ऋषिकेश 9 दिसंबर। उत्तराखंड में आगामी नगर निकाय चुनावो के लेकर जैसे-जैसे शासन की तैयारी शुरू हो चुकी है। वैसे वैसे ही सभी निकाय स्तर पर प्रदेश में आरक्षण की स्थिति को लेकर अफवाहों के बाज़ार गरम होने लगे हैं।
इसी कड़ी में तीर्थ नगरी ऋषिकेश में भी नगर निगम के दूसरे कार्यकाल के लिए मेयर पद के दावेदारों में भी हलचल पैदा हो गई है। जिसके लिए लगातार तीर्थ नगरी में चल रही आरक्षण की स्थिति की चर्चा को लेकर सभी मेयर पद के दावेदार ऊं पोह की स्थिति में आ गए हैं।
शासन द्वारा तीर्थ नगरी ऋषिकेश को कभी ओबीसी तो कभी एस सी सीट से आरक्षित करने के लेकर सामान्य वर्ग के दावेदारों में फिर से एकजुटता दिखाई दे रही है। जो अभी तक मेयर पद की दावेदारी के चलते अलग-अलग राहों पर चल रहे थे। वो सभी अब एक साथ मिल बैठ इसी बात पर चर्चा करते हुए दिखाई दे रहे हैं।जो कि तीर्थ नगरी के सियासी हलकों में लगातार चर्चा का विषय बन गया है।
बताते चलें कुछ रोज पूर्व ऋषिकेश को आरक्षित सीट होने की अपुष्ट खबरों के चलते ऋषिकेश में भाजपा के मेयर पद के दावेदारों द्वारा नगर निकाय चुनाव को लेकर बैठक लेने देहरादून पहुंचे भाजपा राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी एल संतोष के पास भी अपनी गुहार लगाई थी जिस पर भाजपा राष्ट्रीय संगठन महामंत्री द्वारा उनको आश्वासन दिया गया कि शासन द्वारा इस तरह की कोई भी अधिसूची अभी तक जारी नहीं कि है। और आरक्षण की स्थिति को लेकर सरकार की ओर जो भी फैसला होगा वह प्रदेश के हित में ही होगा ।
बहरहाल शासन प्रशासन की ओर से अभी तक प्रदेश में होने वाले आगामी नगर निकाय चुनाव में आरक्षण को लेकर किसी भी तरह की स्थिति को स्पष्ट नहीं किया गया है। उन्होंने मीडिया में चल रही सभी खबरों को अपुष्ट बताया गया है।
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