ऋषिकेश, 10 सितम्बर ।अनंत चतुर्दशी के बाद पूर्णमासी पर प्रथम श्राद्ध पक्ष के चलते हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी घाट पर अपना मुंडन संस्कार करवाने के उपरांत ब्राह्मणों के माध्यम से श्राद्ध पक्ष पर पिंडदान तर्पण किए जाने के साथ सनातन पद्धति से अनुष्ठान आदि कर ब्राह्मणों को दान दक्षिणा देकर उनसे आशीर्वाद किया ।
शनिवार को श्राद्ध पक्ष प्रारंभ होते ही देश के विभिन्न प्रांतों से अपने पितरों के निमित्त अनुष्ठान के साथ पिंडदान करने वाले श्रद्धालु काफी संख्या में शुक्रवार की शाम को ही ऋषिकेश पहुंच गए थे जिन्होंने शनिवार की सुबह से ही त्रिवेणी घाट पर मुंडन संस्कार के साथ अपने पितरों के निमित्त अनुष्ठान तर्पण आदि कर कल ब्राह्मणों को वस्त्र और अपनी सामर्थ्य अनुसार दक्षिणा देकर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया।
इस तीर्थ पुरोहित समिति की ओर से देश के विभिन्न प्रांतों से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पंडितों की निशुल्क विशेष सुविधा उपलब्ध करवाई गई थी। समिति के अध्यक्ष विनय सारस्वत ने बताया कि पुरोहित समिति द्वारा सभी श्रद्धालुओं के लिए पित्र कार्य के लिए ब्राह्मणों की निशुल्क व्यवस्था की गई है। सारस्वत ने कहा कि श्राद्ध पक्ष केेे दौरान किए गए पित्र कार्यों से जहां पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है वही घर में सुख शांति का वास भी होता है। इसलिए पितरों के नाम से श्राद्ध पक्ष में अनुष्ठान आदि का महत्व बताया है।
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