अन्य संतो ने भी अपने विचार व्यक्त किये।

















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