ऋषिकेश/हरिद्वार 15 मई । कनखल स्थित बैरागी कैम्प में मेला आरक्षित भूमि पर बैरागी संतों द्वारा किए गए अनाधिकृत निर्माण को आज प्रशासन ने संतों के विरोध के बावजूद धवस्त कर दिया। मेला भूमिपर बिना अनुमति के बैरागी अखाड़े की तीनों अनी के संतों ने मेला आरक्षित भूमि पर कई बीघा जमीन पर जमीन पर एंगल व जाल लगाकर अतिक्रमण कर लिया था। इतना की नहीं सतों ने मेला भूमि पर पक्का स्थायी निर्माण भी कर लिया था।
अवैध निर्माण की शिकायतंे लगातार प्रशासन को मिल रही थी। इसके साथ ही अतिक्रमण से न्यायालय के आदेश का भी खुला उल्लंघन था। बैरागी कैंप मेला क्षेत्र में 2010 कुंभ में किए गए चार धार्मिक संरचनाओं को मेला भूमि से हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट ने 31 मई तक हटाने के आदेश पहले ही दे चुकी है। बावजूद इसके तीनों अन्य संतों ने मेला भूमि पर नियमों को ताक पर रखकर अतिक्रमण कर अनाधिकृत निर्माण किया। मेला भूमि पर किए जा रहे अनाधिकृत निर्माण कार्य को बंद करने के लिए कई बार संतों को नोटिस भी दिया। बावजूद इसके संतों के कानों पर जुं तक नहीं रेंगी और निर्माण कार्य बदस्तूर जारी रहा।
अधिकारियों की सहमति मिलने के बाद एसडीएम गोपाल सिंह चैहान, तहसीलदार आशीष घिल्डियाल व सीओ सिटी अभय प्रताप सिंह के नेतृत्व में शनिनवार को सिंचाई विभाग, एचआरडीए पुलिस बल व जेसीबी सहित बैरागी कैम्प पहुंची और बैरागी संतों के अनाधिकृत निर्माण को धवस्त करने का कार्य शुरू किया। इसी बीच बैरागी साधुओं ने विरोध व नोकझोंक शुरू कर दी। बावजूद इसके मशीनों की मदद से निर्माण को धवस्त कर दिया गया।
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