ऋषिकेश/ देहरादून 20 सितंबर। विवाहिता के साथ ससुराल पक्ष के लोगों द्वारा बर्बरता की हद पार करते हुए लगातार कई दिनों तक भूखा प्यासा रखकर गरम पानी और गर्म तवे से जलाने के आरोप में पुलिस द्वारा विवाहिता की सास और ननद को गिरफ्तार किया गया है।
देहरादून जिले के जीवनगढ़ में रहने वाली एक विवाहिता के साथ ससुरालियों के जुल्म की कहानी को सुनकर हर कोई सन्न रह गया। ससुरालियों ने विवाहिता को 15 दिन तक न केवल भूखा-प्यासा रखा, बल्कि बाथरूम में बंद कर दिया।
विवाहिता ने विरोध किया तो उसे गर्म तवे और गर्म पानी डालकर जलाया गया और उसे खाने में भी जूठन दी जाती थी। पीड़िता की मां जब बेटी का हाल जानने ससुराल पहुंची, तो हैवानियत के इस खेल का पता चला।
मामले में नई टिहरी कोतवाली में मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपित सास और ननद को गिरफ्तार कर लिया है। चिकित्सकीय टीम भी महिला की हालत देखकर सन्न रह गयी। महिला के शरीर पर जलाने के 25 निशान मिले हैं।
इस संदर्भ में महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने पीड़िता प्रीती से जानकारी ली व एसएसपी टिहरी को आरोपितों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए।
जाखणीधार ब्लाक के रिंडोल गांव निवासी सरस्वती देवी की बेटी प्रीति की शादी दस साल पहले देहरादून के जीवनगढ़ निवासी अनूप जगूड़ी के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही प्रीति को उसकी सास सुभद्रा, ससुर देवेंद्र और ननद जया दहेज के लिए पीटते थे।
प्रीति की मां सरस्वती देवी ने बताया कि पिछले काफी दिनों से उनकी बेटी का मोबाइल फोन बंद आ रहा था, जिससे उन्हें किसी अनहोनी की आशंका हुई और 16 सितंबर को वह अपने बेटे जितेंद्र के साथ उसकी ससुराल जीवनगढ़ पहुंच गई।
वहां उनकी बेटी की सास सुभद्रा ने उन्हें बेटी से मिलने नहीं दिया और कहा कि उनकी बेटी ठीक है और किचन में खाना बना रही है। अचानक इस बीच उनका बेटा जितेंद्र वहां किचन में गया तो वहां उनकी बेटी घायल और बिना कपड़ों के एक चुन्नी की मदद से छिपाई गई मिली। तब उन्होंने बेटी को देखा तो उसके शरीर पर जलाने के निशान थे और सिर पर गहरा घाव था। बेटी इतनी बुरी हालत थी कि कुछ बोल भी नहीं पा रही थी।